सोलर ऊर्जा का बेहतरीन इस्तेमाल कर रहा है विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल : डीसी जितेंदर यादव
Posted by: admin | Posted on: 2 weeks agoफरीदाबाद(विनोद वैष्णव ):- विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 2 में आज 25 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट का उद्घाटन जिला उपायुक्त जितेंदर यादव द्वारा किया गया. इस अवसर पर यादव ने स्कूल के द्वारा किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि देश में बिजली का 53% उत्पादन कोयले से किया जाता हैं और ऐसा अनुमान लगाया जाता हैं कि वर्ष 2040–2050 तक ये भी समाप्त हो जाएगा. ऐसे में यह समय की मांग है कि हम ऊर्जा के अधिकाधिक उत्पादन के लिए, ऊर्जा के संरक्षण के क्षेत्र में, उसके नविनीकरण एवं बचाव के लिए कदम उठाए. इस मांग को पूर्ण करने हेतु सौर ऊर्जा का उपयोग सर्वोत्तम उपाय हैं, जिससे हम ऊर्जा की मांग एवं पूर्ति के बीच सामंजस्य स्थापित कर सकते हैं. इसलिए विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल का यह प्रयास बेहद सराहनीय है. उन्होंने कहा कि अन्य सामाजिक इकाइयों को भी इससे प्रेरणा लेकर वैकल्पिक ऊर्जा के प्रयोग को अपनाना चाहिए. इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि भारत के गांवों और शहरों में भी सौर उर्जा का उपयोग अब संभव हो गया है. एक समय था जब भारत के अनेक गांवों में बिजली नहीं थी. लेकिन तकनिकी विकास और सौर उर्जा की मदद से आज भारत के अनेक गांवों में भी बिजली है. सौर उर्जा की मदद से गांवो और शहरों में बिजली उत्पादन काफी तेजी से बढ़ा है और लोग सौर उर्जा की मदद से अपने घर को रौशन करने में सफल हुए है. सौर उर्जा या सौलर पैनल पर सरकार भी मदद कर रही है, ऐसे में सभी को इस दिशा में कार्य करना चाहिए. कार्यक्रम में स्कूल के डायरेक्टर दीपक यादव ने बात रखते हुए कहा कि सूर्य ऊर्जा जिन्हें सोलर एनर्जी कहा जाता हैं यह सस्ती, सर्वसुलभ, निरापद, निरंतर उपयोग लाई जाने वाली अक्षय ऊर्जा हैं. हम सभी जानते है कि आज के समय में किसी भी चीज के उपयोग से हम ऊर्जा तो प्राप्त कर लेते है लेकिन इसके बदले हमे प्रदूषण का सामना करता पड़ता है। लेकिन सौर ऊर्जा पर्यावरण प्रदूषण के प्रयोग से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है। सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की प्रक्रिया में कोई भी रसायन या उत्पाद शामिल नहीं होता हैं, जो पर्यावरण के प्रदूषण का कारण हो सकते हैं। इसीलिए इसके उपयोग पर्यावरण स्वच्छ रहता है। इसलिए वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती सुनीता यादव, जजपा के जिलाध्यक्ष राजेश भाटिया, राजेश रावत, रामनिवास राठी, सतबीर डगर, लखन बेनीवाल, जीतराम यादव, स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती ज्योति चौधरी व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे. इस अवसर पर स्कूल में मदर्स मीट का भी कार्यक्रम रखा गया जिसमें भाग लेने छात्रों के अभिभावक भी पहुंचे और कार्यक्रम को सफल बनाया. स्कूल में मदर्स के लिए रैंप वाक और डांस आदि के कार्यक्रम भी रखे गए. छात्रों ने मदर्स के लिए कार्ड बनाये और सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत किये.

