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Posted by: | Posted on: June 5, 2020

3-12 साल की उम्र के बच्चों के लिए एक राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन लाइव डांस हंट “डांस टू लिव एंड लिव टू डांस ” आयोजित होगा 13 ,14 जून

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। Kenaz डांस आफ सोल के द्वारा आयोजित डांस प्रतियोगिता में दिल्ली एवं भारतवर्ष से अनेक प्रतियोगी हिस्सा लेंगे एवं उन बच्चों को मनाना जो इन कठिन समयों के दौरान लचीलापन का आदर्श उदाहरण रहे हैं। यह विस्तारित लॉकडाउन आपके बच्चे को ग्रूव करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है। आपके घर की सुरक्षा से अपनी प्रतिभा को एक मंच पर चमकने का मौका देता है।
काशिना का केनज़ सोल ऑफ सोल
(नृत्य और जिमनास्टिक स्टूडियो) एक राष्ट्रव्यापी प्रस्तुत करता है
3-12 साल की उम्र के बच्चों के लिए ऑनलाइन लाइव डांस हंट .. डांस टू लिव एंड लिव टू डांस ..

  • आयु वर्ग के अनुसार 13 जून और 14 जून 2020 को प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता जूम ऐप पर आयोजित की जाएगी और बैठक के लिए लिंक सभी प्रतिभागियों को हाथ से पहले भेजा जाएगा..इस नृत्य उद्योग से प्रसिद्ध विशेषज्ञता कोरियोग्राफर द्वारा देखा जाएगा..उनके लिए 14 वीं जून की शाम को घोषित किया जाएगा..डेट्स उसी को प्रतियोगिता के समय साझा किया जाएगा। विजेताओं को आकर्षक पेटीएम वाउचर द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

3-12 साल की उम्र के बच्चों के लिए एक राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन लाइव डांस हंट .. डांस टू लिव एंड लिव टू डांस ।।

स्वागत हमारे सम्मानित और विशेषज्ञता जूरी ने बॉलीवुड इंडस्ट्री और DSDC श्री नितेश कोटियन
इस लाइव डांस प्रतियोगिता में डीआईडी ​​सुपरमॉम्स के फाइनलिस्ट # प्रीतिखेतनजी डांस फन दिल्ली, #Swatabdisarkarji Amplitude Dance Crew Ahmedabad theon the board।
हम आपका स्वागत करते हैं आदरणीय जूरी।

  • जैसा कि यह हमारे पूरे केनेज़ परिवार द्वारा आयोजित की जाने वाली घटना है। इसलिए, मेजबान होने के नाते कोई केनेज़ियन उसी में भाग नहीं लेगा *

Posted by: | Posted on: June 5, 2020

लिंग्याज विद्यापीठ शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश जारी 30 जून तक कर सकते हैं आवेदन

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )। लिंग्याज विद्यापीठ शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। जैसा कि लिंग्याज विद्यापीठ का इतिहास रहा है, इस वर्ष भी छात्रों के लिए विभिन्न स्काॅलरशिप योजनाएं उपलब्ध कराई गई हैं, इनमें सरकारी सकूल के छात्रों के प्रोत्साहन के लिए विशेष योजना, छात्राओं के प्रोत्साहन के लिए ‘शक्ति स्वरूपा योजना’ एवं सुरक्षा बलों के बच्चों के लिए ‘रक्षक आभार योजना’ आदि सम्मिलित हैं। पिछले 21 वर्षों से अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता और वचनबद्धता के लिए प्रसिद्ध लिंग्याज विद्यापीठ अपने रोजगार रिकाॅर्डों के लिए प्रतिष्ठित है। सभी वर्गों के छात्रों को समान शिक्षा प्रदान करना लिंग्याज विद्यापीठ का मूल मंत्र है। छात्र एवं छात्राएं आगामी 30 जून तक विद्यापीठ की वेबसाइट https://www.lingayasuniversity.edu.in/ पर अपना रजिस्ट्रेशन फार्म भर सकते हैं। स्काॅलरशिप योजना का लाभ उठाने के लिए सभी को एलवीएएसटी परीक्षा में उपस्थित होना होगा जिसकी तिथि की घोषणा जल्द वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। लिंग्याज विद्यापीठ छात्रों के बहुमुखी विकास व रोजगार अवसरों के लिए शिक्षा जगत में अग्रणी स्थान रखता है। इस वर्ष भी सैकड़ों कंपनियों ने कैंपस ड्राइव के द्वारा छात्रों को रोजगार के स्वर्णिम अवसर प्रदान किए। विगत दिनों में साक्षात्कार के दौरान संस्थान के मार्केटिंग, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट निर्देशक संजय कुमार ने इसकी विस्तृत जानकारी दी। लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन व लिंग्याज विद्यापीठ के चांसलर डाॅ. पिचेश्वर गड्डे
शैक्षिक गुणवत्ता व नैतिक शिक्षा पर बल देने के लिए ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद हैं। लिंग्याज विद्यापीठ एक मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान है, जहां छात्रों के बहुमुखी विकास की प्रतिबद्धता सर्वोपरि है।

