Thursday, January 27th, 2022
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फरीदाबाद जिला प्रशासन ने मानव रचना को नवोदित युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उनको बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ने 73वां गणतंत्र दिवस बड़े गर्व के साथ मनाया। अतिथि कर्नल वी.के. गौर, फैकल्टी मेंबर्स और स्टूडेंट्स ने मानव रचना कैंपस में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कर्नल वी.के. गौर ने छात्रों को अशोक चक्र के महत्व और वास्तविक स्वतंत्रता के अर्थ को समझने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एक शैक्षणिक संस्थान होने के नाते, हमें अपने समाज को ‘आत्मनिर्भर’ बनने के लिए शिक्षित करना चाहिए।फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, लुधियाना और मोहाली में स्थित आठ मानव रचना इंटरनेशनल स्कूलों ने भी 73वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में अपने परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहर यह दिन मानव रचना को और भी गौरवान्वित करता है क्योंकि लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कुमार आनंद, महानिदेशक, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज को 73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर डिफेन्स फ़ोर्स में उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। वे अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित हैं।
इसके साथ ही, मानव रचना और श्री. सरकार तलवार, निदेशक खेल, MREI को गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर फरीदाबाद के जिला प्रशासन द्वारा नवोदित युवा प्रतिभाओं की पहचान और उनको बढ़ावा देने के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। पुरस्कार श्री आर.के. अरोड़ा, रजिस्ट्रार, एमआरआईआईआरएस; और श्री सरकार तलवार द्वारा प्राप्त किया गया।
जब देश की सेवा करने की बात आती है तो मानव रचना का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मानव रचना के परिसरों में गणतंत्र दिवस का उत्सव देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति प्रेम की एक झलक है।
सतयुग दर्शन विद्यालय ने वर्चुअली मनाया भारत का 73वां गणतंत्र दिवस।
सतयुग दर्शन विद्यालय में आज दिनांक-26-1-2022 को देश के 73वें गणतंत्र दिवस को बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय ध्वजारोहण व राष्ट्रगान के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने, उनके अभिभावकों ने व अन्य बहुत सारे गणमान्य नागरिकों व अतिथियों ने वर्चुअली भाग लिया। छात्रों ने देश के शहीदों के सम्मान में अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत, संगीत, भाषण व्याख्यान प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर विद्यालय का सम्पूर्ण प्रांगण तिरंगामय रूप से सुसज्जित किया गया था। कार्यक्रम के अंत मे
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री नीरज मोहन पुरी जी ने स्कूल मैनेजमेंट की तरफ़ से अपने संबोधन व सन्देश में देश की बढ़ती आर्थिक, सामरिक व वैज्ञानिक शक्ति से विद्यार्थियों को परिचित कराया। उन्होंने अपने सम्बोधन में आज़ादी दिलाने वाले अनेक शहीदों की कुर्बानियों को याद दिलाया। साथ ही आज़ादी को बनाए रखने के लिए आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के कर्तव्य पथ पर निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा देते हुए सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।
लिंग्याज का प्रिंस शर्मा बना हुनरबाज-देश की शान शो की शान
लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड टु बी) यूनिवर्सिटी के BMI 2018 बैच के प्रिंस शर्मा ने कलर्स चैनल के नए शो हुनरबाज-देश की शान में अपनी जगह बना ली है। हुनरबाज के मंच पर प्रिंस ने अपने बेमिसाल परफॉरमेंस देते हुए तीनों जजिस को दंग कर दिया। बतां दे कि प्रिंस ‘लोकल कंपनी फरीदाबाद’ के साथ मिलकर अपने हुनर को दुनियां के सामने दर्शा रहा है। फस्ट राऊंड को पार करने के बाद अब प्रिंस मैगा राऊंड तक पहुंच गए है। फस्ट राऊंड में ‘लोकल कंपनी फरीदाबाद’ की शानदार परफॉरमेंस की जमकर तारीफ हुई। शो के तीनों जजिस करण जौहर, परिणीति चौपड़ा, मिथुन चक्रवर्ती ने जमकर तारीफ की। यहां तक की करण जौहर ने तो उनके परफॉरमेंस को देखकर इस कंपनी को फाइनल में देखने की इच्छा तक जतादी। वही मिथुन चक्रवर्ती ने उनको ‘क्या हुनर है’ का टैग तक दे दिया। इतना ही नहीं परिणीति चौपड़ा ने उनके शानदार परफॉरमेंस को देखकर स्टैंडिंग ओवेशन दिया। जिसके बाद परिणीति मंच पर गई और उनके एक्ट की तारीफ कर उन्हें ट्रॉफी दी। जिसके बाद ‘लोकल कंपनी फरीदाबाद’ मैगा राऊंड में पहुंच गई है।
कहते हैं कि ‘अगर व्यक्ति को खुद पर भरोसा हो और वह कड़ी मेहनत करने से पीछे नहीं हटता, तो उसे कामयाव होने से कोई रोक नहीं सकता’ यह बात कलर्स चैनल के नए शो हुनरबाज-देश की शान के मंच पर प्रिंस शर्मा में अपनी प्रतिभा दिखाकर साबित कर दिया है। प्रिंस ने बताया कि मैं अपने भई रिनकेश के सपने को पूरा करना चाहता हुं। जोकि अब इस दुनिया में नहीं है। रिनकेश अपने डांस के टैलेंट को पूरी दुनियां के सामने लाना चाहता था। 2018 में उसकी मौत होने को बाद से उसके इस सपने को मैंने अपना लिया है, लेकिन मेरी फैमिली से मुझे स्पोर्ट नहीं मिल पाया। फैमिली क्राइसिस के कारण मुझे कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ जॉब भी करनी पड़ी थी। जॉब और पढ़ाई दोनों को मैनेज करना बेहद मुशकिल था, लेकिन लिंग्याज के सभी फैकल्टी ने मुझे पूरा स्पोर्ट किया। घर में सबसे बड़ा होने के कारण मुझे जॉब जल्दी शुरू करनी पड़ी थी पर मैं उस सपने के साथ जीता रहा। मेरे छोटे भाई को भी डांस पसंद था। उसे मैंने अपने घरवालों के खिलाफ जाकर बल्लभगढ़ की लोकल कंपनी फरीदाबाद अकैडमी ज्वाइन कराई। उसी के बहाने से अपनी फैमिला से झूठ बोलकर मैंने भी अपने भाई के साथ डांस सिखना शुरू किया। इसी कंपनी के साथ जुड़कर ही मैं इस शौ तर पहुंचा हुं।