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नीति आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में एन.जी.एफ डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों का परचम लहराया :-अश्वनी प्रभाकर

पलवल(विनोद वैष्णव )| विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में बेहतर बनाना ही मुख्य लक्ष्य ,नीति आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में एन.जी.एफ डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों का परचम लहराया! दिल्ली एनसीआर के सभी स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में जो वायु प्रदूषण और मिशन लाइफ पर आधारित थी ,सभी स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया !जिसमें शहर के एनजीएफ डिग्री कॉलेज का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा! जिसमें वायु प्रदूषण पर छात्र शुभम ने अच्छा प्रदर्शन कर प्रथम स्थान प्राप्त किया भावना ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, रागिनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया! इसके अलावा मिशन लाइफ थीम पर आधारित प्रतियोगिता में भोजराज ने बहुत ही सुंदर चित्रकारी कर सभी दर्शकों का मन मोह लिया और प्रथम स्थान प्राप्त किया इसके अलावा टीना बीए की छात्रा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा मोनिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया! कॉलेज में विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियां के अलावा अन्य रचनात्मक प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ाना ही मुख्य लक्ष्य होता है! कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राघवेंद्र राय चेयरपर्सन हरियाणा राज्य एयर पोलूशन कंट्रोल बोर्ड ने की! मुख्य अतिथि के रूप में चेयरपर्सन M.M.Kutty कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट उपस्थित थे! दिल्ली एनसीआर के सभी उद्यमियों ने विद्यार्थियों को बहुत शुभकामनाएं दी तथा विद्यार्थियों को बधाई दी!

Posted by: | Posted on: 11 months ago

मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने मरीजों को अपने अनुभव साझा करने एवं जागरूकता बढ़ाने के लिए आमंत्रित कर मनाया ‘सफल लिवर प्रत्यारोपण का जश्न’

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने सर्जरी से पहले और बाद में अपने अनुभवों को साझा करने के लिए मरीजों को आमंत्रित करके लिवर प्रत्यारोपण की सफलता का जश्न मनाया। इस मौके पर मरीजों को एक ऐसा मंच मिला जहां उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया कि वे लीवर ट्रांसप्लांट टीम के साथ कैसे जुड़े, सर्जरी के बाद उनकी जीवन शैली क्या है, और समाज को उनका इतना कहना है कि स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है और स्वास्थ्य चुनौतियों से मुक्त जीवन कितना बेहतरीन है। मरीजों के साथ टीम का नेतृत्व मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के डायरेक्टर एवं एचओडी डॉ. पुनीत सिंगला ने किया। उनके साथ डॉ ऋषभ जैन, डायरेक्टर, एनेस्थेटिस्ट और आईसीयू केयर, और सर्जरी, एनेस्थीसिया और आईसीयू में टीम के अन्य सदस्य शामिल हुए।

लिवर व्यक्ति के शरीर में सबसे बड़े अंगों में से एक है और भोजन का पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मेटाबॉलिज्म (भोजन को पचाकर ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया) को ठीक बनाए रखने, रक्त को शुद्ध बनाने और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने, विटामिन और खनिजों को जमा करने और शरीर में पोषक तत्वों को इकट्ठा करने जैसे कुछ सबसे महत्वपूर्ण कार्य करता है। लिवर के ये सभी फंक्शन विभिन्न कार्यों और गतिविधियों को करने के लिए शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। लिवर खराब होने की आखिरी स्टेज में मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है। ट्रांसप्लांट की नौबत जीवनशैली से जुडी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं (मोटापा, हाई, डायबिटीज), संक्रमण की चपेट में आने और लिवर की बीमारी के कारण भी आ सकती है।

