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Posted by: | Posted on: 3 weeks ago

जिला जेल जीन्द में 11वे अंतराश्ट्रीय योग दिवस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-कम-सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जीन्द एंव आयुश विभाग जीन्द के माध्यम से योग षिविर का आयोजन किया गया :-दीपक शर्मा अधीक्षक

जीन्द(विंनोद वैष्णव ) | जिला जेल जीन्द में 11वे अंतराश्ट्रीय योग दिवस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-कम-सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जीन्द एंव आयुश विभाग जीन्द के माध्यम से योग षिविर का आयोजन किया गया, जिसमें जेल स्टॉफ एंव बन्दियों द्वारा बढ-चढकर भाग लिया गया। उक्त योग षिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित सिहाग मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुये। बलराज योग सहायक, श्रीमति बबीता, योग सहायक एंव सुनीता, योग सहायक द्वारा महिला एंव पुरुश बन्दियों एंव जेल स्टॉफ को उनके स्वास्थ्य पर योगिक अभ्यासों के सार के बारे मे अच्छी-2 जानकारियॉ दी गई तथा अनेक प्रकार के योगासन, प्रणायाम एंव मैडिटेषन करवाया गया |


इस अवसर पर दीपक शर्मा अधीक्षक जेल द्वारा 11वे अंतराश्ट्रीय योग दिवस पर मुख्य अतिथि अमित सिहाग, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जीन्द का हार्दिक अभिनन्दन किया गया तथा जेल में बन्द बन्दियों एंव जेल स्टॉफ को योग करवाने आये बलराज, योग सहायक, बबीता, योग सहायक एंव सुनीता, योग सहायक, जिला आयुर्वेद अधिकारी एंव माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-कम-सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जीन्द का आभार प्रगट किया गया। इस अवसर पर उन्होने बताया कि योग, दैनिक जीवन में प्रत्येक व्यक्ति के लिए लाभप्रद होते है तथा बिमारियों से दूर रखते है तथा इस प्रकार के आयोजन अंतराश्ट्रीय योग दिवस के अतिरिक्त भी समय-2 पर करवाये जाते रहेगें ताकि जेल में बन्द बन्दियों को मानसिक तनाव से दूर रखा जा सके। निरन्तर योग व ध्यान करने से मनुश्य स्वस्थ रहता है तथा उसका षारीरिक व मानसिक विकास होता है जो सभी के लिए अति आवष्यक है।

Posted by: | Posted on: 7 months ago

बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के मामलों को लेकर फरीदाबाद पुलिस की एडवाइजरी

डिजिटल अरेस्ट का किसी भी कानून में नहीं है कोई प्रावधान, जागरूक बने, सुरक्षित रहें- राजेश दुग्गल संयुक्त पुलिस आयुक्त

फरीदाबाद | आज के आधुनिक दौर में डिजिटल लेनदेन और ऑनलाइन गतिविधियों में तेजी से बढ़ोतरी के साथ, साइबर धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कार्रवाई तो की ही जा रही है इसके साथ-साथ आमजन को भी जागरूक होने की आवश्यकता है। साइबर अपराध का मुख्य व कारगर समाधान जागरूकता है।

राजेश दुग्गल, संयुक्त पुलिस आयुक्त फरीदाबाद ने कहा कि आज के दौर में आमजन द्वारा अपने कार्य को सरल बनाने के लिए तकनीकी सुविधाओं का उपयोग किया जा रहा है, साइबर अपराधियों द्वारा भी इन तकनीकी सुविधाओं को ठगी का मध्यम बनाया हुआ है और आमजन अज्ञानता के कारण इनका शिकार हो रहे हैं। साइबर अपराध को रोकने के लिए आमजन को जागरूक होने की आवश्यकता है।

उन्होंने आगे कहा कि आजकल डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर ठगो द्वारा आमजन के साथ धोखाधड़ी की जा रही है, साइबर ठगों द्वारा पीड़ित को पुलिस या अन्य जांच एजेंसी का भय दिखाकर इस तरह डराया जाता है कि पीड़ित ना तो किसी से संपर्क करता हैं और ना ही घटना के बारे में बताता हैं और ठगी का शिकार हो जाता हैं जबकि किसी भी कानून में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है

क्या डिजिटल अरेस्ट है?-

डिजिटल अरेस्ट एक नया साइबर स्कैम है, जिसमें स्कैमर्स खुद को पुलिस अधिकारी/कस्टम अधिकारी व अन्य जांच एजेंसी के अधिकारी बनकर तथा बैकग्राउंड में पुलिस स्टेशन या अन्य किसी ऑफिस को क्रिएट कर ठगी की वारदात को अंजाम देते है। वे लोगों को डराते-धमकाते हैं और कहते हैं कि उन्होंने या उनके परिवार ने कोई बड़ा अपराध किया है। तरह-तरह के अपराध करने का आरोप लगाते हैं, इसके बाद पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर देते हैं।

कैसे पहचानें डिजिटल अरेस्ट स्कैम?

सरकारी अधिकारियों के नाम से कॉल: यदि कोई व्यक्ति खुद को पुलिस, CBI, इनकम टैक्स या अन्य जाट एजेंसी का अधिकारी बताता है, तो सतर्क रहें।

धमकियां और जल्दबाजी: फ्रॉड करने वाले व्यक्ति आपको वीडियो कॉल करते हैं, जिसमें वे पुलिस की वर्दी में होते हैं और आपको गिरफ्तारी की धमकी देते हैं । किसी से संपर्क न करने के लिए कहते हैं साथ ही फोन पर बने रहने के लिए बोलते हैं

पैसों की मांग: वे आपसे व्यक्तिगत जानकारी या पैसे मांग सकते हैं, और आपको तुरंत पैसे ट्रांसफर करने के लिए दबाव डाल सकते हैं।

डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें?

सोशल मीडिया पर आने वाली संदिग्ध कॉल को न उठाएं।

घबराये नहीं और अपनी निजी जानकारी किसी से भी साझा न करें।

संदेह होने पर तुरंत कॉल काटें और अनजान नंबर की जांच करें।

जब आपने कोई अपराध ही नहीं किया है तो घबराने की कोई आवश्यकता नहीं। जागरूक बने।

आप धोखाधड़ी की शिकायतों की रिपोर्ट तुरंत निकटतम साइबर अपराध थाना में करे या https://www.cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या साइबर अपराध सेल की हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क कर सकते हैं।

सावधानियां-

  • पुलिस किसी को भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। अगर किसी का वास्तविक अपराध है तो फिजिकल गिरफ्तार किया जाएगा।
  • पुलिस किसी से किसी की गोपनीय जानकारी नहीं मांगती।
Posted by: | Posted on: January 25, 2021

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगन डागर के निवास पर उनके साथ बैठे पुलिसकर्मी

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) |किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर हरियाणा में दिखाई दे रहा है। हरियाणा के भाजपा नेता इन दिनों किसानों के विरोध का जगह-जगह सामना करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसा ही मामला सोमवार को सैक्टर-7 स्थिति फरीदाबाद के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के निवास पर देखने को मिला। किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे जगन डागर के निवास पर पुलिस मौके पर मौजूद थी और जगन डागर के समीप सभी बैठे हुए थे। यह भी कहा जा सकता है कि एक तरह से पुलिस ने डागर को नजरबंद कर लिया था। जब तक कैबिनेट मंत्रीी का कार्यक्रम चला तब तक पुलिस उनके घर पर मौजूद रही। दरअसल, हरियाणा सरकार के परिवहन एवं खनन विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा को अपने विधानसभा क्षेत्र बल्लभगढ़ के सैक्टर 55 में विकास कार्य के उद्घाटन के लिए आना था। जहां पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगन डागर ने उन्हें काले झंडे दिखा कर किसानों के समर्थन में उनका विरोध जताने की तैयारी कर रखी थी। लेकिन उनके विरोध प्रदर्शन से पहले ही पुलिस और सीआईडी की टीम उनके निवास पर पहुंच गई और उनको घर से नहीं निकलने दिया।

इस मामले में जगन डागर का कहना है कि लोकतंत्र में किसी का भी शांतिपूर्वक विरोध करने का सभी का अधिकार है। लेकिन फिर भी भाजपा सरकार ने उन्हें अपना विरोध जताने से रोका जोकि ठीक नहीं है। देश में लोकतंत्र है, जब सरकार जनविरोधी काम करती है तो लोग उसका विरोध करते ही है। लेकिन भाजपा सरकार अपने विरोध को छुपाने के लिए किसानों का दमन कर रही है। जो की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों के किसी भी औजार फावड़ा ,खुरपी, टैक्टर व अन्य सामान पर किसी भी भाजपाई का कोई हक नहीं है क्योंकि भाजपा किसानों के किसी भी चीज को छुने तक का हक खो चुकी है। भाजपा सरकार एक तरफ तो कहती है कि उनके खजाने भरे हुए हैं वहीं दूूसरी तरफ वो आम लोगो से नगर निगम का काम चलाने के लिए टैैैैक्टर भेंट ले रही है। जगन डागर ने डाॅ पवन द्वारा नगर निगम को टैक्टर भेंट करने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री एक तरफ तो कह रहे है कि उनके खजाने भरे हुए हैं और दूसरे तरफ वार्ड नम्बर एक के लिए डाॅ पवन नगर निगम को टैक्टर भेंट कर रहे हैं टैक्टरों की जरूरत आज किसानों को है न की नगर निगम को । नगर निगम तो कहीं से भी अपनी व्यवस्था कर लेगा लेकिन टैक्टर किसानों की रोजी रोटी है। उसे भी भाजपा छीन लेना चाहती है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसान विरोधी बिल को कोरोना काल में देश की जनता पर थोप दिया है। जिसके बाद भाजपा सरकार अब पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी किसान और मजदूर वरोधी पार्टी है। मोदी सरकार चंद उद्योगपतियों की मदद करने के लिए किसान विरोधी कानून लेकर आई है। जब तक इस कानून को मोदी सरकार वापस नहीं ले लेती तब तक भाजपा सरकार का इसी तरह जगह-जगह विरोध होता रहेगा और वो आगे भी भाजपा नेताओं का विरोध करेंगे। पत्रकारों ने जब जगन डागर से जिला प्रशासन के बारे में सवाल किए तो उन्होंने बताया कि जिला फरीदाबाद के उपायुक्त यशपाल यादव मिलनसार और लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से निपटाते आए हैं उनकी कार्यशैली से सभी लोग खासे प्रभावित हैं ।

Posted by: | Posted on: January 12, 2021

मानव सेवा की मिसाल बनी ह्यूमन लीगल ऐड एंड क्राइम कंट्रोल संस्था, कड़ाके की ठंड से बचाने को 150 जरूरतमंदों को बांटे कंबल

फरीदाबाद (अनिल कुमार /देवेंदर )। फरीदाबाद : जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड को देखते हुए गरीब व असहाय लोगों को राहत पहुंचाने में फरीदाबाद शहर के समाजसेवी व समाजसेवी संस्थाएं अहम भूमिका निभा रही है। ताकि गरीब व असहाय लोगों को ठंड के दिनों में परेशानियो का सामना न करना पड़े। इसक्रम में ह्यूमन लीगल ऐड एंड क्राइम कंट्रोल आर्गेनाइजेशन संस्था आईएमटी फरीदाबाद सेक्टर 68 संस्था पिछले तीन सप्ताह से गरीब व असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण करने का कार्य कर रहे है। अभी तक संस्था द्वारा 150 लगभग 150 से अधिक कंबल वितरण किया गया है। कंबल वितरण का कार्य हर वर्षों से किया जा रहा है। आईएमटी फरीदाबाद सेक्टर 68 क्षेत्रों से आए हुए मजदूरों के बीच कम्बल वितरण किया। संस्था की राधिका बहल ने कहा कि वे पिछले पांच वर्षों से अधिक समय से गरीबों की हर प्रकार से मदद कर रही है। संस्था की महासचिव राधिका बहल ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर 22 मार्च से देश में लगे लाकडाउन मे सबसे पहले ह्यूमन लीगल ऐड एंड क्राइम कंट्रोल आर्गेनाइजेशन संस्था लोगों की मदद के लिए सामने आई थी। लाकडाउन के पहले दिन से लेकर अब तक संस्था ने 500 प्रवासी मजदूर,जरूरतमंदों और गरीब परिवार को पका हुआ भोजन वितरण किया। संस्था के संस्थापक अनुराग शर्मा ने कहा कि जब किसी जरूरतमंद की मदद करते हैं तो जो खुशी मिलती है, उतनी किसी अन्य काम में नहीं मिलती। इस मौके पर संस्था की कानूनी सलाहकार ज्योति शर्मा, फरीदाबाद के अध्यक्ष अमित साहनी, सुमन शर्मा, मोनिका, प्रीति,नीलू ,याशिका ,प्रिया ,पुष्कर, नीरज, आदि मौजूद रहे।

Posted by: | Posted on: December 9, 2020

हरियाणा की फरीबदाबाद जेल में शमशेर सिंह को तिनका तिनका इंडिया सम्माान जयकिशन छिल्लर और वर्तिका नन्दा ने दिया

हरियाणा की फरीबदाबाद जेल में शमशेर सिंह को तिनका तिनका इंडिया सम्माान जयकिशन छिल्लर और वर्तिका नन्दा ने दिया

मानवाधिकार दिवस: जेलों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार
जेल में तिनका तिनका उम्मीद का उत्सव- तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स- 6वां साल
हरियाणा की जिला जेल, फरीदाबाद से रिलीज हुए राष्ट्रीय पुरस्कार

• इस साल 17 बंदी औऱ जेल स्टाफ चयनित
• इनमें एक जेल का बंदी अमिताभ बच्चन, एक पुरस्कार मरणोपरांत
• इस वर्ष पेंटिग की थीम थी- ‘कोरोना के दौर में जेल’।
• पुरस्कारों को के सेल्वाराज, हरियाणा जेल पुलिस महानिदेशक और श्री अजय कश्यप, पूर्व पुलिस महानिदेशक, दिल्ली जेल और डॉ. वर्तिका नन्दा, संस्थापक, तिनका तिनका ने रिलीज किया।
• देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब पूरे देश में अलग-अलग जेलों से अधिकारी और बंदी लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जुड़े और इस दौरान उन्होंने अपनी बात कहने का मौका मिला।
• इस बार की निर्णायक मण्डली में श्री अजय कश्यप (आईपीएस), पूर्व महानिदेशक दिल्ली जेल, श्री ओ.पी. सिंह (आईपीएस) पूर्व महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस और डॉ. वर्तिका नन्दा, संस्थापक, तिनका तिनका शामिल रहे।

मानवाधिकार दिवस पर दिए जाने वाले तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स आज हरियाणा की जिला जेल, फरीदाबाद से वीडिया के जरिए जारी किए गए। तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स जेलों में सृजन करने वाले बंदियों और विशेष काम कर रहे जेल अधिकारियों व कर्मचारियों का सम्मान करते हैं। भारत की जानी-मानी जेल सुधारक डॉ. वर्तिका नन्दा ने तिनका तिनका अवार्ड्स की परिकल्पना की है। हर वर्ष तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स चयनित बंदियों और जेल अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति में देश की किसी जेल में जारी किए जाते हैं। यह पुरस्कारों का छठवां वर्ष है। इस वर्ष 3 श्रेणियां रहीं- पेंटिंग, विशेष प्रतिभा और जेल प्रशासकों के लिए पुरस्कार। पेंटिंग की श्रेणी में 7 बंदियों को पुरस्कार दिया गया है। जेल में विशेष काम के लिए 6 बंदियों जबकि जेल में विशेष सेवा के लिए 4 जेलकर्मियों को सम्मानित किया गया है।

दिल्ली की तिहाड़ (7&9) जेल में बंद नरेंद्र नाथ सरकार (42) ने इस वर्ष पेंटिंग श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जीता है। नरेंद्र नाथ सरकार जेल में आने से पहले बी.एस.एफ में कार्यरत थे। द्वितीय पुरस्कार उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर जेल में बंद रज्जू कोल (74) को मिला है। वहीं इसी श्रेणी में तृतीये पुरस्कार पश्चिम बंगाल की दार्जलिंग डिस्ट्रिक्ट करेक्शनल होम में बंद फिरोज़ राय (41) को मिला है। फिरोज़ राय जेल में आने से पहले चाय के बगीचे में काम करते थे।

इस वर्ष पेंटिग श्रेणी में 2 सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए हैं। दिल्ली की केंद्रीय जेल नंबर 16, मंडोली में बंद वैशाली कौशल (21) और केंद्रीय जेल कोयम्बटूर के बंदी माधवन (36) को संयुक्त रूप यह पुरस्कार दिया गया है।

पेंटिंग की ही श्रेणी में उत्तर प्रदेश की बिजनौर जिला जेल के 2 बंदियों को भी पुरस्कार दिया गया है। इसे जीतने वाले रफीक अहमद और परवेज़ नामक बंदी हैं।

इस वर्ष विशेष प्रतिभा की श्रेणी में 6 बंदियों को पुरस्कार दिए गए हैं।

  • 37 वर्षीय चिराग किशोरभाई राणा गुजरात की अहमदाबाद जेल में पिछले 11 साल से सजायाफ्ता बंदी हैं। जेल में रहते हुए राणा ने 35 से अधिक कोर्सों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। राणा, फिलहाल बंदियों को डिप्रेशन जैसी बीमारी से उबरने के लिए मदद कर रहे हैं। वह जेल की साइकोलॉजिकल सेल का संचालन कर रहे हैं।
  • चंडीगढ़ की मॉडल जेल के 36 वर्षीय बंदी अशोक कुमार ने महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए इस वर्ष मास्क और ग्रॉउंस बनाने में जेल प्रशासन की मदद की। अशोक व्यावसायिक रूप से टेलर हैं।
  • उत्तर प्रदेश की मैनपुरी जेल में 53 वर्षीय अजय चौहान पिछले 4 वर्ष से बंद हैं। वह सजायाफ्ता बंदी हैं। अजय जेल में रेडियो का संचालन करते हैं। महामारी के दौर में भी अजय ने रेडियो संचालन बेहतर ढंग से किया है। इस बार ख़ास बात यह रही कि महामारी के चलते बंदियों से उनके परिजनों की होने वाले मुलाकातों को रद्द कर दिया गया था। लेकिन अजय ने रेडियो प्रोग्राम कर इस बात को सुनिश्चित किया कि कोई बंदी इस कठिन समय में अपने आप को अकेला महसूस न करे।
  • छत्तीसगढ़ की बिलासपुर जेल में 33 वर्षीय माधवी दास सजायाफ्ता बंदी हैं। उन्हें अभी जेल में 20 वर्ष की सज़ा और पूरी करनी है। माधवी जेल के हेल्थ वॉरियर हैं। जेल में अस्पताल के संचालन में वह अपनी सेवाएं दे रही हैं।
  • उत्तर प्रदेश की फिरोज़ाबाद ज़िला जेल में 40 वर्षीय अमिताभ बच्चन नामक बंदी 2009 से बंद हैं। वह सजायाफ्ता बंदी हैं। महामारी कोविड-19 के दौर में बच्चन ने जेल के भीतर सैनिटाइज़िंग का कार्य करने में जेल प्रशासन सरहानीय मदद की है।
  • 24 वर्षीय रजत संजय उत्तर प्रदेश की आगरा जेल के बंदी हैं। जेल में रेडियो की शुरुरात से लेकर अब तक वह इसके सक्रिय सदस्य रहे हैं। इस वर्ष महामारी के कारण जेल में बंदियों की उनके परिजनों से होने वाली मुलाकातों के रद्द होने के चलते रजत ने इस बात का धायक दिया कि कोई भी बंदी डिप्रेशन में न जाए। रजत में इस समय बंदियों के लिए रेडियो पर मोटिवेशनल प्रोग्राम्स बनाए।

इस वर्ष 4 जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को तिनका तिनका अवॉर्ड्स दिए गए हैं। इनमें, मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट स्वर्गीय राजकुमार त्रिपाठी (56), महाराष्ट्र की यरवडा जेल, पुणे के डीआईजी (जेल) योगेश दत्तात्रेय देसाई (50), हरियाणा की फरीदाबाद ज़िला जेल के हेड वॉर्डर शमशेर सिंह (47) और दिल्ली की केंद्रीय जेल नंबर 16, मंडोली की गायत्री भास्कर मत्रों का नाम शामिल हैं। इस बार जेल अधिकारियों के सम्मान स्वर्गीय राजकुमार त्रिपाठी के नाम किए गए हैं।
57 वर्षीय राजकुमार त्रिपाठी, मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा जेल में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के पद पर तैनात ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे लेकिन इसके बावजूद अंतिम समय तक वह जेल में अपनी सेवाएं देते रहे। आखिर में इलाज के दौरान त्रिपाठी का निधन हो गया। त्रिपाठी को मरणोपरांत अवॉर्ड दिया गया जिसे उनकी पत्नी और बेटे ने स्वीकार किया।
हरियाणा की फरीबदाबाद जेल में शमशेर सिंह को तिनका तिनका इंडिया सम्माान श्री जयकिशन छिल्लर और वर्तिका नन्दा ने दिया। इस बार समारोह का वीडियो आयोजन इसी जेल से किया गया।

इस वर्ष नामांकन की कुल संख्या करीब 300 रही, जिनमें 33 महिला शामिल रहे। कार्यक्रम में देशभर के कई जेल अधिकारी शामिल हुए जिनमें श्री आनंद कुमार पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक कारागार, उत्तर प्रदेश और श्री शरद कुलश्रेष्ठ.,अपर महानिरीक्षक, कारागार, उत्तर प्रदेश, श्री विराट, अपर महानिरीक्षक,, मॉडल जेल, चंडीगढ़ शामिल थे। इस साल पुरस्कारों में फरीदाबाद की जेल में बने लकड़ी के मोमेंटो खास तौर से दिए जा रहे हैं।

वर्तिका नन्दा जेल सुधारक हैं और तिनका तिनका भारतीय जेलों पर उनकी श्रृंखला है। वे 2014 में भारत के राष्ट्रपति से स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं। जेलों पर उनके काम को दो बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली है। तिनका तिनका डासना औऱ तिनका तिनका मध्य प्रदेश- जेलों की जिंदगी का दस्तावेज देती उनकी लिखी किताबें हैं।

Posted by: | Posted on: September 14, 2020

मानवाधिकारों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरुक : संगीता आहुजा

मानवाधिकारों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरुक : संगीता आहुजा

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )| ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स की जिलाध्यक्ष संगीता आहुजा ने कहा कि कोरोना काल में उनके पास कई ऐसी शिकायतें आई हैं जब विभिन्न वर्गों के लोगों के अधिकारों का हनन किया हो। ऐसे में अब ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स द्वारा जिले में अधिकारों के प्रति जागरुकता के लिए अभियान चलाया जाएगा। वैबीनार के जरिए विभिन्न वर्गों के लोगों को उनके अधिकारों की जानकारी दी जाएगी। संगीता आहुजा ने कहा कि आज भी बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जिनके अधिकारों का सरेआम हनन किया जाता है परंतु उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं होती कि वे इसके खिलाफ आवाज उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में जब उनके पास इस तरह के कई मामले आए तो उन्होंने इस विषय पर लोगों को जागरुक करने का निर्णय लिया। इसमें आरडब्ल्यूए, ग्राम पंचायतों, समाजसेवी संस्थाओं, औद्योगिक व श्रम संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। संगीता आहुजा ने कहा कि जन्म लेने के साथ ही मनुष्य को कई मूलभूत अधिकार स्वत: ही मिल जाते हैं। भारत का संविधान देश के सभी नागरिकों को उनके अधिकारों की गारंटी देता है। इतना ही नहीं इसे तोडऩे वाले को सजा भी देता है। संगीता आहुजा ने कहा कि मानवाधिकार की सुरक्षा के बिना सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक आजादी खोखली है तथा मानवाधिकारों की रक्षा करना सभी की जिम्मेवारी बनती है। उन्होंने कहा कि हर वर्ग के अधिकारों की व्याख्या की गई है। इसलिए अपने अधिकारों के प्रति लोगों को अवश्य जागरुक होना चाहिए ताकि लोगों का शोषण न हो सके। इसमें ऑल इंडिया ह्यूमन राइट्स लोगों के साथ खड़ा है।

Posted by: | Posted on: September 4, 2020

ग्राम पंचायत सोतई के सरपंच सुपुत्र सोनू रावत ने बल्लबगढ़ एसडीएम अपराजिता को पदभार सँभालने पर पुष्पगुच्छ देकर शुभकामनाएं दी

ग्राम पंचायत सोतई के सरपंच सुपुत्र सोनू रावत ने बल्लबगढ़ एसडीएम अपराजिता को पदभार सँभालने पर पुष्पगुच्छ देकर शुभकामनाएं दी

Posted by: | Posted on: August 29, 2020

रायन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के स्थापना दिवस के अवसर पर रायन इंटरनेशनल स्कूल ,फरीदाबाद के छात्रों ने फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह से एक बेबाक बातचीत की :-प्रधानाचार्य निशा शर्मा

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| रायन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के स्थापना दिवस के अवसर पर रायन इंटरनेशनल स्कूल ,फरीदाबाद के छात्रों ने फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह से एक बेबाक बातचीत की।छात्रों ने अपनी उत्सुकता मिटाने के लिए ओपी सिंह से अनेक प्रश्न किए तथा ने भी छात्रों को सहज बनाते हुए अनौपचारिक ढंग से प्रश्नों के विस्तृत उत्तर दिए । प्रश्नों में ओपी सिंह के जीवन के हर पहलू को उजागर करने का प्रयास किया गया था।

अपना संक्षिप्त परिचय देते हुए ओपी सिंह ने बताया कि पीसीएम में पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में ऑनर्स की पढ़ाई की तथा सिविल सर्विसेज की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।उन्हें आईपीएस ऑफिसर बनने की प्रेरणा अपने आसपास के माहौल से मिली।

छात्रों ने ओपी सिंह द्वारा लिखी पुस्तक’ हौसलानामा’ की जानकारी में रुचि
दिखाई तथा पुस्तक के पीछे की प्रेरणा के विषय में उनसे पूछा ।छात्रों ने खेलों के पीआईई मॉडल के विषय में भी काफी उत्सुकता दिखाई।

ओपी सिंह ने छात्रों को प्रतिस्पर्धा तथा दृढ़निश्चय की भावना को जागरूक करने के लिए कहा तथा उन्होंने संदेश दिया कि छात्र स्वयं में आत्मविश्वास की भावना का विकास करेंतथा रूचि के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करें।

मनीलॉन्ड्रिंग एक्ट की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों की चर्चाकरते हुए उन्होंने छात्रों को कालेधन और सफेदधन के विषय में विस्तार पूर्वक बताया।उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया पर चल रही एंटी बुलिंग स्कीम पर अपने विचार प्रकट करने के लिए कहा तथा उसकी रोकथाम के लिए सुझाव भी मांगे।
विषम परिस्थितियों में मानसिक संतुलन तथा धैर्य बनाए रखने के लिए उन्होंने छात्रों को प्राणायाम तथा ध्यान लगाने की प्रेरणा दी।इस विषय पर उन्होंने छात्रों को मार्कस औरे लियस की पुस्तक पढ़ने का भी सुझाव दिया।उन्होंने छात्रों को निडर ,साहसी तथा समझदार बनने की प्रेरणा दी जिससे देश की बागडोर सक्षम नेतृत्व के हाथ में रहे।

अंत में छात्रों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा जीवन के किसी भी क्षेत्र मेंजीत से अधिक भागीदारी महत्वपूर्ण है।कार्य को पूरा करने में अपना शतप्रतिशत योगदान देना ही आवश्यक है।विद्यालय की प्रधानाचार्य निशा शर्मा ने ओपी सिंह को छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद दिया तथा अपना अमूल्य समय उनके साथ व्यतीत केलिए आभार प्रकट किया।

Posted by: | Posted on: July 28, 2020

वार्ड न 29 के पार्षद प्रतिनिधि विनोद भाटी ने नगर निगम कर्मचारीयो को ट्रैकसुट दिए एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की

वार्ड न 29 के पार्षद प्रतिनिधि विनोद भाटी ने नगर निगम कर्मचारीयो को ट्रैकसुट दिए एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की

Posted by: | Posted on: July 27, 2020

उड़ान NGO के द्वारा ऑनलाइन तीज का तीन दिवसीय आयोजन किया गया :-सारिका

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | प्रति वर्ष उड़ान NGO फ़रीदाबाद शहर में बड़े स्तर पर तीज मेले का आयोजन करता था ।परन्तु इस बार कोरोना वैश्विक महामारी के कारण उड़ान संस्था के द्वारा ऑनलाइन तीज का तीन दिवसीय आयोजन किया गया।जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में सभी प्रतिभागियों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया।सर्व श्रेष्ठ गायन में नेहा सक्सेना ने बाज़ी मारी और सबसे उत्तम नृत्य प्रतिभा तिवारी का रहा। सबसे सुंदर मेहंदी वाले हाथ सरिता यादव और सबसे मनमोहक चूड़ी वाले हाथ मनीषा सिंगला के रहे।अनेक प्रतिभागियों में से तीज क्वीन क्वीन की हक़दार प्रथम स्थान पर एकता चौधरी,दूसरे स्थान पर हेमलता उप्पल और तृतीय स्थान पर बबीता सचदेवा रही।ऑनलाइन निर्णय देने की भूमिका उड़ान संस्था की कोर टीम राजेश बाला सरधाना,सारिका गुप्ता,अंजना रावत ,साधना जैन,मीनाक्षी गुप्ता और सीमा छाबड़ा ने निभाई।सभी प्रतिभागियों को गिफ़्ट हेम्पर और सर्टिफ़िकेट दिए गये।कोरोना काल की इस ऑनलाइन तीज उत्सव का सभी ने भरपूर आनंद लिया।