Wednesday, September 14th, 2022

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Posted by: | Posted on: September 14, 2022

डॉ ओपी भल्ला की 9वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए 16 सितंबर को मानव रचना में मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के संस्थापक दूरदर्शी डॉ ओपी भल्ला की याद में 16 सितंबर, 2022 को एक मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। फरीदाबाद में मानव रचना के परिसर में इस दिन, जब उनका स्वर्गवास हुआ था, मेगा रक्तदान शिविर डॉ ओपी भल्ला फाउंडेशन के तहत आयोजित किया जाता है |

डॉ. ओ पी भल्ला, केवल एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि एक दूरदर्शी और गतिशील शिक्षाविद थे, जिन्होंने बेहतर इंसान बनाने के इरादे से मानव रचना नामक एक शैक्षिक आंदोलन को आकार दिया। उनका यह मिशन आज मानव रचना शैक्षिक संस्थानों के रूप में विश्व भर में अपना नाम कर रहा है। उनकी विरासत काम में उत्कृष्टता का एक स्थायी प्रमाण है, जिसकी खुशबू अभी भी मानव रचना परिवार को प्रेरित करती है।

इस वर्ष मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ने 1997 में अपनी स्थापना के समय से अपने शानदार 25 वर्ष पूरे किए। इस 25वें वर्ष के दौरान, छात्र, संकाय और कर्मचारी सदस्य ने डॉ. ओ.पी. भल्ला के आदर्शों का सम्मान करने के लिए अपनी पहल की, समाज और पूरी दुनिया के लिए बेहतर इंसानों के विकास और निर्माण के अपने मिशन पर व्यापक रूप से काम किया।

डॉ. ओपी भल्ला ने शिक्षा, विकलांगता, वृद्धावस्था के साथ-साथ श्मशान भूमि, धार्मिक ट्रस्टों और समाजों के क्षेत्र में गरीबों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किया। उनका रोटरी क्लब, रेड क्रॉस सोसाइटी और बी.के. अस्पताल के साथ मिलकर रक्तदान शिविर, और स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने में महत्वपूर्ण योगदान था।

Posted by: | Posted on: September 14, 2022

लिंग्याज में मनाया गया हिन्दी दिवस, छात्रों को बताया गया मातृभाषा का महत्व

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव) : हिन्दी दिवस बुधवार को फरीदाबाद स्थित लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी यूनिवर्सिटी) में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर हिंदी गोष्ठियां हुई और छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इस खास अवसर पर हिंदी भाषा को लेकर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। छात्रों ने खुद की लिखी कविता प्रस्तुत कर हिंदी पर अपने विचार रखे व हिन्दी भाषा के विकास, पोषण ओर संवर्धन की जरूरत बताई और इसके लिए प्रयास करने का संकल्प भी लिया। इतना ही नहीं छात्रों के लिए हिन्दी वर्णमाला, हिन्दी संख्याक्रम, छात्रों के साथ हिन्दी व अंग्रजी भाषा प्रतियोगिता भी रखी गई। जिससे उनमें भाषा का ज्ञान व उसकी महत्वा का पता चल सके। अंत में मौजूद सभी छात्रों को यह शपथ भी दिलाई गई सवेरे उठते ही अपने बड़ों के चरण स्पर्श करें।

स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज़ एंड सोशल साइंसिस डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश के एसोशियेट डीन प्रोफेसर आनंद पाठक ने कहा कि हमें सभी भाषा सीखनी चाहिए पर अपनी मातृभाषा के प्रति मन में सम्मान होना चाहिए। हिन्दी भाषा में हम अपने विचारों को अच्छी तरह से व्यक्त भी कर सकते हैं। भारत में अंग्रेजी के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के उद्देश्य से हिंदी दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी। इस अवसर पर नए सत्र के छात्र और सभी शिक्षक उपस्थित रहे।