पंजाब से क्रॉनिक लिवर फेलियर, किडनी फेलियर, कोविड, मल्टीपल बीपी सपोर्ट मेडिसिन और पेट की दीवार से खून बहने की समस्या के साथ 40 वर्षीय सतविंदर सिंह (बदला हुआ नाम) मरीज डॉ. पुनीत के पास लाया गया था। ऐसे मरीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना (शिफ्ट करना) अपने आप में एक कठिन और जोखिम भरा काम है; उन्हें लगभग 400 किलोमीटर से सफलतापूर्वक स्थानांतरित कर दिया गया। मरीज को आईसीयू में कई विशिष्ट टीमों द्वारा सामान्य किया गया था। मरीज की पत्नी ने अपने उसे अपना लिवर डोनेट किया जो मरीज में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया गया। वर्तमान में, मरीज पूरी तरह से ठीक हो गया है और फिर से सामान्य जीवन जी रहा है, अपने व्यवसाय में सक्रिय रूप से काम कर रहा है। डोनर भी सामान्य जीवन जी रही है। यह मामला कई बीमारियों के एक साथ होने के कारण काफी चुनौतीपूर्ण था, सर्जन की टीम को एक बहुत ही बीमार मरीज की एक उच्च जोखिम वाली सर्जरी करनी थी। जिस गंभीर स्थिति में मरीज को हॉस्पिटल में लाया गया था, इलाज न मिलने पर 1-2 दिनों में उस स्थिति में मरीज की जान जा सकती थी।

उज्बेकिस्तान से क्रोनिक लिवर डिजीज लिवर कैंसर के साथ आये एक मरीज का इलाज करने के दौरान डॉक्टरों की टीम कई चुनौतियां का सामना करना पड़ा। अहमद, (बदला हुआ नाम) मरीज और उसकी पत्नी कोविड-संबंधी लॉकडाउन के कारण भारत में फंस गए थे। एक शाम को अपनी पत्नी के साथ टहलते समय, रोगी को अचानक भारी दिल का दौरा पड़ा; उसे पुनर्जीवित करने के लिए 45 मिनट का कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया गया। आपातकालीन आधार पर मरीज की कोरोनरी एंजियोग्राफी और स्टेंटिंग की गई। डिस्चार्ज होने के बाद मरीज की लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई। नवीनतम सीटी स्कैन ने पुष्टि की कि अब मरीज को कोई कैंसर नहीं है।

डॉ पुनीत सिंगला, डायरेक्टर एवं एचओडी-लिवर ट्रांसप्लांट, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स ने कहा कि जब एक सर्जन अपने द्वारा अंग प्रत्यारोपण के माध्यम से इलाज किए गए मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य स्थिति में देखता है तो उसके लिए इससे बढ़कर कुछ और नहीं हो सकता है। लिवर शरीर का एकमात्र ऐसा अंग है जिसमें फिर से आकार में बढ़ने की अदभुत क्षमता है। दूसरे शब्दों में, लिवर फिर से बढ़ जाता है। फिर से आकार में बढ़ने की अदभुत क्षमता के कारण ही आंशिक लिवर प्रत्यारोपण संभव है। एक बार लिवर के एक हिस्से या लोब को प्रत्यारोपित कर दिया जाता है, तो यह मरीज और डोनर दोनों में फिर से बढ़ जाएगा। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से मरीजों को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारा प्रयास सर्जिकल प्रक्रिया के बारे में किसी भी तरह की आशंकाओं या भय को दूर करना है। हम अपने मरीजों को बातचीत करने और इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए लाए हैं कि कैसे सर्जरी किसी भी व्यक्ति को लाभ पहुंचा सकती है जिसे बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए इस सर्जरी की आवश्यकता है।

मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं ग्रुप सीईओ डॉ. राजीव सिंघल ने कहा कि लिवर प्रत्यारोपण का फील्ड (क्षेत्र) वर्षों से विकसित हो रहा है। भविष्य में रिसर्च कार्य को और आगे बढ़ाने के लिए और अधिक लोगों की जिंदगी बचाने के लिए, हमें अंग दान से जुड़े भय और आशंकाओं को दूर करने के लिए अधिक जागरूकता फ़ैलाने की आवश्यकता है। वर्तमान में, हम अच्छा क्लीनिकल (चिकित्सकीय) कार्य कर रहे हैं क्योंकि हमारे डॉक्टर के लिए मरीज ही सब कुछ हैं। हमारे डॉक्टर हर चुनौती या बाधा का सामना करने के लिए नई रणनीतियों और तकनीकों के साथ पूरी तैयार हैं। मरीजों की जान बचाना महत्वपूर्ण है। वे मरीजों के लाभ के लिए नए विकल्पों को आजमाने को तैयार हैं। यह चीज है जो स्वास्थ्य सेवा में नया बदलाव लाती है।

