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शिक्षा

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Posted by: | Posted on: 2 weeks ago

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद में पूर्ण मनोयोग के साथ मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर डीएवी शताब्दी महाविद्यालय परिसर में एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवकों, वाइआरसी सदस्यों, खिलाडियों, शिक्षकगण व गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने मिलकर के योग दिवस मनाया | सभी ने महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार व योग प्रशिक्षक उमेश कुमार के दिशा निर्देशन में विभिन्न योग क्रियाओं संपन्न किया | प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लोगो की तरफ ध्यानाकर्षित करते हुए समझाया कि लोगो और टैग लाइन ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ कि पृथ्वी पर 75% पानी है वैसे ही आपका शरीर भी 75% पानी से बना है और पृथ्वी की तरह ही इसको स्वच्छ, स्वस्थ, सुंदर और निरोगी रखने के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण क्रिया है | एक स्वस्थ समाज चाहे वो महाविद्यालय ही क्यों ना हो, योग सभी के जीवन का महत्वपूर्ण अवयव है | उन्होंने खेल प्रशिक्षकों व शिक्षकों को आगामी शिक्षण सत्र में योगा को पाठ्यक्रम का अंग मानते हुए रोजाना योग करवाने के लिए प्रेरित किया | एनसीसी सीटीओ नेत्रपाल सैन की अगुआई में महाविद्यालय के कैडेट्स ने खेल परिसर, सेक्टर -12 में मनाये जा रहे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में ‘1 हरियाणा नेवल यूनिट एनसीसी’ की तरफ से अपनी सहभागिता भी दर्ज की |

महाविद्यालय में एक सप्ताहीय योग शिविर का आज अंतिम दिवस आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के साथ संपन्न हो गया | एक सप्ताह चले योगाभ्यास ने सकारात्मक ऊर्जा और अनुशासन का वातावरण निर्मित किया तथा योग के शारीरिक, मानसिक व आत्मिक लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाई। यह कार्यक्रम शारीरिक शिक्षा विभाग एवं योग प्रकोष्ठ द्वारा एनसीसी, एनएसएस, वाईआरसी, आईक्यूएसी, वीमेन सेल, स्वामी विवेकानंद यूथ क्लब, एंटी टोबैको कमिटी एंड ड्रग डी-एडिक्शन कमिटी एवं पर्यावरण क्लब के सहयोग से महाविद्यालय परिसर में उत्साहपूर्वक मनाया गया। प्रमुख रूप से वाईआरसी काउंसलर ओमिता जौहर, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी कविता शर्मा तथा एनसीसी सीटीओ डॉ. रश्मि ने योग सत्र में भाग लेकर सभी को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया।

Posted by: | Posted on: 4 months ago

फरीदाबाद कान्वेंट स्कूल में वार्षिक परीक्षा समारोह का सफल आयोजन

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव) । स्थानीय फरीदाबाद कान्वेंट स्कूल सेक्टर 70 (एनटीपीसी) में वार्षिक समारोह का सफल आयोजन किया गया। समारोह के दौरान स्कूल केपुरस्कार से सम्मानित किया गया। पैरंट्स ऑफ द ईयर’ का सम्मान जसमीत (कक्षा 3) के माता-पिता अरविंद को दिया गया इसके साथ ही स्टूडेंट ऑफ द ईयर ‘भावेश (कक्षा 9) के छात्र को दिया गया इसके अतिरिक्त “टीचर ऑफ दछात्रों के विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कूल्हे की सर्जरी के बाद फिजियोथैरेपिस्ट की अहम भूमिका होती है

यह समारोह न केवल विद्यार्थियों की मेहनत और लगन को सम्मानित करने का अवसर था बल्कि यह अभिभावकों व शिक्षकों के अथक प्रयासों की सराहना करने का दिन था। समारोह के सफल प्रधानाचार्य सतेन्द्र सोरोत व एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ़िसर जया चौधरी द्वारा मेघावी छात्रों को ईयर’ का सम्मान दया शर्मा जी को प्रदान किया गया द्य जिन्होंने अपने समर्पण और शिक्षण कौशल सेआयोजन के लिए विद्यालय के सभी शिक्षक गण अभिभावक और छात्रगण को हार्दिक धन्यवाद एवं अभिनंदन।

