Wednesday, April 6th, 2022

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Posted by: | Posted on: April 6, 2022

हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजलि अर्पित किये साथ खड़े है जजपा के वरिष्ठ नेता मनोज गोयल

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 21 वीं पुण्यतिथि पर नई दिल्ली में संघर्ष स्थल स्मारक पर पहुँचकर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की। विधायक अभय सिहं चौटाला,पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला व पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला ने भी उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की। पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 21वीं पुण्यतिथि पर संघर्ष स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा भी आयोजित की गई।


श्रृद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिवंगत चौधरी देवीलाल को एक ‘संस्था’ बताते हुए कहा कि उनका त्याग,तपस्या व संघर्ष का जीवन सभी के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा। उप मुख्यमंत्री ने जनता दरबारों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंनें राजनैतिक परिवर्तन किया और प्रशासन को नागरिकों विशेषकर गांवों तक लेकर गए। उप मुख्यमंत्री ने दिवंगत चौधरी देवीलाल द्वारा
प्रारंभ की गई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन द्वारा प्रारंभ की गई विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का पूरे देश में अनुसरण किया गया है।

Posted by: | Posted on: April 6, 2022

मानव रचना ने चार दिवसीय अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय शूटिंग चैम्पियनशिप 2022 की मेजबानी की

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : 31 मार्च से 3 अप्रैल, 2022 तक डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज, दिल्ली में आयोजित चार दिवसीय अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय निशानेबाजी चैंपियनशिप का पुरस्कार वितरण समारोह के साथ भव्य समापन हुआ। देश भर के 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के 284+ निशानेबाजों ने टीम और व्यक्तिगत खेल में 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल महिला, 25 मीटर रैपिड फायर (पुरुष) और 50 मीटर 3 स्थिति (पुरुष और महिला) जैसी विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया।

पुरस्कार वितरण समारोह 2 सत्रों में आयोजित किया गया था, 2 अप्रैल को 25 एम स्पोर्ट्स पिस्टल महिलाओं और 50 एम 3 पोजीशन (पुरुष और महिला) टीम और व्यक्तिगत खेल के लिए और 3 अप्रैल को 25 मीटर रैपिड फायर (पुरुष) के लिए।

डॉ जतिन सोनी – भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) पर्यवेक्षक, प्रशांत लाकड़ा – प्रतियोगिता के सहायक निदेशक, जॉयदीप – प्रतियोगिता निदेशक और पूर्व शूटिंग ओलंपियन, सरकार तलवार – निदेशक खेल MREI और संकेत अग्रवाल – प्रतियोगिता प्रभारी अंतिम दिन पुरस्कार वितरण के लिए उपस्थित थे।

सरकार तलवार ने बताया कि यह दूसरी बार है जब एआईयू (AIU) ने इस प्रतिष्ठित वार्षिक प्रतियोगिता की मेजबानी और आयोजन के लिए एमआरआईआईआरएस (MRIIRS) को चुना है।

डॉ. जतिन सोनी ने निशानेबाजों को बधाई दी और अपने उत्साहवर्धक शब्दों से उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने फैकल्टी के प्रयासों और चैंपियनशिप के दौरान निशानेबाजों को दी जाने वाली सुविधाओं की भी सराहना की।

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नवरात्रि के पांचवें दिन क्यों है मां स्कंदमाता की पूजा का विधान जानिए

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : हिंदू धर्म में आदिशक्ति मां दुर्गा के भक्तों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस बार पहला नवरात्र 2 अप्रैल से शुरू हो हुए , जो कि 11 अप्रैल को समाप्त होंगे। 6 अप्रैल यानि आज चैत्र नवरात्रि का पांचवां दिन है। नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस दिन मां अपने भक्तों पर स्नेह लुटाती हैं। मान्यताओं की माने तो इस दिन मां की उपासना करने से नकारात्मक ऊर्जा और नाकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। इस दिन मां का ध्यान करने से सभी बिगड़े कार्य बनने लगते हैं।

आइए जानते है मां स्कंदमाता का स्वरूप कैसा है :

माँ स्कंदमाता कमल के आसन पर विराजमान हैं, यही कारण कि मां को पद्मासना देवी भी कहा जाता है। मां स्कंदमाता को पार्वती एवं उमा नाम से भी जाना जाता हैं। मां स्कंदमाता की उपासना करने से संतान की प्राप्ति होने की मान्यता है। मां का वाहन सिंह है और माँ सिंह पर विराजमान रहते है । मां स्कंदमाता सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं।

इस तरह से करे स्कंदमाता की पूजा :

  • प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और उसके बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • मां की प्रतिमा को गंगाजल या दूध से स्नान कराएं।
  • स्नान कराने के बाद माँ को फूल अर्पित करें।
  • मां को रोली कुमकुम से तिलक जरूर लगाएं।
  • मां को मिठाई और पांच तरह की अलग अलग मिठाईओं का भोग लगाएं।
  • मां स्कंदमाता का सच्ची दिल से पूजा पाठ और ध्यान करें।
  • मां की आरती करते समय सिर को चुन्नी से ढके और पूजा करें।

जानिए कौन सी चीज़े मां स्कंदमाता को प्रिय हैं :

ऐसी मान्यता है कि मां स्कंदमाता की उपासना करने से मन को शांति और सुख का अनुभव होता है। मां स्कंदमाता को सफ़ेद रंग प्रिय है। मां की उपासना करते समय सफ़ेद रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए। मां की पूजा के समय पीले रंग के वस्त्र धारण करें।

नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया द्वारा लेकर आपको बताई गई है।