Thursday, April 12th, 2018

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Posted by: | Posted on: April 12, 2018

माफी मांगे अन्यथा मानहानि के मुकद्दमे का सामना करने के लिए अनिल विज रहें तैयार-दुष्यंत

नई दिल्ली/हिसार( विनोद वैष्णव ) । इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को मानहानि का नोटिस भेजा है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अनिल विज ने उन पर व्यक्तिगत टिप्प्णी की है, जिससे उनकी छवि धूमिल हुई है। स्वास्थ्य मंत्री विज अपनी टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांगे अन्यथा अदालत की आगामी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्होंने लोकतांत्रित ढंग से प्रदेश में हुए दवा खरीद में घोटाले को उजगार किया था और भविष्य में इस मामले से जुड़े कई और अहम् खुलासे भी करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हुए वह हरियाणा की जनता के हित में विपक्षी पार्टी का सांसद के रूप में अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दवा घोटाले को लेकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री पर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की बल्कि उनसे दवा घोटाले की निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री का पदभार होने के नाते अनिल विज का यह दायित्व है, कि 300 करोड़ के घोटाले के आरोपों और जो तथ्य करोड़ों रूपये की दवा खरीद को लेकर उजागर किए हैं उनकी सीबीआई और कैग से जांच करवाएं ताकि प्रदेश की जनता के सामने सच्चाई आए। परन्तु अनिल विज ने दवा घोटाले के जांच के आदेश देने की बजाय सांसद दुष्यंत चौटाला पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर डाली। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अनिल विज सत्ता की खुमारी में डूबे हुए हैं और बौखलाहट में इस तरह के बयानबाजी कर प्रदेश की जनता का ध्यान दवा घोटाले से हटाना चाहते हैं। अनिल विज का इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना है।
यहां बता दें कि पिछले दिनों सांसद दुष्यंत द्वारा दिल्ली में दवा घोटाले को लेकर प्रैस कांफ्रैस में किए गए नए खुलासों के बाद अनिल विज ने जांच करवाने की बजाय कहा था कि दुष्यंत ड्रग्स लेते और उन्हें अपना इलाज करवाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने यह बयान जानबूझ कर दिया गया है जिससे कि दुष्यंत की छवि खराब हो।
दुष्यंत चौटाला ने मांग की है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इस बयान को न केवल वापस लें बल्कि इसके लिए बिना शर्त माफी मांगे अन्यथा वह अनिल विज के खिलाफ अदालत में मानहानि का मुकद्दमा दर्ज करेंगे। इनेलो सांसद ने कहा कि उन्होंने लीगल नोटिस प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को दिया है और वह नोटिस के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो वह उनके खिलाफअदालत में जाने को बाध्य हो जाएंगे।

Posted by: | Posted on: April 12, 2018

बेरोगारी के खिलाफ कब उपवास रखेंगे प्रधानमंत्री – तरुण तेवतिया 

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) |जिला युवा कांग्रेस फरीदाबाद के अध्यक्ष तरुण तेवतिया के नेतृत्व में युवा कांग्रेसियों द्वारा बल्लभगढ़ – सोहना रोड पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान युवाओं ने प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे उपवास को एक ड्रामा बताते हुए कहा कि वो बेरोजगारी, दलितों व महिलाओं व हो रहे अत्याचार व महंगाई से जनता का ध्यान भटाने के लिए इस तरह के आयोजन कर रहे हैं। मौके पर बेरोजगार युवाओं ने पकौड़े बेचकर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की।
मौके पर जिला अध्यक्ष तरुण तेवतिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी अध्यक्ष, मंत्री व अन्य नेताओं के साथ उपवास कर लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं। देश में बढ़ रही बेरोजगारी, दलितों पर हो रहे अत्याचार, महिला अपराध और बढ़ रही महंगाई के खिलाफ बोलने के लिए पीएम के पास समय नहीं है। वहीं दूसरी तरफ दिखावे के लिए इस तरह के आयोजन उनके द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश भर के युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहते हैं कि वो देश में बढ़ रही बेरोजगारी के खिलाफ उपवास कब रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह का दिखावा करने के अच्छा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहर लाल ने चुनावों के समय जनता से जो वायदे किए थे, पहले उन्हें पूरा करने की तरफ ध्यान दिया जाए।

Posted by: | Posted on: April 12, 2018

फिल्म नानक शाह फकीर का प्रसारण रोकने के लिए सभी सिख समुदाय के लोग एकत्रित होकर जिला उपायुक्त कार्यालय सैक्टर-12 पहुंचे

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) ।  सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली फिल्म नानक शाह फकीर का प्रसारण रोकने के लिए आज जिले के सभी सिख समुदाय के लोग सर्व गुरूद्वारा कमेटी के तत्वाधान में एकत्रित होकर जिला उपायुक्त कार्यालय सैक्टर-12 पहुंचे। इस अवसर पर कमेटी के महासचिव सरदार रविन्द्र सिंह राणा के नेतृत्व में फिल्म निर्देशक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जिला उपायुक्त के मार्फत महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द्र के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में श्री कोविन्द्र से मांग की है कि इस फिल्म के प्रसारण को पूरे भारत वर्ष में तुरन्त रोका जाए क्योंकि इस फिल्म में एक कलाकार को सिखों के प्रथम गुरू, गुरू नानक देव जी के रूप में दिखाया गया है। जोकि सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। आदरणीय सिख धर्म के सिद्धांत किसी भी परिस्थिति में किसी भी गुरू या गुरू के परिजन, मित्र संबंधी इत्यादि का वेष धारण करने की अनुमति नहीं देता। यहीं नहीं फिल्म में कई ऐसे दृश्य व अनर्गल बातें दिखाई गई है जो सिख पर�परा, संस्कृति, सिद्धांतों के प्रत्यक्ष रूप से खिलाफ है। यदि इस फिल्म का प्रसारण होता है तो देश का यह अल्पसं�यक वर्ग पूरी तरह से आहात होता है। श्री राणा ने बताया कि वह भी यह संविधान की धारा 25 से 28 की उल्लंघना है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से महामहिम से मांग की है कि फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने का तुरन्त अध्यादेश जारी किया जाए ताकि किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इसके बाद समस्त सिख संगत ने क्षेत्र के सभी मॉलों में बनाए गए सिनेमाघरों के प्रबंधकों को भी लिखित में इस फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की। इस अवसर पर सं. मनजीत सिंह चावला, बहादुरसिंह, वेद भाटिया, सुरेन्द्र सिंह, चरणजीत सिंह, गजेन्द्र सिंह, हरेन्द्र सिंह माटा, हरबचन सिंह, सुजीत सिंह, सुरेन्द्र सिंह, सुखदेव सिंह, अमरजीत वालिया, इन्द्र सिंह, आत्मा सिंह, जसविन्द्र सिंह, रूबि जितेन्द्र कौर, राजा काकू, शैंकी, सन्नी, हैप्पी सिंह सैकड़ों की तादाद में सिख संगत मौजूद थी।