Posted by: | Posted on: 5 months ago

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में ‘सूर्यनमस्कार प्रोजेक्ट – 2025’ का सफल समापन

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में हरियाणा योग आयोग की पहल ‘सूर्यनमस्कार प्रोजेक्ट – 2025’ का सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस आयोजन में 300 से अधिक छात्र, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस व वाईआरसी स्वयंसेवक एवं शिक्षक नियमित रूप से भाग लेते रहे। यह परियोजना 12 जनवरी, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती से आरंभ हुई और 12 फरवरी, स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जयंती पर संपन्न हुई।

इस कार्यक्रम में कार्यकारी प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और छात्रों व शिक्षकों को सूर्यनमस्कार के शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक लाभों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने सभी को नियमित योग अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया।

इस परियोजना को सफल बनाने में शारीरिक शिक्षा विभाग के प्राध्यापक डॉ ओमबीर व डाॅ अनंगपाल, एनएसएस प्रमुख श्रीमति कविता शर्मा, वाईआरसी काउंसलर श्री दिनेश कुमार एवं श्रीमति ओमिता जौहर, तथा एनसीसी सीटीओ डॉ. रश्मि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री नेत्रपाल सैन ने पूरे आयोजन का सफल संचालन किया।

Posted by: | Posted on: 5 months ago

टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद व प्रवेश-पत्र वितरण का आयोजन किया गया

पलवल (विनोद वैष्णव ) | सैक्टर-2, पलवल स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आशीर्वाद व प्रवेश-पत्र वितरण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में विद्यार्थियों का मुख्य प्रवेश द्वार से समारोह स्थल तक रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया गया। इस आयोजन से सभी विद्यार्थीगण गदगद दिखाई दिए।
इस दिन को अविस्मरणीय बनाने के लिए एक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपने सहपाठियों के साथ खूब फोटो खींचे। अध्यापकों ने भी कक्षा के साथ समूह फोटो खिंचवाए।
इस सुअवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या कपिला इंदु ने सभी छात्र-छात्राओं का हृदय से स्वागत किया। उन्होंने अपने आशीर्वचन में कठिन परिश्रम करने की सलाह दी और दृढ़ निश्चय का समावेशन कर अपने जीवन को सफल बनाने की ओर प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को करुणा तथा संवेदनशील रहने की प्रेरणा दी।
सर्वप्रथम सभागार में प्रार्थना की गई। तदुपरांत कक्षा ग्यारहवीं के छात्रों द्वारा गिटार पर एक गीत मैडले प्रस्तुत की गई। इसके पश्चात कनिष्ठ वर्ग की छात्राओं ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुति देकर समारोह की रोनक बढ़ा दी। इसके उपरांत सभी विद्यार्थियों को तिलक लगाकर एडमिट कार्ड वितरित किए। इस अवसर पर सीनियर विंग की कोर्डिनेटर मीनू सहगल और अध्यापिका पूजा बजाज ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया।
समारोह में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ भोजन की व्यवस्था की गई। भोजन के बाद विद्यार्थीगण डी. जे. पर जमकर थिरके और संगीत का लुत्फ उठाया।
टैगोर ग्रुप ऑफ स्कूल्स की शैक्षिक निदेशिका मनोरमा अरोड़ा ने आशीर्वाद संदेश दिया जिसमें उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भविष्य के निर्माता है और प्रगति की रीढ़ है। उन्होंने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उनका छात्रों के नाम संदेश मेहनत की भावना से ओतप्रोत था।
‘‘यूँ ही नहीं मिलते तमन्नाओं के मोती,
कतरा-कतरा खून का जलाना पड़ता है।
मैंने पूछा चिड़िया से- कैसे बनाया तूने घरौंदा अपना?
वो चहककर बोली- प्यारे! तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।

इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग की अध्यापिका हरसिमरत कौन ने सभी का आभार प्रकट किया और सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

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डीएवी सेंटेनरी कॉलेज, फरीदाबाद में रक्तदान शिविर का आयोजन

