Wednesday, March 11th, 2020
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पलवल के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रहे पोषण अभियान के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य सलाहकारों ने सरकारी मिडिल स्कूल घुगेरा में पोषण दिवस मनाया
पलवल (दीपक शर्मा /योगेश शर्मा) ;अजिला पलवल के स्वास्थ्य विभाग द्वारा चल रहे पोषण भियान (जोकि 8 मार्च से 22 मार्च तक चलेगा) के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य सलाहकारों ने सरकारी मिडिल स्कूल घुगेरा में पोषण दिवस मनाया I राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य दिवस के दौरान सभी किशोरों को उचित आहार से संबंधित सभी जानकारी विस्तुत रूप से दी एवं आहार से संबंधित पोस्टर भी बनवाए I किशोरों को बताया की यह एक जीवन का विकसित पड़ाव होता है जिसमे सही आहार की जरुरत होती है I उचित आहार न मिलने पर किशोर शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है I इस समय पर आई हुई कमजोरी की दूर करना मुश्किल हो जाता है I इसलिए किशोरों को बताया गया की अपने खाने में सभी प्रकार के पोषक तत्व दूध, घी, चना, अंकुरित दाले, फल, हरी सब्जियाँ एवं लोहे की कड़ाई में पकाया गया खाना, खाना चाहिए I एवं साथ ही बताया गया की फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड से परहेज करना चाहिए I एवं खाना समय से खाना चाहिए I खाने को चबा कर खाना चाहिए, किशोरियों को माहवारी के दौरान अपना विशेषरूप से खाने का ध्यान रखना चाहिए एवं उचित आहार लेना चाहिए .
21वी सदी में महिलाये सशक्त या कमजोर, विषय पर हमारी संवाददाता पूजा सोलंकी ने अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार मोंटी शर्मा एवं जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री से की खास बातचीत —
21वी सदी में महिलाये सशक्त या कमजोर, विषय पर हमारी संवाददाता पूजा सोलंकी ने अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार मोंटी शर्मा एवं जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री से की खास बातचीत —
प्रश्न 1 – मोंटी आप बताईये 21वी सदी में महिलाये वाकई में सशक्त है या कमजोर है ?
उत्तर1 – बात अगर महिलाओ के सशक्तिकरण की बात करे तो महिलाये कल भी सशक्त थी और आज भी महिलाये सशक्त है ,आज हमारे समाज में महिलाओ या पुरुषों में कोई अंतर नहीं किया जाता है ,और रही बात महिलाओ के सशक्तिकरण की तो आज महिलाये चाँद तक पहुँच चुकी है ,आज के टाइम में हर काम में महिलाओ को सबसे आगे देखा जाता हे,आज महिलायों को हर वोह अधिकार दिया जाट हे जो पुरुषों को दिया जाता हे।
प्रश्न 2 -अगला प्रश्न मेरा कमलेश आप से है जैसा की आज हम सब यह बात बखूभी से जानते है की आज महिलाओ को हर वो अधिकार दिया गया है जो की एक पुरुष को दिया जाता है,आज महिलाओ को अपने खिलाफ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का पूरा पूरा अधिकार दिया जाता है और इसके खिलाफ महिलाओ में हित में कार्य भी किये जाते है लेकिन कुछ महिलाये इस लाभ का दुरुपयोग करती है और अपने घरवालों को या अन्य किसी व्याक्ति को परेशान करती है , अगर हमारे समाज की महिलाये ऐसी सशक्त है तो नहीं चाहिए हमे ऐसी महिलाये, इस पर आप कुछ टिपण्णी करना चाहेंगे ?
उत्तर 2 -यह बात आप भी बहुत अच्छे से जानती है और हम भी की पांचो उंगलिया बराबर नहीं होती वेसे ही हर महिला एक जैसी नहीं होती ,कुछ महिलाओ की वजह से हम पुरे समाज को दोषी नहीं कह सकते,और सारा दोष हम महिलाओ को भी नहीं दे सकते क्युकी कही न कही देखा जाये तो उनके गलत बनने में भी पुरुष का हाथ होता है।
प्रश्न ३- मोंटी अगला प्रश्न में आपसे करना चाहूंगी जैसा की हम सब देख सकते है की प्राचीन काल में भी महिलाये हुआ करती थी लेकिन उस समय की महिलाये घर जोड़ने का काम किया करती थी लेकिन आज की महिलाये इसके बिलकुल विपरीत है वह घर को जोड़ने से ज्यादा तोड़ने में विश्वास रखती है , आज कही पर भी जाकर देख लो जॉइंट फेमिली से ज्यादा नुक्लिअर फेमिली देखने को मिलती है क्या आपको नहीं लगता की इसका जिम्मेदार कही न कही महिलाये है क्यों वेदो और पुराणों में भी यह बात कही गयी है की अगर घर को कोई जोड़ कर रख सकता है तो वह एक महिला है और घर को तोड़ने का काम भी एक महिला का ही होता है , इस विशेष बात पर आपकी क्या राय है ?
उत्तर 3 – जी, कही न कहि यह चीजे रही है आज समाज मै जॉइंट फेमिली से ज्यादा नुक्लिअर फेमिली देखी जाती है लेकिन हम इसका पूरा दोष महिलाओ को नहीं दे सकते कही न कही इसमें पुरुष भी उतने ही जिम्मेदार होते है ,बस फर्क इतना है की आज की महिलाये अपने हित्त के लिए आवाज उठाती है शायद यही कारण है की आज समाज में जॉइंट फेमिली से ज्यादा नुक्लिअर फॅमिली देखी जाती है
प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना से हर गर्भवती महिला लाभ उठा सकती है:-विकल लोहिया (अधिकारी)
महिला विकास विभाग की डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर विकल लोहिया से न्यूज़ 21 के वरिष्ठ पत्रकार विनोद वैष्णव ने की खास बातचीत की कैसे गर्भवती महिलाये हरियाणा सरकार और भारत सकार से जनहित में जारी योजओ का लाभ उठा सकती है
प्रश्न1 -जो गर्भवती महिलाये है या जो गरीब गर्भवती महिलाये है उनके लिए सर्कार की क्या योजनाए है जिनका वे लाभ उठा सके ?
उत्तर -1जनवरी 2017 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्कीम का उद्घाटन किया था जिसका नाम है प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना इससे पहले इस स्कीम का नाम था मदर बेनिफिट्स इसमें मैटरनिटी बेनिफिट्स मिल जाते थे उसकी रकम काफी कम थी और उसको प्राप्त करने में एक महिला को दो से तीन वर्ष का समय लगता था तो उसी स्कीम को ज्यादा बेहतर करके कम से कम समय में अधिक से अधिक लाभ देने का प्रयास किया गया है मात्र तीस से चालिश दिनों में किसी भी महिला को जो पहली बार गर्भ से है लगभग पांच हज़ार रूपये महिला एवं बाल विभाग की तरफ से और हज़ार रूपये स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिए जाते है इस सुविधा का लाभ कोई भी गर्भवती महिला जिसका पहले से कोई बच्चा नहीं है उठा सकती है।
प्रश्न 2-इस सुविधा में गरीब और अमीर का भी कोई आरक्षण है ?
उत्तर -नहीं इस स्कीम में किसी भी तरह का आरक्षण नहीं है किसी भी जाती व् वर्ग की महिला इस स्कीम का लाभ उठा सकती है यह सभी गर्भवती महिलाओ के लिए है।
प्रश्न 3-अगर कोई भी महिला घर बैठे जानकारी लेना चाहे तो सरकार की तरफ से कोई नंबर उपलभ्ध है ?
उतर -जैसे 2017 में इस स्कीम का सुबवह आरभ हुआ है की इसका राज्य स्तर पर नंबर होगा लेकिन आप किसी भी आँगनवाड़ी वर्कर से या आशा वर्कर से जुड़ कर हम तक पहुंच सकते है हर आँगनवाड़ी के पास ये फॉर्म होता है इससे जुडी जानकारी होती है और आप ही के क्षेत्र में महिलाओ को ज्यादा भाग दौड़ न करनी पड़े।
प्रश्न 4-इसमें एक गोद भराई की रस्म है उसके बारे में बातये ?
उतर -जी हैं आँगन वाड़ी में ही जो महिला गर्भवती है उसके लिए गोद भराई करते है सामाजिक तौर पर जैसे उनको मान दिया जाता है की यह गर्भ से है तो उसमे हम उन्हें समझाते है की किस तरह घर के खान पान से अनीमिया से मुक्त बन सकती है आयरन रिच डाइट ले सकती है इस सभी क्रिया में हमारा ध्यांन होता है की हम उस महिला की ससुराल के लगभग सभी सदस्यो को शामिल करे।
प्रश्न 5-गोद भराई और जन्मदिन में सरकार की तरफ से क्या उपहार दिया जाता है महिला एवं बच्चे को ?
उतर -सबसे पहले गोद भराई होती है जब महिला अपना PMMYY का फॉर्म भर देती है और गर्भ से है तब मनाई जाती है उसके बाद अन्न प्राशन जब बच्चा 6 महीने का हो जाता है तो उसको भोजन देने प्रक्रिया होती है ,उसके बाद जन्म दिन होता है उनका होता है जब बच्चा के सभी टीके लग चुके है बच्चा एक साल का होचुका है। PMMYY में तीन किस्ते मिलती है पहली जब बच्चा गर्भ में है। दूसरी जब बच्चे का जन्म हो जाता है,तीसरी जब बच्चा 1 साल का होजाता है।
महिला कलाकार को बहुत मुसीबतो का सामना करना पड़ता है-डिंपल शर्मा।
डिंपल शर्मा (हरयाणवी कलाकार) ने की न्यूज़ 21 टीवी की पत्रकार सुनैना सिंह से खास बात चीत।आईये पड़ते है उसी के अंश।
डिंपल आपका यहाँ तक का सफर कैसा रहा ?
डिंपल आपका यहाँ तक का सफर कैसा रहा ?
में नौवीं कश्चा से ही डांस करती आ रही हूँ मुझे सुरु से ही डांस का बहुत शोक है। अपनी माँ और नानी से निर्त्य करना सीखा। वही से मेरी रूचि सुरु हो गयी। फिर मैंने स्कूल से ही स्टेट लेवल से लेकर कॉलेज तक पार्टिसिपेट करना सुरु किया धीरे धीरे वही से मेरी रूचि सुरु।