December, 2017
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एनसीसी व टीम चाण्क्य टीसीए के फाईनल में
फरीदाबाद vinod Vaishnav । टीसीए कप का पहला सेमीफाइनल मैच तिगांव स्थित नचौली गांव में क्रिकेट एरिना मैदान में खेला गया। पहला सेमीफाईनल एनसीसी व आक्समाउंट क्रिकेट क्लब के बीच खेला गया। एनसीसी ने टॉस जीत कर पहलेे बल्लेबाजी करने का निर्णय किया और निर्धारित 20 ओवरो में 4 विकेट खोकर 146 रनो का लक्ष्य आक्समाउंट क्रिकेट क्लब को दिया। एनसीसी की और से सैनी ने 42, मनीष ने 34 व राज ने 32 रनो की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को एक मजबूत स्कोर दिया। ऑक्समाउंट ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.2 ओवरो में मात्र 107 रनो पर ही ऑल आउट होकर मैच हार गयी। आक्समाउंट की तरफ से मिरनल सैनी ने 42, दिवेश खन्ना ने 31 रनो का योगदान दिया परंतु अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाये। एनसीसी की और से अच्छी गेंदबाजी करते हुए विरेन्द्र ने 3, सर्वन व नकुल ने 2-2 विकेट लिये। मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार विरेन्द्र को दिया गया। एनसीसी टीसीसी कप के फाईनल में प्रवेश करने वाली पहली टीम बनी।
टीसीए कप का दूसरा सेमीफाईनल मैच चाणक्य व विपुल वारियर्स के बीच खेला गया। टीम चाणक्य ने टॉस जीत कर पहले क्षेत्ररक्षण का निर्णय लिया जिसमें विपुल वारियर्स की पूरी टीम 23 ओवरो में 184 रनो का लक्ष्य टीम चाणक्य को दे पायी। विपुल वारियर्स की और से मनोज चंदीला ने 40, अनिल ने 16 व नीरज ने 26 रनो का योगदान अपनी टीम को दिया। टीम चाणक्य की और से कैप्टन सत्या आजाद ने 4 विकेट व राजेश व जहिर ने 2-2 विकेट लिये।
टीम चाणक्य 184 रनो के लक्ष्य का पीछा करते हुए 21 ओवरो में ही इस लक्ष्य को पूरा कर फाईनल में पहुंची। टीम चाणक्य के शैवाज ने बिना आउट हुए 80 रन, जहिर ने 38 व राजू ने 24 रनो की शानदार पारी खेलते हुए अपनी टीम को फाईनल में पहुंचाया। शैवाज को मैन ऑफ दी मैच का पुरस्कार दिया गया। टीम चाणक्य ने भी फाईनल में प्रवेश किया।
सोनू के टीटू की स्वीटी’ कलाकारों ने दिल्ली में किया हनी सिंह के गीत को लॉन्च
Vinod Vaishnav | आगामी कॉमेडी-ड्रामा फ़्लिक ‘सोनू के टीटू की स्वीटी‘ के कलाकारों-नुसरत बारूचा, कार्तिक आर्यन और सनी सिंह ने फिल्म के डायरेक्टर लव रंजन के साथ नई दिल्ली के साकेत स्थित पीवीआर सिलेक्ट सिटी में अपनी फिल्म का पहला गाना ‘दिल चोरी सड्डा हो गया‘ लॉन्च किया। अपने असाधारण संगीत और अनोखी शैली के साथ भारतीय संगीत उद्योग का मनोरंजन करने वाले हनी सिंह के कमबैक वाला यह गीत विशेष पार्टी ट्रैक है, जो हंसराज हंस के द्वारा 1990 के हिट गाने पुनरीक्षित संस्करण है। भारत में हिप-हॉप और रैप संगीत का दूसरा नाम हनी सिंह है। जब भी संगीत की इन दो शैली को याद किया जाता है, तब हनी सिंह का नाम ही जुबान पर आता है।
फ़िल्म ‘सोनू के टीटू की स्वीटी‘ के गीत ‘दिल चोरी सड्डा हो गया‘ से हनी सिंह की दमदार वापसी कर रहे हैं। फिल्म का यह पार्टी सॉन्ग 26 दिसंबर को रिलीज हुआ है, जिसमें ब्रोमेंस के साथ रोमांस का तड़का है। इस संबंध में डायरेक्टर लव रंजन ने कहा कि यह फिल्म ब्रोमेंस और रोमांस के बीच एक खुला युद्ध की तरह है। ‘दिल चोरी‘ ट्रैक के साथ हनी सिंह की वापसी के बारे में निर्देशक लव रंजन ने कहा, इस गीत को आवाज देने के लिए हनी सिंह को तैयार करने का सारा श्रेय भूषण कुमार को जाता है, क्योंकि मैं वास्तव में हनी सिंह को इतना करीब से नहीं जानता था, लेकिन भूषण कुमार ने हनी सिंह को इस गाने को आवाज देने के लिए तैयार किया।
फिल्म के बारे में उन्होंने कहा, “आजकल शादियां एक-दूसरे के साथ जुड़ने वाले केवल दो परिवारों के बीच का रिश्ता नहीं रह गया है, बल्कि दोस्तों के लिए भी ऐसी ही भावनाएं पैदा हो रही हैं। इसलिए इस फिल्म की अवधारणा ब्रोमेंस और रोमांस के बीच के संघर्ष को बनाई गई है। हालांकि, अभी इस फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ खुलासा नहीं कर सकता, लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा कि फिल्म देखने के बाद आप शादी की आधुनिक अवधारणा को समझ जाएंगे। आप इस फिल्म में टॉम एंड जेरी जैसी केमिस्ट्री देखेंगे।
टी-सीरीज़ और लव फिल्म्स की संयुक्त प्रस्तुति और लव रंजन द्वारा निर्देशित ‘सोनू के टीटू की स्वीटी‘ अगले साल 9 फरवरी को रिलीज होगी।
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महिलाएं मां बन सकती है मिर्गी के समय भी : डॉ रोहित गुप्ता
फरीदाबाद, Vinod Vaishnav । औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में मिर्गी रोग तेजी से बढ़ रहा है। यह बीमारी पुरुष और महिला दोनों को होती है। लेकिन अगर गर्भावस्था में यह दिक्कत हो जाए तो महिला और बच्चा दोनों की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए मिर्गी रोग में लापरवाही नहीं बरती चाहिए। समय पर डॉक्टरी सलाह लेना जरुरी है। यह कहना है सेक्टर 16ए स्थित मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ रोहित गुप्ता का।
डॉ रोहित गुप्ता ने बताया कि मिर्गी रोग महिलाओं को दो तरह से प्रभावित करता है पहला, ऐसी महिलाएं जो गर्भधारण से पहले ही मिर्गी रोग से पीडि़त हैं। दूसरी वह जिनमें गर्भधारण के बाद इसके दौरे आते हैं। दोनों स्थितियों में सावधानी बरतकर और फॉलिक एसिड डाइट लेकर महिला स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है।
उन्होंने कहा कि मिर्गी के दौरों का कारण प्रेग्नेंसी में शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव, नींद में कमी, मानसिक तनाव व दवाओं से मेटाबॉलिज्म में बदलाव और ब्लड में मिर्गी की दवाई की मात्रा का कम होना आदि है। इससे गर्भपात, प्रसव पूर्व दौरे, समय से पहले डिलीवरी, प्रसव में जटिलता और दौरे के कारण बेहोशी आदि समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा बच्चे को भी भी नुकसान होने की संभावना रहती है, जैसे प्रीमेच्योर बच्चा होना, कम वजन, ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की हार्ट रेट कम होना, गर्भ में चोट लगने व शारीरिक विकृतियों की आशंका रहती है।
पहले से प्रेग्नेंसी प्लान करें
ऐसे मामलों में यह जरूरी है कि गर्भधारण का प्रयास करने से पहले ही आप अपने न्यूरोलॉजिस्ट से बात करें और उनसे राय लें, ताकि डॉक्टर यह मूल्यांकन कर सके कि आप अपनी बीमारी को सही तरीके से नियंत्रित कर पा रही हैं या नहीं और क्या गर्भधारण करने से पहले आपके ट्रीटमेंट में किसी तरह के बदलाव की जरूरत है। सबसे जरूरी बात यह है कि आप दौरे को नियंत्रित रखने वाली अपनी सभी दवाएं नियमित रूप से उतनी ही मात्रा में खाती रहें।
दौरे का देखें असर
डॉ गुप्ता ने कहा कि देखने में आया है कि कुछ गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मिर्गी के उपचार की दवाएं लेते रहने के बावजूद दौरे पड़ते हैं, जो उनके साथ-साथ उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है, लेकिन अगर इस स्थिति को सही तरीके से नियंत्रित किया जाए, तो खतरा न के बराबर रह जाता है। कुछ मामलों में अपरिपक्व प्रसूति या प्रीमैच्योर बर्थ (निर्धारित समय से पहले जन्म) भी हो सकता है। इसलिए अगर गर्भावस्था के दौरान दौरा पड़ता है, तो गर्भवती महिलाएं शीघ्र ही अपनी गाइनोकोलॉजिस्ट और न्यूरोलॉजिस्ट को इसकी जानकारी दें।
महोत्सव में मुख्य रूप से 3000 पूर्व सैनिक, कलश यात्रा में 2100 महिलाएं एवं 1100 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में लेंगे भाग
पलवल Vinod Vaishnav /Yogesh Sharma। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित किए जाने वाले समरस गंगा महोत्सव में सुव्यवस्था एवं अनुशासन का एक नया रूप देखने को मिलेगा। यह शब्द राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रान्त कारवाह देव प्रसाद ने संघ कार्यालय केशव भवन पर आयोजित बैठक में कहें। इस महोत्सव में मुख्य रूप से 3000 पूर्व सैनिक, कलश यात्रा में 2100 महिलाएं एवं 1100 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में भाग लेंगें। बैठक प्रांत के अधिकारियों के द्वारा समरस गंगा महोत्सव के लिए की जाने वाली गतिविधियों को ध्यान में रखने व उनके लिए निमित व्यक्तियों की जिम्मेदारी तय करने के लिए बुलाई गई। इस अवसर पर प्रंात कारवाह के साथ, विभाग कारवाह राकेश त्यागी व जिला सहसंघ चालक राजेन्द्र प्रसाद मौजूद रहे।
बैठक में प्रांत से आए हुए अधिकारियों ने इस व्यवस्था में जुटे 69 व्यवस्था प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर यह सुनिश्चित किया कि वह अपने सहयोगियों के साथ तालमेल रखते हुए अपने कर्तव्य का पूर्णता से निर्वाह करंे। 69 प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ चार- चार अन्य स्वयंसेवक अपनी भागीदारी निभाने का कार्य करेगें। इस कार्यक्रम में अलग-अलग आयामों को देखते सभी व्यवस्था प्रमुखों को पार्किंग से लेकर स्वागत कक्ष तक की जानकारी और तैयार रूपरेखा पर मुस्तैद रहने के लिए जिम्मेदारियां दी गई हैं।
बैठक के दौरान समरस गंगा महोत्सव में भागीदारी के लिए सामाजिक संस्थाओं के द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन, विद्यार्थियों के द्वारा पर्यावरण सहित संस्कृति व अन्य विषयों पर मॉडल, पांडाल की सुव्यवस्थित बैठक व्यवस्था, पत्रकारों के लिए प्रैस दीर्घा व इलैक्टोनिक मीडिया द्वारा बाईट लेने के लिए विशेष कक्ष का प्रबंध, स्वंयसेवकों द्वारा व्यायाम, खिलाडियों का सम्मान, महिलाओं की बैठक व्यवस्था के लिए राष्ट्रीय सेविका समिति, 2100 महिलाएं कलश यात्रा के साथ, 1100 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में, पूर्व सैनिकों के लिए बैठनें की सुव्यवस्था, पांच चरणों में वाहन पार्किगं, ढोंल नगाडों के साथ शहीद कलश लेकर आने वाले परिवार, दोपहिया, चौपहिया व बड़े वाहनों के लिए अलग-अलग स्थानों पर पार्किग की व्यवस्था आदि को देखने के लिए 350 स्वयंसेवकों को जिम्मेदारियां दी गई हैं।
बैठक में सभी खण्डों से शहीद के गांवों से आने वाले कलश के लिए भारत माता का मंदिर व शहीद परिवारों के लिए विशेष व्यवस्था पर भी चर्चा हुई और पूर्व सैनिक के लिए पांडाल में विशेष कक्ष, 32 मंदिरों से आने वाली कलश यात्राओं के लिए स्वयंसेवकों की भूमिका, दादा कान्हा, संत रविदास सहित पांच झांकियां के लिए सुव्यवस्थित रचना पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर जिला कारवाह वेद प्रकाश, प्रचार व्यवस्था प्रमुख विष्णु चौहान, मुरारी लाल, अजीत, होडल नगर संघ चालक गोपाल सिंह, नगर कारवाह राकेश कुमार, महेन्द्र सिंह, खंड कारवाह मोहन राम, जिला बौद्धिक प्रमुख जगवत सिंह, हथीन खंड कारवाह जयंत कुमार, सतीश कुमार, ग्राम विकाश प्रमुख शिवकुमार, अलावलपुर से खंड कारवाह हुकम सिंह, उदयभान, कर्नल समरसिंह, सूवेदार मेजर महावीर सिंह, कैप्टन वेदपाल, हसनपुर खंड शारीरिक प्रमुख मनोज कुमार, लाखन सिंह, कपूर चंद, प्रवीन ग्रोवर, पांडाल व्यवस्था प्रमुख अतुल मंगला, प्रवीन गर्ग, विजेन्द्र मंगला, शैलेन्द्र, कर्नल दयाराम, कैप्टन बी.एस.पोसवाल, सुरेन्द्र कुमार, राजकुमार, प्रेमसिंह,पृथ्वीराज, सतवीर सिंह, के.डी.गौतम, के.पी. सिंह, सतीश कौशिक, दुर्गा, नगर कारवाह भारत, जितेन्द्र कुमार, भोजन व्यवस्था प्रमुख नीरज कुमार, अर्जुन शास्त्री, शान्तनु, शक्ति वर्मा, सतीश, सुनील कुमार, रामअवतार, नरेश कुमार कुमार सहित सभी सरमस गंगा व्यवस्था प्रमुख मौजूद थे।
IIAG ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में “राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन
Vinod Vaishnav | आज के वैज्ञानिक युग में ज्योतिष का महत्व निरंतर बढ़ता जा रहा है| नित-नूतन ज्योतिष के क्षेत्र में अनुसन्धान हो रहे है| इसी कड़ी में IIAG ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में “राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन” सेक्टर-9, डी.सी. मॉडल स्कूल के सभागार में आयोजित किया गया|संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पंडित मूलचंद शर्मा विधायक के.पी. शिरोमणि रविन्द्रनाथ चतुर्वेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त शर्मा के द्वारा दीपशिखा प्रज्जवलित करके किया| इस सम्मेलन में देश के अनेक राज्यों से शोधार्थी, ज्योतिष विद्यार्थी, वास्तु विशेषज्ञ, परामनोवैज्ञानिक एवम् अध्यात्मिक मनीषीगण एकत्रित हुए|सम्मेलन में मुख्य विषय रहा “ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभूत व्यवाहरिक सूत्र”! संगोष्ठी में ज्योतिष के भिन्न-भिन्न विषय सन्तान, विवाह, रोग एवम् व्यवसाय आदि को लेकर मुख्य चर्चा की गई| विशेष रूप से कृष्णमूर्ति पद्धति ज्योतिष पर अनेक वक्ताओं ने प्रकाश डाला| इस अवसर पर संगोष्ठी का “बीज वक्तव्य” ज्योतिष भास्कर पी.पी.एस राणा ने प्रस्तुत किया| जिसमे उन्होंने प्रश्न शास्त्र के विषय में प्रकाश डालते हुए कहा जातक के दो प्रकार के अदृढ कर्मज और दृढ कर्मज पहले वालों का कही हद तक उपचार किया जा सकता है मगर दुसरे कर्म तो अवश्य ही भोगने होंगे| मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुरेश चन्द्र मिश्रा वैदिक ज्योतिष पर प्रकाश डालते हुए कहा जन्म कुंडली का सही आकलन वही देवज्ञ कर सकता हैं जो पंचांग तिथि, नक्षत्र, योग, करण वार को पूर्ण रूप से जानकर भविष्य कथन करता हैं|कंप्यूटर युग में आज के ज्योतिषियों ने महत्व देना कम कर दिया हैं जिसके चलते भविष्य कथन सही प्रकार से नही कर पाता| पंचांग का अध्ययन जड़ में पानी देना हैं| संगोष्ठी के प्रथम सत्र में डॉ. किशोर घिल्दियाल ने जैमिनी ज्योतिष में कारकंश लग्न की भूमिका, ज्योतिष आचार्य भारत भूषण ने ज्योतिष के माध्यम से रोग और उपाय, 12 वर्षीय ज्योतिषी भव्या चतुर्वेदी का वक्तव्य के. पी. ज्योतिष को 5 मिनट में कैसे सीखे काफी प्रभावी रहा| अमर चतुर्वेदी ने बताया शारीरिक, मानसिक रोगों को रेकी, हीलिंग एवम् चक्रों के माध्यम से कैसे सही किया जा सकता हैं|दितीय सत्र के मुख्य वक्ता कृष्णमूर्ति पद्धति के विशेषज्ञ रविन्द्रनाथ चतुर्वेदी ने कृष्णमूर्ति पद्धति पर प्रकाश डालते हुए कहा यह ज्योतिष दिनों और घंटो में भविष्य कथन कहने में सक्षम हैं| पाराशर ज्योतिष में ग्रह को आधार मानकर भविष्य कहा जाता हैं जिसका भविष्य कथन स्थूल हैं जबकि इसमें ग्रहों से सूक्ष्म नक्षत्र, नक्षत्र का भी नवांश और उसके बाद नक्षत्रांश से भी परे जाकर घटनाओं की बारीकी में जा सकते हैं| प्रसिदध ज्योतिष डी. के. गुप्ता ने भी जन्म कुंडली में अशुद्ध समय को शुद्ध कैसे किया जाता हैं इस विषय का प्रयोग करके दिखाया| इस अवसर पर IIAG के निदेशक डॉ. यज्ञदत्त शर्मा ने वैदिक ज्योतिष व कृष्णमूर्ति पद्धति पर आधारित बने “नक्षत्र गोल्ड सॉफ्टवेयर” का प्रदर्शन करके दिखाया और बताया कि हमारा लक्ष्य है कि इस सोफ्टवेयर के जरिए आम व्यक्ति भी आसानी से सिख कर जीवन की घटनाओं के बारे में जान सके| संगोष्ठी संयोजक डॉ. बांकेबिहारी ने कविता के माध्यम से ज्योतिष के ज्योतिष के सूत्रों को प्रस्तुत किया ताकि आम जन्न आसानी से याद कर सके| उन्होंने बताया इस संगोष्ठी के जरिये ज्योतिष और अन्य विषयों के विद्वानों को बुलाकर उनके जीवन के अनुभवों और अर्जित ज्ञान को एक सम्मेलन के माध्यम से ज्योतिष के शोधार्थी और विद्यार्थियों के ज्ञान को नव नूतन और संवर्धन कराना रहा है|समापन समारोह में मुख्य अतिथि पंडित टेकचंद शर्मा संगोष्ठी के आयोजक ज्योति जिंदल,सुभाष गुप्ता, शरद गोयल,वी. के. गोयल व पूनम गोयल द्वारा संगोष्ठी के प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवम् प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए| इस अवसर पर मुख्य रूप से संगोष्ठी के प्रतिभागियों व् मास्टर विशनदत्त पन्हैडा, ज्योतिषाचार्य पंडित परशुराम, देवदत्त शर्मा, सॉफ्टवेयर इं. मुकेश गुप्ता, प्रो. मुकेश गोयल, प्रवीण शर्मा,ज्योतिषाचार्य मोहिनी, ज्योति, मीनू शर्मा, पंडित भगवत प्रसाद शर्मा, राकेश जी, धर्म चौधरी, अनिल जी व IIAG के सदस्यों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया|
प्रभास के प्रसंशको की तादाद उत्तर भारत में है सबसे ज़्यादा
फिल्म को उत्तर भारत से ढेर सारा प्यार प्राप्त हुआ था और इसी के साथ प्रभास के प्रशंसकों की होड़ और सीमाओं में भी इज़ाफ़ा देखने मिला था। बाहुबली फ्रैंचाइज़ी की सफलता के कारण, प्रभास अब भारत के जाना माना नाम और सबसे प्रसिद्ध चेहरा बन गए है।पंजाब में मोगा के नीलम नोवा सिनेमा के प्रबंधक राजकुमार ठाकुर ने कहा,“- बाहुबली स्टार प्रभास ने उत्तरी क्षेत्र में प्रसंशको का एक बड़ा सा हुजूम अपने नाम कर लिया है। कुछ ऐसा, जिसे हमने कुछ समय से नहीं देखा है। बेहद कम समय की सीमा में प्रभास एक बड़ा स्टार बन गए है और अभिनेता ने बखूबी बॉक्स ऑफिस को भी अपनी तरफ आकर्षित कर लिया है। बाहुबली की सनक पंजाब में हर एक दर्शक तक पहुंच चुकी है, यहाँ तक कि दर्शकों ने मुझ से पूछताछ की है कि प्रभास की अगली फिल्म बड़े पर्दे पर कब आएगीं।”आगे उन्होंने कहा,”बाहुबली के कारण, प्रशंसकों ने प्रभास की पिछली फिल्मों को भी देखना शुरू कर दिया है। प्रभास की डिमांड अब कई गुना बढ़ गयी है।”वर्तमान में, अभिनेता श्रद्धा कपूर के साथ अपनी आगामी फिल्म साहो की तैयारी कर रहे है।
राष्ट्रीय किकबाक्सिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए फरीदाबाद की टीम रवाना: सुनील
फरीदाबाद Vinod Vaishnav। क्रिक बाक्सिंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया (केएफआई) द्वारा पाटलीपुर स्पोर्टस काम्पलैक्स पटना बिहार में राष्ट्रीय किकबाक्सिंग प्रतियेागिता 2017 का आयोजन 27 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक आयोजित किया जा रहा है जिसमें फरीदाबाद से लगभग 50 से अधिक खिलाडी हिस्सा लेने जा रहे है यह जानकारी किक बाक्सिंग एसोसिएशन फरीदाबाद के महासचिव राम भण्डारी एवं कोच सुनील राजपूत ने देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता में पूरे ही देश से खिलाड़ी हिस्सा लेने आ रहे है। फरीदाबाद से 6 वर्ष से 40 वर्ष तक के खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले रहे है जो कि किक बाक्सिंग एसोएिशन ऑफ फरीदाबाद के नेतृतव में पटना के लिए रवाना हो रहे हैं।
भण्डारी व सुनील ने बताया कि आध्या वशिष्ठ, युवी राजपूत, सिया बजाज, कमलप्रीत कौर, मायशा राय, अविका मांगलिक, वानया दलाल, एकाग्र राजपूत, माहिर, अभिनव पासवान, अनिशा झा, रूद्रा शर्मा, वैकेंटश वारहन सीएस, अबिर सत्यजीत सिंह, सैमुयल अलवारिस, मोक्ष शर्मा, विशाल, हर्षिता जमदागनी, अनुष्का भट्टाचार्य, आरती, दिवांयशी सांची, भूमिका वर्मा, हरजोत सिंह, अभिषेक वैद, चंदन, उदयन मोंगा, अनमोल जोशी, बादल, आशीष रघुवंशी, रंजीत कुमार झा, अशमी सैनी, प्रीति, पूजा, अंजू, फरहान खान, गौरव भारद्वाज, वंश, डोमोनिक एलवर्स, गनेश कुमार, चेतन प्रकाश तंवर, विपुन डुडेजा, ललित, विवेक, आशीष सेठ है जो कि इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे है। इनके साथ रैफरी राम भण्डारी, राजन, संतोष थापा, अजय सैनी, रोहित, कामनी सेठी, निशा सोनी, दिव्या, कोच सुनील कुमार राजपूत एवं टीम मैनेजर आमिर खान उनके साथ जायेंगे।
कोच सुनील कुमार राजपूत ने बताया कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हमारी जो टीम यहां से जा रही है वह इस प्रतियोगिता में अवश्य की कई पदको पर अपना कब्जा जमायेगी। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा दिया गया प्रशिक्षण इन सभी के लिए मील का पत्थर साबित होगा इसका हमें पूर्ण विश्वास है।