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : सांसद व भारत सरकार के मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर जी के जन्मदिन के अवसर पर डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया | डीएवीसीसी एलुमनाई एसोसिएशन व रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद संस्कृति के सहयोग से इस शिविर का आयोजन महाविद्यालय सभागार में किया गया | लगभग सौ यूनिट ब्लड महाविद्यालय के शिक्षकों, गैर-शिक्षक कर्मचारियों व छात्रों द्वारा दान किया गया | इस पहल का उद्देश्य रक्तदान करके समाज में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना रहा जिससे जरूरतमंदों की मदद हो सके।

तय कार्यक्रम में संसद के साथ एनआईटी क्षेत्र के विधायक धनेश अदलखा भी महाविद्यालय पहुंचे | संसद ने केक काटकर कार्यक्रम की शुरुआत की | सांसद ने इस तरह की सार्थक पहल के आयोजन में डीएवी सेंटेनरी कॉलेज और रोटरी क्लब के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रक्तदान मानवता की सेवा के सबसे महान कार्यों में से एक है। यह जीवन बचाता है और सामुदायिक सेवा के बंधन को मजबूत करता है। मुझे इस नेक काम में योगदान देने के लिए छात्रों और शिक्षकों के उत्साह को देखकर गर्व है। एक स्वस्थ और अधिक दयालु समाज के निर्माण के लिए ऐसी पहलों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया, युवा क्लब संयोजिका डॉ. अंजू गुप्ता, एनएसएस पीओ डॉ. जितेंद्र ढुल व कविता शर्मा ने शिविर के आयोजन और सुचारू निष्पादन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वाईआरसी कॉउंसलर दिनेश कुमार व ओमिता जौहर के साथ डीएवीसीसी पूर्व छात्र संघ अध्यक्षा रेखा शर्मा, छात्र संघ उपाध्यक्ष संदीप सिंघल, एनसीसी सीटीओ नेत्रपाल सैन व डॉ. रश्मि, पीआरओ वीरेंद्र सिंह, रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद संस्कृति के अध्यक्ष सुनील खंडूजा, रोटेरियन सचिव सुनील गुप्ता, और रोटेरियन कोषाध्यक्ष पवन सिंघल भी मौजूद रहे जिन्होंने रक्तदान और सामुदायिक सेवा के महत्व पर जोर दिया।

Posted by: | Posted on: 6 months ago

12वीं के बाद क्या छात्रों के लिए पढ़ाई है जानिए ? :-डॉ.वी.के.सिंह (प्राचार्य) एस.आई.एच.एम. इन्दौर

इंदौर(विनोद वैष्णव ) | छात्रों और माता-पिता के लिए पाठ्यक्रम चयन में मार्गदर्शन
जैसे-जैसे छात्र अपनी कक्षा 12 की शिक्षा के अंत के करीब पहुँचते हैं, एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है: “अब क्या?” आगे की शिक्षा के संबंध में निर्णय लेना न केवल छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उन माता-पिता के लिए भी जो अपने बच्चों को सफल करियर की दिशा में मार्गदर्शन करना चाहते हैं। उपलब्ध विकल्पों की भरमार के साथ, सही पाठ्यक्रम का चयन करना समझना आवश्यक है।
पाठ्यक्रम चयन में विचार करने वाले कारक :

  1. रुचियाँ और जुनून: छात्रों को अपनी रुचियों और जुनून पर विचार करना चाहिए। ऐसे क्षेत्र का चयन करना जो उन्हें उत्साहित करता है, उनके करियर में अधिक संतोष और सफलता की ओर ले जाएगा।
  2. करियर के अवसर: विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी बाजार और भविष्य की करियर संभावनाओं पर विचार करना महत्वपूर्ण है। बढ़ते उद्योगों पर शोध करना संभावित करियर पथों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता है।
  3. पाठ्यक्रम सामग्री: संभावित पाठ्यक्रमों का पाठ्यक्रम समझना छात्रों को यह आकलन करने में मदद करता है कि वे विषय में आनंद लेंगे और उसमें उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे या नहीं।
  4. संस्थान की प्रतिष्ठा: पाठ्यक्रम प्रदान करने वाले संस्थान की प्रतिष्ठा भविष्य की रोजगार संभावनाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। सरकारी संस्थान अक्सर स्थापित नेटवर्क और बेहतर प्लेसमेंट रिकॉर्ड रखते हैं।
  5. स्थान: ऐसे शहर में अध्ययन करना जहाँ उद्योग का विकास हो रहा हो, जैसे इंदौर, व्यावहारिक अनुभव और इंटर्नशिप के लिए अधिक अवसर प्रदान कर सकता है, जिससे बेहतर नौकरी प्लेसमेंट हो सके।
    SIHM इंदौर में B.Sc. हॉस्पिटैलिटी और होटल प्रशासन पढ़ने के लाभ
    राज्य होटल प्रबंधन संस्थान (SIHM) इंदौर, जो राष्ट्रीय परिषद होटल प्रबंधन और कैटरिंग प्रौद्योगिकी (NCHMCT) से संबद्ध है, तीन वर्षीय B.Sc. हॉस्पिटैलिटी और होटल प्रशासन कार्यक्रम प्रदान करता है जो छात्रों को हॉस्पिटैलिटी में सफल करियर के लिए आवश्यक कौशल से लैस करता है।
    SIHM इंदौर चुनने के लाभ:
     प्रतिष्ठित संस्थान: 2012 में स्थापित SIHM इंदौर हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन में विशेष कार्यक्रम प्रदान करता है।
     विकासशील शहर: इंदौर हॉस्पिटैलिटी और संबद्ध उद्योगों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है, जिसमें प्रमुख होटल ब्रांड मौजूद हैं और पर्याप्त इंटर्नशिप और नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं।
     गुणवत्ता शिक्षा: SIHM इंदौर अपने कठोर शैक्षणिक मानकों और व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है जो छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं।
     सरकारी संबद्धता: NCHMCT से संबद्धता सुनिश्चित करती है कि पाठ्यक्रम उद्योग मानकों के अनुरूप हो, जिससे रोजगार क्षमता बढ़ती है।
     डिप्लोमा पाठ्यक्रम: विशेषताओं में खाद्य उत्पादन, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी, फ्रंट ऑफिस संचालन आदि शामिल हैं (18 महीने की अवधि; फीस INR 27,000–34,500)।
     B.Sc. हॉस्पिटैलिटी और होटल प्रशासन: एक 3 वर्षीय स्नातक कार्यक्रम जो समग्र हॉस्पिटैलिटी प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करता है।
     औद्योगिक प्रशिक्षण: ताज, ITC, ओबेरॉय, द पार्क, ग्रैंड शेराटन, फॉर्च्यून, रैडिसन, लेमन ट्री, मैरियट, बारबेक्यू नेशन रिलायंस, टाको बेल, मैकडॉनल्ड्स, टास्क यूएस, BYG ब्रेस्की जैसे प्रमुख होटल श्रृंखलाओं के साथ व्यावहारिक अनुभव।
     प्लेसमेंट अवसर: संस्थान का प्लेसमेंट रिकॉर्ड प्रभावशाली है, जिसमें कई छात्र न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियाँ प्राप्त कर रहे हैं।
    वैकल्पिक मार्ग
    जो छात्र पूर्ण डिग्री नहीं लेना चाहते हैं उनके लिए SIHM इंदौर विभिन्न डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करता है:
     18-महीने डिप्लोमा कार्यक्रम: खाद्य उत्पादन, खाद्य एवं पेय सेवा, फ्रंट ऑफिस प्रबंधन, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी और हाउसकीपिंग में उपलब्ध हैं।
