April, 2021

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Posted by: | Posted on: April 13, 2021

4 महीने में एक हजार से अधिक सफल हृदय प्रक्रिया एवं सर्जरी कर एसएसबी अस्पताल ने बनाया नया कीर्तिमान एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किया डा. एस.एस. बंसल व उनकी कार्डिक टीम को सम्मानित

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। चिकित्सा क्षेत्र में अग्रणीय एस.एस.बी. अस्पताल ने पिछले 4 महीनों के दौरान एक हजार से अधिक सफल हृदय प्रक्रिया एवं सर्जरी कर नया कीर्तिमान बनाया है। इस उपलब्धि पर फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय सामाजिक एवं आधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने एसएसबी अस्पताल के चेयरमैन डा. एस.एस. बंसल को बधाई देते हुए उनकी कार्डियक टीम को भी सम्मानित किया। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि इतनी योग्य एवं सशक्त हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम हमारे शहर में उपलब्ध है, जो आपातकाल में लोगों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को फरीदाबाद का सर्वोत्तम हार्ट हॉस्पिटल्स माना जाता है क्योंकि यहां कार्डियोलॉजी एवं कार्डियोथोरेसिक संबंधित सभी तरह के इलाज, प्रक्रियाएं एवं सर्जरी की जाती हैं। श्री गुर्जर ने कहा कि डॉ बंसल ने अपने 30 वर्षों के अनुभव में दो लाख से ज्यादा ह्रदय रोग के मरीज़ों का सफल इलाज़ किया तथा 50 हजार से ज्यादा हार्ट प्रोसीजर किये है, जो उनकी कार्यकुशलता को दर्शाता है। उन्होंने अपने नए अस्पताल में पहले चार महीने में 1000 से ज्यादा हार्ट प्रोसीजर सर्जरी की है जिसकी चिकित्सकीय सफलता की दर की तुलना अंतर्राष्ट्रीय मानकों से की जा सकती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ एस एस बंसल की अगुआई में संचालित एस एस बी अस्पताल में अंतर्राष्ट्रीय तकनीक एवं सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहां वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, आधुनिक कैथ लैब, ऑपरेशन थिएटर, नॉन इनवेसिव कार्डियक लैब जहा सी टी एंजियोग्राफी, इको, स्ट्रेस इको व टीएमटी की सुविधा चौबीसों घण्टें उपलब्ध है। गौरतलब है कि एसएसबी अस्पताल के कार्डियोलाजिस्ट एवं कार्डियोथोरेसिक सर्जन्स की कीर्तिवान टीम जो भारत एवं भारत के बाहर के विख्यात संस्थानों से ट्रेनिंग प्राप्त है। डॉ एस एस बंसल व उनकी विशिष्ट हृदय सर्जन एवं डॉक्टर्स की टीम रोज़मर्रा में ऐसे कई मरीजों का इलाज करते है जिनके केस बहुत जटिल होते है, इनमें से कई ऐसे होते हैं जिन्हें दूसरे अस्पतालों द्वारा इलाज़ के लिए मना कर दिया गया होता है। एसएसबी अस्पताल में हृदय के डॉक्टर्स की टीम को जटिल बीमारियों के सफलतापूर्ण इलाज का व्यापक अनुभव है जिनमें बायपास सर्जरी, बीटिंग हार्ट सर्जरी, मिनीमली इनवेसिव कोरोनरी आर्टरी सर्जरी, हृदय वाल्व संबंधी सभी प्रकार की सर्जरी, पेसमेकर इम्प्लांटेशन, एंजियोप्लास्टी स्टेंटिंग, सर्जिकल एवं नान सर्जिकल क्लोजर आफ हार्ट डिफेक्टस, आदि शामिल है। इसके अलावा हृदय के जटिल ब्लॉक्स को रेडियल आर्टरी के द्वारा स्टेंटिंग कर खोलना, गुर्दे के आर्टरी में एंजियोप्लास्टी स्टेंटिंग, पैर की आर्टरी में एंजियोप्लास्टी स्टेंटिंग, इस तरह के एंजियोप्लास्टी के लिए डॉक्टर का अनुभवी होने बहुत ज़रूरी है और ऐसे ही हज़ारों जटिल केस डॉ एस एस बंसल ने अपने 30 वर्ष के अनुभव में सफलतापूर्वक किए है। कार्डियोलॉजी एवं कार्डियक सर्जरी के आलावा अस्पताल में जनरल मेडिसिन, जनरल एवं लप्रोस्कोपिक सर्जरी, मस्तिष्क रोग विभाग, ब्रेन एवं स्पाइन सर्जरी विभाग, महिला एवं बाल रोग विभाग, हड्डी एवं जोड़ प्रत्यारोपण विभाग, यूरोलॉजी, गुर्दा रोग अवं डाइलिसिस, प्लास्टिक सर्जरी, पेट एवं आंत रोग विभाग, छाती रोग विभाग, आँख-नाक-कान के इलाज़ जैसे विशिष्ठ सुविधाएं भी चौबीसों घण्टे उपलब्ध है।

