Thursday, August 5th, 2021

now browsing by day

 
Posted by: | Posted on: August 5, 2021

वृंदा इंटरनेशनल स्कूल के बारहवीं कक्षा के पहले बैच के विद्यार्थियों ने बारहवीं सी.बी.एस.ई बोर्ड परीक्षा 2021 में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करके अपने विद्यालय का नाम रौशन किया है

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )| वृंदा इंटरनेशनल स्कूल के बारहवीं कक्षा के पहले बैच के विद्यार्थियों ने बारहवीं सी.बी.एस.ई बोर्ड परीक्षा 2021 में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करके अपने विद्यालय का नाम रौशन किया है। हमारे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने महान क्षितिज को छुआ है और स्कूल को गौरवान्वित किया है। प्राची ठाकुर ने स्कूल में टॉप किया और मानविकी में 95.6 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया। प्रिया मंगला (मेडिकल) और अर्शी खान (कॉमर्स) ने 95.2% हासिल कर दूसरा स्थान हासिल किया। इलका सैफी (मेडिकल) और सोनाली सिंह (कॉमर्स) ने 94.8% अंक हासिल कर तीसरा स्थान हासिल किया। अन्य उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों में नॉन मेडिकल की गार्गी चौहान ने 94.6% निधि नेगी (कॉमर्स) ने 93.4% साक्षी (कॉमर्स) ने 92.8%, एंजेला वेस्ले (कॉमर्स) ने 92.6%, सागर भाटिया (कॉमर्स) ने 91% अंक हासिल किए। हिमांशु (कॉमर्स) ने 77.4% अंक हासिल किए। 27 छात्रों में से 3 छात्रों ने 95% से अधिक अंक प्राप्त किए, 7 छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए। इसके अलावा 5 छात्रों ने 70% से अधिक अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। इसी के साथ
12 छात्रों ने 60% से अधिक अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। स्कूल की प्रबंध निर्देशिका विजयलक्ष्मी ने प्रधानाचार्य डॉ.कौमुदी भारद्वाज, उप प्रधानाचार्य जोबा गुहा, मेधावी छात्र, उनके गुरु और अभिभावकों को हार्दिक बधाई दी।

Posted by: | Posted on: August 5, 2021

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में मना ओलिंपिक हॉकी पदक की जीत का जश्न

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )| बीते रोज जर्मनी को मिले पेनल्टी कॉर्नर को ज्यों ही गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने रोका, भारतीय खिलाड़ियों के साथ टीवी पर इस ऐतिहासिक मुकाबले को देख रहे करोड़ों भारतीयों की भी आंखें नम हो गईं। आखिर इंतजार 41 साल का था और अतीत की मायूसियों के साये से निकलकर भारतीय हॉकी टीम ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत लिया। विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, तिगांव में इस जीत का जश्न जोश के साथ मनाया गया. सभी मिठाइयां बांटी गईं.
इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि भारतीय टीम 1980 मॉस्को ओलिंपिक में अपने आठ गोल्ड मेडल में से आखिरी पदक जीतने के 41 साल बाद ओलिंपिक पदक जीती है। मॉस्को से तोक्यो तक के सफर में बीजिंग ओलिंपिक 2008 के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर पाने और हर ओलंपिक से खाली हाथ लौटने की कई मायूसियां शामिल रहीं। लेकिन इस बार आठ बार की ओलिंपिक चैंपियन और दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया जोकि हमारे लिए काफी ख़ुशी और गर्व का विषय है.
उन्होंने कहा कि हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है इसलिए यह जीत और भी मायने रखती है. इस जीत से युवा खिलाडियों का मनोबल बढ़ेगा और क्रिकेट की तरह ही हॉकी में और बेहतरीन युवा खिलाडी आएंगे. गौरतलब है कि भारत ने हॉकी में ओलंपिक इतिहास में सबसे अधिक 12 मेडल जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना लिया है. जर्मनी की टीम 11 मेडल के साथ दूसरे नंबर पर है. अन्य कोई टीम दहाई मेडल तक नहीं पहुंच सकी है. भारत ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 में गोल्ड मेडल जीता. 1960 में सिल्वर जबकि 1968, 1972 और 2021 में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया.