Monday, May 14th, 2018

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Posted by: | Posted on: May 14, 2018

निर्देशक फराज हैदर ने मास्टर क्लास से जीकेएफटीआई के छात्रों को किया उत्साहित

( विनोद वैष्णव ) | गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (जीकेएफटीआई) के छात्रों के लिए यह एक बेहद खास दिन था, जिसमें शिक्षकों का उनके छात्र के साथ पुनर्मिलन हुआ। फिल्म ‘वॉर छोड़ ना यार’ (2014) और ‘नानू की जानू’ (2018) जैसी बॉक्स ऑफिस हिट फिल्म देने वाले बाॅलीवुड के प्रसिद्ध निर्देशक फराज हैदर यहां अपने शिक्षकों प्रोफेसर कल्याण सरकार ( जीकेएफटीआई के डीन) और जीकेएफटीआई के एसोसिएट प्रोफेसर मंसूर नकवी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने संस्थान आए। संस्थान में निर्देशक फराज हैदर के दिशा-निर्देश पर मास्टर-क्लास भी आयोजित किया गया, जिसमें उप्होंने छात्रों के साथ लंबी बातचीत की। यह एक ऐसा सत्र था, जो ज्ञान के शानदार शब्दों से भरपूर था, छात्रों के ज्ञान भंडार को समृद्ध करनेवाला था और उनके आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ानेवाला था। जिन छात्रों ने हाल ही में फराज की रिलीज फिल्म ‘नानू की जानू’ को देखा था, उन्होंने अपने सिनेमाई ज्ञान में वृद्धि करने के लिए निर्देशन, छायांकन और स्क्रिप्ट लेखन के संबंध में कई विचारोत्तेजक प्रश्न भी उनके समक्ष रखे थे। ऐसे में फराज हैदर ने भी अपने अनुभव के साथ संयुक्त तार्किक तर्क के साथ छात्रों के सभी जिज्ञासाओं एवं प्रश्नों का जवाब दिया। उन्होंने छात्रों के आत्मविश्वास को सही दिशा में स्थापित करने के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।अपनी सफलता के मंत्र के संबंध के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सफल होने के लिए धैर्य रखने के साथ ही इस संबंध में पूरा ज्ञान से सुसज्जित होने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कुछ आवश्यक चरित्र लक्षण भी सूचीबद्ध किए, जो मीडिया छात्रों के लिए आत्मविश्वास और गंभीरता का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए।फराज हैदर ने फिल्म उद्योग की कार्यप्रणाली  एवं कार्यशैली के बारे में भी छोत्रों को बताया। फराज ने संस्थान के सभी शिक्षकों से भी मुलाकात की और संकाय के युवा प्रतिभाशाली छात्रों की भी प्रशंसा की। उन्होंने गुलशन कुमार फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया परिसर का दौरा किया और यहां के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं से बहुत प्रभावित नजर आए। फराज हैदर ने छात्रों से कहा कि वे बेहद भाग्यशाली हैं और अच्छे शिक्षकों की छत्रछाया में ज्ञान हासिल कर रहे हैं। इस मौके पर टी-सीरीज के निदेशक विजय सचदेव ने फराज हैदर को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

Posted by: | Posted on: May 14, 2018

आमिर खान प्रशंसकों के बीच “कयामत से कयामत” तक की विशेष स्क्रीनिंग में हुए शरीक

( विनोद वैष्णव ) |अभिनेता आमिर खान ने हाल ही में अपनी पहली फिल्म “कयामत से कयामत तक” के साथ बॉलीवुड में 30 शानदार साल पूरे कर लिए है, और इसी खुशी में बीती शाम फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया था।कयामत से कयामत तक की स्क्रीनिंग एक लोकप्रिय रेडियो चैनल द्वारा आयोजित की गई थी जिसका प्रसारण प्रशंसकों की मौजूदगी में किया गया था।आमिर खान अपनी पत्नी किरण राव और कयामत से कयामत तक की सम्पूर्ण कास्ट के साथ इस खास स्क्रीनिंग में शामिल हुए थे।इस यादगार मौके पर आमिर खान, किरण राव, रीना दत्ता, बेटा जुनैद, निर्देशक मंसूर खान, दलीप ताहिल, राजेंद्रनाथ जुत्शी, गायक अल्का याग्निक, उदित नारायण और संगीतकार आनंद-मिलिंद मौजूद थे।फिल्म की यह स्क्रीनिंग सभी कलाकारों के लिए एक रीयूनियन की तरह थी जहाँ उन्होंने प्रशंसकों के साथ फिल्म से संबंधित विभिन्न किस्सों को साझा किया और इसके जरिये सभी को पुरानी मीठी यादों को एक बार फिर अपने जहन में ताज़ा करने का मौका मिला।इतना ही नहीं, आमिर खान फ़िल्म के प्रतिष्ठित गीत “अकेले है” को गुनगुनाते हुए नज़र आये जिसे मूल रूप से उदित नारायण ने अपनी मधुर आवाज़ से नवाज़ा था।इस अवसर पर निर्देशक मंसूर खान फ़िल्म कयामत से कयामत तक में आमिर खान के साथ काम करने के अपने पिछले अनुभवों को भी साझा करते हुए नज़र आये।इस स्क्रीनिंग में सिर्फ स्टारकास्ट नहीं बल्कि टैक्सी ड्राइवरों के एक समूह ने भी शिरकत की थी जो आमिर खान से मिलने और उनकी पहली फ़िल्म को एक बार फिर बड़ी स्क्रीन पर देखने के लिए विशेष तौर पर वहाँ उपस्थित थे।आमिर खान पिछले कुछ सालों में मिली प्रतिक्रिया से काफी अभिभूत थे और इस खुशी के अवसर पर वह अपने कुछ अनुभवों को भी साझा करते हुए नज़र आये।अभिनेता अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर इस स्क्रीनिंग में शरीक हुए। फ़िल्मो की बात करे तो, आमिर खान फिलहाल ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की शूटिंग में व्यस्त है।

Posted by: | Posted on: May 14, 2018

ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल में खसरा और रूबेला टीकाकरण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गुरुग्राम( विनोद वैष्णव )  : ब्लू बेल्स माडल स्कूल, सेक्टर -4 द्वारा आयोजित एक अभियान में खसरा और रूबेला के लिए 600 से अधिक छात्रों को टीका लगाया गया। स्कूल के छात्रों को टीकाकरण के लिए यह अभियान जिला शिक्षा अधिकारी, गुरुग्राम द्वारा जारी निर्देश के तहत आयोजित किया गया था।एमसीजी के संयुक्त आयुक्त  गौरव अंतिल,  ब्लू बेल्स ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स की निदेशिका डॉ. सरोज सुमन गुलाटी, डॉ. अराधाना (सिविल अस्पताल, गुड़गांव) और डॉ दीपशिखा अग्रवाल (सिविल अस्पताल) के साथ इस स्वास्थ्य अभियान का उद्घाटन किया |इस अभियान का उद्घाटन करते हुए, श्री गौरव अंतिल , संयुक्त आयुक्त, एमसीजी, गुरुग्राम ने कहा- “बच्चे भारत का भविष्य हैं और स्कूल हर बच्चे के लिए दूसरा घर है। घातक बीमारियों और स्वास्थ्य संबंधी खतरों के खिलाफ हर बच्चे की रक्षा के लिए यह हमारे स्कूल का कर्तव्य बन जाता है। मैं इस तरह की पहल के लिए ब्लू बेल्स स्कूल को बधाई देना चाहता हूं।“खसरा एक संक्रामक बीमारी है और एक संक्रमित व्यक्ति की खांसी और छींकने के माध्यम से फैलता है। खसरा बच्चों को निमोनिया, दस्त और मस्तिष्क संक्रमण जैसी खतरनाक जटिलताओं के द्वारा कमजोर बनाता है।वैश्विक स्तर पर, 2015 में खसरा से अनुमानित 1, 34,200 बच्चों की मौत हुयी जिसमें ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के थे । भारत में,अनुमानित 49,200 बच्चों की मौत हुयी |रूबेला एक संक्रामक है, आमतौर पर हल्का संक्रमण होता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं में संक्रमण होने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं,जिससे भ्रूण की मृत्यु हो जाती है या जन्मजात रूबेला सिंड्रोम (सीआरएस) के रूप में जाना जाता है। सीआरएस वाले बच्चे श्रवण हानि,आंख और हृदय दोष और अन्य आजीवन विकलांगता, ऑटिज़्म, मधुमेह मेलिटस और थायरॉइड डिसफंक्शन सहित विकसित कर सकते हैं – जिनमें से कई लोगों को महंगे चिकित्सा, सर्जरी और अन्य महंगी देखभाल की आवश्यकता होती है।इस अभियान में कक्षा 3 से 10 वीं के छात्रों ने भाग लिया |ब्लू बेल्स स्कूल समूह की निदेशक डॉ सरोज सुमन गुलाटी ने कहा – “आज का अभियान सिर्फ एक अभियान नहीं था; यह घातक बीमारियों के खिलाफ एक युद्ध था जो हमारे बच्चों को कमजोर कर सकता है। ऐसी कई पहलों के साथ, मुझे विश्वास है कि हम ऐसी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई जीत सकते हैं। आज का अभियान खुद में एक बड़ी सफलता थी, जिसके लिए मैं अभियान में भाग लेने वाले सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं |इस अवसर पर उपस्थित ब्लू बेल्स स्कूल की छात्रा ज्योति ने कहा कि – “ इस अभियान के आयोजन के लिए मैं अपने स्कूल को धन्यवाद देना चाहती हूँ | मुझे उम्मीद है की हमारा स्कूल आगे आने वाले दिनों में इस तरह के अभियान को आयोजित करेगा |”

Posted by: | Posted on: May 14, 2018

न्यू विद्या मन्दिर स्कूल में विश्व पर्यावरण दिवस पर सेमिनार का आयोजन

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) । विश्व पर्यावरण दिवस पर पोलीथीन मुक्त भारत अभियान के तहत आज न्यू विद्या मन्दिर स्कूल शास्त्री कॉलोनी, फरीदाबाद में एक सेमिनार का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग से एसडीओ दिनेश कुमार और राजेन्द्र सिंह भारती ने पोलीथीन से होने वाले हानियों के बारे में सेमीनार में अपने वक्तव्य छात्रों तथा स्टाफ के सामने रखें। उन्होंनें विद्यार्थियों को पोलीथीन से होने वाली हानियों से अवगत कराया। उन्होने बताया कि किसी तरह पर्यावरण को प्रदूषित करने में पोलीथीन का अत्यन्त योगदान रहता है। सेमिनार में बताया गया कि हम किस प्रकार से पोलीथीन को हरा कर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। इसलिए आज की सेमिनार का मुख्य शीर्ष ”बीट्स द प्लास्टिक पॉल्युशनÓ रखा गया। इस अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों एवं स्टाफ को पोलीथीन के इस्तेमाल न करने की शपथ भी दिलाई गई। विद्यालय के प्रबंधक सुभाष कौशिक ने प्लास्टिक की थैली का प्रयोग ना करने के लिए छात्रों को प्रेरित किया तथा विद्यालय के साथ स्वयं भी प्लास्टिक की थैली का प्रयोग ना करने की शपथ ली।

 

Posted by: | Posted on: May 14, 2018

प्रदेश में मीडिया कर्मियों के लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश की तर्ज पर हाऊसिंग पॉलिसी पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है :-राजीव जैन

चंडीगढ़, 14 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार, राजीव जैन ने कहा कि प्रदेश में मीडिया कर्मियों के लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश की तर्ज पर हाऊसिंग पॉलिसी पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है।
श्री राजीव जैन आज भिवानी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल मीडिया कर्मियों की हर समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर हैं। सरकार द्वारा पत्रकारों की मान्यता हेतू पूर्व में बनाई कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया जारी है। पत्रकारों के लिए बीमा पॉलिसी के लिए भी विभिन्न कंपनियों से बातचीत चल रही है, जिसे शीघ्र ही मूर्तरूप दिया जाएगा। 
मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि मीडिया कर्मियों की मान्यता का सरलीकरण  किया जाएगा। पूर्व में बनाई गई कमेटी में करीब 255 सदस्य थे, जबकि इस बार 22 से 25 सदस्य कमेटी में शामिल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कमेटी में मीडिया यूनियनों के प्रतिनिधियों के अलावा इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मान्यता के लिए नए आसान नियम बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों के प्रति मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण एकदम सकारात्मक है और वे चाहते हैं कि पत्रकारों के समक्ष किसी प्रकार की दिक्तत न रहे ताकि वे अपनी लेखनी का प्रयोग निष्पक्षता से निर्बाध रूप से कर सकें। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है, जिसको सरकार और अधिक मजबूती प्रदान करने में लगी है। 
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में मीडियाकर्मियों की पेंशन लागू करना प्रदेश में अपने-आप में एक अनूठा उदाहरण है, जो पत्रकारों की लम्बे समय से मांग थी। उन्होंने कहा कि पेंशन लागू होने से पत्रकारों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के लिए बीमा पॉलिसी के लिए विभिन्न बीमा कंपनियों से बातचीत चल रही है, जिसे शीघ्र ही अंतिम रूप प्रदान कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पत्रकारों के लिए बनाए गए वेलफेयर फंड के माध्यम से किसी भी मीडिया कर्मी के निधन पर उनके परिजनों को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। जैन ने बताया कि टोल टैक्स फ्री करने को लेकर भी कोई रास्ता निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।  जैन ने एपीआरओ सुरेंद्र सिंगल की माता शांति देवी के निधन पर अपनी शोक संवेदना प्रकट की और उनके द्वारा अपनी माता की रस्मक्रिया पर मृत्यु भोज के आयोजन की बजाय आस्था स्कूल में दिव्यांग बच्चों को प्रिंटर-स्केनर भेंट किए जाने की सहराहना की। उन्होंने कहा कि यह पूनीत कार्य है और हर व्यक्ति को समाज हित की सोच रखनी चाहिए। यदि इसी प्रकार से सभी मिलकर प्रयास करें तो सफाई व्यवस्था जैसी सार्वजनिक समस्याओं का भी हल निकाला जा सकता है।