     क्राफ्ट्समैनशिप सर्टिफिकेट: जिन्होंने कक्षा 10 पास की है उनके लिए F&B सेवा क्राफ्ट्समैनशिप सर्टिफिकेट भी उपलब्ध है।
    सरकारी संस्थानों को क्यों चुनें?
    SIHM इंदौर जैसे सरकारी संस्थान कई लाभ प्रदान करते हैं:
     बेहतर प्लेसमेंट समर्थन: सरकारी संस्थान आमतौर पर उद्योगों के साथ स्थापित संबंध रखते हैं, जिससे बेहतर प्लेसमेंट अवसर मिलते हैं।
     विश्वसनीयता: सरकारी-संबद्ध संस्थानों से प्राप्त डिग्रियाँ अक्सर नियोक्ताओं द्वारा अधिक मान्यता प्राप्त होती हैं।
     सस्ती फीस: सरकारी संस्थानों की ट्यूशन फीस सामान्यतः निजी संस्थानों की तुलना में कम होती है।
    करियर के अवसर
    SIHM इंदौर से स्नातक विभिन्न करियर पथों का अन्वेषण कर सकते हैं:
    होटल उद्योग:
     फ्रंट ऑफिस प्रबंधक
     फ़ूड एण्ड बेवरेज प्रबंधक
     कार्यकारी शेफ
     हाउसकीपर
    यात्रा एवं पर्यटन:
     यात्रा सलाहकार
     टूर प्रबंधक
    इवेंट प्रबंधन:
     इवेंट योजनाकार
    उद्यमिता:
     अपना खुद का रेस्टोरेंट या यात्रा एजेंसी शुरू करें।
    वेतन संभावनाएँ
     प्रारंभिक स्तर: INR 2.5–5 LPA
     मध्य स्तर: INR 4–8 LPA
     वरिष्ठ स्तर: INR 8–15 LPA
    SIHM इंदौर से स्नातक गुणवत्ता शिक्षा और मजबूत प्लेसमेंट समर्थन के माध्यम से वैश्विक हॉस्पिटैलिटी उद्योग में सफल होने के लिए तैयार होते हैं।
    प्रवेश कैसे लें ?
    (A) 3 Years B.Sc. in Hospitality & Hotel Administration
    अपने प्रमुख कार्यक्रम B.Sc.-H&HA में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) NCHMJEE 2025 नामक संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रही है। उम्मीदवार NTA पोर्टल https://exams.nta.ac.in/NCHM/ पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं या परिषद की वेबसाइट www.nchm.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन जमा करने की (1½ वर्ष) है और परीक्षा की तारीख 27 अप्रैल 2025 है। जो उम्मीदवार NCHMJEE 2025 में उपस्थित होंगे उन्हें मेरिट-कम-चॉइस आधार पर IHMs आवंटित किए जाएंगे। उन्हें NCHMCT द्वारा आयोजित ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए भी पंजीकरण करना होगा; अनुसूची बाद में घोषित की जाएगी।
    (B) 1½ वर्ष डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में :
     फ़ूड प्रोडक्शन (कुलिनरी आर्ट)
     फ़ूड एण्ड बेवरेज सर्विस
     फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन सीधे प्रवेश (SIHM Indore में संपर्क करे)
     बेकरी एवं कन्फेक्शनरी
     हाउसकीपिंग
    (C) 6 माह का क्राफ्ट्समैनशिप सर्टिफिकेट कोर्स |
    निष्कर्ष
    जैसे-जैसे छात्र अपनी शैक्षणिक यात्रा के चौराहे पर खड़े होते हैं, सही पाठ्यक्रम का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। SIHM इंदौर अपने हॉस्पिटैलिटी शिक्षा के मजबूत प्रस्तावों के साथ इस गतिशील क्षेत्र में आकांक्षी पेशेवरों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनकर उभरता है। एक विकासशील शहर जैसे इंदौर में अध्ययन करने और एक प्रतिष्ठित सरकारी संस्थान में नामांकन करके छात्र हॉस्पिटैलिटी में सफल करियर बनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। SIHM इंदौर में प्रवेश प्रक्रियाओं और पाठ्यक्रम प्रस्तावों पर अधिक जानकारी के लिए इच्छुक उम्मीदवार www.sihmind.mp.gov.in पर जा सकते हैं या सीधे संस्थान से +91 9425066094 या +91 9039503035 पर संपर्क कर सकते हैं। या आप विजिट कर सकते है संस्थान स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट बायपास रोड डीपीएस के पास राऊ इन्दौर म.प्र. |

