Saturday, March 16th, 2019

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Posted by: | Posted on: March 16, 2019

डलसा (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) पलवल के तत्वाधान में एमवीएनयू स्कूल ऑफ़ लॉ के विद्यार्थियों द्वारा विधि का सरल भाषा में जागरूकता अभियान चलाया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | डलसा (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) पलवल के तत्वाधान में एमवीएनयू स्कूल ऑफ़ लॉ के विद्यार्थियों द्वारा विधि का सरल भाषा में जागरूकता अभियान जिले के चार ग्रामों (वहरोला, अटोहा, बेड़ा पट्टी और बांसवा) में सरपंचो (कृष्णा सिंह नरवीर सिंह, रघुवीर प्रसाद और दलवीर) क्रमशः और समस्त ग्रामीणों के सहयोग से सफलतापूर्क किया गया।इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ राहुल वार्ष्णेय ने बताया कि हमारे देश में विधि की भूल क्षम्य नहीं है और इस आधार पर किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाता है। समाज का वह वर्ग जो आर्थिक, सामाजिक व मानसिक रूप से सशक्त है वह कमजोर, असहाय व निर्धन वर्ग के कानूनी हक को नहीं छीन सकता है। इसी क्रम में स्थापित न्याय व्यवस्था के समानांतर एक नई व्यवस्था, विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के द्वारा स्थापित की गई है। जिसके द्वारा समाज के अनुसूचित जाति, जनजाति, स्त्रियां व बच्चे, शारीरिक व मानसिक रूप से ग्रसित व्यक्ति, सामूहिक आपदा, जातीय हिंसा, बाढ़, अकाल, भूकंप, दंगा पीड़ित आदि से पीड़ित व्यक्ति, औद्योगिक कामगार, स्वतंत्रता सेनानी या आश्रित व्यक्ति, वरिष्ठ नागरिक, किन्नर समुदाय से संबंधित व्यक्ति या ऐसे व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय 3 लाख से कम है, अपने कानूनी अधिकारों को डलसा, हलसा और नालसा के माध्यम से मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए पलवल जिला स्तर पर 01275 -297003 और हरियाणा राज्य स्तर पर 1800 180 2057 टोल फ्री नंबर उपलब्ध है।कार्यक्रम के संयोजक डॉ रामवीर सिंह ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत पात्र व्यक्ति को मुफ्त कानूनी सहायता के लिए सरकारी खर्चे से वकील, कोर्ट फीस, गवाहों का खर्च, फैसले की नकल प्राप्त करना, टाइप आदि की उपलब्धता व व्यवस्था की जाती है। वहीं प्रवक्ता डॉ अनु मेहरा ने ग्रामीणों को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त शिक्षा, पर्यावरण व स्वास्थ्य से संबंधित मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तृत रूप से समझाया।दूसरी ओर प्रवक्ता अजय कुमार ने मौलिक कर्तव्यों को बताते हुए यह समझाया कि अधिकार और कर्तव्य सिक्के के दो पहलू हैं। अगर बच्चों का शिक्षा का अधिकार है तो वहीं माता-पिता का यह कर्तव्य है कि वह अपने बच्चों को पढ़ने से ना रोके और नियमित रूप से स्कूल भेजें।इस अवसर पर जगबीर सौरौत, हर्षिता अग्रवाल, श्वेता शर्मा, मुवीन, कृष्णा सौरौत, साहून, विकास, प्रिया शर्मा, पूनम, अनुपमा गुप्ता, मोहम्मद आविद, अजहरुद्दीन व सुरभि तिवारी ने स्वच्छता, पर्यावरण प्रदूषण व उसकी समस्याएं, शिक्षा, किशोर यौन शोषण, घरेलू हिंसा आदि पर समस्त ग्रामीण निवासियों से चर्चा या परिचर्चा कर कानून की जागरूकता का प्रचार प्रसार किया।इस अवसर पर अन्य प्रवक्ता शबाना, प्रेरणा सिंह, कविता गुप्ता, दुष्यंत सिंह सहित छात्र अंकित भानवाला, दीपेंद्र पोसवाल, लोकेश सौरौत, भूपेंद्र सौरौत, यशवीर डागर, शिवकुमार शर्मा, सोनाली अग्रवाल, मनीषा चौधरी, योगेश, सलीम, खुशबू अग्रवाल, रवि, सुमन, प्रिया, नेहा यादव आदि लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर सफल बनाया।

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फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल ने फरीदाबाद में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विचार-विमर्श का आयोजन किया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल (FEC), एक बहुस्तरीय सामूहिक प्रभाव पहल ने फरीदाबाद में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विचार-विमर्श करने के लिए आज मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI) परिसर में एक बैठक का आयोजन किया। विचार-विमर्श की अध्यक्षता डॉ पी के दास, एडिशनल मुख्य सचिव, हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग, द्वारा की गई थी तथा बैठक में डॉ अनीता चौधरी, IAS (retd); डॉ प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, FEC तथा MREI; डॉ राज नेहरू, वीसी, हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय; डॉ एन सी वाधवा, डीजी, एमआरईआई; डॉ एम एम कथूरिया, ट्रस्टी, एमआरईआई; नवदीप चावला, पूर्व अध्यक्ष, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन; डॉ राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, सर्वोदय अस्पताल; डॉ राजीव चावला, अध्यक्ष, I am SME of India; अरविंद रजनीश वोहरा, निदेशक, जियोनी; नरेंद्र अग्रवाल, सीएमडी, शिवालिक प्रिंट; एस के जैन, एमडी, इंडो ऑटोटेक; राजीव माथुर, सीईओ, Skilled India; धर्मेन्दर सिंघ, एडीसी; SDM सतबीर मान; प्रमोद कुमार, स्कूल शिक्षा विभाग, हरियाणा; सतेंदर कौर, डीईओ; और राज्य के प्रतिनिधियों के साथ-साथ निजी शिक्षा प्रणाली के सभी दिग्गज मौजूद थे|फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल की स्थापना के दृष्टिकोण को साझा करते हुए, डॉ प्रशांत भल्ला ने कहा: “विशेष रूप से ग्रामीण और सरकारी स्कूली शिक्षा में, स्कूल शिक्षा प्रणाली के लिए एक सार्थक योगदान में संलग्न एफईसी की धारणाएँ हैं। फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल एक एग्रीगेटर और फैसिलिटेटर के रूप में कार्य करेगा, और यह हितधारकों, नागरिक समाज के सदस्यों और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के इच्छुक लोगों को एक साथ लाने के लिए नोडल बिंदु होगा ”।हरियाणा में ‘टेक्नोप्लानेट लैब्स’ और ‘स्किल्ड इंडिया’ के माध्यम से सुचारु रूप से कार्यरत अग्रणी स्किलिंग पहल को बैठक के दौरान साझा किया गया। यह उल्लेखनीय है कि NSDC & KEDMan SkillEd India Ltd. (Kunskapsskolan Education Sweden AB और Manav Rachna Educational Institutions के बीच एक संयुक्त उद्यम) ने हरियाणा के 100 स्कूलों में एक पायलट परियोजना को सफलतापूर्वक लागू किया है, जिसमें 32,000 छात्र लाभान्वित हुए हैं। टेक्नोप्लानेट लैब, फरीदाबाद में एक उद्यम है जो छात्रों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ाने में सफल रहा है।पहले कदम के रूप में, फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल ने फरीदाबाद जिले के 315 सरकारी स्कूलों का सर्वेक्षण करने के लिए सत्व समूह को चुना था । बैठक के दौरान सर्वेक्षण के परिणाम प्रस्तुत किए गए। सर्वेक्षण में विकास के पांच क्षेत्रों की पहचान की गई है: बुनियादी ढांचा, हितधारकों के साथ जुड़ाव, शिक्षकों की क्षमता निर्माण, पाठ्यक्रम और एक इष्टतम शिक्षण वातावरण। फरीदाबाद शिक्षा परिषद अब इन क्षेत्रों में सुधार की दिशा में काम करेगा।डॉ पी के दास ने पहल पर सराहना की। उन्होंने सरकार और निजी शिक्षा क्षेत्र दोनों की शक्तियों पर प्रकाश डालते हुए सुझाव दिया कि कैसे उद्योग से समर्थन के साथ दोनों फरीदाबाद में सरकारी स्कूल शिक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने की दिशा में काम कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि FEC निगरानी, प्रेरक और क्षमता निर्माण में सहायता कर सकता है।विचार-विमर्श क्रमिक और सुसंगत प्रयासों के माध्यम से एक विशाल सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता को सामने रखा गया । शिक्षक की प्रेरणा, मान्यता, क्षमता निर्माण, सभी के लिए शिक्षा की पहुंच में सुधार के लिए बनाई गई रणनीति तैयार करना, ‘श्रम के लिए सम्मान’ बढ़ाना, सरकारी स्कूलों की ब्रांडिंग और धारणा में सुधार, पाठ्यक्रम विकास, समुदाय की भूमिका, निगरानी और अच्छे प्रबंधन पर चर्चा की गई, एक बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में लाने के लिए।

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राजकीय महाविद्यालय तिगांव में प्लेसमेंट सैल के अंतर्गत एक व्याख्यान का आयोजन किया गया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | राजकीय महाविद्यालय तिगांव में प्लेसमेंट सैल के अंतर्गत एक व्याख्यान का आयोजन किया गया|इस अवसर पर अन्य गणमान्य अतिथि डॉ जेण् एसण् राणाए डॉ एण् केण् गुप्ताए डॉ राजबीर सिंहए डॉ नरेंदर कुमार प्राचार्य राजकीय महिला महाविद्यालय फरीदाबादए डॉ बलबीर दहिया डॉ राजबीर आदि गणमान्य अतिथियों का महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ इक़बाल सिंह सिन्धु ने सहर्ष स्वागत किया | इस विशेष अवसर पर महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ बलजीत सिंह सिन्धु द्वारा महाविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को परीक्षाओं के समय तनाव मुक्त रहने के लिए व भविष्य में सफलता प्राप्त करने हेतु ष् कैरियर परामर्श व तनाव प्रबंधनष् पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया | डॉ बलजीत सिंह सिन्धु ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव पर चिंता व्यक्त की द्य इसके साथ ही उन्होंने कहा की परीक्षार्थियों को तनाव लेने की आवश्यकता नही है परन्तु समय परिवर्तन के साथ साथ मोबाईल फोन ए इलेक्ट्रोनिक मिडिया आदि के अत्यधिक प्रयोग के कारण विद्यार्थियों का ध्यान पढाई में नहीं लगता उन्होंने कहा की इस गंभीर विषय पर विशेष ध्यान देने कि आवश्यकता है| साथ ही बल्लबगढ़ के एस डी एमडॉ त्रिलोक चंद ने भी इस विषय पर विद्यार्थियों का मनोबल बढाया एवं प्राकृतिक उपायों से तनाव मुक्त कैसे रहा जाए ए इस विषय पर चर्चा की तथा तनाव से होने वाले शारीरिक नुकसान पर भी प्रकाश डाला |
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ इक़बाल सिंह सिन्धु ने गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया द्य समस्त कार्यक्रम की मंच संचालिका रही डॉ दीपिका लोगानी त्रिखा ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | महाविद्यालय की उप प्राचार्या डॉ संध्या सूद ने कार्यक्रम के अंतर्गत आये हुए सभी गणमान्य अतिथियों का मधुर शब्दों में धन्यवाद किया द्य इस विशेष अवसर पर प्लेसमेंट सैल की आयोजन कमेटी की कन्वीनर डॉ सुमन जांगरा व कमेटी सदस्य प्रियंका, डॉ सीमा फोगाट, डॉ सत्यनारायण, कुमारी अंजलि तेवतिया व अन्य प्राध्यापक डॉ संध्या सूद, डॉ उषा दहिया, डॉ सपना सचदेवा, डॉ ऋचाए डॉ अंजू शर्मा,डॉ अनिल ओझा,डॉ घनश्याम दास, व अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे|