Monday, May 24th, 2021

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Posted by: | Posted on: May 24, 2021

कुलाधिपति डॉ पिचेश्वर गड्डे और माननीय कुलपति प्रो डॉ एआर दुबे के निरंतर प्रोत्साहन के साथ, 22 मई, 2021 को महिला सुरक्षा और लिंग संवेदीकरण के सामाजिक-कानूनी महत्व पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया था

कुलाधिपति डॉ पिचेश्वर गड्डे और माननीय कुलपति प्रो डॉ एआर दुबे के निरंतर प्रोत्साहन के साथ, 22 मई, 2021 को महिला सुरक्षा और लिंग संवेदीकरण के सामाजिक-कानूनी महत्व पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया था। विधि विद्यापीठ, लिंगया विद्यापीठ, फरीदाबाद के मार्गदर्शन में प्रो. (डॉ.) राधेश्याम प्रसाद, डीन, स्कूल ऑफ लॉ।

आयोजन के उद्देश्य:
इस आयोजन का उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य में महिला सुरक्षा और लिंग संवेदीकरण के सामाजिक-कानूनी महत्व को समझना और इसके संभावित समाधान प्राप्त करना था।

वेबिनार के वक्ता के बारे में:
सलाह Advocate चित्रा सक्सेना नागपाल एक प्रख्यात शिक्षाविद हैं, जो वर्तमान में सहायक प्रोफेसर, स्कूल ऑफ लॉ, गीताम विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम के रूप में कार्यरत हैं, मुख्य वक्ता थीं। शिक्षा जगत में शामिल होने से पहले उनके पास मुकदमेबाजी का 12 साल का अनुभव भी है। उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन, दिल्ली विश्वविद्यालय, एलएलबी से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। दिल्ली विश्वविद्यालय से डिग्री और एलएलएम जीजीएसआईपीयू, दिल्ली से। उन्होंने भारतीय विधि संस्थान, दिल्ली से एडीआर और कॉर्पोरेट कानून के क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा भी प्राप्त किया।

विवरण: वेबिनार के दौरान अतिथि वक्ता ने उल्लेख किया कि हमारे समाज में लिंग भेदभाव कैसे होता है और बताया कि कैसे लिंग (SEX) लिंग (Gender) से अलग है। उन्होंने संविधान के तहत विभिन्न अपराधों के खिलाफ महिलाओं की सुरक्षा, विभिन्न दंड कानूनों, महिलाओं पर विशेष कानूनों, सूचना प्रौद्योगिकी कानून के संबंध में विधायिका के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने पूरी दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा के उत्थान के लिए अंतर्राष्ट्रीय ढांचे और मानदंडों के बारे में भी चर्चा की। महिला विशिष्ट कानून जैसे दहेज निषेध अधिनियम, 1961 और घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 आदि। पोस्को अधिनियम के तहत बच्चों को दिए गए विशेष संरक्षण पर भी चर्चा की गई। वेबिनार में महिला भेदभाव के संबंध में समाज के विभिन्न व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा की गई और इन समस्याओं के संभावित समाधान पर भी चर्चा की गई।

कार्यक्रम : वेबिनार का आयोजन गूगल मीट के जरिए किया गया। लिंक को विभिन्न संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच परिचालित किया गया था। वेबिनार में 65 प्रतिभागियों ने भाग लिया। शुरुआत में सहायक प्रोफेसर श्री ईश प्रीत सिंह ने अतिथियों और सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। तत्पश्चात प्रतिभागियों को माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) ए.आर. दुबे ने अतिथि वक्ता के समक्ष संबोधित किया और अपने शब्दों से आभासी सभा का ज्ञानवर्धन किया। अतिथि भाषण के बाद स्कूल ऑफ लॉ के डीन डॉ. राधेश्याम प्रसाद ने प्रतिभागियों को अपने ज्ञानवर्धक शब्दों से संबोधित किया। अंत में स्कूल ऑफ लॉ की सहायक प्रोफेसर सुश्री श्राबनी कर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
घटना के परिणाम: प्रतिभागी मुद्दे से संबंधित व्यावहारिक पहलुओं को समझने में सक्षम थे। उन्होंने लैंगिक भेदभाव के विभिन्न आयामों को भी समझा। प्रतिभागियों को महिलाओं और लिंग भेदभाव के खिलाफ अपराधों से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय ढांचे के बारे में भी जानकारी मिली। छात्रों और श्रोताओं द्वारा कई विचारोत्तेजक प्रश्न पूछे गए और संसाधन व्यक्ति द्वारा वाकपटुता से उत्तर दिए गए।

Posted by: | Posted on: May 24, 2021

हयूमन लीगल ऐड एण्ड क्राईम कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन एनजीओ ने गरीबों को फल तथा मास्क वितरित किये

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | हयूमन लीगल ऐड एण्ड क्राईम कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन एनजीओ के तत्वाधान में लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए आज संस्था के कार्यकर्ताओं ने नहरपार क्षेत्र के स्लम बस्तियों में जाकर लोगों को फल तथा खाने का सामान वितरित किया । संस्था की महासचिव राधिका बहल ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में सभी व्यक्ति परेशान है। मगर लॉकडाउन की स्थिति में मजदूर वर्ग तथा स्लम बस्तियों के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में एनजीओ के कार्यकर्ताओं द्वारा आज गरीब वर्ग के लोगों को फल तथा बिमारी आदि से बचने के लिए नहाने का साबुन तथा मास्क, सैनीटाईजर आदि का वितरण किया गया। कोरोना की बिमारी से बचने के लिए इम्युनिटी पावर की गोलियां तथा भांप लेने के लिए स्टीमर भी वितरित किये गये। इस अवसर पर उनके साथ संस्था से अमित साहनी, पिंकी चोपड़ा, पूनम, हरप्रसाद चड्डा आदि कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया

Posted by: | Posted on: May 24, 2021

जिला जेल फरीदाबाद पर माननीय न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश फरीदाबाद वाई.एस. राठौर के निर्देश पर एक वैक्सीनेशन कैम्प का आयोजन किया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | जिला जेल फरीदाबाद पर माननीय न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश फरीदाबाद वाई.एस. राठौर के निर्देश पर एक वैक्सीनेशन कैम्प का आयोजन किया गया जिसका उद्धाटन मंगलेश चैबे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद के द्वारा किया गया। उन्होंने जेल के सभी बन्दियों को जेल रेडियो के माध्यम से सम्बोन्धित किया ओर कहा कि कोविड वैक्सीन लगवाने से बन्दियों को न केवल कोरोना महामारी से बचाया जा सकेगा बल्कि यह सुरक्षित भी है। रणदीप सिंह पूनियां मुख्य चिकित्सा अधिकारी फरीदाबाद के द्वारा बन्दियों को वैक्सीन लगाने के लिये विशेष प्रबन्ध किये गये। उनके द्वारा न केवल चिकित्सा स्टाफ को जेल पर भेजा बल्कि कोविड-19 वैक्सीन भी भिजवाई है। मंगलेश चैबे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद ने बन्दियों को माननीय हाईपावर कमेटी हरियाणा के द्वारा दिनांक 11.05.2021 की मिटिंग में लिये गये फैसलों के बारे जागृत करते हुये सभी बन्दियों को विस्तार से बतलाया। माननीय न्यायाधीश द्वारा जेल के बन्दियों के हैल्थ व हाईजनिक को चैक किया व उनकी सराहना की। जेल अधीक्षक जयकिशन छिल्लर ने जेल रेडियो के माध्यम से सभी बन्दियों को सम्बोन्धित करते हुये बतलाया कि आज ये वैक्सीन कैम्प माननीय महानिदेशक कारागार हरियाणा शत्रूजीत सिंह कपूर आई.पी.एस के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया है। जेल के सभी बन्दियों को स्वैच्छिक आधार पर कोविड-19 वैक्सीन के टीके लगवाये जायेगें ताकि बन्दियों को कोविड-19 महामारी से बचाया जा सके। जेल प्रशासन द्वारा सभी बन्दियों में जागरूकता अभियान चलाकर जागरूक किया गया है। इसलिये सभी बंदी स्वेच्छिक रूप से जेल हस्पताल में आकर वैक्सीनेशन करवाने के लिये उत्साहित है।
माननीय न्यायाधीश द्वारा जिला जेल फरीदाबाद पर लोक अदालत का आयोजन भी किया गया तथा मौके पर ही लोक अदालत मंे छोटे-छोटे केसों में बन्द 8 बन्दियों को रिहा किया गया। इस अवसर पर जयकिशन छिल्लर अधीक्षक, जिला जेल फरीदाबाद, रामचन्द्र उप-अधीक्षक, अनिल कुमार उप-अधीक्षक, रोहण हुड्डा उप-अधीक्षक, डा0 मंयक पाराशर , डा0 वरूण तथा डा0 नवीन अग्रवाल तथा मेडिकल स्टाफ भी उपस्थित रहा।