डॉ.वी.के.सिंह
प्राचार्य
एस.आई.एच.एम. इन्दौर

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अग्रवाल कॉलेज ने निकाली एड्स व टीबी जागरूकता रैली

बल्लभगढ़ (विनोद वैष्णव) : अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ की रेड रिबन इकाइयों के द्वारा राष्ट्रीय युवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत एड्स व टीबी जागरूकता के लिए एक रैली का आयोजन किया गया l

कॉलेज के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ के.एल कौशिक ने रैली को हरी झंडी दिखाई I रैली व अतिथि व्याख्यान के आयोजन की सद्प्रेरणा अग्रवाल कॉलेज के प्रधान देवेंद्र कुमार गुप्ता व महासचिव एडवोकेट दिनेश कुमार गुप्ता से मिली l

रैली में लगभग 50 स्वयं सेवकों ने भाग लिया I रैली के तत्पश्चात पखवाड़े के अंतर्गत टीबी व एड्स जागरूकता के लिए अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया I आयोजन के मुख्य वक्ता बादशाह खान हॉस्पिटल से आए पंकज नागर रहे I  उन्होंने अपने वक्तव्य में एचआईवी एड्स व टीबी के कारणों, रोग से संबंधित भ्रांतियों व बचाव के बारे संक्षिप्त विवरण दिया  l 24 जनवरी को पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, कॉलेज की रेड रिबन क्लब की इकाइयां वर्ष भर में कॉलेज के प्राचार्य डॉ० संजीव कुमार गुप्ता जी की देख-रेख में विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है l इन अवसर पर कॉलेज की रेड रिबन क्लब की संयोजक डॉ० गीता गुप्ता, कोऑर्डिनेटर डॉ० रेखा सेन, लवकेश,  डॉ० रेणु बाला व यूथ रेड क्रॉस के काउन्सलर सुभाष जी मौजूद रहे l

तिगांव विधानसभा की कई कॉलोनी में राज्य मंत्री राजेश नागर ने 44 गलियों का नारियल फोड़ कर शिलान्यास किया

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सीएटीसी-147 कैंप में डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स का शानदार प्रदर्शन

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने 3 जनवरी से 12 जनवरी तक पाइनवुड इंटरनेशनल बोर्डिंग स्कूल, पाखल में आयोजित सीएटीसी-147 कैंप में शानदार प्रदर्शन किया। कैडेट्स ने कुल 15 पुरस्कार जीते और अपनी प्रतिभा और समर्पण का परिचय दिया। बेस्ट डॉर्मेट्री ट्रॉफी के साथ कैडेट्स ने 12 गोल्ड मेडल, 1 सिल्वर मेडल और 1 ब्रॉन्ज मेडल जीते | टग ऑफ वॉर (एसडी), वॉलीबॉल (एसडी), फायरिंग (एसडब्ल्यू), और बेस्ट कैडेट्स (एसडी और एसडब्ल्यू) जैसी प्रतियोगिताओं में कैडेट्स प्रथम स्थान पर रहे और स्वर्ण पदक हासिल किये |

फायरिंग (एसडी) में द्वितीय स्थान पर रहते हुए रजत पदक को अपने नाम किया | वहीं ड्रिल (एसडब्ल्यू) प्रतियोगिता में तृतीय स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक प्राप्त किया। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने कैडेट्स को उनकी शानदार उपलब्धियों पर बधाई दी और भविष्य में भी इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। एनसीसी सीटीओ डॉ. रश्मि और नेत्रपाल सैन ने भी कैडेट्स को उनकी कड़ी मेहनत के लिए शुभकामनाएं दीं।

राव नरवीर ने पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा से कहा कब करवाओगे काम

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विश्व हिंदी दिवस पर डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में काव्य पाठ

फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में विश्व हिंदी दिवस समारोह मनाया गया | इस अवसर पर शिक्षक एवं छात्र काव्य पाठ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस काव्य पाठ आयोजन का मुख्य उद्देश्य विश्व स्तर पर हिंदी की व्यापकता और भाषागत सुंदरता पर प्रकाश डालना रहा। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ अर्चना भाटिया ने अपने संबोधन में हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा की ‘हिंदी’ हिंद की पहचान तो है ही, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपना वर्चस्व कायम कर रही है। अतः हम सब को इस बात पर गर्व करना चाहिए।

इस अवसर पर अध्यापकों एवं छात्रों ने बहुत सुंदर-सुंदर काव्य पाठ प्रस्तुत किये और हिंदी के प्रचार प्रसार में अपना अहम योगदान दिया। काव्य पाठ करने वाले सभी सहभागियों को प्राचार्या की तरफ से पेन उपहार के स्वरूप भेंट किया गया। इस मौके पर डॉ अंजू गुप्ता,डॉ रुचि अरोड़ा, कार्यक्रम संयोजिका डॉ ममता, डॉ योगेश के साथ-साथ सभी शिक्षक, गैर शिक्षक गण व लगभग तीस विद्यार्थी मौजूद रहे।

वार्ड नं 43 से BJP पार्षद पद की प्रबल एवं संभावित दावेदार स्वराज सिंह द्वारा कंबलों का वितरण किया

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शिक्षक की भूमिका व जिम्मेदारियों पर शताब्दी महाविद्यालय में एक विशेष व्याख्यान

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय में उच्चतर शिक्षण संस्थानों में शिक्षक की भूमिका और जिम्मेदारियों को लेकर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया | इस व्याख्यान की मुख्य वक्ता महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया रहीं जिन्होंने इस विषय पर अपने चार दशक लम्बे अनुभव को परिप्रेक्षय में रखा |

डॉ. भाटिया ने आईक्यूएसी हॉल में एकत्रित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए समझाया कि एक शिक्षक की शैक्षिक,नैतिक, व्यावहारिक व व्यक्तिगत जिम्मेदारियां होती हैं | एक अच्छा शिक्षक इन सभी जिम्मेदारियों को पूर्ण करने के लिए अलग-अलग भूमिकाओं का निर्वहन करता है | इन सभी जिम्मेदारियों के साथ-साथ एक शिक्षक को अपने स्वयं के विकास को भी समझना होगा और उसके लिए उसको अच्छे लोगों की संगत, अच्छे लेखकों को पढ़ना, व्यक्तिगत शिक्षण के प्रति तत्परता, शोध कार्यों में संलिप्तता और नए करियर अवसरों के प्रति सचेत रहना होगा |

हमें एक शिक्षक व गुरु के मध्य के अंतर को भी समझना होगा | एक गुरु आपकी परमात्मा तक की यात्रा को प्रशस्त करता है | उन्होंने एक शिक्षक के अंदर विषय संबंधित गहन ज्ञान, वाक पटुता, व्यवस्थीकरण दक्षता, अभिप्रेरण दक्षता, प्रस्तुतिकरण, समानुभूति, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, रचनात्मकता, छात्रों व साथियों के साथ व्यवहार कुशलता, जीवन के हर क्षण में सीखने की ललक जैसी विशेषताओं को बड़ी बारीकी से समझाया |

अपने चार दशक लम्बे सफर को साझा करते हुए प्राचार्या ने बताया कि वर्ष 1986 में महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय से एम.कॉम में गोल्ड मेडलिस्ट होने बाद उन्होंने डीएवी शताब्दी के साथ शिक्षक के तौर पर करियर की शुरुआत वर्ष 1987 में की | अब तक के सफर में उन्होंने सीनियर लेक्चरर, विभागाध्यक्ष, कार्यवाहक प्राचार्या के साथ-साथ संस्थान की विभिन्न कमेटियों में भी अलग-अलग जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया | उन्होंने एक घंटे में 69 स्टेटिस्टिक्स विषय की परिभाषाएं व उनके लेखकों के सही नाम लिखकर एक रिकॉर्ड बनाया | इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वर्ष 2023 में उनको स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया गया | उन्होंने 9 शैक्षणिक, 12 गैर शैक्षणिक किताबों का लेखन करने के साथ-साथ 51 शोधपत्रों का प्रकाशन भी विभिन्न राष्ट्रिय व अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में किया | वहीं 5 पेटेंट्स भी उनके नाम पर दर्ज हैं | 5 रिसर्च स्कॉलर्स उनके मार्गदर्शन में अपनी पीएचडी की डिग्री हासिल कर चुके हैं और कुछ अभी भी अध्ययनरत हैं | इसके अलावा अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में उन्होंने परीक्षक, शोध विशेषज्ञ, संपादकीय बोर्ड सदस्य, आदि के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं |

इस अवसर पर एसएफएस ओवरऑल कोर्डिनेटर डॉ. रूचि मल्होत्रा, कोषाध्यक्ष डॉ. अंजू गुप्ता , मैडम सुनीता डुडेजा के साथ सभी डीन, विभागाध्यक्ष व शिक्षक शामिल रहे |

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