डॉ. अजय डोगरा, रीजनल डायरेक्टर-एनसीआर, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स ने कहा कि मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स की लिवर ट्रांसप्लांट टीम लिवर ट्रांसप्लांट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (आकर्षण का केंद्र) का निर्माण करती है। डॉक्टर एंड-स्टेज लिवर फेलियर के मरीजों में बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हो जाते हैं। लिवर की विभिन्न गंभीर बिमारियों और बेहद चुनौतीपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं के साथ आये सभी मरीजों का लिवर ट्रांसप्लांट सर्जनों की टीम द्वारा सफल इलाज किया गया। टीम ने चिकित्सकीय एक्सीलेंस के आधार पर सफल सर्जरी के साथ मरीजों का इलाज किया और वे सभी मरीज आज स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।

वर्तमान में, भारत में सालाना 1800 से अधिक लिवर प्रत्यारोपण (एलटी) किए जाते हैं। जहाँ भारत में 80 प्रतिशत से अधिक लिवर प्रत्यारोपण लिविंग डोनर (जीवित दाताओं) से होते हैं, वहीं पश्चिमी चिकित्सकों द्वारा लगभग 90% लिवर प्रत्यारोपण मृत दाताओं के लिवर से होते हैं। तकनीकी रूप से, जीवित डोनर के लिवर के साथ लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी मृत डोनर के लिवर को ट्रांसप्लांट करने की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, जो चीज समय पर सर्जरी की लगभग 95% सफलता दर के साथ सर्जरी को सफल बनाती है, वह चिकित्सकीय एक्सीलेंस, प्रतीक्षा समय को कम करना, अंग दान के बारे में जागरूकता और प्रत्यारोपण के बाद स्वस्थ जीवन जीना है।

Posted by: | Posted on: January 7, 2023

एमवीएन विश्वविद्यालय में सातवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रये रहे

पलवल (विनोद वैष्णव ) | एमवीएन विश्वविद्यालय में सातवें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रये रहे। कार्यकर्म का सुभारंभ मुख्य अतिथि बंडारू दत्तात्रये, कुलाधिपति संतोष शर्मा, कुलपति डॉक्टर जे वी देसाई, उपकुलपति एनपी सिंह, डायरेक्टर जे पी गौर, डीसी नेहा सिंह, एसपी राजेश दुग्गल ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने मेधावी छात्र और छात्राओं को उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर 15 अनुसंधान विद्वान गीता मेहलावत, गिरीश कुमार, मीनू भाटी, संजय, मोहित कोटनाला, माधुरी, रूबी मित्तल, सरस्वती, नरेश कुमार, दीपू सिंह, प्रिया, नीता, प्रियंका सिंह, संदीप, हरिंदर शर्मा को विद्या चिकित्सक की उपाधि प्रदान की गई एवं अन्य 350 मेधावी छात्र एवं छात्राओं को अभियांत्रिकी, प्रबंधक, विज्ञान, वाणिज्य, विधि, कंप्यूटर अनुप्रयोग, कृषि विज्ञान और भेषज विज्ञान आदि संकायों की उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्ठ पर्दशन के लिए 3 छात्रों अंकुर चौहान एमबीए, कल्पना बीफार्मेसी एवं योगिता डी फार्मेसी को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि बंडारू दत्तात्रये ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी एवं उनके अभिवाको को बधाईयां दी। उन्होंने कहा की भविष्य में आप जो भी करे उसमे आदर्श बने। उन्होंने कहा की मुझे बहुत खुशी हे की उपाधि प्राप्त करने वाले विधार्थियो में छात्राएं भी काफी है। उन्होंने कहा की हमे महिलाओं को सशक्त बनाना है क्योंकि महिलाएं आगे बढ़ेगी तो देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने उच्च शिक्षा की भी जिक्र करते हुए कहा की आजादी के बाद से निरंतर विश्विद्यालय बढ़ रहे हैं फिर भी आबादी को देखते हुए अभी और विश्विद्यालय को खोले जाने की जरूरत है। उन्होंने नई शिक्षा योजना का भी जिक्र करते हुए कहा की अगर हम शिक्षा को अपनी मातृभाषा में ग्रहण करेंगे तो और आगे बढ़ पाएंगे। उन्हीं नैतिक मूल्यों, नई खोज, तकनीक विकास पर भी जोर दिया। विश्विद्यालय की प्रबंधक संचालक कांता शर्मा, अध्यक्ष वरुण शर्मा, कुलाधिपति संतोष शर्मा ने विधार्थियो को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा की एमवीएन विश्विद्यालय की शुरुआत स्वर्गीय गोपाल शर्मा जी ने जिस सपने को लेकर की थी वो साकार हो रहा है। उन्होंने कहा की हमारे अनेकों विद्यार्थी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हैं। विश्विद्यालय के कुलपति डॉक्टर जे वी देसाई ने कहा की एमवीएन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना 1983 में हुई और उसी को क्रम में आगे बढ़ाते हुए ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2012 में एमवीएन विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। उन्होंने बताया की एमवीएन विश्विद्यालय शिक्षा के साथ साथ समाज के उत्थान के लिए समय समय पर स्वास्थ्य, कानूनी, एवं कृषि संबंधित जागरूक कैंप का आयोजन भी करता है।
विश्विद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर राजीव रतन ने अंत में मुख्य अतिथि, समस्त प्रशासन, मीडिया, समस्त शिक्षक, एवम गैर शिक्षक गन का धन्यवाद किया। इस अवसर पर जेपी गौर, सीता कालरा, डॉक्टर एनपी सिंह, डॉक्टर सचिन गुप्ता, डॉक्टर तरुण विरमानी, डॉक्टर राहुल वार्ष्णेय, डॉक्टर कुलदीप, डॉक्टर मयंक चतुर्वेदी, डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव, देवेश भटनागर, महेश धनु, बबीता यादव, दया शंकर, संजय शर्मा एवं समस्त अध्यापक गन उपस्थित रहे।

Posted by: | Posted on: January 2, 2023

भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा 11U, सेक्टर 12 , फरीदाबाद में सुनील कुमार खन्ना विकास अधिकारी ने अपने MDRT एजेंट्स का सम्मान किया।

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा 11U, सेक्टर 12 , फरीदाबाद में सुनील कुमार खन्ना विकास अधिकारी ने अपने MDRT एजेंट्स का सम्मान किया। MDRT, मिलियन डॉलर राउंड टेबल एजेंट्स, अमेरिका की एक संस्था है। गोर तलब बात की पहली बार हरियाणा में किसी विकास अधिकारी की टीम में 8 MDRT बने हैं। जो MDRT एजेंट्स बने उनके नाम संगीत जगन नारंग, जगदीप भाटिया, जितेंदर शर्मा, दिनेश कुमार, विनोद राजपूत, प्रदीप अग्गरवाल, पिंटु गुप्ता, अमरेश पांडेय हैं। सुनील खन्ना की टीम पूरे उत्तर भारत की तीसरे नम्बर की टीम है। वर्ष 2023 में उनका लक्ष्य है कि 25 MDRT एजेंट्स उनकी टीम में हों। मोके पर ब्रांच मैनेजर नीता खट्टर भी मौजूद थीं।

Posted by: | Posted on: January 2, 2023

फरीदाबाद स्थित अमृता अस्पताल और आईएपी ने जन्मजात हृदय रोग पर सीएमई का आयोजन किया

फरीदाबाद(vinod vaishnav) देश के सबसे बड़े मल्टी स्पेशियलिटी निजी अस्पताल, फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल ने फरीदाबाद चैप्टर की इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) के सहयोग से जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) पर एक सीएमई का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में फरीदाबाद, बल्लभगढ़ और पलवल के 25 से अधिक बाल रोग विशेषज्ञों ने  भाग लिया।

अमृता अस्पताल के प्रमुख विशेषज्ञों ने दर्शकों को संबोधित किया, जिसमें बाल चिकित्सा कार्डियोलॉजी और वयस्क जन्मजात हृदय रोग के हेड डॉ. एस राधाकृष्णन और बाल चिकित्सा और जन्मजात हृदय सर्जरी के हेड डॉ. आशीष कटेवा शामिल थे। फरीदाबाद चैप्टर की इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अध्यक्ष डॉ. अनिल नागे और सचिव डॉ. धनसुख कुमावत भी मंच पर मौजूद थे।

अमृता अस्पताल के बाल चिकित्सा कार्डियोलॉजी और वयस्क जन्मजात हृदय रोग विभाग के हेड डॉ. एस राधाकृष्णन सीएचडी के लक्षणों के बारे में बात की और साथ ही सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता कब होती है इस बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, “पश्चिमी देशों में 95% की तुलना में, भारत में अभी भी जन्मजात हृदय रोग वाले 2% से कम बच्चों का गर्भ में निदान किया जाता है। जन्म के बाद निदान होने पर भी बच्चे बेहद क्रिटिकल स्टेज में हॉस्पिटल पहुंचते हैं, उस वक़्त उनकी जान बचाना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। फीटल ईसीएचओ और ईसीएचओ कार्डियोग्राफी जैसी तकनीकों से अब हम सीएचडी का आसानी से निदान कर पाते हैं। बाल रोग विशेषज्ञों को सीएचडी के चेतावनी संकेतों के बारे में शिक्षित करने और इसे जल्दी पहचानने के तरीके की तत्काल आवश्यकता है। इस सीएमई का आयोजन उसी दिशा में एक कदम है।”

अमृता अस्पताल के बाल चिकित्सा और जन्मजात हृदय सर्जरी के हेड डॉ. आशीष कटेवा ने अपने बच्चे में सीएचडी का पता चलने पर माता-पिता द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “जब माता-पिता को उनके बच्चे में सीएचडी का पता चलता है, तो उनके दिमाग में कई सवाल आते हैं। ये  सवाल बीमारी से संबंधित होते हैं, उनके बच्चे को यह क्यों हुआ, क्या वे इसे रोकने के लिए कुछ कर सकते थे, क्या सीएचडी उनके दुसरे बच्चों को भी हो सकता है, क्या होगा अगर बच्चे की सर्जरी नहीं होती है, सर्जरी के जोखिम, सीएचडी के साथ उनके बच्चे की जिंदगी कैसी होगी आदि। बाल रोग विशेषज्ञ के लिए उनकी चिंताओं को  सहानुभूति के साथ दूर करना बहुत आवश्यक है।

डॉ कटेवा ने आगे कहा, भारत में सबसे ज्यादा सीएचडी मामले सामने आते हैं, जहां हर साल 200,000 बच्चे इस बीमारी से पीड़ित पैदा होते हैं। हालांकि इनमें से बड़ी संख्या में बच्चों का पता नहीं चल पाता है और इसलिए उनका इलाज नहीं किया जाता है, हम बाल चिकित्सा कार्डियोलॉजी और कार्डियक सर्जरी के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहे हैं। जन्मजात हृदय दोष के बारे न केवल जनता के बीच बल्कि चिकित्सकों के बीच भी में काफी गलत जानकारी है, जो इस बीमारी के इलाज में एक बड़ी चुनौती है। इस बातचीत का उद्देश्य उन सवालों का जवाब देना था जो माता-पिता और उपचार कर रहे बाल रोग विशेषज्ञ के पास सीएचडी के कारणों और रोकथाम, उपचार के परिणामों और सर्जरी के बाद लॉन्ग-टर्म में रोग के निदान के बारे में हो सकते हैं।

फरीदाबाद चैप्टर की इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अध्यक्ष डॉ. अनिल नागे ने कहा कि सीएमई बाल रोग विशेषज्ञों को सीएचडी के बारे में शिक्षित करने के लिए आयोजित किया गया था, विशेष रूप से खतरनाक स्थितियों के लिए जिन्हें तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, “भारत में, अधिकांश बाल हृदय देखभाल सुविधाएं शहरों में हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों में सीएचडी के उचित निदान और उपचार को मुश्किल बनाती हैं।सीएचडी की बेहतर समझ के लिए बाल रोग विशेषज्ञों के उचित प्रशिक्षण के साथ हमें भारत के सभी हिस्सों में इस तरह की और सुविधाओं की आवश्यकता है।

अमृता अस्पताल के परिसर में एक अत्यधिक विशिष्टताओं के साथ बच्चों का अस्पताल है जो मातृ, प्रजनन और भ्रूण चिकित्सा और बाल चिकित्सा कार्डियोलॉजी, हृदय शल्य चिकित्सा और प्रत्यारोपण, रुमेटोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, पल्मोनोलॉजी, न्यूरोसाइंसेस, बाल चिकित्सा आनुवंशिकी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, बाल चिकित्सा आर्थोपेडिक्स और बाल चिकित्सा और भ्रूण की सर्जरी सहित सभी बाल चिकित्सा उप-विशेषताओं से परिपूर्ण है।

Posted by: | Posted on: December 26, 2022

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव जेटली ने NH-2 स्थित निजी कार्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी की जयंती पर माल्यार्पण कार्यक्रम अपने समर्थको सहित किया

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव जेटली ने NH-2 स्थित निजी कार्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी की जयंती पर माल्यार्पण कार्यक्रम अपने समर्थको सहित किया | राजीव जेटली ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी दुनिया को सुशासन की राह दिखाने वाले नेता थे।

उन्होंने यहां अटलजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद यहां मौजूद सैकड़ों लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का लाइव प्रसारण सुना। अटल जी को दुनिया में भरपूर सम्मान प्राप्त है। उन्होंने पहली गैर कांग्रेसी सरकार का कार्यकाल पूरा किया और लोगों को बताया कि किस प्रकार सरकारें जनहितैषी कार्य कर सकती हैं। अटलजी ने राजनीति में सुचिता को बड़ा महत्व दिया। उन्होंने एक सांसद को अपने साथ मिलाने के बजाय सरकार का गिर जाना उचित समझा।

सरकार ने अपने प्रिय नेता सर्वोच्च नागरिक सम्मानों भारत रत्न और पद्म विभूषण से नवाजा। नागर ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने किसान, जवान और विज्ञान का समीकरण प्रस्तुत कर देश को बुलंदियों की ओर बढ़ाया। उन्होंने जवानों की शहादत का सम्मान और ऊंचा किया वहीं किसान कार्ड बनाकर अन्नदाता को उसका हक दिलवाया। उन्होंने दुनिया के दबावों की परवाह न कर पोकरण में परमाणु परीक्षण किया और सबसे आगे राष्ट्र का सम्मान रखा।

Posted by: | Posted on: February 24, 2021

हरियाणा के पूर्व मंत्री विपुल गोयल के घर राम मंदिर के लिए संकल्प समर्पण निधि का कार्यक्रम आयोजित

विनोद वैष्णव | फरीदाबाद सेक्टर 17 स्थित अपने आवास पर पूर्व मंत्री विपुल गोयल द्वारा संकल्प समर्पण निधि अभियान के तहत प्रभु श्री राम मंदिर के लिए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार जी की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जैसाकि आप सभी को ज्ञात है कि रामलल्ला कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया है, इसके लिए देशभर से संकल्प समर्पण निधि के तहत सहयोग राशि जुटाई जा रही है । अयोध्या के साथ साथ पुरे देशभर् मे इस ख़ुशी को मनाने के लिए शोभा यात्रा निकाली जा रही है ।

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां जोर शोर से चल रहीं हैं और देश के अलग अलग हिस्सों से लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है। विहिप के कार्यकर्ताओ और राम भक्तो की ओर से मंदिर निर्माण के लिए संकल्प समर्पण निधि कार्यक्रम के जरिये समाज को जागृत करने के लिए खुशी के साथ इस मुहीम को पुरा करने मे सहयोग कर रहे हैं ।

विपुल गोयल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम मे अलोक कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिन्दु परिषद ने बतौर मुख्यातिथि के रूप मे शिरकत की। इससे पहले गोयल और मौजूद लोगों द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष का बुक्के और फूल मालाओ से जोरदार स्वागत किया और भगवान राम के जयकारो के नारो से कार्यक्रम राममयी हो गया। उपरोक्त कार्यक्रम में शिरकत करने वाले सभी लोगों द्वारा दिल खोलकर संकल्प समर्पण निधि अभियान के तहत हिस्सा लिया और प्रभु श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए भरपूर सहयोग दिया ।

इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष विहिप द्वारा अपने सम्बोधन मे कहा कि यह बहुत ही गर्व का विषय है हमारी इस पीढ़ी के लिए जो प्रभु श्री राम मंदिर के निर्माण में सहयोग कर रही है क्योंकि वर्षों बाद ऐसा मौका आया है कि हमारी इस पीढ़ी के लिए कि हम प्रभु श्री राम मंदिर में अपनी भागीदारी अदा कर सकें। एक वह समय था जब प्रभु श्रीराम के लिए संपूर्ण वानर सेना ने प्रभु मर्जी से अपना सहयोग समुन्द्र पर पुल बाँधने मे दिया था और आज इस पीढ़ी के लिए यह मौका प्रभु इच्छा से ही प्राप्त हुआ है कि हम सभी लोग इस भव्य मंदिर के निर्माण हिस्सा बन सकेंगे और हमें इस अदभुत योगदान का अवसर मिला है ।