Posted by: | Posted on: April 10, 2021

सैनिक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मिशन ओलिंपिक शूटिंग रेंज का उद्घाटन

बल्लबगढ़ के सेक्टर 63 में स्थित सैनिक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अन्तर्राष्ट्रीय मaaaaनको पर आधारित मिशन ओलिंपिक शूटिंग रेंज का उद्घाटन सम्पंन हुआ I मुख्य अतिथि श्री कृष्णपाल गुज्जर कोरोना की इमरजेंसी मीटिंग के कारण उद्घाटन स्थल पर न पहुंच पायेI उन्होंने अपना वीडियो सन्देश भेजकर सभी को शुभकामनाए दी तथा समारोह में उपस्थित विशेष अतिथि सुभाष राणा (नेशनल कोच शूटिंग) व श्री रमेश डागर (प्रेसिडेंट हरियाणा एजुकेटर क्लब) के शुभ हाथो से शूटिंग रेंज का उद्घाटन सम्पंन हुआ I  साथ ही विभिनन सामाजिक संस्थाओ द्वारा स्कूल के चेयरमैन व अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग खिलाडी श्री सिंहराज अधाना का यूऐई  (UAE) में आयोजित पैरा वर्ल्ड कप में एक गोल्ड, एक सिल्वर व् एक ब्रोन्ज जीतकर भारत का नाम रोशन करने पर समांनित किया गया I जिसमे मुख्य रूप से गुज्जर सभा हरियाणा RWA सेक्टर 63 व ग्राम सुधार सेवा समिति ऊँचा गाव के पद अधिकारियो द्वारा श्री सिंघराज अधाना को स्वाफा बांधकर बधाई दी गईI स्कूल के निर्देशक श्री उधम सिंह अधाना ने समारोह में उपस्थित सभी विद्याथियो व अभिवाव को को स्कूल की उपलब्धियो के साथ साथ नए सत्र के लिए सीबीएसई से मान्यता प्राप्त होने पर सभी को बधाई दी और खेलों में देश का नाम रोशन करने के लिए स्कूल के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया इस मोके पर उपस्थित स्कूल के फाउंडर श्री प्रेम सिंह अधाना ने कक्षावार प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान लाने वाले विद्यार्थियों को पुरुस्कार से सम्मानित किया व समारोह में उपस्थित अन्य अतिथिगणो ने स्कूल द्वारा खेलो व पढाई में बढ़चढ़कर कार्य करने पर स्कूल मैनेजमेंट को बधाई दी जिसमे मुख्यरूप से राकेश गुज्जर  (पार्षदवार्ड40),  देवेन्दगौण CA , ऐडवोकेट शैलेन्द्र ,आदित्य गोयल , दीपक यादव , रविंद्र फोजदार व महेंद्र रावत मुख्य रूप से उपस्थित रहे समारोह के अंत में श्री सुनील अधाना द्वारा आये हुए अतिथियों का धन्यवाद किया गया I

Posted by: | Posted on: April 10, 2021

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में संस्कारशाला का विधिवत शुभारंभ जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने किया

यशपाल यादव बोले, ऐसे संस्कारशालाएं सरकारी एवं निजी सभी प्रकार के स्कूलों में खुलनी चाहिए

