Wednesday, February 7th, 2018

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Posted by: | Posted on: February 7, 2018

97 लाख रूपए दिए जाएंगे शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडु के परिजनों को

चंडीगढ़( विनोद वैष्णव )- केन्द्रीय योजना, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज गुरुग्राम जिला के गांव रणसिका पहुंचकर रविवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी में शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडु के परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि उन्हें जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई तो नही की जा सकती परंतु इस दु:ख की घड़ी में सरकार पूरी तरह से परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि एलओसी पर स्थिति से सरकार अवगत है और सही समय पर पाकिस्तान को जवाब देकर कैप्टन कपिल कुंडु का बदला लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जब शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के घर पहुंचे तो उस समय कपिल की मां सुनीता देवी तथा दोनो बहनें सोनिया व काजल घर पर थी। मां और बहनों ने साहस दिखाया और बिना आंसू बहाए राव इंद्रजीत सिंह से बात की। राव इंद्रजीत सिंह ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार की तरफ से सहयोग और सहानुभूति के नाते जो भी मदद हो सकेगी वह शहीद के परिवार की जाएगी। आगे भी जब भी परिवार को जरूरत होगी, हम साथ खड़े मिलेगे। उन्होंने कपिल की मां श्रीमति सुनीता देवी को ढांढस बंधाते हुए कहा कि बहन जी, आप यह समझ लें कि जैसे मेरा भाई, बेटा गुजरा हो, मैं इस प्रकार से शहीद कैप्टन कपिल कुंडु को मान-सम्मान दिलवाने के लिए हरियाणा सरकार से पैरवी करूंगा। उन्होंंने कहा कि इस इलाके के होने के नाते कपिल का नाम रोशन करने में वे कोई कसर नहीं छोड़ेगे। शहीद की मां ने राव इंद्रजीत सिंह से कहा कि वे चाहती हैं कि उनके बेटे को रैंक के अनुसार सम्मान मिले और जिस सम्मान के साथ वह जीया, वह सम्मान उसका आगे भी बरकरार रहे। इस पर राव इंद्रजीत सिंह ने उन्हें बताया कि भारत सरकार की तरफ से सेना अधिकारी के बीमा राशि के तौर पर 60 लाख रूपए, 35 लाख रूपए अनुग्रह राशि तथा 2 लाख रूपए वैलफेयर फण्ड से, कुल मिलाकर 97 लाख रूपए परिवार को दिए जाएंगे। इसके अलावा, हरियाणा सरकार की नीति के अनुसार परिवार को 50 लाख रूपए राज्य सरकार देगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गांव रणसिका के राजकीय स्कूल का नाम शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के नाम पर किया जाएगा तथा गांव को आने वाली सडक़ व गांव खोड़ के बस अड्डे का नामकरण भी शहीद के नाम पर किया जाएगा। जहां तक ग्रामीणों द्वारा शहीद के नाम पर गांव रणसिका में स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा उनकी बहनों को सरकारी नौकरी देने की बात है, वे इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति में शहीद के परिवार से उसके बच्चे या भाई को नौकरी देने का प्रावधान तो है लेकिन कपिल की दोनो बहनें विवाहित हैं, ऐसे में नियम में बदलाव करना पड़ेगा, परंतु जब ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी राज्य में विवाहित बहन को नौकरी दी गई है तो उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो इन्हें भी नौकरी मिलनी चाहिए। उन्होंने माना कि शहीद कैप्टन कपिल कुंडु के नाम पर भव्य स्मारक बनना चाहिए। बाद में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इस तरह का परिवार नहीं देखा, जिसके बेटे ने दो दिन पहले ही शहादत दी हो और  उनका हौसला आज भी उसी प्रकार बुलंद है, जैसे उस समय था जब कपिल का सेना में बतौर अधिकारी  चयन हुआ था। राव इंद्रजीत सिंह ने ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं से भी अपील की कि वे कपिल के घर में बराबर आना जाना रखें ताकि उनकी मां को अकेलापन महसूस ना हो। अपने बेटे की यादों में खोई माता सुनीता ने राव इंद्रजीत सिंह को बताया कि वे सोचती हैं कि उनके बेटे को भगवान ने उमर इतनी कम क्यों दी, वे चाहती हैं कि उनका बेटा लंबे समय तक देश की सेवा करता। वे अपने बेटे को जनरल रावत के स्थान पर देखना चाहती थी। उन्होंने कहा कि मैं मानती ही नहीं थी कि कपिल मेरा बेटा है, वह तो देश का बेटा है। देश को जो वह दे गया, उसके लिए उसे सम्मान मिलना ही चाहिए। उन्होंने बताया कि कपिल इस क्षेत्र का पहला बच्चा था जो सेना में अफसर के तौर पर भर्ती हुआ था। वहीं पास बैठी बहन सोनिया ने कहा कि कपिल इज्जत व सम्मान के साथ पला-बढ़ा, सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि उसका सम्मान युगों-युगों तक रहे। गांव शेरपुर के स्कूल, जहां से कपिल ने शिक्षा हासिल की थी, की प्राचार्या भी वहीं मौजूद थी, उन्होंने भी कहा कि कपिल जब भी छुट्टी आता तो स्कूल आकर सभी विद्यार्थियों से मिलता था और अध्यापकों की इतनी इज्जत करता था कि उनके सामने बैठता तक नही था। इस मौके पर राव इंद्रजीत सिंह के साथ पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, गुरुग्राम नगर निगम की मेयर मधु आजाद, मेयर के पति अशोक आजाद, भाजपा नेता अनिल यादव, पटौदी के एसडीएम विवेक कालिया,एसीपी  वीर सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: February 7, 2018

42 वर्षीय महिला के पेट से निकाला 11किलो का ट्यूमर

( विनोद वैष्णव )। बढ़ती उम्र के साथ कुछ स्वास्थ्य समस्याएं होना एक आम बात होती है। ऐसे में इन परेशानियों को नजरअंदाज कर देना कभी-कभी बड़ी बीमारी का रूप धारण कर लेता है। ऐसा ही कुछ हुआ बड़कल निवासी (बदला हुआ नाम) सलमा के साथ। सलमा को तकरीबन एक साल से पेट दर्द की समस्या थी। इसके साथ ही धीरे-धीरे पेट फूलने लगा। पहले से ही डायबिटीज और हाइपरटेंशन से पीड़ित सलमा को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी। सलमा की इस हालत को देखते हुए उसके परिजनों ने उसका आल्ट्रासाउंड करवाया। आल्ट्रासाउंड कराने पर पता चला कि सलमा के पेट में बहुत बड़ी गांठ है। परिजन उसको लेकर एशियन अस्पताल पहंुचे।
एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल के कैंसर सर्जन डाॅ. रोहित नैय्यर ने सलमा का पेट सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। पेट सीटी से बात स्पष्ट हो गई कि सलमा के पेट में बहुत बड़ी गांठ थी। डाॅक्टर ने ट्यूमर की संभावना जताते हुए परिजनों की मरीज की स्थिति के बारे में जानकारी दी और तुरंत सर्जरी कराने की सलाह दी। परिजनों की स्वीकृति मिलने पर सर्जरी की गई। डाॅ. रोहित नैय्यर, डाॅ. थान सिंह तोमर  और डाॅ. विकास जैन सहित आॅन्कोलाॅजी टीम ने सफलतापूर्वक सर्जरी की। ढ़ाई घंटे की सर्जरी के दौरान मरीज के पेट से 30 बाई 28 सेंटीमीटर की 11 किलो का ट्यूमर निकाला। इसके अलावा बीमारी को बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से डाॅक्टरों ने मरीज की बच्चादानी और अंडकोश भी निकाला गया। ट्यूमर की जांच फ्रोजन सेक्शन (इस तकनीक के माध्यम से पता चल जाता है कि गांठ कैंसर की है या नहीं) से की गई, जिसकी रिपोर्ट आधे घंटे के भीतर आ गई।
डॉ. रोहित ने बताया कि यह सर्जरी बहुत जटिल सर्जरी थी। महिला को हाइपरटेंशन और डायबिटीज की समस्या थी और उम्रदराज होने के कारण यह समस्या निरंतर बढ़ रही थी। ट्यूमर लेफ्ट ओवरी (बाएं अंडकोश) की ओर से बढ़ रहा था और इसने लिवर को दबा दिया था। पेट को ऊपर की ओर धकेल रहा था, जिसके कारण मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सर्जरी के बाद अभी सलमा पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
Posted by: | Posted on: February 7, 2018

फैशन उद्योग की प्रमुख शख्सियतों के द्वारा दिल्ली रनवे सप्ताह 2018 का हुआ आयोजन

( विनोद वैष्णव )| देश की राजधानी दिल्ली में लॉन्च हुआ दिल्ली रनवे 2018 समाप्त हुआ जिसमें दुनिया भार के 18 डिजायनरों ने हिस्सा लिया. प्रशांत मजूमदार के द्वार स्थापित इस रनवे की मार्केटिंग दिपाली चनाना ने संभाली. उन्होंने अजीज अनवर द्वारा इन रनवे को इ-कॉमर्स पर बड़े फैशन और एपेल पोर्टल ‘गो ग्रैब’ की मदद से दुनिया भर को यह डिजाइन देखने का मौका मिला. राजदीप रॉय सह-स्थापक के तौर पर जुड़े रहे. शाम खान और मुस्कान ने शो को मैनेज किया. इसमें सरकारी, आर्ट और लग्जरी सेगमेंट मौजदू रहे.

Posted by: | Posted on: February 7, 2018

अक्षय कुमार, ट्विंकल खन्ना ने टीम के साथ देश की राजधानी में ‘पैड मैन’ फिल्म का प्रमोशन किया

( विनोद वैष्णव ) |बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार हाल ही में दिल्ली में अपनी आने वाली फिल्म पैडमैन के प्रमोशन के लिए दिखाई दिए. उनके साथ उनकी पत्नी ट्विंकल फिल्म की अभिनेत्री राधिका आप्टे और फिल्म के डायरेक्टर आर बल्कि भी मौजूद थे. इनके साथ ही अरुणाचलम मुरुगनथम भी मौजूद थे जिनके जीवन पर यह खास फिल्म बनाई गई है. सभी ने कैनॉट प्लेस के पीवीआर प्लाजा में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया और फिल्म का प्रमोशन किया.  आर बाल्की द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा मुख्य भूमिकाओं में सोनम कपूर और राधिका आपटे भी शामिल हैं. ट्विंकल खन्ना द्वारा निर्मित’ पैड मैन तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता अरुणाचलम मुरुगनंतम के जीवन से प्रेरित है. उनकी  कहानी को ट्विंकल खन्ना ने अपनी किताब लक्ष्मी प्रसाद की पुस्तक द लिजेंड में भी शामिल किया था. व्यापार से एक वेल्डर मुरुगनंतम को जब पता चलता है कि उनकी पत्नी, शांती पीरियड्स के वक्त गंदे कपड़ो का इस्तमाल करती है तो उन्होंने खुद पैड्स बनाने की ठान लेते है यह उन्हीं की कहानी.अक्षय कुमार फिल्म में अरुणाचलम मुरुगनंतम के रोल में दिखेंगे जिन्हें “इंडियाज मेनस्ट्रायल मैन” भी कहा जाता है. अक्षय ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि इस फिल्म के रिलीज होने के बाद, इस बॉयोलोजिकल सर्कल के बारे में लोगों को बात करने में कोई झिझक नहीं होगी. मुझे आशा है कि यह फिल्म समाज में बदलाव लाएगी. और मैं हमारी सरकार से अनुरोध करता हूं कि हमारे देश के ग्रामीण इलाकों में सैनिटरी नैपकिन नि: शुल्क मुहैया कराए.’ आगे उन्होंने कहा,” लोगों को इस प्राकृतिक चक्र के बारे में पता होना चाहिए, भारत में, 82% महिलाओं ने पैड का इस्तेमाल नहीं किया है,  मुझे यकीन है कि इस फिल्म को देखने के बाद लोगों में अच्छा बदलाव आएगा’. ट्विंकल खन्ना ने कहा, ‘सबसे बड़ी चुनौती इस फिल्म के लिए अक्षय को समझाने की थी, इसमें 9 महीने लग गए, यह एक शानदार फिल्म है, और इसके लिए निर्देशक बधाई के पात्र हैं. फिल्म का संगीत अमित त्रिवेदी ने दिया है, जबकि गीत मुहम्मद कौसर मुनीर ने लिखा है. पीरियड्स के  बारे जागरुकता फैलाने वाली यह फिल्म कोलंबिया पिक्चर्स के बैनर और मिसेज फनीबॉन्स मूवीज़ के बेनर के तले प्रदर्शित है और 9 फरवरी को रिलीज के लिए तैयार है.

Posted by: | Posted on: February 7, 2018

शस्त्र विद्या के महान गुरू थे भगवान परशुराम : पं. सुरेन्द्र बबली

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) : अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र बबली ने अपनी टीम के साथ फरीदाबाद से गांव कंसाला रोहतक में जाकर भगवान परशुराम मूर्ति की स्थापना की। फरीदाबाद के रहने वाले पूर्व फौजी प्रेमचंद गौड ने अपने पैतृक गांव रोहतक के कंसाला में भगवान परशुराम मूर्ति की स्थापना का कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें फरीदाबाद से सैंकड़ों परशुराम भक्तो नें अपनी श्रद्धा दिखाते हुए मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में पधारते हुए भगवान परशुराम मूर्ति की स्थापना की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम शस्त्र विद्या के महान गुरू थे। उन्होंने भीष्म, द्रोण व कर्ण को शस्त्र विद्या प्रदान की। उन्होंने अत्रि की पत्नी अनसूया, अगस्त्य की पत्नी लोपामुद्रा व अपने प्रिय शिष्य अकृतवण के सहयोग से विराट नारी-जागृति-अभियान का संचालन भी किया था। इस मौके पर महंत श्री शिवनाथ ने विधिवत रूप से मूर्ति स्थापना कराई। मूर्ति स्थापना में मुख्य रूप से मंदिर कमेटी के प्रधान सत्यनारायण, कर्मबीर उपप्रधान, सुरेश सचिव, धर्मबीर हैड कैशियर, ओमप्रकाश गौड कैशियर, ऋषि, बिरेन्द्र, महेन्द्र, धर्मसिंह, आनन्द सिंह, रामधारी, कृष्ण, नरेश पटवारी, सुरेश, महावत, सतबीर, जितेन्द्र (पप्पी), हरिओम शर्मा, रणधीर, सुरेन्द्र एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: February 7, 2018

हरियणा सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं :-डॉ० राकेश गुप्ता

चंडीगढ़, 7 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि हरियणा सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं, जिसके तहत सक्षम हरियाणा अभियान चलाया जा रहा है। 
वे आज प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों से विडियो कॉन्फ्रेस के माध्यम से शिक्षा विभाग के सक्षम हरियाणा कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लर्निंग एनहांसमैंट प्रोग्राम शुरू किए गए हैं। प्रदेश भर में 120 वट्सअप गु्रप भी बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से अध्यापकों को बेहत्तर शिक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत जिन ब्लाकों का रिजल्ट 80 प्रतिशत रहेगा उन्हें सक्षम ब्लाक में शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत अब तक पहले चरण में प्रदेश के नौ ब्लाकों को शामिल किया गया है तथा दूसरे चरण में प्रदेश के 24 ब्लाक शामिल हुए हैं।
डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि जिला उपायुक्त व एसडीएम प्रत्येक माह की 10 से 20 तारीख के बीच शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर योजना पर चल रहे काम की समीक्षा करें। इसी प्रकार, जिला शिक्षा अधिकारी भी समय-समय पर बैठक लेकर योजना के तहत चल रही प्रतिक्रियों की समीक्षा करें ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई से संबंधित बाधाओं को दूर किया जा सके और प्रदेश सरकार के सक्षम हरियाणा के सपने को साकार किया जा सके। इसके अलावा स्कूलों में होने वाली मॉर्निंग प्रेयर के दौरान बच्चों को किसी न किसी पाठ्यक्रम विषय के बारे में पढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 12 फरवरी तक सभी अतिरिक्त उपायुक्त एवं उपमंडलाधीशों द्वारा विद्यालयों की प्रस्तावित निगरानी विजिट करें तथा सभी प्रस्तावित मैंटरिंग विजिट भी पूर्ण की जाएं। 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले सभी बच्चों को अपनी कक्षा के स्तर के हिसाब से सक्षम बनाने के लिए कृत संकल्प हैं। 
डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी एवं अध्यापक यह सुनिश्चित करें कि आंतरिक मूल्यांकन के दौरान नकल पर पूर्ण अंकुश लगाया जाए। वास्तविक मूल्यांकन से ही बच्चों के शिक्षण स्तर का पता चल पाएगा, जिसके आधार पर ही उनके शिक्षण स्तर में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के साथ-साथ अध्यापकों को भी नकल न करने के अभियान के तहत मूल्यांकन के दौरान नकल न करने तथा नकल न करने देने की शपथ दिलाई जा रही है। 
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र के दौरान विद्यार्थियों को सत्र शुरू होने तक पुस्तकें उपलब्ध करवा दी जाएंगी। सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि 31 मार्च, 2018 तक सभी विद्यालयों में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पुस्तकें पहुंच जाएं। इसके लिए सभी अधिकारी 15 फरवरी तक पूरे आंकड़े उपलब्ध करवाएं क्योंकि इन्हीं आंकड़ों के आधार पर पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी मुख्याध्यापकों, प्राचार्यों एवं अध्यापक एवं अध्यापिकाओं को जागरूक करने सही सक्षम हरियाणा के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। 
क्रमांक-2018
 
चंडीगढ़, 7 फरवरी- हरियाणा में कलाकारों को सम्मान व पहचान देने व राज्य की कला एवं संस्कृति के पुनरूत्थान के उद्देश्य से सरकार ने गायन, वादन, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, रंगमंच, फोटोग्राफी, कार्टून कल्प, रेखाचित्र इत्यादि से सम्बन्धित सभी विधाओं में निपुण कलाकार, चाहें वह एकल हो या समूह जैसी लोक कलाओं के कलाकारों को हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के साथ स्वयं का पंजीकरण करवाने के लिए कहा है। 
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्रीमती धीरा खण्डेलवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी तथा प्रफोर्मा प्राप्त करने के लिए ई-मेल artandculturalaffairshry@gmail.com पर या दूरभाष0172-5059158, 5059156, 5059155 अथवा सीधे कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा एस.सी.ओ. 29, द्वितीय तल, सेक्टर-7 सी, मध्यमार्ग चण्डीगढ़ में सम्पर्क कर सकते है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 मार्च, 2018 है। 
क्रमांक-2018
चंडीगढ़, 7 फरवरी- हरियाणा नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग द्वारा बैटरी सहित एलईडी सोलर स्ट्रीट लाईट लगवाने के लिए सभी गैर वाणिज्य संस्थानों, पंचायतों, जिला परिषद, पंचायत समिति, नगर परिषद और नगरपालिकाओं को विशेष अनुदान दिया जा रहा हैं। 
एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक एलईडी सोलर सोलर स्ट्रीट की कीमत लगभग 15 हजार रुपए है तथा इस पर हरियाणा सरकार द्वारा 4000 रूपए व भारत सरकार द्वारा 4500 रुपए का विशेष अनुदान गैर वाणिज्य संस्थानों/पंचायतों/जिला परिषद/पंचायत समिति/नगर परिषद/नगरपालिकाओं को देने का निर्णय लिया गया है।
        उन्होंने बताया कि पहले जो सोलर स्ट्रीट लाइट उपलब्ध करवाई जा रही थी, उसमें बैटरी चोरी का खतरा रहता था। अब विभाग द्धारा लिथियम बैटरी की जो सोलर स्ट्रीट लाईट उपलब्ध करवाई जा रही है, इसमें लिथियम बैटरी सोलर पैनल के अन्दर ही स्थापित रहती है। जिसमें बैटरी चोरी का खतरा नही रहता व यह लिथियम बैटरी रख -रखाव रहित हैं। यह बैटरी लगभग 4-5 वर्ष तक कार्य रहती है। इन सोलर स्ट्रीट लाइटों को शाम के समय जलाने की व सुबह के समय बंद करने की आवश्यकता नहीं होती हैं क्योंकि ये शाम के समय स्वंय ही जलने लगती है व सुबह के समय स्वंय बंद हो जाती हैं। 
उन्होंने बताया कि एक एलईडी सोलर, सोलर स्ट्रीट लाइट सिस्टम के लिए 6500 रूपए जमा करवाने होगें। जो भी गैर वाणिज्य संस्थानों/पंचायतों/जिला परिषद/पंचायत समिति/नगर परिषद/नगरपालिकाएं एलईडी सोलर स्ट्रीट लाइट लिथियम बैटरी सहित लगवाना चाहती हैं वे सम्बन्धित उपायुक्त एवं मुख्य परियोजना अधिकारी को उक्त राशि जमा करवा सकते है। 
क्रमांक-2018       
 
चंडीगढ़, 7 फरवरी- हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई सूक्ष्म सिंचाई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के अभूतपूर्व सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। धान की फसल के लिए किए गए एक प्रयोग में जहां सूक्ष्म सिंचाई करने से 42.3 प्रतिशत पानी की बचत हुई वहीं पैदावार में भी 11.65 प्रतिशत का फायदा हुआ है।
कृषि विभाग के एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत हरियाणा के नहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (काडा) द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना का पायलट प्रोजेक्ट 13 जिलों के 14 गांवों में स्थापित किया जा रहा है जिस पर कुल 24.65 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इससे करीब 2000 हैक्टेयर भूमि सिंचित करने का लक्ष्य है। इन 14 गांवों की 14 परियोजनाओं में से 8 परियोजनाओं पर कार्य पूरा हो चुका है व शेष योजनाओं को भी मई 2018 से पहले-पहले पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सूक्ष्म सिंचाई योजना में सूक्ष्म सिंचाई  के लिए किसानों को नहरी पानी प्रैशर के रूप में प्रदान किया जाएगा। यह देश की अपनी किस्म की पहली योजना है जिसमें सौर ऊर्जा और ग्रिड के माध्यम से ऊर्जा का आदान-प्रदान होगा। उन्होंने बताया कि बिजली की  निर्बाध आपूर्ति देने के लिए ये परियोजनाएं होटलाइन के द्वारा नजदीकी 11 के.वी लाइन से विद्युतीय ग्रिड सैंटर से जुड़ी रहेंगी। 
प्रवक्ता के अनुसार कुरूक्षेत्र जिला के संघौला माइनर पर इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए तीन एकड़ जमीन में धान की रोपाई की गई जिसमें एक एकड़ में फल्ड सिंचाई तथा 2 एकड़ में सूक्ष्म सिंचाई विधि द्वारा सिंचाई की गई। किसानों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। बाद में इसका अध्ययन काडा विभाग,किसानों एवं सूक्ष्म सिंचाई फसल विशेषज्ञों द्वारा किया गया जिसमें पाया गया कि सूक्ष्म सिंचाई करने से 42.3 प्रतिशत पानी की बचत हुई और पैदावार में भी 11.65 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।  हरियाणा सरकार ने इस योजना की सफलता से उत्साहित होकर अब सूक्ष्म सिंचाई के क्षेत्र को आगे बढ़ाते हुए कुल 10 लाख एकड़ नहरी क्षेत्र को अगले 4 वर्षों में यह सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के इस सराहनीय फैसले से जहां किसानों की लागत में कमी आएगी वहीं पैदावार भी बढ़ेगी।
क्रमांक-2018
 
चण्डीगढ़, 7 फरवरी – हज कमेटी इंडिया, मुम्बई ने हज-2018 के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु इच्छुक व्यक्तियों से 15 फरवरी,2018 तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं।
हरियाणा राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष श्री औरंगजेब ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए हज कमेटी इंडिया द्वारा मुम्बई स्थित हज हाउस में यह प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। इसके लिए राज्य हज कमेटी के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों से आवेदन मांगे गए हैं जिन्होंने हज किया हो, अंग्रेजी, उर्दू व हिन्दी भाषाओं का ज्ञान हो। आवेदक की आयु 50 वर्ष से अधिक न हो, उसे हज के अरकानात की अच्छी जानकारी  हो और कम्प्यूटर इत्यादि का भी ज्ञान हो। 
उन्होंने बताया कि ऐसे मुस्लिम व्यक्ति हज कमेटी इंडिया की वैबसाइट www.hajcommittee.gov.in पर 15 फरवरी,2018 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और अपने आवेदन की प्रति निर्धारित दस्तावेजों के साथ 21 फरवरी, 2018 को हरियाणा सिविल सचिवालय, चण्डीगढ़ स्थित कार्यकारी अधिकारी, हरियाणा राज्य हज कमेटी के कार्यालय में भिजवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए जाने वाले व्यक्तियों के ठहरने व खाने-पीने का प्रबंध तथा मुम्बई आने-जाने का खर्चा भी हज कमेटी इंडिया मुम्बई द्वारा किया जाएगा।  
क्रमांक – 2018
 
चंडीगढ़, 7 फरवरी- वर्तमान गन्ना पिराई मौसम के दौरान हरियाणा की सहकारी चीनी मिलों ने अब तक 210.05 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 19.93 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
        हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल ने सर्वाधिक 37.36 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.73 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, जबकि रोहतक सहकारी चीनी मिल ने 31.79 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.93 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, कैथल ने 21.02 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.00 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, सहकारी चीनी मिल, महम ने 20.91 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.95 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है तथा सहकारी चीनी मिल, करनाल ने 19.45 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.90 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
इसी प्रकार, सहकारी चीनी मिल, गोहाना ने 19.72 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.77 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, जींद ने 15.32 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.42 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, पानीपत ने 14.91 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.41 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, सोनीपत ने 15.19 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.46 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, पलवल ने 14.38 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.31 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
        उन्होंने बताया कि हैफेड चीनी मिल, असंध ने 18.77 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 1.70 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों में अब तक की औसत शुगर रिकवरी 9.73 प्रतिशत रही है।
 
चण्डीगढ़, 7 फरवरी- चरखी दादरी की मंडी हरियाणा प्रदेश की उन चार चुनिंदा मंडियों में शामिल हो गई है, जिन्हें पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना गया है। सरकार की योजना के अनुसार इन सभी मंडियों में राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नेम) प्रणाली को परिपूर्ण किया जायेगा। 
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी ने आज चरखी दादरी की अनाज मंडी के निरीक्षण के दौरान यह जानकारी दी। 
उन्होंने बताया कि हाल ही में केन्द्र सरकार ने प्रदेश की चार मंडियों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना है, जिनमें चरखी दादरी, करनाल, सोनीपत और सफीदों की मंडियां भी शामिल हैं। अब सरकार की योजना के अनुसार चरखी दादरी की मंडी में ई-नेम प्रणाली को परिपूर्ण किया जायेगा। वहां पर ई-प्रणाली के लिए फसल खरीद से संबंधित सभी आधुनिक उपकरण जल्द ही उपलब्ध करवाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि दादरी मंडी से जुडऩे वाले सभी किसानों को विभाग की ओर से पहचान पत्र उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।
मंडी के व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं पर श्री लिखी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडी की सभी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाए। मंडी में किसी बैंक की शाखा खुलवाने के लिए भी प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों व लोगों से मिलने वाले फीडबैक से ही समस्याओं का समाधान होता है।
इस अवसर पर दादरी के उपायुक्त श्री विजय कुमार सिदप्पा ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को दादरी मंडी में फसल का वजन करने से लेकर लैब टेस्ट, बोली व पेमेंट गेट-वे तक की सारी प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे हरियाणा में मार्केट फीस के रूप में सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व दादरी की मंडी से प्राप्त होता है। इस मंडी में कुल 186 वेंडर हैं और सभी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि दादरी की मंडी के साथ जिला के 23,000 किसान भी जुड़े हुए हैं। 
Posted by: | Posted on: February 7, 2018

जानिए एसीपी राजेश चेची के किस क्रांतिकारी कदम से बढ़ा हरियाणा पुलिस का सम्मान

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव /ब्रजेश भदौरिया )। अब तक हरियाणा पुलिस में लोगों से रिश्वत लेते हुए तो सुना होगा लेकिन किसी ने यह नहीं सुना होगा कि कोई अफसर अपनी मेहनत की कमाई को भी समाज के लिए खर्च करता हो। खासतौर पर अगर किसी पुलिस अफसर के घर में शादी है तो माना जाता है कि ज्यादा से ज्यादा शगुन इकट्ठा करने के लिए थोक के भाव में मोटे आसामियों को निमंत्रित किया गया है। निमंत्रण तो छोडि़ए कई भ्रष्ट पुलिस अफसर तो शादी के नाम पर पहले से ही बाजार में उगाही शुरू कर देते हैं कि उनके घर में शादी है और उसे फलां-फलां सामान गिफ्ट में चाहिए। आपको हैरानी होगी कि इस सारे मिथक को तोड़ते हुए हरियाणा पुलिस के एसीपी राजेश चेची ने अपनी बेटी की शादी में पूरे समाज व देश के सामने जो मिसाल कायम की है उस पर हरियाणा पुलिस के सभी अधिकारियों को गर्व होना चाहिए और इसके लिए प्रादेशिक स्तर पर एसीपी राजेश चेची को सम्मानित भी किया जाना चाहिए। जिससे अन्य अफसर भी इसी रास्ते पर आगे बढ़ सकें।
फरीदाबाद में एसीपी क्राइम राजेश चेची ने पिछले दिनों हरियाणा पुलिस के सम्मान को बढ़ाने के लिए दो महत्वपूर्ण कार्य किए। सबसे पहले उन्होंने उस केस के अभियुक्तों को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया जिन्होंने मथुरा रोड पर राजीव चौक के पास युवती का अपनी स्कार्पियो गाड़ी में अपहरण कर लिया और उसके साथ चलती गाड़ी में ही बलात्कार करके उसे सीकरी के पास लूटकर फेंक गए। यह मामला हरियाणा सरकार के ऊपर एक बदनुमा दाग था जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की इतनी किरकिरी हुई कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी का तबादला ही कर दिया। इस मामले में एसीपी क्राइम राजेश चेची ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दोषियों को मेवात से ढूंढ़ निकाला और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, तब जाकर सरकार विरोधियों के मुंह बंद हुए। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की शादी में एक ऐसी मिसाल कायम की जिसकी चर्चा पूरे एनसीआर में है।
एनसीआर में गुर्जर समुदाय अपने शादी विवाह में भारी लेन-देन के लिए जाना जाता है। इस समुदाय के अच्छे लोग इस बात से परेशान है कि उनके समाज के शादी विवाह में दिखावा इतना ज्यादा होने लगा है कि ईमानदार लोगों के लिए अपने बच्चों को ब्याहना काफी मुश्किल हो गया है जबकि समाज के प्रतिष्ठित सांसद, विधायक एवं मंत्री सामाजिक बुराईयों पर लगाम कसने की जगह इन बुराईयों को ओर ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं। इन परिस्थितियों में एसीपी राजेश चेची ने अपनी बेटी की शादी में लोगों को जो निमंत्रण भेजा उसमें लोगों से स्पष्ट कहा गया कि वे वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए आएं लेकिन कोई लिफाफा लेकर नहीं आएं। किसी भी प्रकार का कोई गिफ्ट अथवा रुपया स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा इस शादी में तिकोना पार्क स्थित एक अनाथालय के करीब 100 बच्चों को निमंत्रित किया गया था जिन्हें सोफों पर बैठाकर उनका विधिवत आदर सत्कार करके उन्हें खाना परोसा गया। बच्चों ने दुल्हा-दुल्हन के साथ फोटो भी खिंचवाए और डीजे पर खूब धमाल मचाया। इन बच्चों के लिए उनके जीवन का यह पहला नया अनुभव था।
एसीपी राजेश चेची द्वारा लोगों के मना करने के बावजूद भी लोग शगुन का लिफाफा देने से खुद को नहीं रोक पाए और उन्होंने श्री चेची पर दबाव बनाकर उन्हें शगुन के लिफाफे सौप दिए। लोगों के दबाव में उन्होंने कन्यादान तो स्वीकार कर लिया लेकिन कन्यादान के रूप में इकट्ठा हुए 10 लाख 75 हजार रुपए की पूरी धनराशि उन्होंने गरीब बच्चों को शिक्षित कर रही संस्था प्रयास को दान में दे दिए। प्रयास संस्था के अध्यक्ष ने एसीपी क्राइम को भरोसा दिलाया कि इस मदद से झुग्गी-झोपडिय़ों के 7 हजार बच्चों को शिक्षा दिलाने में काफी मदद मिलेगी। इतना ही नहीं एसीपी ने नचौली गांव से आए वधु के मामा द्वारा भात की रस्म में दिए गए 2 लाख 51 हजार रुपए वापस लौटा दिए और भात के रूप में केवल एक रुपया ही स्वीकार किया। लगन-सगाई और खांड कटोरा में मात्र 300 रुपए का लेन-देन हुआ और वधु पक्ष ने केवल फर्नीचर ही बतौर कन्यादान के रूप में वधु पक्ष को दिया। इस शादी की चर्चा पूरे एनसीआर में है और कहा जा रहा है कि एसीपी के इस कदम के लिए हरियाणा पुलिस को सामुहिक रूप से उनका सम्मान करना चाहिए, जिससे अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा मिल सके।
एसीपी राजेश चेची द्वारा बेटी की शादी में कायम की गई इस मिसाल से प्रेरित न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व बार प्रेसिडेंट एडवोकेट एल.एन. पाराशर ने कहा है कि वे इस बात की सराहना करते हैं कि हरियाणा पुलिस में अभी भी ऐसे अफसर हैं जो देश व समाज का मान-सम्मान बढ़ा रहे हैं। वे खुद भी एसीपी के इस कदम से खुश हैं कि वे अपने बेटे और भतीजे की शादी में कोई दहेज नहीं लेंगे और एसीपी की तरह दिखावा रहित शादी करके समाज में शुरू हुई इस नई मुहिम का हिस्सा बनेंगे। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी विजय कौशिक ने एसीपी क्राइम को उनकी बिटिया की शादी की मुबारकबाद देते हुए कहा कि उन्होंने समाज के लिए जो मिसाल कायम की है वह काबिले तारीफ है और इसका संदेश पूरे देश में जाना चाहिए जिससे देश के सभी लोग प्रेरणा ले सकें कि अगर समाज इन बुराईयों से खुद को दूर कर ले तो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा सार्थक हो सकेगा।

Posted by: | Posted on: February 7, 2018

शिक्षा से स्वस्थ एवं परिपूर्ण राज्य एवं राष्ट्र का विकास होता है :-महामहिम राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी

पलवल (विनोद वैष्णव /एसपी सिंह )। देश का भविष्य स्कूल, कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त कर विद्यार्थी देश के सर्वागिंण विकास में अहम भूमिका तय करते हैं। यह विचार बुधवार को  महामहिम राज्यपाल,हरियाणा प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी ने एम.वी.एन. विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मेघावी छात्रों को उपाधि प्रदान करते हुए  व्यक्त किए।  उन्होंने कहा कि शिक्षा व उच्च शिक्षा ही वह साधन है जिसके द्वारा देश व दुनिया की अद्यतन अपेक्षाओं  और आकाक्षांओं की चुनौतियों का सामना किया जा सकता है और विविध प्रकार की उच्च शिक्षाओं द्वारा ही अज्ञानरूपी अंधकार को प्रकाशित कर आदर्श समाज की स्थापना की जा सकती है। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि इस क्षेत्र में एमवीएन विश्वविद्यालय एक महत्वपूर्ण व सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। शिक्षा से स्वस्थ एवं परिपूर्ण राज्य एवं राष्ट्र का विकास होता है। समाज के साथ एकात्म होने के लिए शिक्षा ही सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। शिक्षा व्यक्ति एवं समाज में संवेदनशीलता उत्पन्न करती है। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी में भारत देश शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करते हुए पुन: विश्वगुरू बनने की राह पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि भारत में लगभग 819 विश्वविद्यालय है जिसमें कि हरियाणा प्रदेश में 48 विश्वविद्यालय हैं। हरियाणा प्रदेश के सोनीपत जिला में फूड टेक्रॉलॉजी विश्वविद्यालय एक ऐसा विश्वविद्यालय है जो विश्व में अपनी तरह का विश्वविद्यालय है।  इसी तरह जिला पलवल में विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय देश में प्रथम कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है। जिससे निकट भविष्य में हरियाणा राज्य भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रोल मॉडल बनेगा।महामहिम राज्यपाल ने कहा कि हर व्यक्ति को देश के प्रति समर्पित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा तब तक अधूरी है जब तक व्यक्ति में नैतिकता व समाज के प्रति संवेदनशिलता  उत्पन्न नही होगी। शिक्षा से मनुष्य का सर्वागिंण विकास होता है। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल जी द्वारा 02 रिसर्च स्कॉलरों, सुश्री आशु को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्रबंधन एवं श्री अंकित वर्मा को कम्प्यूटर साइंस में प्रदान की गयी। इसके अलावा अन्य 443 मेधावी छात्रों को अभियांत्रिकी, प्रबंधन, विधि, विज्ञान, वाणिज्य, कम्प्यूटर अनुप्रयोग आदि संकायों की उपाधि प्रदान की गयी। दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 03 छात्रों (मनीषा-एम.कॉम, घनश्याम -बी.टेक, श्यामसुन्दर-डिप्लोमा) को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री वरूण शर्मा, अध्यक्ष तथा एमवीएन संस्था की प्रबन्ध निदेशक श्रीमती कान्ता शर्मा ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों के भविष्य में सफल होने के लिए शुभकामनाएँ दी तथा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमती सन्तोष शर्मा एवं कुलपति डा0 जे.वी. देसाई को आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए एमवीएन संस्था की तरफ से संपूर्ण सहयोग दिया जायेगा।दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 जे.वी. देसाई ने विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि एमवीएन विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2012 में हरियाणा राज्य निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2006 के तहत जिला पलवल में हुई थी। विश्वविद्यालय की शुरूआत पांच संकायों अभियांत्रिक, प्रबंधन, वाणिज्य, विज्ञान संकाय, कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान संकाय के डिप्लोमा, स्नातक, परास्नातक, अनुसंधान आदि के पाठ्यक्रमों से हुई। वर्ष 2015-16 में विधि एवं संकाय की स्थापना की गई। वर्ष 2017.-18 में सम्बद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय की स्थापना की गई। आगामी सत्रों में आयुर्वेदिक विज्ञान, शिक्षा, वास्तुकला, कृषि विज्ञान एवं पराचिकित्सकीय आदि संकायों की स्थापना प्रस्तावित है। इस अवसर पर उपायुक्त मनीराम शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुलोचना गजराज, पलवल के उपमण्डल अधिकारी(ना.)एस. के. चहल, होडल की उपमण्डल अधिकारी(ना.),  प्रीति , पुलिस उपाधीक्षक अभिमन्यु, मोजीराम सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। दीक्षांत समारोह में एमवीएन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 राजीव रतन, उपकुलसचिव श्री दीपक मिश्रा, समस्त संकायों के संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष -डा0 जयशंकर प्रसाद, डा0 बदरूद्दीन, डा0 ज्योति गुप्ता, डा0 बिनीत सिंन्हा, डा0 ज्योति चावला, डा0 दिशा सचदेवा, डा0 सचिन गुप्ता, डा0 सुजीत, डा0 राहुल वाष्र्णेय, श्री तरूण विरमानी, श्री चन्द्रशेखर, डा0 वन्दना शर्मा, अध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं एमवीएन गु्रप ऑफ स्कूल के निदेशक श्री जे.पी. गौड़ अपने स्कूलों के प्रधान-अध्यापकगणों के साथ उपस्थित थे। https://www.youtube.com/watch?v=LkpeYbxTHiw&t=116s