डीम्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में लिंग्याज 26 वें स्थान पर
Posted by: admin | Posted on: 2 weeks agoफरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | एनसीआर की जानी मानी तकनीकी शिक्षण संस्थान लिंग्याज विद्यापीठ में ऑल इंडिया प्राइवेट डीम्ड यूनिवर्सिटी वर्ष 2022 की घोषित रैंकिंग सूची में देश में 26वां स्थान प्राप्त कर महारत हासिल की है। साथ ही प्राइवेट यूनिवर्सिटी इन हरियाणा की सूची में विद्यापीठ चौथे स्थान पर अपनी जगह बनाए हुए है।

ये जानकारी देते हुए लिंग्याज विद्यापीठ के वाइस चांसलर प्रो (डॉ). जी.जी. शास्त्री ने बताया कि ऑल इंडिया (Govt. + private) इन टॉप डीम्ड यूनिवर्सिटी टेक्नीकल केटेगरी में भी 36 वां स्थान प्राप्त किया है। वही आईआईआरएफ रैंकिंग में भी संस्थान पीछे नहीं रहा वहां भी विद्यापीठ ने 48वें स्थान पर अपनी जगह बनाई।
रैंकिंग पर खुशी जाहिर करते हुए लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहा की संस्थान के मेहनतकश स्टाफ के कारण ही वर्ष 1998 में एक पौधे के रूप में प्रारम्भ हुआ उक्त शिक्षण संस्थान आज देश-विदेश में अपनी छाप छोड़ रहा है। संस्थान से पास हुए छात्र-छात्राएं सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों में उच्च पदों पर कार्य कर संस्थान का नाम रोशन कर रहे है।
स्कूल ऑफ लॉ, मानव रचना यूनिवर्सिटी में पहली लॉ एंड टेक्नोलॉजी नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
Posted by: admin | Posted on: 2 weeks agoफरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) : स्कूल ऑफ लॉ, मानव रचना यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद ने 28 से 29 अप्रैल 2022 तक लॉ एंड टेक्नोलॉजी विषय पर अपनी पहली वार्षिक राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया। मानव रचना विश्वविद्यालय में मूट कोर्ट कमिटी द्वारा आयोजित की गई प्रतियोगिता का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) आई.के. भट और प्रो-वाइस चांसलर, प्रोफेसर (डॉ.) डी एस सेंगर द्वारा किया गया।
प्रतियोगिता दो दिनों तक चली और विभिन्न सत्रों में वर्चुअल कोर्ट रूम में बहस जारी रही, जहां देश भर के विभिन्न लॉ स्कूलों के 25 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। 28 अप्रैल को प्रारंभिक दौर का आयोजन किया गया और 29 अप्रैल को सेमीफाइनल और अंतिम दौर का आयोजन किया गया।

प्रतियोगिता का निर्णय देश के शिक्षाविद, बार और बेंच के कानूनी दिग्गजों द्वारा किया गया, जिसमें प्रोफेसर, अधिवक्ता, जस्टिस वी बी गुप्ता – सेवानिवृत्त न्यायाधीश दिल्ली उच्च न्यायालय और जस्टिस राजेश टंडन – सेवानिवृत्त न्यायाधीश, उत्तराखंड उच्च न्यायालय जैसे पूर्व न्यायाधीश शामिल थे।
अपने संबोधन में, जस्टिस वीबी गुप्ता ने व्यक्त किया कि वह कानून, टेक्नोलॉजी के उपयोग और निजता के अधिकार के बीच इस परस्पर क्रिया को देखते हुए कितने प्रसन्न हैं। जस्टिस राजेश टंडन ने गोपनीयता के अधिकार की रक्षा में बिचौलियों की भूमिका और आईटी मध्यस्थों को व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित करने में मदद करने वाले नियमों पर प्रकाश डाला।
डॉ. सोमदत्त भारद्वाज – एचओडी, स्कूल ऑफ लॉ, मानव रचना विश्वविद्यालय द्वारा संक्षिप्त लेकिन बहुत प्रेरक शब्दों के साथ परिणाम घोषित करने के साथ यह आयोजन अपने तार्किक अंत तक पहुंचा।
सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे को प्रथम मानव रचना लॉ एंड टेक्नोलॉजी नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया और लॉयड लॉ कॉलेज नोएडा ने उपविजेता ट्रॉफी हासिल की। एमिटी यूनिवर्सिटी मानेसर ने बेस्ट मेमोरियल (याचिकाकर्ता) और बेस्ट मेमोरियल (प्रतिवादी) दोनों के लिए पुरस्कार जीते। दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन, नोएडा की शुभनवी शिवहरे को सर्वश्रेष्ठ अध्यक्ष चुना गया।

डीपीएसजी सीकरी फरीदाबाद द्वारा आयोजित एक ‘मेगा एजुकेशन समिट’ में प्रख्यात शिक्षाविदों ,कॉर्पोरेट लीडर्स और चिकित्सकों ने एनईपी और छात्रों के लिए इसके लाभों पर विचार –विमर्श किया
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks agoफरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | दिल्ली पब्लिक स्कूल गाज़ियाबाद सोसायटी द्वारा संचालित एक प्रमुख स्कूल डीपीएसजी सीकरी फरीदाबाद(42.5 किमी. माइल स्टोन ,दिल्ली मथुरा रोड ) ने अपने परिसर में एक मेगा एजुकेशन समिट का आयोजन किया ,जिसमें प्रख्यात शिक्षाविदों .कॉर्पोरेट लीडर्स और चिकत्सकों ने नई शिक्षा नीति और छात्रों के लिए इसके लाभों पर विचार विमर्श किया ||श्री ओम पाठक जी पूर्व आईएएस ,डी पी एस जी और सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष द्वारा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई |

आईएएस यशपाल यादव (आयुक्त ,फरीदाबाद नगर निगम) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे |अपने वक्तव्य में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माता –पिता और शिक्षकों के रूप में हमें यह समंझना चाहिए कि बच्चा अपने करियर को अपनी पसंद के अनुसार चुने |हमें अपने बच्चों के करियर विकल्पों को साकार करने में अधिकतम सहायता करनी चाहिए|एनईपी के बारे में बात करते हुए उन्होंने इसके चार सिद्धांतों को दोहराया(access, equity, quality & accountability) आंकलन ,इक्विटी ,गुणवत्ता और उत्तरदायित्व |श्री ओम पाठक जी ने डीपीएसजी के मूल्यों को साझा किया |उन्होंने अपने अद्वितीय पाठयक्रम डिज़ाइन (जिसको डीपीएसजी स्कूलों के 650 + शिक्षकों द्वारा एक साथ नई शिक्षा नीति के सिद्धान्तों के साथ संरेखित किया गया | ) के बारे में विस्तार से बात की |यह उल्लेखनीय है कि डीपीएसजी पाठयक्रम पूछताछ आधारित है ,जहाँ बच्चों को उन पाठयक्रमों को चुनने की स्वंत्रता दी जाती है, जिनमे वह आगे बढ़ना चाहता है |

‘नई शिक्षा नीति: इसका बच्चे को कैसे लाभ होगा ‘ ,पर पहले सत्र में डॉ. दिनेश कुमार, कुलपति, गुरुग्राम विश्वविद्यालय; डॉ. कृष्णकांत गुप्ता, प्राचार्य, अग्रवाल पीजी कॉलेज, बल्लभगढ़; सुश्री दीप्ति जगोटा, प्राचार्य, डीएवी, सेक्टर 37, फरीदाबाद; डॉ. शबदा बेदी, निदेशक, शिक्षा अनुसंधान एवं विकास, डीपीएसजीएस; और सुश्री मीनू चोपड़ा, प्राचार्य, डीपीएसजी सुशांत लोक। पैनलिस्टों ने न केवल उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले बल्कि अच्छे इंसानों के निर्माण में और स्कूलों और विश्वविद्यालयों में एक मजबूत शोध संस्कृति(रिसर्च कल्चर ) के निर्माण में शिक्षा की भूमिका पर जोर दिया। सम्मानित वार्ताकारों ने शिक्षा और प्रौद्योगिकी के बीच संबंध पर चर्चा की।

“करियर और प्लेसमेंट के लिए छात्रों को तैयार करना”विषय पर दूसरे सत्र में कॉर्पोरेट लीडर्स का एक विशिष्ट पैनल शामिल था, जिसमें सुश्री नीरज शर्मा, निदेशक, संपदा प्रबंधन, आईजीआई एयरपोर्ट; श्री गौरव वोहरा, पार्टनर, केपीएमजी; श्री राकेश सिंह, संस्थापक, एसोसिएटेड एचआर सॉल्यूशंस; डॉ वीना सिंह, कॉस्मेटोलॉजिस्ट, लावण्या एस्थेटिक्स एंड ब्यूटी क्लिनिक; श्री सौरभ नागपाल और सुश्री श्रीविद्या श्रीधर, प्राचार्य, डीपीएसजी पालम विहार ने हिस्सा लिया । सत्र के दौरान छात्रों को भविष्य में नौकरियों के लिए किन –किन कौशलों की आवश्यकता होगी विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। अग्रणी डॉक्टरों के तीसरे पैनल ने उभरते बाहरी वातावरण में छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए माता-पिता और शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। पैनल में डॉ जी पी सिंह, सीनियर वीपी, मैक्स हेल्थकेयर, साकेत; डॉ स्मिता श्रीवास्तव, बाल रोग विशेषज्ञ, क्यूआरजी अस्पताल; डॉ सिम्मी मनोचा, हृदय रोग विशेषज्ञ, एकॉर्ड अस्पताल; डॉ तनुश्री सिंह, मनोवैज्ञानिक; डॉ रंजीता गुप्ता, सीनियर कंसल्टेंट, रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, गायनोकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स, मेडिचेक ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स और सुश्री रितु कोहली, प्रिंसिपल, डीपीएसजी फरीदाबाद शामिल रहे ।

लिंग्याज विद्यापीठ ने जीता बेस्ट ऑफ जोश
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks ago- रंगारंग कार्यक्रम में सोलो डांस, ग्रुप डांस, सोलो व डुएट सिंगिंग, क्विज कंपटीशन हुआ
-संस्थान के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहाकि लिंग्याज की स्थापना 1998 में एक पौधे के रूप में हुई हुई थी। जो आज यह एक वटवृक्ष बन गया है!
फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )! लिंग्याज शिक्षण संस्थान ने शुक्रवार को लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी में अपना स्थापना दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया! इस दौरान लिंग्याज विद्यापीठ, लिंग्याज ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस दिल्ली, लिंग्याज अकादमी दिल्ली, लिंग्याज पब्लिक स्कूल तथा लिंग्याज इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस के स्टाफ के बीच रंगारंग कार्यक्रमों का मुकाबला हुआ। इस अवसर पर अतिथि के रूप में अभिनेत्री व टीवी कलाकार ज़रीना वहाब ने शिरकत की । स्थापना दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम में सोलो डांस, ग्रुप डांस, सोलो व डुएट सिंगिंग, क्विज कंपटीशन हुआ।समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। बता दें की प्रो. जी.वी.के सिन्हा के जन्मदिवस के अवसर पर संस्थान का संस्थापक दिवस मनाया जाता है।
लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे, सेक्रेटरी सुनिता गड्डे, डारेक्टर के.के.गर्ग व प्रणव मिश्रा की उपस्थिती में इस समारोह का शुभारम्भ किया गया। इस खास अवसर पर अतिथि ज़रीना वहाब का कहना था कि यहां आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गई हैं। इस मौके पर प्रस्तुत सभी प्रस्तुतियां बहुत अच्छी थीं। सभी संस्थानों ने अपना बेस्ट दिया।

संस्थान के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे ने कहाकि लिंग्याज की स्थापना 1998 में एक पौधे के रूप में हुई थी। जो आज यह एक वटवृक्ष बन गया है! यह संस्थान वर्तमान में उच्च शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन का एक महत्वपूर्ण केंद्र भी है। इसने देश-विदेश में अपना नाम रोशन किया है। स्थापना दिवस समारोह लिंग्याज परिवार के लिए वह मौका था जिसमें लिंग्याज परिवार के सभी स्टाफ व शिक्षकों को अपनी प्रतिभा को दर्शाने का अवसर मिलता हैं ताकि वे अपनी पुरानी यादों को ताजा कर सकें। इस दिन को सभी संस्थानों ने बेहद यादगार बना दिया।
इस दौरान सभी संस्थानों के शिक्षकों व स्टाफ ने फैशन शो में भाग लिया। जो आकर्षण का केंद्र रहा। इस बार लिंग्याज विद्यापीठ ने बेस्ट ऑफ जोश, फैशन शो, ग्रुप डांस, डुएट सिंगिंग व अंताक्षरी में बाजी मारी। वहीं लिंग्याज अकादमी सोलो सिंगिग व सोलो डांस में विजेता रही। डुएट डांस में लिंग्याज ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस दिल्ली रही। क्विज कंपटीशन में लिंग्याज पब्लिक स्कूल तथा लिंग्याज इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस की टीम विजेता रही। सभी विजेताओं को वाइस चांसलर प्रो (डॉ). जी.जी. शास्त्री, प्रो वाइस चांसलर प्रो. जसकिरण कौर, प्रों वाइस चांसलर आरएनडी डॉ. जी.एम.पाटिल, रजिस्ट्रार प्रेम सालवान व एडवाइजर रह चुके पी.एल कोहली द्वारा पुरस्कृत किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापान हुआ।

बल्लभगढ़ शहर बिजली पानी से त्रस्त:-अजय मित्तल
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks agoवार्ड 43 से युवा समाजसेवी अजय मित्तल ने बताया की बल्लभगढ़ शहर में इस समय बिजली और पानी की समस्या बहुत ज्यादा बनी हुई है। सभी लोगों को ना बिजली मिल पा रही है और ना ही पीने के लिए पानी ।
जैसे-जैसे गर्मी अपना प्रकोप दिखाती जा रही है उसी प्रकार इस समस्या से आम आदमी त्रस्त होता जा रहा है। लोग पानी खरीद कर पीने और रूटीन काम करने के लिए मजबूर हैं । कई जगह तो लोग टैंकर खरीद कर अपने लिए पानी की सुविधा कर पा रहे हैं । इसी प्रकार बिजली का भी पूरे शहर में बुरा हाल है ,मुश्किल से 3 से 4 घंटे के लिए ही बिजली आपूर्ति की जा रही है।
समाजसेवी अजय मित्तल ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है ।अजय मित्तल ने सरकार से अपील की है कि बिजली और पानी लोगों की मूलभूत सुविधाएं हैं, इन मूलभूत सुविधाओं का पूरा करने का सरकार का एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए। इन समस्याओं का समाधान करने में सरकार फेल है। अगर जल्दी इस समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे ।हम सभी नगर निगम के और बिजली विभाग के अधिकारियों और विभाग के संबंधित मंत्रियों से निवेदन करते हैं की सभी समस्याओं का जल्द से जल्द निदान किया जाए। जिससे कि लोग अपने रोजमर्रा के कार्य कर सकें और उन पर टैक्स देने के बावजूद किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त बोझ ना पड़े।

चरमराई हूई बिजली आपूर्ति व्यवस्था ने किया जनता का जीना मुहाल: मनोज अग्रवाल
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks agoफरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे फरीदाबाद जिले में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। जनता की परेशानियों को देखते हूए आज बल्लभगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व हरियाणा कांग्रेस के स्टेट सोशल मीडिया इंचार्ज मनोज अग्रवाल ने बल्लभगढ़ डिवीजन के कार्यकारी अभियंता (बिजली विभाग) नीरज दलाल से मुलाकात कर उन्हें हरियाणा सरकार के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के नाम ज्ञापन सौंप कर तत्काल प्रभाव से विद्युत आपूर्ति को नियमित करने की मांग रखी।
इस दौरान मनोज अग्रवाल ने कहा की अघोषित और अप्रत्याशित बिजली कटौती से आम जनमानस के साथ ही औद्योगिक जगत भी त्राहि-त्राहि कर रहा है। कोरोना काल के कारण पहले से ही आर्थिक मंदी झेल रहे उद्योगों पर इस बिजली कटौती ने एक और अनावश्यक बोझ डालने का काम किया है। चरमराई हुई बिजली आपूर्ति व्यवस्था के कारण आज बल्लभगढ़ में अस्पतालों, स्कूलों, उद्योगों और किसानों को भयावह संकट का सामना करना पड़ रहा है। आज पूरे बल्लभगढ़ में जनता को बामुश्किल ही बिजली के दर्शन हो रहे हैं जिसके कारण इस झुलसाती हुई गर्मी से पीने के पानी तक कि किल्लत हो रही है।
मनोज अग्रवाल ने आगे कहा की बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से लोग उनसे लगातार मुलाकात कर अपनी समस्याएं बता रहे हैं। आज बल्लभगढ़ की जनता बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं तक के लिए तरस रही है, भाजपा-जजपा सरकार की इससे बड़ी नाकामयाबी और क्या होगी। व्यापक जनहित के मद्देनजर अगर तत्काल प्रभाव से बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को सुचारू रूप से नियमित नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी क्षेत्र की आक्रोशित जनता के साथ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
इस दौरान बल्लभगढ़ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रताप शर्मा, महिला कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रियंका अग्रवाल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्ण सिंह आर्य, युवा कांग्रेस नेता शुभम कसाना, कवि राजेन्द्र शर्मा, शिशुपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।

प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के सेक्टर 7 स्थित निवास पर प्रेस वार्ता की
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks agoफरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने कहा की नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पूराने, अनुभवी और जमीन से जुड़े नेता है । कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में वरिष्ठ नेताओं का संगठन तैयार किया है। संगठन की बदौलत ही पार्टी को मजबूत करने में सहयोग मिलेगा । उक्त विचार प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर के सेक्टर 7 स्थित निवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे इससे पूर्व हुड्डा का घर पहुंचने पर वरिष्ठ नेता जगन डागर उनकी धर्मपत्नी आशा डागर और चेतना डागर शिक्षाविद नारायण डागर, प्रधानाचार्य अंजू डागर सहित गणमान्य लोगों ने स्वागत किया। इस मौके पर उनके साथ सरोज हुड्डा भी उपस्थित थी । हुड्डा ने कहा कि प्रदेश का संगठन लगातार मजबूत हो रहा है। इसी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए भाजपा की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ विपक्ष आपके समक्ष पूरे हरियाणा में प्रत्येक जिले में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति से उनका कोई खास लेना-देना नहीं है वह एक ग्रहणी है।

मगर फिर भी जिस तरह के आज हरियाणा के हालत हैं, उससे घरेलू महिलाएं तक प्रभावित हो रही हैं। हरियाणा के लोग महंगाई, भ्रष्टाचार, बिजली पानी की किल्लत, सीवर, सड़कों सहित मूलभूत समस्याओं से त्रस्त है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, आए दिन पेपर लीक हो रहे हैं। आने वाला समय कांग्रेस का है। आज कांग्रेस के 2014 के विकास और भाजपा के विकास को आप देख लें। दोनों का फर्क आपको साफ पता चल जायेगा। विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम का यही उद्देश्य है, जनता के सामने भाजपा सरकार की सच्चाई लाना। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगन डागर ने श्रीमती हुड्डा का आभार व्यक्त किया और कहा कि हुड्डा परिवार छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ता। यही वजह है कि आज हरियाणा में कांग्रेस मजबूती से हुड्डा के साथ खड़ी हुई है। प्रदेश की जनता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है, ताकि प्रदेश में फिर से खुशहाली लौट सके।

नृत्य एक साधना है, नृत्य एक पूजा है : कशीना ऋषि (कोरियोग्राफर)
Posted by: admin | Posted on: 3 weeks agoफरीदाबाद (विनोद वैष्णव) : नृत्य एक साधना है, नृत्य एक पूजा है। नृत्य एक तपस्या है जहां एक आत्मा का परमात्मा से मिलन होता है। ये कहना है कशीना ऋषि का जो कि मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 14, फरीदाबाद में नृत्य अध्यापिका के तौर पर कार्यरत है और साथ ही काशीनाज्स केनाज डांस ऑफ सोल , द डांस एंड जिम्नास्टिक्स स्टूडियो की निर्देशिका और कोरियोग्राफर भी है। काशीना ऋषि ने कहा कि मेरे लिए नृत्य के मायने एक पूजा ही है,क्योंकि मेरा मानना है काम ही मेरी पूजा है और पूजा ही मेरा काम है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नृत्य हमारे मानसिक तनाव को कम करता है, हमें शारीरिक तो फिट रखता ही है साथ में मानसिक स्फूर्ति भी देता है। इसलिए मुझे नृत्य से कभी थकावट नहीं होती, हमेशा एक अलग एनर्जी एक अलग ही ताकत मिलती है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा की उनका यह मानना है कि इस तनाव भरी दुनिया में जब हम नृत्य कला को अपनाते हैं तो वह हमें तनाव मुक्ति देती है और तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए सही जरिया भी है। कशीना ऋषि ने कहा कि उन्होंने नृत्य को एक शिक्षा माना है अपने लिए और अपने सब शिष्यों के लिए भी क्योंकि वह चाहती है कि जिस तरह से नृत्य करके वह खुले आसमान में अपने आप को विचरण करती हुई महसूस करती है। उसी तरह से सब स्त्रियां , लड़कियां और हर वो व्यक्ति जो नृत्य को पसंद करते हैं अपने आपको महसूस करें और इस तरह की कला को अपनाकर अपने जीवन में एक शिक्षा की तरह भी अपना कैरियर बना सकती हैं क्योंकि आजकल वह समाज की विचारधारा बिल्कुल बदल चुकी है।

हमारी जड़ शास्त्रीय नृत्य ही हैं कत्थक नृत्य, भरतनाट्यम नृत्य से और भी बहुत सारी शास्त्रीय नृत्य शैली हैं। लेकिन आज समय की मांग के अनुसार हमारे नृत्य शैलियों में कुछ ना कुछ बदलाव आता जा रहा है क्योंकि बदलाव ही जीवन है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि रुका हुआ पानी तो हमेशा बदबू देता है। इसलिए हमे समय के अनुसार कुछ और नवीनतम शैली को सीखा जैसे बैली डांस, अर्बन डांस, फ्यूजन डांस, कंटेंप्रोरी डांस ओर इनके साथ हमने जिम्नास्टिक का समावेश भी किया और सब तक पहुंचाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
जीवन में नृत्य कला अपनाओ क्योंकि यह एक तरह की साधना , तपस्या है जो आपके मन , शरीर और आत्मा को पूरी तरह से तृप्त करते हैं और आपको उसमें डूब जाने का अवसर देती है और यही डूब जाना मोक्ष की प्राप्ति है, क्योंकि वह भी आपको तभी प्राप्त होता है जब आप किसी चीज में पूरी तरह से डूब जाते हो। भगवान की भक्ति भी यही कहती है। भगवान यह नहीं कहता कि आप हमेशा मेरे आगे दिया जलाते रहो या घंटी बजाओ वो कहते हैं भाव होना जरूरी है और तप जरूरी है। इसलिए मैने नृत्य को अपने जीवन में पूरा समाहित कर लिया है और उसी का परिणाम है कि मैं अपने आप को पूरा नृत्य में समर्पित कर चुकी हूं। क्युकी नृत्य भाषा है, नृत्य मेरी इच्छा है, नृत्य मेरा सम्मान है, नृत्य मेरी पहचान है, नृत्य मेरा जुनून है, और नृत्य मेरे दिल की शांति है, नृत्य मेरा गौरव है, नृत्य ही मेरा सब कुछ है और इसके साथ है कशीना ऋषि ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस पर सभी नृत्य से जुड़े। इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों , गुरुजनों, महिलाओं , शिष्यों को बधाई दी एवं इसके साथ ही उन्होंने कहा की सभी नृत्य करो हमेशा दिल से आत्मा से नृत्य करो, मुस्कुराते रहो और खुशियां बांटते रहो।