फरीदाबाद।
आज घरोड़ा स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के 11वें उद्घाटन दिवस कार्यक्रम पर एक संस्कारशाला का प्रारंभ जिला उपायुक्त श्री यशपाल यादव ने किया। उन्होंने शिलापट्ट का अनावरण कर और रिबन की गांठ खोलकर संस्कारशाला का विधिवत रूप से उद्घाटन किया।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने कहा कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ने संस्कारशाला का प्रारंभ पर एक नेकी का कार्य किया है। इससे न केवल बच्चे अपने लक्ष्यों के प्रति केंद्रित हो सकेंगे बल्कि वह अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति भी सचेत होंगे। श्री यादव ने कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन में दृढ़ निश्चय कर कार्य करता है उसकी सफलता निश्चित होती है और हमारी सनातन परंपराएं हमारे दृढ़ निश्चयों को और मजबूती प्रदान करती हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह संस्कारों की केवल बात ना करें बल्कि उन्हें अपने जीवन में भी उतारें।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती रितु चौधरी ने कहा कि यहां पर जिले के अधिकांश स्कूल संचालक उपस्थित हैं। वह भी इस प्रकार की कोशिशों को आगे बढ़ाएं तो निश्चित रूप से शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव हमें आने वाले समय में देखने को मिल सकता है।
स्कूल के निदेशक दीपक यादव ने बताया कि वास्तव में यह एक यज्ञशाला है जहां बच्चों के साथ प्रतिदिन वैदिक रीति से हवन का आयोजन किया जाएगा। इसमें उस संबंधित दिन पर जन्मदिन वाले बच्चों को यज्ञ में भागीदार बनाया जाएगा और उन्हें एक यादगार भी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यज्ञशाला का वास्तविक अर्थ बच्चों में संस्कारों का पोषण करना है। यहां बच्चों को ध्यान एवं योग की कक्षाएं भी लगाई जाएंगी और उन्हें प्रेरक क्लास भी मिलेंगी। हमारा प्रयास होगा कि यह बच्चे मॉडर्न एडुकेशन के साथ साथ सनातन संस्कृति एवं परंपरा को अपने जीवन में स्वीकार करें, जिससे भारत पुनः विश्व गुरु बन सके।
उन्होंने बताया कि इस यज्ञशाला से उठने वाले धूम्र से आसपास का वातावरण शुद्ध होगा, विषाणु का नाश होगा और लोगों का स्वास्थ्य सुधरेगा वहीं बच्चों में भी संस्कारों का उदय होगा, पॉजिटिविटी बढ़ेगी और ईश्वर के प्रति आस्था मजबूत होगी। इन सभी अर्थों में हमारा यह प्रयास सार्थक सिद्ध होगा, इसका हमें पूर्ण विश्वास है।
इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि वह अपने माता-पिता के पैसे पर गर्व ना करें और शिक्षा प्राप्त करने के अवसर को बेकार न जाने दें। यह शिक्षा ही जीवन भर काम आएगी। माता-पिता भी अपने बच्चों को केवल पैसे से सुविधाएं देने की कोशिश ना करें, बल्कि साथ बैठकर संस्कारों को उनके जीवन में दें।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा के बड़े भाई टिप्पर चंद शर्मा, हरियाणा एडुकेटर्स क्लब के प्रधान रमेश डागर, बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के प्रधान चंद्रसेन शर्मा, फरीदाबाद प्रोग्रेसिव स्कूल्स कॉन्फ्रेंस के प्रधान नरेंद्र परमार, निगम पार्षद दीपक यादव, जिला पार्षद सुरजीत अधाना एवं विक्रम सिंह अरुआ, सत्यवीर डागर, जोध सिंह वालिया, लखन बेनीवाल सहित अनेक शिक्षा संस्थाओं एवं विद्यालयों के संचालक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: April 8, 2021

लिंग्याज में मनाया गया विश्व जल दिवस

लिंग्याज डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी में विश्व जल दिवस मनाया गया। जिसका मुख्य उद्दश्य विश्वभर में पीने के पानी की आपूर्तिव उसका महत्व को समझाने का था।सभी को पानी की जरूरत को समझाने के उद्देश्य से ही यूनिवर्सिटीमें विश्व जल दिवस मनाया गया। जिसमें बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और पानी के महत्व को लेकर अपने विचार व्यक्त कियें।डिपार्टमेंट ऑफ इंगलिश के द्वारा इस दिवस को आयोजित किया गया। जिसका संचालन डॉ. रशमी ने किया।

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. ए.आर.दुबे, डीन ऑफ एकेडमिक डॉ. पंकज मिश्रा समेत कई और फैकल्टीज ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। वहीं कुलपति डॉ. ए.आर.दुबे ने पानी को लेकर अपने विचार वयक्त किए कि हमारे जीवन में जल का क्या महत्व है। पानी के बिना हमारा जीवन किस तरह अधूरा है। इन सभी बातों पर चर्चा की। उसी तरह से डॉ. पंकज ने भी सभी के समक्ष अपने विचार रखे। वहीं डिपार्टमेंट ऑफ इंगलिश की एकेडमिक डीनप्रोफेसर आंचल मिश्रा ने कहां किमैं अपने डिपार्टमेंट की सभी फैकल्टीज का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने इस इवेंट को करने में अपना पूरा सहयोग दिया। उन्होंने कहां कि इस इवेंट को करने का मकसद यहीं था कि हम सब पानी की महत्वता को समझे और उस पर अमल भी करें।

कब से मनाया जा रहा है यह दिवस

1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया था और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में अपने ‘एजेंडा 21’में रियो डी जेनेरियो में इसका प्रस्ताव दिया था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसारलगभग 4 बिलियन लोग वर्ष में कम से कम एक महीने के लिए पानी की भारी कमी का अनुभव करते हैं और लगभग 1.6 बिलियन लोग – दुनिया की आबादी का लगभग एक चौथाई – एक स्वच्छ, सुरक्षित जल आपूर्ति तक पहुँचने में समस्याएं हैं।

Posted by: | Posted on: April 7, 2021

यादव अकेडमी सीनियर सैकंडरी स्कूल हथीन में कोविड-19जागरूकता पोस्टर मेकिंग व स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ

यादव अकेडमी सीनियर सैकंडरी स्कूल हथीन में कोविड-19जागरूकता पोस्टर मेकिंग व स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पलवल के संयोजन में व हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स पलवल के नेतृत्व किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के चैयरमेन व प्रधानाचार्य देवेंद्र यादव अधिवक्ता ने की। हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के सचिव रिशाल सिंह ने अपने जागरूक सन्देश में बताया कि कोविड-19 वायरस से बचने के लिए मास्क लगाना व दो गज की दूरी बहुत जरूरी है। फतेहराम शास्री (एडीसी स्काउट)ने सभी बच्चों को प्रतियोगिता के उद्देश्य को समझाया। प्रतियोगिता में कुल 105 बच्चों ने भाग लिया जिनमें पोस्टर मेकिंग में प्रथम कुशाग्र व द्वितीय लवकेश तथा स्लोगन में प्रथम तरमीम व द्वितीय राहुल रहे।स्कूल की तरफ से भावना ,सरिता,करिश्मा,मनमोहन,लकेश,सरिता कोली मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: April 7, 2021

लिंग्याज के ताज में जुड़ेगा एक और हीरा… दूसरे प्रदार्थ आधारित थिनफिल्म तकनीक का करेगा प्रयोग

लिंग्याज डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी वैसे तो किसी पहचान का मोहताज नहीं है पर अपनी इसी पहचान में एक और कड़ी जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। अब तक सोलर सेल में सिलिकॉन आधारित तकनीक का प्रयोग होता आया है, लेकिन अब इस तकनीक के अलावा लिंग्याज दूसरे प्रदार्थ पर आधारित थिनफिल्म तकनीक का प्रयोग करेगा। जिससे सोलर सेल को एक नए रूप में देखा जा सकेगा। इसके लिए लिंग्याज ने फ्रांस की 3डी- ऑक्साइड कंपनी के साथ टाइअप किया है। जिससे इस कार्य को अंजाम दिया जायेंगा। इतना ही नहीं यह कंपनी यूनिवर्सिटी के एक पीएचडी स्टूडेंट को फैलोशिप भी देगी व उनके द्वारा किए गए रिसर्च को भी प्रमोट करेगी।

3डी- ऑक्साइड कंपनी एबीसीडी तकनीक के द्वारा थीनफिन को बनाती है। जिसे सीबीई सिबला 150 इक्विपमेंटस से बनाया जायेंगा। जिससे इसकी क्षमता में भी व्रिधी होगी। इतना ही नहीं लिंग्याज के साथ बाकी और यूनिवर्सिटीज और कंपनिज भी अपना योगदान दे सकेंगी। इस सहकार्यता से दूसरी यूनिवर्सिटीज अपने रिसर्च के साथ-साथ विदेशी प्रोजेक्टस में भी शामिल हो सकेंगी। इससे लिंग्याज के साथ-साथ बाकी और यूनिवर्सिटीज को भी इसका लाभ मिल सकेगा। स्कूल ऑफ बेसिक एंड एपलाइड फिजिक्स के प्रोफेसर डॉ. राधेश्याम राय ने बताया कि मुझे इस कंपनी के साथ टाइअप करने के लिए कम से कम दो महीने लगे। इस टाइअप को करने का हमारा मकसद ही यही था कि हम यूनिवर्सिटी के लिए कुछ नया कर सके। इस कंपनी के साथ से हम सौर ऊर्जा को ओर कही ज्यादा डेवलप कर सकेंगे। वही लिंग्याज यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. ए.आर.दुबे का कहना है कि मुझे इस डिपारमेंट पर गर्व है। इस तकनीक से सोलर सेल के प्रदार्थ में जो बदलाव होगा। उससे लिंग्याज के साथ-साथ बाकी यूनिवर्सिटीज और कंमपनियों को भी फायदा होगा।      

क्या है सोलर सेल

वे अर्धचालक युक्तियाँ (semiconductor device), जो सौर उर्जा को विधुत उर्जा में बदलती है, सोलर सेल्स कहलाती है। इन्हें सौर प्रकाश वोल्टीय सेलें (solar photo voltic cells) भी कहते है। सोलर सेल का प्रयोग करके सूर्य की उर्जा को विधुत उर्जा में बदला किया जाता है। सबसे पहले सोलर सेल को 1954 में बनाया गया था, जिनकी दक्षता (efficiency) केवल एक प्रतिशत ही थी, जोकि बहुत ही कम है। बाद में कृत्रिम उपग्रहों के लिए मांग बढ़ने के कारण इनकी दक्षता बढ़ाने के प्रयास लगातार होते रहे है। अब इनकी दक्षता पहले की तुलना में काफी बढ़ गयी है।

Posted by: | Posted on: April 6, 2021

रेयान इंटरनेशनल स्कूल का नया सत्र 5 अप्रैल 2021 से शुरू हुआ

नए सत्र का आरम्भ   नई आशाओं और नए सपनों के शुभागमन समय है। रेयान इंटरनेशनल स्कूल का  नया सत्र 5 अप्रैल 2021 से शुरू हुआ। नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ शिक्षकों ने छात्रों का स्वागत बड़े जोश और उत्साह के साथ किया। हमारे सम्मानित अध्यक्ष महोदय और प्रबंध निदेशक मैडम डॉ ग्रेस पिंटो के कुशल मार्गदर्शन और  प्रेरणा के तहत, शिक्षकों ने छात्रों का स्वागत बडे उत्साह से किया। शिक्षकों ने नए सत्र की पहली प्रार्थना सभा प्रस्तुत की और सर्वशक्तिमान ईश्वर को उनके प्रेम व आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया। छात्रों के लिए इस दिन को यादगार बनाने में शिक्षकों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। छात्रों ने प्रशंसा और स्तुति गीतों की धुनों पर नृत्य प्रस्तुत कर छात्रों के प्रति अपने स्नेह को व्यक्त किया और शिक्षकों द्वारा आयोजित मनोरंजक  खेलों में छात्रों ने उत्साह से भाग लिया। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुश्री निशा शर्मा ने छात्रों का हार्दिक स्वागत किया और आगामी  सत्र के लिए उन्हें शुभकामना दी ।नए सत्र के लिए यह एक शानदार शुरुआत थी।

Posted by: | Posted on: April 5, 2021

लिंग्यास यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को साक्षात्कार कौशल की क्ल़ॉसिस से दिलायेंगी प्लेसमेंट

लिंग्यास यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को साक्षात्कार कौशल की क्ल़ॉसिस से दिलायेंगी प्लेसमेंट

जानी मानी शिक्षिण संस्था लिंग्यास विद्यापीठ, डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों को नौकरी दिलवाने की कवायद शुरू कर दी है। साल के अंतीम चरण में यूनिवर्सिटी ने अपने छात्रों के लिए ड्रसिंग एंड ग्रुरूमिंग क्लासिस के साथ-साथ इंटरव्यू स्किल्स(साक्षात्कार कौशल) पर कार्य करना शुरू कर दिया है। ताकि प्लेसमेंट के दौरान कैंपस में आने वाली कंपनियां ज्यादा से ज्यादा छात्रों को नौकरी देकर अपने साथ ले जा सके। इस कवायद में यूनिवर्सिटी ने अपनी खास तैयारी की है। जिसके तहत स्कूल ऑफ फार्मेसी के लास्ट ईयर के छात्रों को एक हफ्ते के लिए ड्रसिंग एंड ग्रुरूमिंग, इंटरव्यू स्किल्स(साक्षात्कार कौशल), पोजिटिव ऐटिट्यूड, टीम वर्क और ई-मेल एटिकेट पर खासतौर पर क्लासिस दी जायेंगी। ताकि हफ्ते बाद कैंपस में आनी वाली कंपनियां यूनिवर्सिटी से ज्यादा से ज्यादा छात्रों को नौकरी देकर अपने साथ ले जा सके।

विगत कोरोना काल का बढ़ता कहर हमारे शरीर के साथ-साथ हमारी निजी जिंदगी में भी बहुत गहरा असर डाल रहा है। इसी कारण लिंग्यास यूनिवर्सिटी ये कदम उठाया है ताकि वे अपने छात्रों को नौकरियां दिलवाने में सक्षम हो सके। इस कार्य का जिमेदारी सेशनस और वर्कशॉपस के ट्रनिंग प्रोफेसर आशुतोष दीक्षित को दी हैं। ताकि वे छात्रों को इन स्किल्स के बारे में जानकादी दे सके और उन्हें इंटरव्यू सेंशन के लिए तैयार कर सके। प्रोफेसर दीक्षित ने बताया कि इन स्किल्स के जरिए छात्रों को अच्छी नौकरी तो मिल ही सकेगी। साथ ही उन्हें ये भी पता चलेगा कि इंटरव्यूज में सामने से किस तरह के क्योशन पूछें जाते है। ताकि बच्चें पहले से ही पूरी तरह से तैयार रहे। उनका कहना है कि इन क्लासिस के जरियें बच्चों को अच्छी कंपनियों में स्लेक्ट होने की योग्यता प्राप्त हो सकेगी।

स्कूल ऑफ फार्मेसी के डीन डॉ. मुजाहिद ने बताया कि इन क्यासिस को करवाने का हमारा मकसद केवल एक ही है कि यूनिवर्सिटी में ही प्लेसमेंट के समय बच्चों को नौकरी मिल जाएं। ताकि कॉलेज खत्म होने के बाद बच्चों को ज्यादा मुश्कद ना करनी पड़ी। यूनिवर्सिटी में ही बच्चें पूरी तरह से ही तैयार होकर निकले। वही लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने बताया कि इन सिकल्स को सिखने से बच्चों को पता चलेगा कि इंटरव्यू के समय किस तरह के सवाल पूछे जाते है और उनका जवाब कैसे दिया जाता है। इन सिकल्स को सिखना बेहद जरूरी है। ताकि बच्चें अपना भविष्य सवार सके। उन्हें कही मात ना खानी पड़ी।

Posted by: | Posted on: April 2, 2021

पर्यावरण सुरक्षा हेतु एमवीएन विश्वविद्यालय का अनूठा कदम

एमवीएन विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में सर्व वेलफेयर सोसाइटी एवं सोशल टॉक के सहयोग से भस्मक यंत्र की स्थापना की, जिसका उद्घाटन सोशल टॉक्स के संस्थापक सचिन गांधी ने किया और बताया कि भस्मक यंत्र फेस मास्क, सैनिटरी पैड्स एवं नैपकिन के उचित निपटान के लिए उपयोग में लाया जाता हैl विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जेवी देसाई एवं कुलसचिव डॉ. राजीव रतन ने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद भी लोग फेस मास्क, नैपकिन एवं सैनिटरी पैड को यूं ही कूड़े करकट में फेंक देते हैं जिसकी वजह से पर्यावरण प्रदूषण के साथ साथ जीव जंतु एवं फसलों को भी भारी नुकसान होता हैl इसलिए इनका उचित निपटान बेहद जरूरी है और सर्व वेलफेयर सोसाइटी एवं सोशल टॉक्स के सहयोग से फार्मेसी विभाग ने जो भस्मक यंत्र की स्थापना की है वह बहुत सराहनीय हैl फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तरुण विरमानी ने कहा कि यह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है और उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अप्रयुक्त एवं एक्सपायर्ड दवाइयों के उचित निपटान के लिए भी इस प्रकार के यंत्र की स्थापना की जाएगीl उन्होंने इस भस्मक यंत्र की विशेषताएं बताते हुए कहा कि यह यंत्र दो से तीन नैपकिन एक समय में, 100 पैड प्रतिदिन एवं 400 से 500 फेस मास्क का प्रतिदिन निपटान कर सकता हैl विश्व विद्यालय की प्रबंधक संचालक कांता शर्मा, अध्यक्ष वरुण शर्मा, कुलाधिपति संतोष शर्मा ने पर्यावरण की सुरक्षा हेतु यह कदम उठाने के लिए सर्व वेलफेयर सोसाइटी एवं सोशल टॉक्स का धन्यवाद किया एवं विभाग की सराहना कीl

Posted by: | Posted on: April 1, 2021

विदेशों में भी अपनी छाप छोड़ रही है लिंग्याज यूनिवर्सिटी

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | लिंग्याज डीम्ड-टू-बी- यूनिवर्सिटी की अपनी एक अलग पहचान है। यूनिवर्सिटी अपनी इसी पहचान में कई और कड़ियों को जोड़ रही है। भारत के अन्य प्रांतों के साथ-साथ अब विदेशों से भी यूनिवर्सिटी में छात्र पढ़ने आ रहे है। किसी भी छात्र के जीवन में हायर सेकेंडरी पास करने के बाद सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होता है कि उसे किस कॉलेज में एडमिशन लेना चाहिए। अक्सर लुभावने विज्ञापन, सुनी-सुनाई बातों और दूसरों की देखा-देखी बच्चे और अभिभावक गलत कॉलेज का चुनाव कर लेते हैं जो स्टूडेंट के करियर के लिए बुरा साबित होता है। लेकिन लिंग्याज यूनिवर्सिटी अपनी टीम को विदेश भेजकर वहां काउंसलिंग करवाती है। ताकि यूनिवर्सिटी के हर पहलू को विदेशी छात्र समझ और परख सके कि उनके भविष्य के लिए क्या सही हैं और क्या गलत। इंटरनेळनल एडमिशन एंड रिलेशन के हैड इरशाद अरमानी ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में जितनी भी यूनिवर्सिटीज है उनमें अभी तक यूएसए से कोई भी छात्र पढ़ने के लिए नहीं आया है। लिंग्याज ऐसी पहली यूनिवर्सिटी है जहां यूएसए से भी छात्र पढ़ने के लिए आ रहे है। उन्होंने बताया कि मैं खुद विदेशों में जाकर काउंसलिंग करता हूं। ताकि बच्चों को मैं उनके भविष्य के लिए गाइड कर सकु। यूनिवर्सिटी में यूएसए के अलावा अफगानिस्तान, नाईजीरिया, जिम्बाब्वे और कांगो से भी छात्र काफी मात्रा में एडमिशन ले रहा हैं। इरशाद अरमानी ने बताया कि इसी साल बेल्जियम की यूनिवर्सिटी थॉमस मोर यूनिवर्सिटी के साथ हमने टाइअप किया है। जिसके जरिए यहां के छात्र एक साल के लिए निशुल्क बेल्जियम में पढ़ सकेंगें और अगर कोई वहां का छात्र एक साल के लिए भारत में पढ़ना चाहे तो वो भी लिंग्याज में निशुल्क पढ़ सकेगा। इतना ही नहीं छात्रों के साथ-साथ अगर कोई टीचर यहां से
विदेश जाकर पढ़ाना चाहे या फिर वहां से कोई टीचर हमारी यूनिवर्सिटी में पढ़ाना चाहे तो वो भी यहां पढ़ा सकते है। इसके साथ बेल्जियम यूनिवर्सिटी से हमने रिसर्च कॉलेब्रेशन भी किया है। दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, नाईजीरिया, अफगानिस्तान से अगले सैशन में कम से कम 100 छात्रों को लाने का हमारा टारगेट है। हमारी कोशिश है कि यूनिवर्सिटी को ग्लोबल के साथ जोड़ सके। हमारा बाहर की बहुत सी यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू (समझौता ज्ञापन) करने का भी प्लान है। लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे का कहना है कि ज्यादातर ऐसा होता है कि भारत के छात्र ही विदेश भागने में लगे रहते है, लेकिन हमारी ये कोशिश है कि अब विदेश से ज्यादा से ज्यादा छात्र भारत में आकर पढ़े। ग्लोबलाइजेशन का ट्रेंड बढ़ रहा है। छात्रों को क्या पढ़ना है। किस देश में पढ़ना है। इस बारे में सोचना चाहिए। इसलिए हमारी यही कोशिश है कि भारत के साथ-साथ विदेशों से भी ज्यादा से ज्यादा छात्र यहां आकर अपनी पढाई करे।