Wednesday, February 19th, 2020

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Posted by: | Posted on: February 19, 2020

आईये देखते है बचपन में कैसी दिखती थी ये अभिनेत्री –

हिंदी सिनेमा, जिसे अक्सर बॉलीवुड और पूर्व में बॉम्बे सिनेमा के रूप में जाना जाता है, भारतीय है..यहाँ एक से एक उम्दा और खूबसूरत अभिनेत्री देखने को मिल जाएँगी। आइये दिखाते है हमारी रिपोर्टर सुनैना सिंह की इस खास रिपोर्ट में उन्ही में से कुछ अभिनेत्री का बचपन –

1-ऐश्वर्या राय बच्चन (जन्म 1 नवंबर 1973 ) एक भारतीय अभिनेत्री और मिस वर्ल्ड 1984 की विजेता हैं। अपने सफल अभिनय करियर के माध्यम से, उन्होंने खुद को भारत में सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली हस्तियों में से एक के रूप में स्थापित किया है। [राय को दो फिल्मफेयर अवार्ड सहित कई प्रशंसाएं मिली हैं, और 2009 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया और 2012 में फ्रांस सरकार द्वारा ऑर्ड्रे डेस आर्ट्स एट डेस लेट्रेस। उन्हें अक्सर मीडिया में उद्धृत किया गया है। “दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला”

2-कंगना राणावत (जन्म: 23 मार्च, 1987 ) हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं. कंगना राणावत मुम्बई में रहती हैं। 2014
में आई फिल्म क्वीन में अपने जबरदस्त अभिनय के कारण कंगना को बॉलीवुड की क्वीन भी कहा जाता है।

3-माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। 80और 90के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी।

4-दीपिका पादुकोण का जन्म 5 जनवरी 1986 को एक कोंकणी परिवार में डेनमार्क में हुआ था. उनके पिता प्रकाश इंटरनेशनल बैडमिंटन खिलाडी और माता उज्वला एक ट्रेवल एजेंट थी. उनकी छोटी बहन अनिशा एक गोल्फ खिलाडी है. उनके दादा रमेश, मैसूर बॅडमिंटन एसोसिएशन के सेक्रेटरी थे.

5-कैटरीना कैफ़ (जन्म: 16 जुलाई 1983 ) एक ब्रितानी भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं, जो मुख्य रूप से हिंदी फिल्म जगत में काम करती हैं, हालांकि उन्होनें कुछ तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी काम किया है। भारत की सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक होने के साथ-साथ, कैटरीना को सबसे आकर्षक हस्तियों में से एक के रूप में मीडिया में उद्धृत किया जाता है।

6-अनुष्का शर्मा (जन्म 1 मई 1988 ) एक मॉडल और बॉलीवुड फिल्म उद्योग की एक अभिनेत्री है। इन्होंने अपना अभिनय का सफर 2008
मे प्रदर्शित हिन्दी फिल्म रब ने बना दी जोड़ी के साथ शुरु किया था जो आदित्य चोपड़ा द्वारा बनाई गई थी। इसके बात उन्हें अपनी श्रुति कक्कड द्वारा बनाई गई फ़िल्म बैंड बाजा बारात (2010
) के लिए काफ़ी सराहा गया। दोनों ही फ़िल्मों ने इन्हें फ़िल्मफेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामांकन दिलाया।अनुष्का शर्मा ने 11 दिसंबर 2017 को प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली के साथ विवाह किया था।

7-आलिया भट्ट का जन्म 15 मार्च 1993 को भारतीय फ़िल्म निर्देशक महेश भट्ट और अभिनेत्री सोनी राज़दान के घर में हुआ। उनके पिता गुजराती मूल के ब्राह्मण हैं। जबकि उनकी माँ जर्मन मूल की भारतीय कश्मीरी हैं जिनकी माँ जर्मन मुस्लिम थी परन्तु उनके पिता कश्मीरी पंडित थे । भट्ट के एक बहन शाहीन (जन्म 1988 ) और दो सौतेले सहोदर पूजा भट्ट और राहुल भट्ट हैं। अभिनेता इमरान हाशमी और निर्देशक मोहित सूरी उसके फुफेरे भाई हैं जबकि फ़िल्म निर्माता मुकेश भट्ट उनके चाचा हैं। भट्ट ने जमनाबाई नरसी स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त की।

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तरूण निकेतन पब्लिक स्कूल ने बिदाई समारोह दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )|पल्ला स्थित तरूण निकेतन पब्लिक स्कूल ने बिदाई समारोह दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया । कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर पहुंचे स्कूल के चेयरमेन हिमांशु तंवर, प्रधानाचार्या रीना भट्टाचार्य , व उप-प्रधानाचार्या राधा चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की । इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रंगारंग प्रस्तुति दी और कई बच्चों ने कविताएँ भी पेश की । इस मौके पपर हमारे विद्यालय के निर्देशक कमल सिंह तंवर और प्रबंधक रुमा तंवर ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बधाई | इस मौके पर हमारे विद्यालय के कक्षा 12 वी के विद्यार्थियों के लिए कक्षा 11 वी के विद्याथियों ने एक विदाई गीत की प्रस्तुति देकर सभी आखों को नम कर दिया | कुछ हमारे विद्यालय के विद्याथियों ने अपने-अपने नृत्य से कार्यक्रम में समा बांधे रखा, साथ ही कूछ विद्यार्थियों ने गीत प्रस्तुत किये | इस मौके पर स्कूल के उप-प्रधानाचार्या श्रीमति राधा चौहान जी ने सभी विद्यार्थियों को विकास करने की शुभ कामनाएँ दी और हमारे विद्यालय की प्रधानाचार्या जी ने बच्चों को बोर्ड एग्जाम के लिए शुभकामनाएं दी, जिससे की बच्चों का होसला बढ़े | हमारे विद्यालय के कुमारी और कुमार T.N.P.S. अल्का और अनुराग कक्षा बारहवी सायंस के विद्यार्थी बने |

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दीक्षा पब्लिक स्कूल में विदाई समारोह की धूम

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) |दीक्षा पब्लिक स्कूल, सूर्या नगर, सेक्टर-91 में आज 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इसमें 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने शानदार तरीके से अपने वरिष्ठों को विदाई दी। भारतीय संस्कृति से भरे रंगारंग कार्यक्रमों के बीच मानसिक प्रदूषण से मुक्त होकर लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग को बताते हुए विद्यालय की पूर्व छात्रा रूपा पांडेय ने अपने मेडिकल की सफलता में विद्यालय तथा विद्यालय के शिक्षकों के योगदान को याद किया।इस दौरान छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जिनमें गीत-संगीत के अलावा नाटक का भी आयोजन किया गया जिन्हें देखकर स्कूल पधारे हुए विद्यर्थियों ने भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और स्कूल के पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी सराहा।विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश रक्षवाल-पूर्व पार्षद एवं मैनेजर श्रीमती गीता रक्षवाल-पार्षद ने भी अपने आशीर्वचनों में बच्चों के मंगलमय भविष्य की कामना की। इस अवसर पर पार्षद गीता रक्षवाल ने जीवन की सफलता में आने वाली बाधाओं से सतर्क रहने का संकेत किया, वहीं पूर्व पार्षद ओमप्रकाश रक्षवाल ने विद्यालय के निर्देशित अनुशासन से निकलकर महाविद्यालय के मुक्त वातावरण में स्वानुशासन के महत्व को बताते हुए दयानंद सरस्वती को याद किया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल कविता शर्मा ने वर्तमान समय में कैरियर के विविध आयामों के साथ-साथ कौशल विकास द्वारा अवसरों का लाभ उठाने का मार्ग बताया।

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विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हवनयज्ञ के साथ संपन्न हुआ 2020 -2021 शिक्षा सत्र

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) |विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। २०१९ के शिक्षा सत्र के समापन पर आयोजित इस हवन यज्ञ के अवसर पर कक्षा दसवीं एवं 12वीं के छात्रों को उनकी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं दी गईं। स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव के साथ स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव, शम्मी यादव, अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल, प्रिंसिपल कुलविंदर कौर ने बच्चों के यज्ञ में आहुति डालकर उन्हें आने वाले दिनों में होने वाली परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए शुभकामनाएं दीं और प्रेरित किया। छात्रों को संबोधित करते हुए धर्मपाल यादव ने कहा कि बोर्ड एग्जाम एक ऐसी एग्जाम हैं, जिसमे सभी घबराते हैं, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं हैं। एग्जाम का पैटर्न इतना भी कठिन नहीं होता, कि आप इस तरह से डरें। श्री यादव ने कहा कि जिस तरह से बच्चे लोकल एग्जाम की तैयारी करते हैं, बोर्ड की एग्जाम भी वैसी ही होती हैं। अगर आप आत्म विश्वास के साथ अपना काम ठीक से करेंगे तो आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी। छात्रों से बात करते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने उन्हें परीक्षा के टिप दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को चाहिए कि वे शुरुवात से अलर्ट रहें। एक साथ दिमाग पर बोझ ना बनाये। एक रूटीन बनाकर, शुरुवात से उसी के अनुसार काम करें। ऐसा करने से आखरी में आपके पास पर्याप्त समय होगा, जिसमे आप रिविज़न कर पायेंगे और एक्स्ट्रा तैयारी में समय दे पायेंगे। दीपक यादव ने कहा कि छात्रों के लिए यह बहुत जरूरी है कि टाइम टेबल बना कर पढाई करें। अपने डाउट जरुर समय रहते क्लियर कर लें, क्यूंकि समय कम बचने पर इससे चिंता बढ़ती हैं और आत्मविश्वास में कमी आती हैं। दीपक यादव ने बच्चों से बातचीत करते हुए उन्हें समझाया कि परीक्षा के दिनों में हमें ठीक से नींद नहीं आती और जब भी पढऩे बैठते हैं सुस्ती सी लगती हैं इससे बचने के लिए रोजाना ठीक से 6 से 7 घन्टे की नींद लें और पढ़ाई करते समय बीच-बीच में थोड़ा अंतर लें। इस अवसर पर स्कूल के सभी अध्यापकगण एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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एस्कार्टस लिमिटेड प्लांट न.1 में हुए ऑल एस्कार्टस एम्पलाइज यूनियन के चुनाव में सरदार गरमीत सिंह के विजयी होने पर कर्मचारियों ने उन्हें बधाई दी

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) |एस्कार्टस लिमिटेड प्लांट न.1 में हुए ऑल एस्कार्टस एम्पलाइज यूनियन के चुनाव में सरदार गरमीत सिंह के विजयी होने पर कर्मचारियों ने उन्हें बधाई दी। कर्मचारियों को जैसे ही पता चला गुरमीत सिंह विजयी हुए है तो उन्होनें गुरमीत सिंह को कन्धे पर उठा लिया। इसके पश्चात कर्मचारी जलूस की शक्ल में गुरमीत सिंह को लेकर उनके निवास पर पहुंचे और वहां खूब भागड़ा किया। इससे पहले सरदार गुरमीत सिंह पांच नंबर स्थित गुरू सिंह सभा गुरूद्वारा पहुंचे और उन्होनें माथा टेका। इस अवसर पर गुरमीत सिंह ने कहा कि में प्लांट न.1 के कर्मचारियों का धन्यवाद करता हुं जिन्होनें मुझपर विश्वास जताया है। उन्होनें कहा कि में कंपनी के कर्मचारियों के हितों के लिए काम करूगां। इस मौके पर सचिन कपूर,अभिषेक,दीपक,विजय,राजेश वैध,पारस,हेमंत,राजीव,चनणजीत सिंह चन्नी,रणजीत सिंह,टिन्कू,अत्तर सिंह वीर जी,पप्पू वीर जी,मंजीत सिंह व कुलदीप सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।

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महर्षि दयानंद जी की जयंती को महोत्सव के रूप में मनाना चाहिए : आचार्य चंद्रशेखर

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान तथा आर्य केंद्रीय सभा फरीदाबाद के तत्वधान से दिनांक 18 फरवरी 2020 को आर्य समाज नेहरू ग्राउंड के प्रांगण में महर्षि दयानंद जयंती एवं ऋषि बोध उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में आगरा के आचार्य चंद्रशेखर, गुरुकुल इंद्रप्रस्थ के आचार्य ऋषिपाल तथा संस्थान के अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर के.एल. महता दयानंद विद्यालय की शिक्षिकाओं एवं छात्रों ने महर्षि दयानंद को भजनों के माध्यम से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस उत्सव में आचार्य चंद्रशेखर ने महर्षि दयानंद के जन्म और जीवन का विवरण बड़े ही मनोरम ढंग से किया। आचार्य जी ने दयानंद जी की शिक्षा और बोध ज्ञान पर यात्रा वृतांत, मृत्यु प्रर्यत तक की घटनाओं पर भी प्रकाश डाला। आचार्य जी ने कहा कि उनकी इच्छा है कि महर्षि दयानंद जी की जयंती को तीन-चार दिन तक महोत्सव के रूप में मनाना चाहिए। इस अवसर पर आर्य समाज नेहरू ग्राउंड, महर्षी दयानंद शिक्षण संस्थान एवं के.एल. महता दयानंद स्कूल और कॉलेज के अध्यक्ष आनंद महता ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य चंद्रशेखर को स्मृति चिन्ह भेंट स्वरूप दिया एवं इस उत्सव में पधारने पर उनका आभार जताया। कार्यक्रम का समापन दयानंद सरस्वती की आरती से किया गया और अंत में प्रसाद का वितरण भी किया गया।

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टैगोर पब्लिक स्कूल किंडरगार्टन के छात्रों ने 19 फरवरी को अनोखे अंदाज में रंगों की छटा बिखेर दी

पलवल (विनोद वैष्णव ) | जीवन एक कोरे कागज़ की तरह होता है, जिसे आप मनचाहे रंगों से सजा सकते हैं। टैगोर पब्लिक स्कूल किंडरगार्टन के छात्रों ने यह भूमिका बहुत खूबी से निभाई तथा 19 फरवरी को अनोखे अंदाज में रंगों की छटा बिखेर दी। विद्यालय तथा मंच की रंग भरी सजावट ने सभी का मन मोह लिया। नन्हें-नन्हें पैर अद्भुत जोश के साथ मंच पर थिरके तो अभिभावकगण भाव विभोर हो उठे।कार्यक्रम का आरंभ आत्मविभोर कर देने वाली प्रार्थना ‘‘तेरी है जमीं…………’’ से हुआ। नर्सरी तथा प्री-नर्सरी के छात्रों ने अपने माता-पिता का स्वागत प्यार भरे शब्दों से किया। छात्रों ने उत्साहवर्धक कविताओं का प्रदर्शन किया।”Mummy Darling Papa Darling” Walking-Walking” I am a Teapot” तथा ‘‘आज है संडे’’ में रविवार की छुट्टी में भारतीय परिवारों की चाय संस्कृति को दर्शाया। ‘‘म्यूजिकल चेयर’’ के अद्भुत सामंजस्य के प्रदर्शन को देख सभी दर्शक विस्मित हो गए तथा हाॅल तालियाँ से गूँज उठा।
‘‘Legend of the Rainbow ’’ नाटक की शुरुआत सुरमय गीत ‘‘हरी हरी वसंुधरा पर नीला-नीला ये गगन’’ एवं ‘‘मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला के हँस दिए’’ से हुई। बच्चे आकर्षक ढंग से फूल, पानी, बारिश, बादल और इंद्रधनुष बन कर आए। यह एक अति मोहक रंगारंग प्रस्तुति थी।
निदेशिका मनोरमा अरोड़ा जी ने बच्चों को प्रकृति प्रेम एवं ईश्वर के आशीर्वाद स्वरूप माता-पिता के प्रति आभार प्रकट करने के लिए प्रेरित किया।
प्रधानाचार्या कपिला इंदु ने एक खुशनुमा जीवन जीने के गुर बताए और प्रशासिका नीलम गाँधी जी ने विद्यालय की शानदार शैक्षणिक एवं खेल उपलब्धियाँ बताते हुए अभिभावकों को बधाई दी और उनका धन्यवाद किया।Co-ordinator मनरीत ने अपने अनूठे अंदाज में कार्यक्रम का संचालन करते हुए दर्शकों को बाँधे रखा।सभी अभिभावकों ने इस अकर्षक प्रस्तुति के लिए सभी अध्यापक और अध्यापिकाओं को बधाई दी साथ ही विद्यालय की शानदार शैक्षणिक एवं खेल उपलब्धियों की सराहना की। कार्यक्रम का समापन हर्षोल्लास भरा गीत ‘‘फिर मिलेंगे हँसते-हँसते’’ से हुआ।

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हरियाणा के मशहूर मंदिर

दिल्ली से सटा हुआ हरियाणा न सिर्फ अपने सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है बल्कि इस सूबे का धार्मिक महत्व भी उतना ही है। हरियाणा में प्राचीन काल के कई मंदिर हैं। ये मंदिर धार्मिक और पर्यटन दोनों ही दृष्टियों से बेहद महत्वपूर्ण हैं। भारतीय संस्कृति और विरासत को संभाले ये मंदिर देशभर में प्रसिद्ध हैं। इनमें से एक मंदिर तो आठवीं शताब्दी में बना है। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ खास मंदिरो के बारे में बताने जा रहे है पूजा सोलंकी की खास रिपोर्ट में —

1- भीमा देवी मंदिर-माता भीमा देवी महाशक्ति जगदंबा शाकम्भरी देवी का ही एक स्वरूप है। माँ भीमा देवी हिमालय और शिवालिक पर्वतों पर तपस्या करने वालों की रक्षा करने वाली देवी है। जब हिमालय पर्वत पर असुरों का अत्याचार बढा तब भक्तों के निवेदन से महामाया ने भीमा देवी का भयनाशक रूप धारण किया। माँ भीमा देवी का प्रमुख मंदिर हरियाणा राज्य के पिंजौर के समीप स्थित है।

2-भद्रकाली मंदिर
भद्रकाली मंदिर कुरुक्षेत्र जिले में है। इस मंदिर का बेहद धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है। यह मंदिर हरियाणा का सिद्ध शक्तिपीठ है, जहां भद्रकाली शक्ति के रूप में विराजमान है। वैसे तो हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मां के बावन शक्तिपीठ है लेकिन उनमें से यह एकमात्र सिद्ध शक्ति पीठ भद्रकाली मंदिर ही है। इसे श्री देवीकूप शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है।

3-चंडी मंदिर
हरियाणा का यह एक मात्र सबसे पुराना मंदिर है। यह 5,100 साल से ज्यादा पुराना है।यह मंदिर चंडीगढ़-कालका-शिमला हाइवे पर स्थित है। मां चंडी को
महिसासुर मर्दनी भी कहा जाता है। इसी मंदिर के नाम पर चंडीगढ़ शहर का नाम पड़ा है। इस मंदिर के बारे में प्रसिद्ध है कि यहां आने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है।

4- मानसा देवी मंदिर
पंचकुला जिले में स्थित माता मानसा देवी मंदिर हरियाणा का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मनसा देवी अथवा शक्ति को समर्पित है। 100 एकड़ से अधिक भूमि में फैला हुआ यह मंदिर शिवालिक पहाडि़यों की तलहटी में स्थित है। नवरात्रों में लगने वाले मेले में देशभर से भक्त इस मंदिर में आते हैं। मंदिर की दीवारों को भित्तिचित्रों के 38 पैनलों से सजाया गया है। मेहराब और छत फूलों के चित्रों से सजी हुई हैं। हालांकि, ये बहुत कलात्मक नहीं हैं लेकिन फिर भी विभिन्न विषयों को दर्शाती हैं। मुख्य मंदिर की वास्तुकला गुंबदों और मीनारों के साथ मुग़ल वास्तुकला का प्रतिनिधित्व करती है।

5- स्थानेश्वर मंदिर
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में स्थित श्री स्थानेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर कुरुक्षेत्र के प्राचीन मंदिरों मे से एक है। इस मंदिर को क्षेत्रीय शैली की वास्‍तुकला में बनाया गया है और इसकी सज्‍जा एक गुंबद से निखरकर सामने आती है।


 

6-भूतेश्वर मंदिर
इस मंदिर का यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह मंदिर भगवान् शिव को समर्पित है जिन्हें यहाँ भूतनाथ कहा जाता है। भूतनाथ, भूतों एवं आत्माओं के स्वामी हैं। यही कारण है कि उत्तर भारत में लगभग सभी शमशान भगवान् की भव्य मूर्तियों से सजे हुए हैं। जब एक व्यक्ति की मृत्यु होती है और उसका अंतिम संस्कार किया जाता है तो उसकी आत्मा मुक्त हो जाती है।