Thursday, September 3rd, 2020

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Posted by: | Posted on: September 3, 2020

फरीदाबाद जिला परिषद वार्ड नं 3 से भावी उम्मीदवार टीकाराम शर्मा से संपादक विनोद वैष्णव की खास बातचीत

जीवन परिचय :- टीकाराम शर्मा गांव खेड़ी कला के स्थायी निवासी हे | राजनीतिक विरासत कुछ नहीं है हमारे पास एवं योग्यता (M.A.,M.Ed,M.A. (YOGA),M.Lib.Sc.,LLB) | एवं राम विद्या मंदिर स्कूल के संचालक है जोकि अब हजारो बच्चो को शिक्षित कर ,विभिन क्षेत्रो में उच्च पदों पर कार्यरत है |

पृश्न :-समाज सेवा एवं राजनीती में क्या अंतर् है |
उत्तर :-बड़े बूढ़ो और विद्वानों,धर्म का साथ देने वाले लोगो ने कहा है कि समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करना ही समाज सेवा कहलाता है | शांति प्राप्त करने का केवल एक ही मार्ग है निस्वार्थ ,निष्काम सेवा करना | राजनीति का अर्थ है (राज करने की नीति ) राज के द्वारा लोगो की सेवा करना |

पृश्न :-आप जिला पार्षद पद वार्ड न 3 का चुनाव क्यों लड़ना चाहते है |
उत्तर :- मै यह निवेदन करना चाहता हूँ कि सेवा तो बिना चुनाव लड़े भी हो सकती है लेकिन मै यह बताना चाहता हूँ यदि अधिकार के साथ , जिम्मेवारी के साथ ,उत्तर दायीतत्व मिलता है तो सेवा करने का आनंद बढ़ जाता है | लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते जो की किसी पद पर बैठ कर ही किये जा सकते है जैसे की विकास कार्यो के लिए सरकारी ग्रांट आदि |

पृश्न :-जिला परिषद् वार्ड न 3 में क्या प्रमुख समस्याओ को दूर करने का कार्य करेंगे |
उत्तर :- शिक्षा , चिकित्सा एवं कानून व्यवस्था , पानी निकासी , स्वच्छ पानी पीने की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करना , स्वच्छता एवं युवाओ के लिए खेल
के लिए आधुनिक ओपन जिम आदि करवाना |

पृश्न :-अगर आपको जनता वोट देकर पार्षद बना देती है तो वार्ड न3 सबसे पहले क्या कार्य करेंगे |
उत्तर :- सर्व प्रथम कार्य होगा सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण क्योंकि महिलाए ही इस सृष्टि ,परिवार , समाज , शिक्षा ,संस्कार की नीव होती है | यदि उनके बारे में हम राजनीतिक नीतिया बनाने के बारे में नहीं सोचेंगे तो कौन पहल करेगा | मै नहीं हम महिलाओ की सुरक्षा के लिहाज से वार्ड के सभी गावों के मुख्य चौक ,चौराहो पर कैमरे लगवाने का कार्य करेंगे ताकि हमारी बहन – बेटिया सुरक्षित रह सके |

पृश्न :-वार्ड न 3 वोटर्स ,महिलाओ , युवाओ आदि को कोई सन्देश या अपील करना चाहेंगे |
उत्तर :- वार्ड न 3 की जनता से अपील है घर में रहे सुरक्षित रहे क्योंकि यह कोरोना काल है | ऐसे व्यक्ति को चुने जो आपके साथ हमेशा सुख दुःख में रहता हो | वैसे तो यह महिला आरक्षित वार्ड है और हमें महिलाओ को भी बढ़ावा देना चाहिये | अगर आगे महिला वार्ड आरक्षित रहता है तो मेरी धर्मपत्नी संध्या शर्मा वार्ड से चुनाव लड़ेंगी एवं क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से विजयी होंगी , धन्यवाद

Posted by: | Posted on: September 3, 2020

गुरुग्राम सेक्टर-4 में धूमधाम से किया गया श्रीगणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन :-नवीन गोयल

गुरुग्राम(विनोद वैष्णव )|। हमारी भारतीय संस्कृति में हर त्योहार एकता व भाईचारे का संदेश देता है। हर त्योहार हम सब मिलकर मनाते हैं। यही हमारी संस्कृति की खूबसूरती है। यह बात बीजेपी के जिला सचिव एवं समाजसेवी नवीन गोयल ने यहां सेक्टर-4 में श्रीगणेश उत्सव के समापन अवसर पर गणेश जी की प्रतिमा के सांकेतिक विसर्जन के मौके पर कही।
इस मौके पर संदीप शर्मा, आरके शर्मा, शोभा शर्मा, सचिन शर्मा, प्रथम, पार्थ शर्मा, प्रभव शर्मा, युवा नेता प्रवीण अग्रवाल, राजेश गुलिया, राहुल तायल, केपी गर्ग के अलावा महिला श्रद्धालु भी उपस्थित रही। जिला सचिव नवीन गोयल ने कहा कि हमारी धार्मिक भावनाओं में इतनी शक्ति है कि हम सभी के साथ एकता के सूत्र में बंधकर रहते हैं। भारत के अलावा किसी भी देश की संस्कृति ऐसी नहीं है कि जो हमारी तरह से एकता का संदेश दे। उन्होंने यहां मौजूद सभी अभिभावकों से भी इस बात की अपील की कि अपने बच्चों को समय-समय पर अपनी संस्कृति से अवगत कराएं। अपने त्योहार के बारे में बताएं। कौन सा त्योहार क्यों और कैसे मनाया जाता है, यह सब शिक्षा उन्हें दें। केवल किताबी ज्ञान से काम नहीं चल सकता। पाश्चात्य संस्कृति के इस दौर में हमारे लिए अपनी भावी पीढ़ी में भारतीय संस्कारों का समावेश करना चुनौती भरा है। इस चुनौती को स्वीकारें और संस्कारों को जिवित रखें। नवीन गोयल ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी काल में जीवन भी एक चुनौती की तरह हो गया है। इसलिए हर कोई अपने घर, परिवार में सकारात्मक बनाकर रहें। यह हम सबके लिए जरूरी है।
श्री गणेश जी की प्रतिमा का सांकेतिक रूप में विसर्जन कार्यक्रम में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की। सभी ने कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए यहां विसर्जन में भाग लिया। पूरा माहौल गणेशमय नजर आया। सभी श्रद्धालु गणेश जी के जयकारे लगाते हुए प्रतिमा विसर्जन में शामिल हुए। गणपति बप्पा मौरया, मंगलमूर्ति मोरया के जयकारों से सेक्टर-4 क्षेत्र गूंज उठा।

Posted by: | Posted on: September 3, 2020

शिक्षक आजीवन शिक्षार्थी हैं

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| शिक्षक दिवस ’के रूप में मनाया जाता है, डॉ। सर्वपल्ली राधाकृष्णन, भारत के दूसरे राष्ट्रपति और एक प्रसिद्ध शिक्षक और शिक्षा के लिए उनके सराहनीय योगदान के लिए एक दार्शनिक की जयंती मनाने के लिए। यह दिन हमारे शिक्षकों को समाज में एक महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उनके सम्मान के लिए सही ढंग से निर्धारित किया गया है। डॉ। राधाकृष्णन का मानना था कि “शिक्षकों को देश में सबसे कुशाग्र होना चाहिए”। वास्तव में, शिक्षक आजीवन सीखने वाले होते हैं क्योंकि सीखना कभी भी न तो उनके लिए रुकता है और न ही छात्रों के लिए।
वर्तमान महामारी की स्थिति के कारण, पिछले कुछ महीनों में, भारतीय के -12 क्षेत्र में ऑफ़लाइन से लेकर ऑनलाइन सीखने की पद्धति में परिवर्तन हुआ है। आजीवन सीखने की शिक्षा का सार होने के नाते, हमने शिक्षकों को नई टेक्नोलॉजी सरलता से सीखते हुए देखा, ताकि वो अपने छात्रों को इन विषम परिस्थियों में भी सुचारु रूप से पढ़ा सके ! हम अपने सभी शिक्षकों को उनकी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से अपने छात्रों की बेहतरी के लिए लगातार उन्नत बनाने और उन्हें उन्नत बनाने के प्रयास की सराहना करते हैं। आने वाले वर्षों में, हाइब्रिड ब्लेंडेड लर्निंग विथ फेस-टू-फेस क्लासरूम और वर्चुअल सबक ’शिक्षा का भविष्य होने की संभावना है जो हमारे छात्रों के लिए सीखने के शानदार अनुभव प्रदान करेगा। शिक्षा प्रणाली के एक अभिन्न अंग के रूप में वर्चुअल लर्निंग यहां रहना है, हालांकि शिक्षकों के साथ स्कूल की गतिविधियों के माध्यम से समग्र विकास, बच्चों की शिक्षा का अत्यंत अभिन्न अंग बना रहेगा।हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP2020) के साथ बच्चों के मार्गदर्शन के लिए उनके अथक प्रयास के लिए हमारे शिक्षकों की सराहना करते हैं, पूरे शैक्षणिक ढांचे में बदलाव आया है और इसलिए यदि हमारे शिक्षक आजीवन शिक्षार्थी बदलावों को फिर से लागू करते हैं और फिर से परिभाषित करते हैं तो हम लाभान्वित होंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे बच्चों को वैश्विक नागरिक बनाने बनाने में योगदान देगी। आचार्य के रूप में शिक्षक न केवल व्यक्तियों को सशक्त बना रहे हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी सशक्त बना रहे हैं। इस शिक्षक दिवस पर, हम अपने सभी प्रिय शिक्षकों से आग्रह करते हैं कि वे शिक्षा के इस महान कार्य के लिए खुद को फिर से समर्पित करें। प्रत्येक बच्चे के भीतर प्रतिभा और क्षमता होती है और शिक्षक इस धन के अनलॉक करने और जीवन में उनके वास्तविक उद्देश्य की खोज करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनकी अच्छी सेवा करेंगे! शिक्षकों -: आप को अनंत कल तक शिक्षार्थी बने रहने व समाज को विद्या दान करते रहने का आशीर्वाद । अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं!