Saturday, December 16th, 2017

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Posted by: | Posted on: December 16, 2017

एशियन अस्पताल द्वारा गांव अटाली में चैपाल मीटिंग आयोजित की

Vinod Vaishnav । एशियन अस्पताल द्वारा गांव अटाली में एक चैपाल मीटिंग का आयोजन किया गया। इसमें गांव के करीब 150 लोगों ने भाग लिया। इस दौरान एशियन अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डाॅ. पंकज हंस द्वारा लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई, और लोगों की ब्लड शुगर और रक्तचाप की निःशुल्क जांच व परामर्श भी दिया गया। इस दौरान डाॅ. पंकज हंस ने लोगों को हर्निया, बवासीर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर हमें अनेदखी नहीं करनली चाहिए, बल्कि तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि समय रहते बीमारी का पता चल सके और उसका समय पर इलाज कर बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके। इस मौके पर मनोज भाटी बीजेपी मण्डल, विधानसभा पृथला, अमित चैधरी, तारा चैधरी, राजपाल  शाहजहांपुर और रघुराज राठी छांयसा से मौजूद रहे।

 

Posted by: | Posted on: December 16, 2017

मानव रचना यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में प्रदान की गई डिग्रियां

फरीदाबाद Vinod Vaishnav |  मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) ने आज अपने कैम्‍पस में पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर गोदरेज इंडस्‍ट्रीज के एमडी श्री नादिर गोदरेजलाहती यूनिवर्सिटी ऑफ एप्‍लाइड साइंसफि‍नलैंड की पूर्व-अध्‍यक्ष डा. आऊती कैलीओनिनेनमानव रचना एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूशंस (एमआरईआई) की चीफ पैट्रन , श्रीमती सत्या भल्ला; अध्‍यक्ष डा. प्रशांत भल्ला, उपाध्‍यक्ष डा. अमित भल्ला; एमआरयू के कुलपति डा. संजय श्रीवास्‍तवएमआरयू की पीवीसी डा. मीनाक्षी खुरानाएमआरईआई के एडवाइजर डॉ प्रीतम सिंह; परफेक्ट ब्रेड के श्री एच के बत्रा; साइकोट्रोपिक्स इंडिया के श्री नवदीप चावला; एच सी सी आई के श्रीरवि वासुदेवा  और एमआरईआई के विभिन्‍न संस्‍थानों के डीन और डायरेक्‍टर्स भी उपस्थित थे कनवोकेशन की शुरुआत की घोषणा श्रीमती सत्या भल्ला ने की इस अवसर पर श्री नादिर गोदरेज और डॉ आऊती को फिलोसोफी  में आनरेरी डॉक्टरेट डिग्रीसे नवाज़ा गया। कॉन्वोकेशन के संस्करण ‘प्रतिबिम्ब ‘ का सभी दिग्गजों ने मिलकर उद्घाटन किया।  2017 बैच (एमबीएएमटेक और बीटेक कार्यक्रम) के 392 मेधावी छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। सभी क्षेत्रों में अनुकरणीय प्रदर्शन करने के लिए विशेष अवार्ड प्रदान किए गए। विशेष अवार्ड और मेडल के लिए चुने गए सभी विजेताओं का चयन एक अच्छी तरह से गठित प्रक्रिया के तहत किया गया थाजहां प्रत्‍येक छात्र के नामाकंन का मूल्‍यांकन डीन और डायरेक्‍टर्स की अध्‍यक्षता वाली कमेटी ने किया था। 

सुश्री राशि गुप्‍ता (इंफोर्मेशन टेक्‍नोलॉजी) ने सामुदायिक सेवा क्षेत्र में अपनी उत्‍कृष्‍ट काम के लिए संरक्षक अवार्ड हासिल किया। अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर उपलब्धि हासिल करने के लिए श्री तरुण सिंह (मैकेनिकल) को प्रेसिडेंट अवार्ड प्रदान किया गया। राष्‍ट्रीय स्‍तर पर उपलब्धि हासिल करने के लिए श्री अंजन कार (इलेक्‍ट्रोनिक्‍स) को वाइस प्रेसिडेंट मेडल से सम्‍मानित किया गया। श्री रोहित गोयल (मैकेनिकल) को उनके शैक्षणिक कौशल के लिए वाइस चांसलर मेडल से सम्मानित किया गया। वह बीटेक में टॉपर हैं। सुश्री श्‍वेता गोसैन (इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स) को शैक्षणिकखेल और अन्‍य गतिविधियों में उत्‍कृष्‍ट नेतृत्‍व क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए स्‍टूडेंट लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया गया।

लक्ष्‍य शर्मा (मैकेनिकल) को अनुसंधान के क्षेत्र में महक लांबा (कम्‍प्‍यूटर साइंस) को प्रोफेशनल कुशलता और अभिजीत सिंह (मैकेनिकल) को टेक विशेषज्ञ के तौर पर आउटस्‍टैंडिंग अचीवर’ घोषित किया गया। इस अवसर पर सभी कार्यक्रमों के टॉपर्स को भी सम्‍मानित किया गया।

इस अवसर पर एमआरईआई कैम्‍पस से मोबाईसी साईकिल को झंडी दिखाकर रवाना किया। मोबाईसी भारत का पहला डॉकलेस साईकिल शेयरिंग प्‍लेटफॉर्म है। मोबीसाई स्‍मार्ट बाइक्‍स’ इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स (आईओटी) लॉक और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ आती हैं मोबीसी के “स्मार्ट बाइक” चीजों के इंटरनेट (आईओटी) ताले और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ आते हैंजिससे रिमोट मैनेजमेंट और ट्रेसेबिलिटी को सक्षम बनाया जा सकता है। इन डॉकलेस बाइक्‍स को किराये पर लिया जा सकता है और कही भी पार्क किया जा सकता है। मोबीसाई साईकिल को अपनाने वाला एमआरईआई पहला प्राइवेट संस्‍थान है। एमआरईआई में साईकिलों को खड़ा करने के लिए एक सुनिश्चित स्‍थान कैम्‍पस को साफ और स्‍वस्‍थ रखने को सुनिश्चित करेगा।

Posted by: | Posted on: December 16, 2017

मोबाइसी ने मानव रचना यूनि​वर्सिटी के कैम्पस में अपनी स्मार्ट साइकिलों की शुरुआत की

फरीदाबाद, 16 दिसंबर, 2017: गुडगांव की ग्रीन टेक स्टार्टअप मोबाइसी ने फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में अपनी डॉकलेसस्मार्ट साइकिल्स की शुरुआत की। भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों के अनावारण में सहसंस्थापक आकाश गुप्ता और राशि अग्रवाल के साथ हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी उपस्थित थे। मोबाइसी ने आईओटी ताले और जीपीएस ट्रैकिंग से सुसज्जित 5,000 स्मार्ट साइकिलें सड़कों पर उतारकर अपने संचालन की शुरुआत की है।मोबाइसी के सहसंस्थापक आकाश गुप्ता ने कहा, “फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों को शुरू करके मैं काफी खुश हूं। इन साइकिलों को मोबाइसी ऐप के माध्यम से आसानी से किराए पर लिया जा सकता है और ये किसी दिक्कत के बिना हर रोज सफर करने वालों और विद्यार्थियों को छोटी दूरियां तय करने में मदद करने हेतु हैं। ये साइकिलें रोज सफर करने वालों को डॉकिंग स्टेशंस की उपलब्धता तक सीमित रहे बिना अपने सफर को पूरा करने की सहूलियत देती हैं। हमें उम्मीद है कि कई सारे राहगीरविद्यार्थी और फिटनेस प्रेमी अपने आसपास मौजूद इन स्मार्टडॉकलेस साइकिलों की उपलब्धता को पसंद करेंगे।मोबाइसी ने अपनी तरह के पहले साइकिलों के लिए उबेर मॉडल के साथ भारत में मोबिलिटी क्षेत्र को बदला है। प्रयोक्ता एंड्रॉयड प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध इसके मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके अपने आसपास में साइकिलों को खोज सकते हैं। प्रयोक्ता स्मार्ट बाइक्स को खोज सकते हैंक्यूआर कोड से साइकिल को अनलॉक कर सकते हैं और काम पूरा होने के बादसाइकिल को सुरक्षित रूप से आसपास पार्क कर सकते हैं – जिसमें गेटेड कम्यूनिटीनिजी कंपाउंड आदि शामिल नहीं है। भारत में हर जगह की कनेक्टिविटी की बड़ी समस्या को देखते हुएयह स्टार्टअप अपनी कभी भीकहीं भी उपलब्ध साइकिलों से 3-6 कि.मी. की अंतिम दूरी तक का सफर करने में प्रयोक्ताओं की मदद करता है।10 रुपए प्रति घंटे के सफरया उससे भी कम में मोबाइसी का वर्तमान मॉडल डॉकलेस साइकिलिंग को बेहद वहनीय बनाता है। मासिक योजना के तहतप्रयोक्ताओं को प्रति दिनघंटे के सफर के लिए 99 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके अलावाप्रयोक्ताओं को अपने आधार पहचान पत्र का प्रयोग करके साइन अप करना होगा और 999 रुपए के न्यूनतम प्रतिभूति जमा का भुगतान करना होगाजो पूर्णत: वापसी योग्य होगा। विद्यार्थियों के लिएयह प्रतिभूति जमा मात्र 499 रुपए है और साइनअप प्रक्रिया उनके कॉलेज के पहचान पत्र से पूरी की जाएगी।  भले ही यह केवल शुरुआत हैलेकिन स्टार्टप आगे काफी तेजी से वृद्धि करने का लक्ष्य बना रहा है। साइकिलों की मौजूदा संख्या को बढ़ाकर 50,000 करने के साथमोबाइसी अगले महीनों में 12 अन्य शहरों और अगले साल तक 20 प्रमुख शहरों में विस्तार करना चाहता है। 

Posted by: | Posted on: December 16, 2017

स्वामी प्रभुपाद जी की जीवनी बड़े पर्दे पर हुई रिलीज

फरीदाबाद Vinod Vaishnav ।पूरे विश्व को भगवान श्री कृष्ण की भक्ति का पाठ पढ़ाने वाले इस्कॉन के फाउंडर स्वामी आचार्य श्रीला प्रभुपाद जी की जीवनी पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘हरे कृष्ण’ शुक्रवार को बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है। इसे मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक रोहित शेट्टी के निर्देशन में तैयार किया गया है। फिल्म की अवधि 90 मिनट की है।
सेक्टर 37 इस्कॉन मंदिर के जीएम गोपेश्वर प्रभु ने बताया कि इस फिल्म में आचार्य श्रीला प्रभुपाद जी का विश्व में भगवान कृष्ण से लोगों को जोडऩे के अभियान के बारे में बताया गया है। इसमें संपूर्ण जीवन चरित्र का चित्रण किया गया है। इसके माध्यम से श्रद्धालुओं को इस्कॉन के सफर की जानकारी मिलेगी। किस तरह पूरे विश्व को भगवान कृष्ण के भक्ति से जोड़ा जा रहा है। इसके बारे में फिल्म के माध्यम से जानकारी मिलेगी। इस फिल्म के माध्यम से श्रद्धालुओं में आध्यात्मिक शक्ति जागृत होगी। उन्हें अपनी संस्कृति के जड़ों से जुडऩे का मौका मिलेगा। पुस्तक गीता में बताए गए जीवन जीने की कला से जुड़ेंगे। इस्कॉन की स्थापना श्रीला प्रभुपाद जी ने 1965 में की गई थी। पूरे विश्व में 650 इस्कॉन के सेंटर हैं। इसमें मंदिर, स्कूल व कॉलेज शामिल है। इस्कॉन अपनी स्थापना का 50 साल मना रहा है।