Monday, November 8th, 2021
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पश्चिमी दिल्ली से आए सज्जनों ने फऱीदाबाद, ग्राम भूपानी स्थित, एकता के प्रतीक,ध्यान-कक्ष यानि समभाव-समदृष्टि के स्कूल की भव्य शोभा का अवलोकन किया
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | पश्चिमी दिल्ली से आए सज्जनों ने फऱीदाबाद, ग्राम भूपानी स्थित, एकता के प्रतीक, ध्यान-कक्ष यानि समभाव-समदृष्टि के स्कूल की भव्य शोभा का अवलोकन किया। सभी की जानकारी के लिए एकता के प्रतीक नाम से प्रसिद्ध इस भव्य दर्शनीय स्थल को वर्तमान समय में मानव जाति की एकता व शांति के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
उपस्थित सजनों को यहाँ बताया गया कि समभाव-समदृष्टि का यह स्कूल हमें मानव-धर्म अपनाकर, मैत्री-भाव अनुसार एकता, एक अवस्था के भाव में बने रहने का संदेश दे रहा है। इस संदेश को मनन कर जीवन में उतारने से ही हम एक दूसरे के दु:ख-सुख को समझकर आत्मभाव व आदर भाव से सब की आत्मा का सत्कार कर पाते हैं और परस्पर सजन-भाव का वर्त-वर्ताव करते हुए एक ऐसे नैतिक समाज का गठन करने में सफल हो जाते हैं जहाँ चारों ओर सुख-शांति व समृद्धि होती है।
सभी सदस्यों से कहा गया कि मानव होने के नाते निज-धर्म की सुरक्षा हमारा सर्वोपरि कर्त्तव्य है। इसी धर्म द्वारा ही हम अपना यथार्थ जान सकते हैं। अत: सावधान रहना है कि काम, क्रोध लोभ, मोह, अहंकार आदि विकार इस धर्म से हमें विचलित न कर सके। इसके स्थान पर हमें याद रखना है कि अपने धर्म पर टिके रहने वाला पराक्रमी ही सबसे बुद्धिमान और बलवान कहला सकता है। अत: जाग्रति में आना है और निज मानव धर्म को पहचानना है। इस संदर्भ में उन्हें कहा गया कि इसी अंतर्निहित मानव-धर्म से सभी को परिचित करा उसकी पहचान कराने हेतु ही इस समभाव-समदृष्टि के स्कूल का निर्माण हुआ है ताकि हर मानव अपने धर्म अनुरूप विचार-आचार व व्यवहार दर्शाकर समपूर्ण मानव जाति का स्वाभिमान बढ़ा सके।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने निजी कंपनियों में 75% बेरोजगारों को रोजगार देने की गति की तेज:मनोज गोयल
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने 75% रोजगार देने के प्रस्ताव पर सरकार ने लगाई मोहर
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने नौकरी को लेकर किया था बड़ा एलान:सरकार ने लगाई मोहर
फरीदाबाद. 8 नवंबर।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री ने पिछले दिनों बेरोजगारों युवाओं के लिए जो वादा किया था अब 75% बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के प्रस्ताव को सरकार ने मोहर लगाकर प्रस्ताव को मंजूर कर दिया।
जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल ने बताया कि युवाओं की धड़कन युवा सम्राट उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रदेशवासियों को जो वादा किया था वह पूरा कर दिखाया है उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार की करनी और कथनी में कोई अंतर नहीं है उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के बेरोजगारों को अच्छे दिन आने का वादा किया वह सफल हो चुका है।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक बड़ा एलान करते हुए कहा था कि निजी कंपनियों में 75 प्रतिशत प्रदेश के बेरोजगारों को रोजगार देने का काम 15 अक्टूबर से लागू करना होगा। दुष्यंत चौटाला ने यह बातें नूंह जिले में उस वक्त कहीं जब वह हिलालपुर गांव में पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 42 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण कर रहे थे।
प्रदेश के युवाओं के लिए मिलेगा फायदा
दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि हरियाणा में गठबंधन सरकार में लाने के लिए प्रदेशवासियों ने सराहनीय सहयोग दिया था। अल्प समय में पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा और प्रदेश की जनता ने न केवल दस विधायक दिए बल्कि वोटिंग फीसद भी 17.5 फीसद पहुंचाया है।
जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल ने यह भी कहा कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कार्यकर्ताओं की कार्यशैली उनकी कर्मठता पार्टी के प्रति वफादारी ईमानदारी के साथ अच्छा काम करने की प्रशंसा की थी।
जजपा नेता मनोज गोयल ने बताया कि यह सब जननायक पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के आदर्श एवं जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अजय सिंह चौटाला के विचारों से संभव हुआ है उन्होंने कहा की युवा सम्राट हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कार्यशैली और जनता के प्रति उनका स्नेह बरकरार है और उसी आधार पर उपमुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जननायक जनता पार्टी की जड़ें प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है।
जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश में 75% बेरोजगारों को रोजगार मिलने से घरेलू और जीवनशैली की आवश्यक जरूरतें पूरी होंगी यह हरियाणा प्रदेश वासियों के लिए खुशी का पल है यह उप मुख्यमंत्री ने बेरोजगारों के लिए ऐतिहासिक फैसला लेकर जरूरतमंदों के उज्जवल भविष्य का रास्ता खोल दिया है उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मार्गदर्शन में बेरोजगारों और युवाओं की आवश्यक जरूरत के साथ घर परिवार में अधिक खुशहाली की भी दुआ करता हूं
रतन कॉन्वेंट ने मुक्केबाजी में फिर मारी बाजी
फ़रीदाबाद(विनोद वैष्णव)| रतन कान्वेंट स्कूल में सुबह की प्रार्थना सभा में साहिल जो कि 12वीं कक्षा का छात्र है को अंतर राज्य स्तर पर गोहाना में हुए तीसरे युद्ध नॉर्थ टूर्नामेंट में हासिल की गई उपलब्धि के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार जी द्वारा खुशी जाहिर करते हुए पुरस्कृत किया गया जिसने
बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल व सर्टिफिकेट प्राप्त किया है उसकी इस मेहनत से प्राप्त की गई कामयाबी पर प्रशंसा करते हुए आशीर्वाद दिया तथा आने वाले समय में भी इसी प्रकार की अन्य गतिविधियों में भाग लेने व जीतने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमने समाज को एक के बाद एक रतन देने का जो यह बीड़ा उठाया है उसमें हम हमेशा अग्रसर रहेंगे।
विद्यालय के चेयरमैन मिस्टर यशवीर सिंह डागर ने भी विद्यार्थी को उसकी इस जीत पर शुभकामनाएं देते हुए इसी तरह कामयाबी हासिल करते रहने के लिए आशीर्वाद दिया।
नहाय खाय के साथ किया गया छठ व्रत का आरंभ कैसे हुई छठ पूजन की शुरुआत ?
फरीदाबाद ( पिंकी जोशी ) :- हिंदू पंचाग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को महाछठ का पर्व मनाया जाता है । इस दिन सूर्यदेव की बहन छट मैया और भगवान सूर्य की पूजा का विधान है । धार्मिक मान्यता के अनुसार छट का व्रत संतान की प्राप्ति कुशलता और उसकी दीर्घायु की कामना के लिए किया जाता है । चतुर्थी तिथि पर नहाय – खाय से इस पर्व की शुरुआत हो जाती है।
षष्ठी तिथि को छठ व्रत की पूजा व्रत और डूबते हुए सूरज को अर्घ्य के बाद अगले दिन सप्तमी को उगते सूर्य को जल देकर प्रणाम करने के बाद व्रत का समापन किया जाता है । इस बार 8 नवंबर को नहाय खाय से छठ व्रत का आरंभ होगा । अगले दिन 9 नवंबर को खरना किया जाएगा और 10 नवंबर षष्ठी तिथि को मुख्य छठ पूजन किया जाएगा और अगले दिन 11 नवंबर सप्तमी तिथि को छठ पर्व के व्रत का पारणा किया जाएगा।
ऐसे हुई छठ पूजन की शुरुआत :-
ब्रह्मवैवर्त पुराण की कथा के अनुसार जब प्रथम मनु के पुत्र राजा प्रियव्रत को कोई संतान नहीं हुई इस कारण वे बहुत दुखी रहने लगे थे । महर्षि कश्यप के कहने पर राजा प्रियव्रत ने एक महायज्ञ का अनुष्ठान संपन्न किया जिसके परिणाम स्वरुप उनकी पत्नी गर्भवती तो हुई लेकिन दुर्भाग्य से बच्चा गर्भ में ही मर गया। पूरी प्रजा में मातम का माहौल छा गया। उसी समय आसमान में एक चमकता हुआ पत्थर दिखाई दिया .. जिस पर षष्ठी माता विराजमान थीं । जब राजा ने उन्हें देखा तो उनसे , उनका परिचय पूछा।
माता षष्ठी ने कहा कि मैं ब्रह्मा की मानस पुत्री हूँ और मेरा नाम षष्ठी देवी है । मैं दुनिया के सभी बच्चों की रक्षक हूँ और सभी निःसंतान स्त्रियों को संतान सुख का आशीर्वाद देती हूं । इसके उपरांत राजा प्रियव्रत की प्रार्थना पर देवी षष्ठी ने उस मृत बच्चे को जीवित कर दिया और उसे दीर्घायु का वरदान दिया । देवी षष्ठी की ऐसी कृपा देखकर राजा प्रियव्रत बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने षष्ठी देवी की पूजा – आराधना की। मान्यता है कि राजा प्रियव्रत के द्वारा छठी माता की पूजा के बाद यह त्योहार मनाया जाने लगा।
नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया द्वारा ली गयी है।