Wednesday, May 19th, 2021

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Posted by: | Posted on: May 19, 2021

सनफ्लैग हस्पताल की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार – पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | फरीदाबाद के अंदर सनफ्लैग हॉस्पिटल को सरकार के द्वारा पहले ही रिज्यूम किया जा चुका है जिसको अब कोविड सेंटर के रूप में चलाने के लिए फरीदाबाद की ही अग्रणी सामाजिक संस्था पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट आगे आई है ।पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट व फरीदाबाद के नामी सी0 बी0 एस0 ई0 स्कूल – दून भारती पब्लिक स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष डंगवाल ने कहा कि रिज्यूम का मतलब है कि हुड्डा से रियायती दरों पर जमीन लेने वाले अस्पताल संचालकों को नियमों का पूरा पालन करना होता है यदि नियमों का पालन नहीं किया जाता तो सरकार साइट को रिज्यूम कर सकती है | रिज्यूम होने के बाद उसके ऊपर मालिकाना हक सरकार का होता है। फरीदाबाद के अंदर पिछले कई सालों से शिक्षा, धार्मिक एवम सांस्कृतिक कार्यों में गैर सरकारी संगठन पूरन सिंह डंगवाल ट्रस्ट काम कर रहा है , जिसके संस्थापक मनीष डंगवाल ने कहा है कि यदि सरकार और फरीदाबाद प्रशासन सनफ्लैग हॉस्पिटल को पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट को कोविड सेंटर के रूप में चलाने की अनुमति देती है तो पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट इसको आगे बढ़कर बहुत बढ़िया तरीके से चलाने में सक्षम है। मनीष डंगवाल ने बताया की ऐसा लगता है कि अब तीसरी लहर भी आ सकती है इसलिए हमको पहले से ही तैयार रहना होगा। इसके प्रबंध के लिए हमें वयस्कों के साथ साथ विशेषत: बच्चों के अस्पताल पर ध्यान देना होगा | दशको से सामजिक कार्यों एवम स्कूल संचालन के अनुभव से छोटे बच्चों को संभाल पाने का अनुभव इस समय काफी काम आ सकता है | मनीष डंगवाल का कहना है की हमें आने वाली समस्याओं को भापते हुए आज ही कदम उठाना होगा | मनीष डंगवाल ने बताया कि ऐसे समय में जब देश कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी की अभूतपूर्व चुनौती का सामना कर रहा है तब पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वाह करते हुआ सनफ्लैग हॉस्पिटल को इस माहामारी से निपटने के लिए एक बेहतर सेंटर बना सकते हैं उन्होने आगे कहा कि जल्द ही इस संबंध में जो भी जरूरी काम या कार्यवाही होगी पूरन सिंह डंगवाल मैमोरियल ट्रस्ट उसको पूरा कर देगी ।मनीष डंगवाल जो की अनेक शेक्षिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवम सामजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं, उनका कहना है की इस विपत्ति के काल में सभी संस्थाओं को साथ मिलकर जो भी मदद संभव हो उसे आगे बढकर ज़रूर करना चाहिए |