Monday, April 8th, 2019

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Posted by: | Posted on: April 8, 2019

आरना मोशन पिक्चर्स ने फरीदाबाद में सम्पन्न की दो नई फिल्मों की शूटिंग

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | फरीदाबाद में, आरना मोशन पिक्चर्स ने अपनी 2 शार्ट फिल्म्स की शूटिंग सम्पन्न की जोकि पिछले तीन दिनों से चल रही थी। प्रोजेक्ट ‘रिपोर्ट कार्ड’ और ‘मुक्ति’, दोनो ही समाज की कुरीतियों को बड़े ही सशक्त ढंग से दिखाते हैं।प्रोड्यूसर/डायेरक्टर अमितांश ने बताया कि, ‘रिपोर्ट कार्ड’ एक ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर आधारित है जिसकी ताकत का भारत के हर एक नागरिक को पता होना चाहिए। फिल्म में एक स्कूल छात्र के माध्यम से, वोट देने की ताकत का सही इस्तेमाल हो इस बात पर जोर दिया गया है। जिस प्रकार हमें कुछ भी पाने के लिए अपनी सक्षमता को सिद्ध करना पड़ता है उसी तरह किसी भी नेता या राजनैतिक कार्यकर्ता को जनता से वोट मांगने से पहले अपनी रिपोर्ट कार्ड बताना आवश्यक होना चाहिए। ‘मुक्ति’ भ्रूण हत्या पे आधारित है और एक बहुत ही अलग पहलू को दर्शाती है। समाज में औरतों के प्रति बढ़ रहे क्राइम का इतना भयानक रूप सामने आने लगा है कि कोई भी माता-पिता अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित और भयभीत है। इसी डर को निर्देशक अमितांश ने बहुत ही संवेदनशील ढंग से एक नए दृष्टिकोण से दिखाने का प्रयास किया है। फ़िल्म के मुख्य कलाकारों के नाम – बीना चौधरी (डॉ), नबील कुरैशी (पिता), निकिता वत्स (माँ), दिव्या कपूर, नितिन पासी मन्नू।लोकेशन पार्टनर डॉ. विपिन मालिक ने कहा कि, दोनों ही फिल्मों का कॉन्सेप्ट बहुत अच्छा है, रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से फ़िल्म निर्माता ने आज की युवा पीढ़ी को उनके वोट के महत्व को दिखाने की कोशिश की है, वहीं मुक्ति में बेटियों को कुछ अंधविश्वासी समाज में कैसे पेट में मार दिया जाता है, उसे दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद जब फ़िल्म रिलीज होगी तो दर्शकों को जरुर पसंद आएगी।फ़िल्म की शूटिंग, फ़रीदाबाद के जसाना गांव स्थित एक फार्म हाउस में सम्पन्न हुई। फ़िल्म में नज़र आने वाले कुछ चेहरे – नितिन भसीन (एमएलए), जसवंत सिंह सेठी (चौधरी), श्रेयांश (बंटी), दिव्या कपूर एवं अन्य कलाकार।

Posted by: | Posted on: April 8, 2019

यज्ञ महोत्सव में चारों दिन सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ व रामचरित मानस का अखण्ड पाठ

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | यज्ञ महोत्सव में चारों दिन सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ व रामचरित मानस का अखण्ड पाठ, भजन, कीर्तन तथा हवन आयोजन के साथ-साथ आगन्तुक श्रद्धालुओं को परमपद प्राप्ति हेतु समभाव-समदृष्टि की युक्ति अनुरूप परस्पर सजनता का व्यवहार करने का पुरुषार्थ करने की प्रेरणा दे, आत्मिक ज्ञान प्राप्ति के प्रति जाग्रत किया जाएगा व साथ ही आत्मशुद्धि, आत्मनिरीक्षण, आत्मनियंत्रण, आत्मबोध व आत्मविजय की महत्ता से परिचित करा, मानवता के प्रतीक संतोष, धैर्य, सच्चाई, धर्म जैसे दिव्य गुणों को अपना परोपकार प्रवृत्ति में ढलने के लिए भी आवाहन दिया जाएगा ताकि वे अच्छे व नेक इंसान की तरह सर्वहित के निमित्त जीवन जीना आरमभ कर सकें। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी हज़ारों की सं2या में दूर-दूर से सजनों के इस पावन यज्ञ में समिमलित होने की आशा है। ट्रस्ट द्वारा इन सभी भक्तजनों के ठहरने, भोजन एवं चिकित्सा इत्यादि की नि:शुल्क व्यवस्था वसुन्धरा परिसर में ही की गयी है।

Posted by: | Posted on: April 8, 2019

इस्कॉन संस्था द्वारा डीएवी कालेज में एक मेगा इवेंट ‘ उम्मीद’ का आयोजन किया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| इस्कॉन संस्था द्वारा डीएवी कालेज, फरीदाबाद एन.आई.टी में एक मेगा इवेंट ‘ उम्मीद’ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम फरीदाबाद और उसके आसपास के विभिन्न स्कूलों के छात्रों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था, जिन्होंने वैदिक ओलंपियाड में भाग लिया था – भगवद् गीता की शिक्षाओं पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता।यह प्रतियोगिता दिसंबर-जनवरी 2018-19 के महीने में आयोजित की गई थी। यह प्रतियोगिता संस्थापकाचर्य ल ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई थी, जो चाहते थे कि भगवद्गीता की शिक्षाएं पूरी दुनिया में फैले ताकि पूरी मानव जाति शांतिपूर्ण और खुशहाल हो सके।मुख्य अतिथि श्री विपुल गोयल (उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री) व गेस्ट ऑफ ऑनर श्रेया चोपड़ा (मिस इंडिया 2017-18) ने विजेताओं को सम्मानित किया। मनवी मिश्रा, सैफरॉन पब्लिक स्कूल सेक्टर 37 की और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जाड़सेतली की सोनिया तिवारी ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया; एक लैपटॉप।पूजा दयाल सिंह गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, तीगांव रोड और वी.एम.सीनियर सेकेंडरी स्कूल, की रोशानी सिंह ने दूसरा पुरस्कार जीता: एक टैबलेटगवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल एन.आई.टी. 5 के विशाल और गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल एन.आई.टी की नूरजहाँ ने तीसरा पुरस्कार जीता: एक साइकिल।इस प्रतियोगिता में 18000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया व भाग लेने वाले छात्रों की अधिकतम संख्या वाले स्कूलों को भी सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में एक बहुत ही अद्भुत नाटिका ‘खरपतवार’ प्रदर्शित की गयी। इस नाटिका में आज की युवा पीढ़ी की ड्रग्स में दिलचस्पी और इसके दुष्परिणाम को दिखाया गया था । नाटिका समाप्त होते ही श्रेया चोपड़ा मंच पर आयीं और उन्होंने कलाकारों को गले लगा लिया । वो बताने लगीं की किस तरह उनका व्यक्तिगत मित्र भी ड्रग्स की चपेट में आ गया है और फिर वो रो पड़ीं । उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही उन्होंने अपने मित्र को श्रीमद भगवद गीता की एक प्रति दी और उन्होंने ने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी लोगों को कहा कि वे सब भी उसके लिए प्रार्थना करें।इस्कॉन फरीदाबाद के गोपाल फन स्कूल द्वारा जिसमें कथक नृत्यांगना नयनिका चौधरी (शिष्य पद्म विभूषण बिरजू महाराज) द्वारा दशावतार का नृत्य व संगीत के माध्यम से नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया गया।रॉक शो में  “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे” की धुनों पर सभी के दिलों की धड़कनों  को हिलाकर रख दिया। विपुल गोयल ने अपने भाषण में भगवद् गीता के उपदेशों को हर एक को अपने जीवन में अपनाने के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने व्यक्त किया कि भगवद् गीता की शिक्षाएँ गैर संप्रदाय हैं और समाज के सभी वर्गों के लिए हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम हरियाणा के निवासी बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि भगवद् गीता कुरुक्षेत्र में बोली गई थी। सरकार ने अब प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए सरकारी स्कूलों में एक शैक्षणिक वर्ष के लिए इस पवित्र ग्रंथ का अध्ययन करना अनिवार्य कर दिया है।इस समारोह को इस्कॉन मंदिर, ईस्ट ऑफ कैलाश, दिल्ली के प्रधान अध्यक्ष मोहन रूपा दास ने विशेष रूप से सराहना की, उन्होंने कहा कि भगवद् गीता में बहुत ही वैज्ञानिक ज्ञान है, जो इस आधुनिक समय में बहुत प्रासंगिक है, जबकि यह 5000 साल पहले बोली गई थी। हम सभी अपने प्रयासों में सफल हो सकते हैं, अगर हम भगवत गीता में दी गई शिक्षाओं का पालन करें।

Posted by: | Posted on: April 8, 2019

एमबीएन स्कूल आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के सहयोग से सीपीई कंटिन्यूइंग फार्मेसी एजुकेशन का आयोजन किया गया

पलवल (विनोद वैष्णव )।हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल पंचकूला द्वारा एमबीएन विश्वविद्यालय में आज 7 अप्रैल को एमबीएन स्कूल आफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के सहयोग से सीपीई कंटिन्यूइंग फार्मेसी एजुकेशन का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ0) जे बी देसाई, सी पी ई (कॉन्टिनयिंग फार्मेसी एजुकेशन) के चेयरमैन * कैलाश चंद खन्ना* एवं हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष धनेश अदलखा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर के किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कुलपति (डॉ0) जे बी देसाई ने बताया कि दुनिया भर में फार्मास्युटिकल्स साइंस बहुत तेजी से बढ़ रहा है, अतः दवाओं के विनिर्माण, गुणवत्ता भंडारण एवं वितरण की तकनीकों से संबंधित जानकारी भी फार्मेसी प्रोफेशनल प्रशिक्षण के दौरान दिया जाना अत्यंत ही आवश्यक है। इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों में अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करने के साथ-साथ विशाल सुधार की आवश्यकता है। इसी क्रम में हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष धनेश अदलखा ने बताया कि हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल सार्वजनिक और पेशेवर सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है जो स्वास्थ्य देखभाल एवं रोगी देखभाल अभ्यास के लिए सतत शिक्षा प्रदान करती है।विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने कहां की एमवीएन विश्वविद्यालय उद्योग एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ मिलकर उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभरने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इस अवसर पर सचिन गांधी ( मेडिसिन बाबा ट्रस्ट) ने दवाइयों एवं अंग अवशेषों के सुबद्ध एवं सुरक्षित निस्तारण का महत्व विस्तार से बताते हुए कहा कि असुरक्षित तरीके से फेंकी गई दवाइयां व अवशेष हमारे पर्यावरण, खेतों व तालाबों को प्रदूषित करती हैं जो हमारे पशुओं के साथ-साथ मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत ही हानिकारक है। इस कार्यक्रम में डॉ तनवीर* ने न्यूट्रास्यूटिकल उत्पाद के संभावित स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से बताया। इसी क्रम में फार्मेसी विभाग की डीन डॉ0 ज्योति गुप्ता ने कहा कि एम एम विश्वविद्यालय अपने छात्रों को उनकी पूरी क्षमता के साथ-साथ उनके सतत विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करती है। फार्मेसी विभाग अध्यक्ष डॉ तरुण विरमानी ने कहां कि फार्मेसी अधिनियम 1948 के पहले फार्मेसी व्यवसाय में व्यक्तियों के प्रवेश पर व्यावहारिक रूप से कोई प्रतिबंध नहीं था कोई भी व्यक्ति जो डॉक्टर के पर्चे पढ़ सकता था, वह फार्मासिस्ट बन सकता था। फार्मेसी अधिनियम, 1948 के पश्चात गुणवत्ता युक्त फार्मासिस्ट के रूप में अर्हता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मानक शिक्षा का निर्धारण किया गया है।इस अवसर पर अनेकों फार्मासिस्ट, सतबीर सौरौत, गिरीश मित्तल, विकास जोगपाल, रेशू विरमानी, गीता मेहलावत, मोहित संधूजा, मोहित मंगला, माधुरी ग्रोवर, सादाब आलम, कपिल चौहान, किशोर कुमार झा, राम कुमार आदि अध्यापकगणों ने विद्यार्थियों के सफल भविष्य की कामना की।