इस मौके पर विपुल गोयल ने कार्यक्रम मे शामिल् हुए सभी सहयोगकर्ताओं का साधुवाद धन्यवाद और आभार प्रकट किया जिन्होंने अपने-अपने स्वैच्छिक कोष से संकल्प समर्पण निधि के तहत मंदिर निर्माण के कार्य में सहयोग किया।

इस मौके पर अनेक उद्यमियों, सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रवीण चौधरी, नरेश नंबरदार पार्षद, सुरजीत अधाना जिला पार्षद, कुलदीप सिंघल, जितेंद्र गर्ग, कपिल पाराशर, सुरेश भोला के साथ साथ अन्य काफी लोग मौजूद थे।

Posted by: | Posted on: February 10, 2021

मानव रचना डेंटल कॉलेज ने बीडीएस के छात्रों का किया स्वागत

फरीदाबाद (दीपक शर्मा /देवेंदर सिंह/ ) | मानव रचना डेंटल कॉलेज में बीडीएस 2021-25 सत्र के छात्रों का स्वागत किया गया। फ्रेशर्स बैच 3-दिन के कार्यक्रम और एक सफेद कोट समारोह के साथ अपनी यात्रा शुरू करेंगे । इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर पदम श्री (डॉ.) महेश वर्मा, वीसी, गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्त यूनिवर्सिटी शामिल हुए। मानव रचना शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष अमित भल्ला, डॉ. संजय श्रीवास्तव, (एमडी, MREI) और (वीसी MRIIRS), सरकार तलवार, निर्देशक, खेल, MREI, मानव रचना डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल, डॉ. अरुणदीप सिंह, डॉ. आशिम अग्रवाल(वाइस प्रिंसिपल) और अन्य संयोजक शामिल थे। इस अवसर पर MRDC के वरिष्ठ सदस्य, छात्र और उनके माता-पिता भी उपस्थित थे।मुख्यअतिथि डॉ. महेश वर्मा ने अपने स्कूल से कॉलेज तक के सफर को साक्षा करके छात्रों को संबोधित किया। उन्होनें मानव रचना यूनिवर्सिटी के कई स्पेशल अलग-अलग फील्ड की महत्वता को समझाते हुए पढ़ाई के साथ-साथ अलग डिसिप्लिन के महत्व को भी सांझा किया।MREI के उपाध्यक्ष अमित भल्ला ने छात्रों को शिक्षण संस्थान की आने वाली योजना इनॉवेशन प्रोडक्ट स्कील केंद्र को समझाते हुए डेंटल छात्रों को पढ़ाई के दौरान कुछ नया करने को प्रेरित किया। साथ ही उन्होने छात्रों को शुभकानाएं देते हुए समझाया कि स्कूल से प्रोफेशनल जिंदगी को कैसे नए तरीके से हेंडल कर सकते हैं।मानव रचना डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अरुणदीप सिंह ने सभी छात्रों का कॉलेज में स्वागत किया और उम्मीद जताई की आने वाले पांच साल छात्रों के लिए उनके करियर के लिए बेहतरीन साबित होंगे। उन्होनें मानव रचना शिक्षण संस्थान के बारे में और बीडीएस और अन्य प्रोग्राम के बार में छात्रों को रूबरू करवाया। मानव रचना यूनिवर्सिटी के एमडी डॉ. संजय श्रीवास्तव ने भी छात्रों को शुभकामनाएं दीं ।

Posted by: | Posted on: February 10, 2021

जिला व राज्य स्तर पर बेहतरीन कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ युवा व युवा संगठन को पुरस्कृत करने के लिए आवेदन आमंत्रित : यशपाल

फरीदाबाद (बिजेंदर सिंह /देवेंदर सिंह/ ) | उपायुक्त यशपाल ने बताया कि वर्ष 2019-2020 के लिए जिला तथा राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ युवा/सर्वश्रेष्ठ संगठन को उनके गत वर्ष कि उपलब्धियों के आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग, हरियाणा, चण्डीगढ द्वारा वर्ष 2019-20 जिला तथा राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ युवा पुरस्कार के लिए गत एक वर्ष तथा सर्वश्रेष्ठ युवा संगठन के लिए गत तीन वर्षो की उच्च कोटि की उपलब्धियों के आधार पर नकद पुरस्कार दिया जाएगा। जिसमें जिला स्तर पर प्रति जिला एक सर्वश्रेष्ठ युवा को 20000/- रुपये की राशि तथा जिला स्तर पर प्रति जिला एक सर्वश्रेष्ठ युवा संगठन को 30,000/- रुपये की नकद पुरस्कार की राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही राज्य स्तर पर 5 सर्वश्रेष्ठ युवाओं को 40,000/- रुपये प्रति सर्वश्रेष्ठ युवा की तथा राज्य स्तर पर एक सर्वश्रेष्ठ युवा संगठन को 75,000/- रुपये की दर से नकद पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। वर्ष 2019-2020 के लिए नामांकन/प्रस्ताव दिनांक 16-02-2021 तक जिला कार्यालय सैक्टर-12 में जमा कराएं।

उपायुक्त ने बताया कि यह पुरस्कार स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान, स्वास्थ एवं परिवार कल्याण, पर्यावरण संरक्षण, व्यवसायिक प्रशिक्षण साक्षरता कार्यक्रम, प्रौढ शिक्षा कार्यक्रम, महिला सशक्तिकरण, सास्ंकृतिक कार्यक्रम, खेल गतिविधियां संसाधन निर्माण, रोजगार उत्पादन संबंधी कार्यक्रम, महत्वपूर्ण दिवस/सप्ताह समारोह आयोजन, सामाजिक बुराईयों के विरूध कार्यक्रम, समाज कल्याण कार्यक्रम तथा ग्रामीण क्षेत्र में समाज कल्याण कार्य, सफाई अभियान, साहसिक कार्यक्रम और अन्य विविध गातिविधियों का आयोजन शामिल है। उन्होंने बताया कि स्थानीय आवश्यकतानुसार, राष्ट्रीय एकता संबंधी कार्यक्रम में उत्कृष्ट स्थान पाने वाले तथा जिनकी आयु 15 से 29 वर्ष के बीच में हो तथा युवा को उसकी गत एक वर्ष की उपलब्धियों के आधार पर ही चयनित किया जाएगा। पात्रता के लिए युवा क्लब/स्वैच्छिक संगठन रजिस्ट्रेशन एक्ट-जून 2012 के अतंर्गत पंजीकृत हो तथा उसका अपना संविधान हो। क्लब/स्वैच्छिक संगठन की पिछले तीन वर्षों कि उपलब्धियों पर ही विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय सेक्टर-12 में सुनीता वाईसीओ से सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।

Posted by: | Posted on: February 10, 2021

यूर्नाटेड़ प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा डबुआ कालोनी स्थित पी.पी. कान्वेंट स्कूल में एक सभा का आयोजन किया गया

फरीदाबाद (बृजेश भदौरिया /एस पी सिंह ) | यूर्नाटेड़ प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा डबुआ कालोनी स्थित पी.पी. कान्वेंट स्कूल में एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में शहर के सभी प्राईवेट स्कूल्स संचालकों ने हिस्सा लिया। सभा की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदराम पाहिल ने की। जबकि सभा के मंच का संचालन अमित जैन ने किया। सभा में निसा के महासचिव और भिवानी प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष रामअवतार शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे।इस मौके पर आए हुए सभी शिक्षाविदें का पी.पी. कन्वेंट स्कूल के प्रबंधक विमल पाल ने बुक्के देकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।
सभा में उपस्थित शिक्षाविदों से आह्वान करते हुए राम अवतार शर्मा ने कहा कि वह बिना एसएलसी दूसरे स्कूल में एडमिशन न देने और नया शैक्षणिक सत्र अप्रैल 2021 से ही आरंभ करें, ताकि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे।महासचिव राजेश मदान ने कहा कि इस कोरोना काल में स्कूल प्रबंधकों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वह बिना किसी हिचकिचाहट के अपने बच्चों को स्कूल भेजें। सभी स्कूलों में कोविड-19 गाइड लाईन की पालना की जा रही है।सभा के समापन अवसर पर पी.पी. कन्वेंट स्कूल के प्रबंधक विमल पाल ने रामअवतार शर्मा और सभी स्कूल प्रबंधकों का धन्यवाद किया। सभा के मंच का संचालन अमित जैन ने किया।सभा में अन्य के अलावा महासचिव राजेश मदान, शिक्षाविद् रामबीर भड़ाना, राजकुमार त्यागी, सतीश फौगाट, चंद्र सैन शर्मा, मानव शर्मा, झम्मन लाल शर्मा, अशोक यादव, नरेश गुप्ता सहित अन्य गणमान्य शिक्षाविद् मौजूद रहे।