Monday, December 11th, 2017

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Posted by: | Posted on: December 11, 2017

बीकॉम और एमकॉम पास युवाओं के लिए कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल का बड़ा एलान

फरीदाबाद Vinod Vaishnav : जीएसटी बड़े आर्थिक सुधार के साथ युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा माध्यम बनने जा रहा है । ये दावा उद्योग एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल ने फरीदाबाद में किया जहां उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार हजारों युवाओं को जीएसटी ट्रेनिंग देने जा रही है जिसकी शुरूआत 15 दिसबंर से हिसार में होगी। पहले चरण में 18 दिन की ये जीएसटी ट्रेनिंग हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय के द्वारा दी जाएगी जिसके माध्यम से 75 जीएसटी मास्टर ट्रेनर और 1000 जीएसटी अकाउंट असिस्टेंट को तैयार किया जाएगा। विपुल गोयल ने बताया कि इस योजना के तहत सक्षम युवा योजना में पंजीकृत बीकॉम और एमकॉम पास युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे उनके लिए रोजगार पाने का सुनहरा मौका होगा। उन्होने कहा कि इस योजना से हजारों युवाओं के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त होगा तो औद्योगिक इकाइयों को भी स्किल्ड स्टाफ मिल पाएगा। विपुल गोयल ने दावा किया आने वाले कुछ समय में ही रोजगार परक शिक्षा के जरिए हरियाणा स्किल डेवलेपमेंट और रोजगार के अवसर पैदा करने में पूरे देश में पहले पायदान पर होगा। उन्होने कहा कि युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा कौशल विकास विश्वविद्यालय औद्योगिक इकाइयों और विश्वविद्यालयों के साथ लगातार एमओयू साइन कर रहा है और हरियाणा के सभी विश्व विद्यालयों के साथ साथ हरियाणा सरकार दूसरे राज्यों के साथ भी तकनीकी शिक्षा और स्किल ट्रेनिंग सांझा करने के लिए तैयार है। विपुल गोयल ने कहा कि छोटे छोटे कोर्स के जरिए नौकरी और स्वरोजगार दोनों को राज्य में बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होने कहा कि जल्द ही इस विश्वविद्यालय में आईटीआई पास युवाओं को ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने का भी मौका मिलेगा जिससे वो सिर्फ मजदूर ना होकर बड़े पदों पर भी नौकरी कर पाएंगे। उन्होने कहा कि हरियाणा कौशल विकास विश्वविद्यालय बनाने वाला देश का पहला राज्य है और युवाओं का मुकद्दर बदलने के लिए इसे एक आदर्श विश्वविद्यालय बनाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

Posted by: | Posted on: December 11, 2017

मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल, चार्मवुड ने अपने वरिष्ट्र बच्चों को किया पुरस्कृत

फरीदाबाद Vinod Vaishnav |चार्मवुड के प्राथमिक और वरिष्ठ विंग्स के पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन स्कूल के विभिन बच्चों को अकादमिक, को स्कॉलैस्टिक और खेल के क्षेत्र में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत करने के लिए किया गया।

इस समारोह का उद्देश्य विद्वानों द्वारा कड़ी मेहनत की सराहना करने और अन्य छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए था। डॉ अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, मानव रचना शैक्षिक संस्थान (एमआरईआई); सुश्री गोल्डी मल्होत्रा, निदेशक प्रशासन, एमआरआईएस; श्रीमती संयोगिता शर्मा, निदेशक प्रिंसिपल, एमआरआईएस और एमआरआईएस की अन्य शाखाओं के प्रिंसिपल इस अवसर पर उपस्तिथ रहे।

प्रोग्राम की शुरुआत श्लोको द्वारा की गयी। प्राइमरी विंग के छात्रों ने महाराष्ट्रीय लोक नृत्य के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के लिए अपना सम्मान व्यक्त किया और इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

डॉ अमित भल्ला, सुश्री गोल्डी मल्होत्रा ​​और श्रीमती अर्पिता चक्रवर्ती ने 3 ऑल राउंडर विद्यार्थियों, 23 अकादमिक और बाहरी परीक्षा उच्च सफलताओं, और प्राथमिक विंग के 37 खेल प्राप्तकर्ताओं का सत्कार किया। अक्षोभ्य तनेजा, दिव्यंश भारती और आद्या शर्मा (कक्षा पांच ) को प्राथमिक विंग से स्कूल ऑल राउंडर्स घोषित किया गया था।

मध्य विंग से भी, एमआरआईएस ने खेल में 23 उच्च शिक्षार्थी, 6 शिक्षाविद में, और 12 सह-शैक्षिक उपलब्धियों में सम्मानित किया है। ग्रेड 6 से जयदेव सिंह परहार ने शिक्षा के क्षेत्र में 98.14 के साथ कैम्ब्रिज केईटी परीक्षा में प्रवेश किया, मणि मेहंदीरत्ता ने अकादमिक्स में 97.45% के साथ CBSE National Pistol U-14 Shooting में स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही, एमआरआईएस को गर्व है-सारा बनर्जी जो सुरॉन का उत्सव में तीसरे स्थान पर रहीं और ध्रति लड्डा जो विभिन्न एफएम चैनलों के साथ ऑडिशन में कामयाब रही।

सीनियर विंग से शीर्ष शैक्षणिक उपलब्धियों में शुभम शर्मा (गैर-मेडिकल में 97% अंकों का औसत), सोनी गुप्ता (96% का कुल मिलाकर मेडिकल स्ट्रीम में टॉप), और अनुज शर्मा जो वाणिज्य धारा में सबसे ऊपर है, 96% । इसके साथ ही, स्कूल में खेलों में स्वर्ण और कांस्य पदक विजेताओं की लंबी सूची है ।

सभी छात्रों की सराहना करते हुए; डॉ अमित भल्ला ने नैतिकता और मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा: “बच्चे अपने परिवारों और शिक्षकों के स्कूल में बड़ों के मूल्यों का प्रतीक हैं। इन मूल्यों को अत्यंत प्रेम और स्नेह के साथ रखने के लिए यह हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है “।

यह समारोह एक बड़ी सफलता थी और स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती अर्पिता चक्रवर्ती द्वारा धन्यवाद के वोट के साथ संपन्न हुआ। उन्होंने सभी छात्रों और उनके माता-पिता को बधाई दी और इस समारोह का हिस्सा बनने वाले हर किसी का धन्यवाद किया।

Posted by: | Posted on: December 11, 2017

स्माइल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल फॉर चिल्ड्रन एंड यूथ के तीसरे संस्करण की शुरुआत फिल्म एक्ट्रेस रवीना टंडन ने की

Vinod Vaishnav Delhi | स्माइल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल फॉर चिल्ड्रन एंड यूथ’ (सिफ्सी) के तीसरे संस्करण का अनावरण आज राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एक्ट्रेस श्रीमती रवीना टंडन की सम्मानित उपस्थिति में किया गया; जिनके साथ शांतनु मिश्रा, स्माइल फाउंडेशन के एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी और चेयरमैन — सिफ्सी और जीतेन्द्र मिश्रा, फेस्टिवल डायरेक्टर — सिफ्सी भी उपस्थित थे। आज से शुरू होने वाला एक सप्ताह लंबा यह फेस्टिवल १७ दिसंबर २०१७ तक सीरीफोर्ट, नई दिल्ली में चलेगा।

प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय जूरी के अतिरिक्त इस साल सिफ्सी में युवा जूरी बोर्ड भी है जिसमें बच्चों ने फिल्मों के चयन में अपने सुझाव दिए हैं। अंतर्राष्ट्रीय जूरी में काराकुम और माई फ्रेंड रैफी के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता श्री एरेंड आग्थे (जर्मनी); यूरोपियन चिल्ड्रंस फिल्म एसोसिएशन के चीफ—एडिटर श्री गर्ट हर्मन्स (बेल्जियम); जूनियर फेस्ट की फेस्टिवल डायरेक्टर सुश्री जुडिटा सोकुपोवा (चेक गणराज्य), शिक्षा विभाग की हेड, सिनेमाथेक और टेल अवीव इंटरनेशनल चिल्ड्रंस फिल्म फेस्टिवल की फेस्टिवल डायरेक्टर सुश्री माइकल मैटस (इजराइल) और अनुभवी फिल्म निर्माता और यूथ मीडिया एलायंस की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुश्री चेनटल बोवेन (कनाडा) एवं भारत के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता अनवर जमाल शामिल हैं। इस फिल्म फेस्टिवल के पैनल में फिल्म निर्माता सुश्री लौरी गॉर्डन (कनाडा); फिल्म डायरेक्टर — मॉन्ट्रियाल एनिमेशन एफएफ और प्रवक्ता एवं ट्रेनर, लाइफ स्किल पैरेंटिंग २.० सुश्री मैनलेन कवर (यूएसए) शामिल हैं।

इस अवसर पर बात करते हुए, श्रीमती रवीना टंडन ने कहा, च्च्मैं आप सब की आभारी हूं कि आप हमारे अपने सिफ्सी के अनावरण की सुबह यहां पहुंचे, यह ऐसा फेस्टिवल है जिस पर बच्चों को बहुत गर्व होगा कि एक ऐसा फिल्म फेस्टिवल भी है, जो केवल और पूरी तरह से बच्चों के लिए है। मैं चाहती हूं कि बच्चे यह संकल्प लें कि वे यहां से जो कुछ भी सीखेंगे, उनका अनुसरण वे अपने दैनिक जीवन में भी करेंगे। फिल्में हमारे बच्चों को शिक्षित करना का सबसे अच्छा माध्यम है, और इसलिए मैं सिफ्सी को भी धन्यवाद करना चाहती हूं जिसने हमारे बच्चों में अच्छाई का संचार करने के लिए एक माध्यम के रूप में काम किया है, क्योंकि बच्चों के लिए क्या सही है और क्या गलत, यह बात उन्हें सिखाने का यह सही समय है। च्च्

श्री शांतनु मिश्रा, स्माइल फाउंडेशन के एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी और चेयरमैन — सिफ्सी ने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि सिफ्सी के माध्यम से, हम बच्चों व युवाओं की ऊर्जा को एक सकारात्मक तरीके में मार्ग दिखाने और सामाजिक परिवर्तन लाने की प्रक्रिया में उन्हें सक्रिय रूप से शामिल करने में सक्षम होंगे। सिफ्सी के पीछे का आइडिया इंफोटेनमेंट उद्योग में बढ़ती दिलचस्पी पैदा करने और उन्हें सहयोग देने के लिए फिल्म कार्यक्रमों का उत्कृष्ट मिश्रण डिजाइन करना है। इसमें वह प्रोग्रामिंग भी शामिल है जो विश्व सिनेमा के लिए दर्शकों को तैयार करती है, साथ ही करियर के विकास में फिल्मनिर्माताओं का सहयोग भी करना ताकि गंभीर परंतु प्रभावी सामाजिक संदेशों का प्रसार करने के लिए एक केन्द्रित रीति में इस शक्तिशाली माध्यम को और खोजा जा सके।”

श्री जीतेन्द्र मिश्रा, फेस्टिवल डायरेक्टर — सिफ्सी ने आगे कहा, ” सिफ्सी किसी भी पक्षपात के बिना युवा, आकांक्षी और स्वतंत्र लोगों के बीच एक अर्थपूर्ण सिनेमा में बढ़ती दिलचस्पी का प्रोत्साहित व समर्थित करने हेतु एक अनोखा प्लेटफार्म है। इस यह हम काफी सौभाग्यशाली रहे हैं कि हमें कई सारे अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी मिले, जिन्होंने विभिन्न सिनेमेटिक अनुभवों और संबंधित क्षमता निर्माण के वर्कशॉप्स के माध्यम से बच्चों और युवाओं का मनोरंजन करने, उन्हें शामिल, शिाक्षित और सशक्त करने की हमारी पहल की ओर अपना सहयोग बढ़ाया है। फिल्म निर्माण, सिनेमेटोग्राफी, साउंड डिजाइन, प्रोडक्शन डिजाइन, स्टोरी टेलिंग और फोटोग्राफी पर इंडस्ट्री के विशेषज्ञों द्वारा नियमित तकनीकी वर्कशॉप्स के अलावा, हमने ‘पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन’, ‘सड़क सुरक्षा’, ‘जीवन कौशल का विकास’ और सिनेमा की भूमिका पर पैनल चर्चा और फोरम्स का आयोजन भी किया है।”

मीकेमिन क्लिंकस्पूर द्वारा निर्देशित बेल्जियम, स्वीडन, नॉर्वे, नीडरलैंड द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित ‘क्लाउड बॉय’ के अलावा रीमा दास की भारतीय प्रोडक्शन ‘विलेज रॉकस्टार्स’ को इस एक हफ्ते लंबे फेस्टिवल के लिए ओपनिंग फिल्म के रूप में चुना गया है। ३० से ज्यादा देशों से १०० से ज्यादा फिल्मों को इस साल के फेस्टिवल में दर्शाया जाएगा जिसमें फीचर फिल्म, नॉन—फीचर, शॉर्ट व डॉक्यूमेंट्री और बच्चों द्वारा बनाई गई फिल्में शामिल हैं। सात दिनों तक चलने वाले, इस फेस्टिवल में एक छोटी बच्ची की आंखों से जंग के बारे में बनाई गई फिल्म ‘द डे माई फादर बिकेम अ बुश’, इरान की ‘नफास’ और ‘ग्लासेज़’ जैसे फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। दुनिया भर से बच्चों द्वारा बनाई गई २५ शॉर्ट फिल्मों को भी ‘टेक वान’ सेक्शन में दिखाया जाएगा। साथ ही, इस फेस्टिवल में फिल्म निर्माण, फोटोग्राफी, स्टोरीटेलिंग, आर्ट डिजाइन और अन्य क्षमता निर्माण गतिविधियों पर वर्कशॉप भी शामिल होगी। इस साल ऑस्कर की चयन समिति में शामिल रहने वाले पुरस्कार विजेता साउंड डिजाइनर अमृत प्रीतम दत्ता साउंड डिजाइन के वर्कशॉप का आयोजन करेंगे। साउथ एशियन चिल्ड्रंस सिनेमा फोरम की संस्थापिका मोनिका वाही द्वारा इस फिल्म कार्यक्रम को क्यूरेट किया जाएगा।
सिफ्सी जनता, खासतौर पर बच्चों व युवाओं को संवेदनशील बनाने, और समाज में बदलाव लाने की प्रक्रिया में उन्हें सक्रिय रूप से शामिल करने के लिए एक माध्यम के रूप में फिल्मों का प्रयोग करने के स्माइल फाउंडेशन के प्रयासों की झलक है।