Friday, February 4th, 2022

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Posted by: | Posted on: February 4, 2022

फरीदाबाद जेल में जेल रेडियो के लिए ऑडिशन शुरू

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव)। फरीदाबाद जेल रेडियो के लिए 5 कैदियों को रेडियो जॉकी के रूप में चुना गया है। ऑडिशन का संचालन जय किशन छिल्लर, अधीक्षक और जेल सुधारक डॉ वर्तिका नंदा ने किया। विचाराधीन और दोषियों के मिश्रण के साथ, ये चयनित कैदी वर्तिका नंदा द्वारा आयोजित कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरेंगे।

एक अपराधी राजकुमार जेल रेडियो पर कहानियां सुनाएगा और उसे कहानीकार के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। मनु, जो पहले से ही 2020 में आरजे के रूप में प्रशिक्षित थे, राहुल के साथ क्विज मास्टर होंगे। इसके साथ तिनका-तिनका जेल रेडियो कहानी और समसामयिक मामलों के 2 अतिरिक्त खंड पेश कर रहा है। मेहताब नाम के एक कैदी ने सामाजिक विज्ञान में पीएच.डी किया है। वह अब तिनका जेल अनुसंधान प्रकोष्ठ का हिस्सा होंगे, जिसने 2021 में हरियाणा में अपना काम शुरू किया था। तिनका-तिनका पॉडकास्ट और तिनका रिसर्च सेल दोनों ही वर्तिका नंदा द्वारा स्थापित विशेष अनुसंधान इकाइयाँ हैं।

हरियाणा के कारागार महानिदेशक मोहम्मद अकील के मुताबिक, ”हमें बेहद उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। जेल रेडियो की उपस्थिति के कारण जेल में आक्रामकता और अवसाद के मामलों में स्पष्ट कमी आई है।” जय किशन छिल्लर ने कहा, “इस जेल में आरजे का नया सेट निश्चित रूप से मौजूदा प्रोग्रामिंग में एक नई हवा लाएगा।”

जिला जेल फरीदाबाद को भारत की आधुनिक जेलों में से एक माना जाता है। यह अपने चित्रों, मिट्टी के बर्तनों और कैदियों के अन्य कला और शिल्प कार्यों के लिए जाना जाता है जो हर साल सूरजकुंड मेले में प्रदर्शित होते हैं। जिला जेल, फरीदाबाद में जेल रेडियो का उद्घाटन 28 जनवरी, 2021 को के. सेल्वराज (आईपीएस), जेल महानिदेशक, जय किशन छिल्लर, अधीक्षक जेल और डॉ. तिनका-तिनका फाउंडेशन की संस्थापक वर्तिका नंदा। जय किशन छिल्लर को जेल सुधारों की दिशा में उनके असाधारण कार्य के लिए अरविन्द कुमार, महानिदेशक, कारागार, मध्य प्रदेश द्वारा वर्ष 2021 का तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड प्रदान किया गया। तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड्स वर्तिका नंदा द्वारा गठित विशेष पुरस्कार हैं जो जेल के कैदियों और जेल प्रशासकों को सालाना दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों ने कला और रचनात्मकता के उत्सव के 7 साल पूरे कर लिए हैं।

जेल सुधारक डॉ. वर्तिका नंदा, संस्थापक, तिनका-तिनका फाउंडेशन द्वारा कैदियों का ऑडिशन, प्रशिक्षण और प्रसारण के लिए तैयार किया जा रहा है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं। उन्होंने तिनका-तिनका के बैनर तले भारत में जेल सुधारों पर एक आंदोलन शुरू किया है। भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने उन्हें 2014 में स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। तिनका-तिनका फाउंडेशन हाल ही में ब्रूट द्वारा एक विशेष वृत्तचित्र की रिलीज के साथ चर्चा में आया था। यह भारत में जेल रेडियो पर एक विशेष फिल्म है।

Posted by: | Posted on: February 4, 2022

हरियाणा के जेल रेडियो में शामिल होंगे 5 नए कैदी

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव) : फरीदाबाद जेल रेडियो के लिए 5 कैदियों को रेडियो जॉकी के रूप में चुना गया है। ऑडिशन का संचालन जय किशन छिल्लर, अधीक्षक और जेल सुधारक डॉ वर्तिका नंदा ने किया। विचाराधीन और दोषियों के मिश्रण के साथ, ये चयनित कैदी वर्तिका नंदा द्वारा आयोजित कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरेंगे।

एक अपराधी राजकुमार जेल रेडियो पर कहानियां सुनाएगा और उसे कहानीकार के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। मनु, जो पहले से ही 2020 में आरजे के रूप में प्रशिक्षित थे, राहुल के साथ क्विज मास्टर होंगे। इसके साथ तिनका-तिनका जेल रेडियो कहानी और समसामयिक मामलों के 2 अतिरिक्त खंड पेश कर रहा है। मेहताब नाम के एक कैदी ने सामाजिक विज्ञान में पीएच.डी किया है। वह अब तिनका जेल अनुसंधान प्रकोष्ठ का हिस्सा होंगे, जिसने 2021 में हरियाणा में अपना काम शुरू किया था। तिनका-तिनका पॉडकास्ट और तिनका रिसर्च सेल दोनों ही वर्तिका नंदा द्वारा स्थापित विशेष अनुसंधान इकाइयाँ हैं।

हरियाणा के कारागार महानिदेशक मोहम्मद अकील के मुताबिक, ”हमें बेहद उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। जेल रेडियो की उपस्थिति के कारण जेल में आक्रामकता और अवसाद के मामलों में स्पष्ट कमी आई है।” जय किशन छिल्लर ने कहा, “इस जेल में आरजे का नया सेट निश्चित रूप से मौजूदा प्रोग्रामिंग में एक नई हवा लाएगा।”

जिला जेल फरीदाबाद को भारत की आधुनिक जेलों में से एक माना जाता है। यह अपने चित्रों, मिट्टी के बर्तनों और कैदियों के अन्य कला और शिल्प कार्यों के लिए जाना जाता है जो हर साल सूरजकुंड मेले में प्रदर्शित होते हैं। जिला जेल, फरीदाबाद में जेल रेडियो का उद्घाटन 28 जनवरी, 2021 को के. सेल्वराज (आईपीएस), जेल महानिदेशक, जय किशन छिल्लर, अधीक्षक जेल और डॉ. तिनका-तिनका फाउंडेशन की संस्थापक वर्तिका नंदा। जय किशन छिल्लर को जेल सुधारों की दिशा में उनके असाधारण कार्य के लिए अरविन्द कुमार, महानिदेशक, कारागार, मध्य प्रदेश द्वारा वर्ष 2021 का तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड प्रदान किया गया। तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड्स वर्तिका नंदा द्वारा गठित विशेष पुरस्कार हैं जो जेल के कैदियों और जेल प्रशासकों को सालाना दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों ने कला और रचनात्मकता के उत्सव के 7 साल पूरे कर लिए हैं।

जेल सुधारक डॉ. वर्तिका नंदा, संस्थापक, तिनका-तिनका फाउंडेशन द्वारा कैदियों का ऑडिशन, प्रशिक्षण और प्रसारण के लिए तैयार किया जा रहा है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं। उन्होंने तिनका-तिनका के बैनर तले भारत में जेल सुधारों पर एक आंदोलन शुरू किया है। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें 2014 में स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। तिनका-तिनका फाउंडेशन हाल ही में ब्रूट द्वारा एक विशेष वृत्तचित्र की रिलीज के साथ चर्चा में आया था। यह भारत में जेल रेडियो पर एक विशेष फिल्म है।

Posted by: | Posted on: February 4, 2022

महिला व शिशु लाभ के लिए योजना क्रियान्वित: उपायुक्त जितेंद्र यादव

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा है कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि महिला व उसका शिशु स्वस्थ रहे, इस उद्देश्य को लेकर उपरोक्त योजना को राज्य सरकार ने क्रियान्वित किया है।

उन्होंने बताया कि किसी भी परिवार में पहली बार गर्भवती हुई महिला को अच्छा स्वास्थ्य और सही खान-पान देने के लिए सरकार द्वारा किश्तों में सहायता राशि उक्त योजना के तहत प्रदान की जाती है। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि पात्र महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ अवश्य उठाना चाहिए। उन्होंने बताया कि योजना के तहत कुल 5 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसमें पहली किश्त एक हजार रुपये की है। दूसरी किश्त 2 हजार रुपये की व तीसरी किश्त भी 2 हजार रुपये की निर्धारित की गई है।

इसके साथ ही उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि उपरोक्त योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्ते भी निर्धारित की गई है और लाभार्थी के पास आवश्यक दस्तावेज भी होने चाहिए। शर्तों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला का किसी भी सरकारी स्वास्थ्य इकाई में 150 दिनों के भीतर पंजीकरण पत्र आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करवाने पर पहली किश्त का भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही उक्त महिला के पास आवेदन प्रपत्र 1 ए, एमसीपी कार्ड, पहचान प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस अथवा अकाउंट पासबुक का होना भी जरूरी है।

उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार 2000 रुपये की दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच होने के दावों को गर्भावस्था से 180 दिन बाद दस्तावेजों के साथ जमा करवाना होगा और इसके साथ ही आवेदन प्रपत्र एक बी तथा एनसीपी कार्ड भी लगाना होगा। उन्होंने कहा कि 2 हजार रुपये की तीसरी किश्त प्राप्त करने के लिए शिशु जन्म का पंजीकरण करवाना जरूरी है। इसके साथ शिशु को प्रथम चक्र बीसीजी, ओबीपी, डीपीटी एवं हेपेटाइटिस बी अथवा समकक्ष का टीकाकरण करवाने के बाद दस्तावेजों के साथ जमा करवाने पर भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही आवेदन प्रपत्र एक सी एमसीपी कार्ड, आधार कार्ड और शिशु जन्म प्रमाण पत्र का कार्ड होना भी जरूरी है। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आशा वर्कर अथवा एएनएम से संपर्क किया जा सकता है।

Posted by: | Posted on: February 4, 2022

गुरुग्राम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम की जरूरत: डा. डीपी गोयल

गुरुग्राम (दीपक शर्मा) : गांव कादरपुर स्थित लिटल क्रिकेट अकादमी परिसर में प्रथम स्वर्गीय माता अंगूरी देवी मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल व सह-संस्थापक नवीन गोयल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। माता अंगूरी देवी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए यहां खिलाडिय़ों के उज्जवल भविष्य की उन्होंने कामना की।

खिलाडिय़ों से परिचय लेने के बाद डा. डीपी गोयल एवं नवीन गोयल ने कहा कि ख्ेालों के क्षेत्रों में प्रदेश और केंद्र सरकार अच्छा कार्य कर रही है। सरकार की अच्छी नीतियों की बदौलत ही हमारे खिलाडिय़ों ने ओलंपिक समेत अनेक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय ख्ेाल स्पर्धाओं में परचम लहराया है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को वर्तमान सरकार में अच्छी सुविधाएं मिल रही हैं। इसके साथ ही मेडल जीतने पर करोड़ों रुपये नकद पुरस्कार देकर सरकार खिलाडिय़ों का सम्मान कर रही है। यही कारण है कि हरियाणा के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अच्छी परफोर्मेंस दे रहे हैं।

अब गुरुग्राम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की जरूरत महसूस की जा रही है। यहां हमारे बच्चों, युवाओं में क्रिकेट का काफी क्रेज है। अच्छे खिलाड़ी देशभर में नाम कमा रहे हैं। गुरुग्राम पूरी दुनिया में प्रचलित शहर है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट यहां के निकट है। यह मेडिकल टूरिज्म का तो हब बन चुका है, अब इसे खेलों की दृष्टि से भी आगे बढ़ाने की जरूरत है। गुरुग्राम हर मापदंड को पूरा करता है। पहले भी यहां डे-नाइट के क्रिकेट टूर्नामेंट होते रहे हैं। यहां कम खर्च करके सरकार अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप स्टेडियम को अपग्रेड कर सकती है। इससे खिलाडिय़ों को अच्छी खेल सुविधाएं मिलने के साथ प्रदेश का राजस्व भी बढ़ेगा। क्योंकि गुरुग्राम मेडिकल टूरिज्म की तरह खेल टूरिज्म हब भी बनेगा।

गोयल ने सुझाव दिया है कि गुरुग्राम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम विकसित करके सरकार यहां पहले से स्थापित क्रिकेट स्टेडियम की उपयोगिता बढ़ा सकती है। स्टेडियम में दर्शकों के बैठने की क्षमता 50 हजार होनी चाहिए। इसके लिए वे जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ङ्क्षसह को पत्र भेजेंगे।

Posted by: | Posted on: February 4, 2022

डालसा टीम ने ग्रामीणों को किया कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : सीजेएम एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायाधीश मगलेश कुमार चौबे के मार्गदर्शन में विभिन्न स्तर पर लोगों को कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों बारे जागरूकता शिविर आयोजित किए गए।

सीजेएम मंगलेश कुमार चौबे ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में पैनल अधिवक्ताओं ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए फेश मास्क और सामाजिक दूरी बनाए रखने बारे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इसके अलावा कानूनी जागरुकता के संबंध में कानूनी साक्षरता पुस्तकें, पैम्फलेट का वितरण करके पैनल अधिवक्ताओं ने लोगों को उनके बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित किए। पैनल अधिवक्ताओं ने सेक्टर -12 न्यायालय परिसर में भी कानूनी साक्षरता पुस्तकें वितरण की गई।

सीजेएम मंगलेश कुमार चौबे ने आगे बताया कि नालसा,हालसा और डालसा की विभिन्न योजनाओं के लिए डोर टू डोर जागरूकता अभियान गांव सागरपुर में देने सहित लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के लिए जानकारी दी गई। इन गतिविधियों के माध्यम से 365 लोग लाभान्वित हुए। जहां पर पैनल अधिवक्ता रामबीर तंवर, राजेंद्र गुप्ता, राजेंद्र गौतम, लखी राम, शिव कुमार और पीएलवी, जयप्रकाश शामिल रहें।