Posted by: | Posted on: June 5, 2020

के.ए.एम.पी .की परीक्षा में माॅडर्न विद्या निकेतन सी.से.स्कूल का परचम

पलवल (विनोद वैष्णव )| हाल ही में घोषित हुए (KAMP) NASTA – 2019 के परीक्षा परिणाम जिले के लिए गौरव के क्षण लेकर आए जिसमे पलवल के प्रतिष्ठित विद्यालय माॅडर्न विद्या निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल ओरंगाबाद के छात्रों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए जिले मे प्रथम स्थान प्राप्त करके विद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन किया है।विदित रहे इस परीक्षा मे देश के सात सौ पचास विद्यालयों ने भाग लिया था । यह परीक्षा ( NISTADS ) नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी एंड डेवलपमेंट स्टडीज नई दिल्ली (CSIR)स॔बद्ध है और CSIR मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलाॅजी , गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के अधीन विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमति निर्मला यादव जी ने परीक्षा परिणाम की जानकारी देते हुए बताया कि इस परीक्षा का आयोजन 27 व 28 जनवरी 2020को हुआ था और अब जब उसका परिणाम आया है तो विद्यालय के सार्थक बंसल( कक्षा आठवी ) विनीत मंगला ( कक्षा नौवीं ) जानवि चौधरी व श्रुति अग्रवाल ( कक्षा दसवी ) ने जिले मे प्रथम स्थान प्राप्त करके विद्यालय का यश बढ़ाया है।उन्होने छात्रों को और सभी अध्यापको को शुभकामना देते हुए इसी प्रकार परिश्रम करते हुए आगे बढ़ने की बात कही ।

Posted by: | Posted on: June 4, 2020

निजी स्कूलों की लूट में शामिल है भाजपा सरकार : सुमित गौड

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव)। निजी स्कूल संचालक अभिभावकों पर लॉकडाउन पीरियड की फीस मांगने का दबाव बनाने लग गए है, जिसको लेकर कांग्रेसी नेताओं ने इन स्कूलों के खिलाफ अभियान चलाने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में गुरूवार को सेक्टर-10 स्थित कांग्रेस भवन में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें महिला कांग्र्रेस की नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष प्रियंका भारद्वाज कक्कड़ व युवा समाजसेवी अमित कक्कड़ ने एकजुट होकर रणनीति बनाई और तय किया कि निजी स्कूलों की तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस स्कूलों में जाकर स्कूल प्रबंधकों से दो महीने के लॉक डाउन पीरीयड की फीस अभिभावकों से न वसूलने की मांग करेगी। यहां जारी प्रेस बयान में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़, नवनिर्वाचित महिला जिलाध्यक्ष प्रियंका भारद्वाज कक्कड़ व युवा समाजसेवी अमित कक्कड़ आदि कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ का पैकेज जारी करने के बावजूद भी प्रदेश की भाजपा सरकार अभिभावकों को राहत देने में नाकाम रही है। लॉकडाउन पीरियड में बेरोजगारी की मार झेल रहे अभिभावकों पर बार-बार नए कानून लागू कर निजी स्कूलों की लूट को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि ढाई महीने से लोग अपने घरों में कैद हैं, खाने के लाले पड़े हुए हैं, मगर प्रदेश की मनोहर सरकार अभिभावकों की फीस माफ करने में एक निर्णय नहीं ले पा रही है। असल में सरकार दोनों हाथों में लड्डू लेकर चलना चाह रही है, जोकि संभव नहीं। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालकों से भी मानवता के नाते आग्रह किया कि इस कोरोना महामारी में जहां लोगों के पास काम-धंधे न रहे हैं, अभिभावकों का ध्यान रखें और उनका सहयोग करें। वह मानते है कि स्कूलों के भी अपने खर्चे होते हैं, लेकिन इस लॉकडाउन पीरियड में स्कूलों के ट्रंासपोर्ट, स्टाफ, बिजली बिल एवं अन्य कई खर्चे कम हुए हैं इसलिए वह अभिभावकों के साथ समन्वय बनाएं। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि जब पिछले ढाई महीने से स्कूल ही बंद है, तो फीस देने का कोई मतलब ही नहीं बनता। सरकार ने ऑनलाइन का सुझाव देकर स्कूलों को लूट का तरीका बताया है। मगर, उन गरीब अभिभावकों के बारे में भी सोचे, जो अपने घरों में फसे हुए हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की, कि कोई भी स्कूल उनके साथ अन्याय करता है, तो वह उनसे संपर्क करें ताकि ऐसे स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के साथ मिलकर निजी स्कूलों को खुली लूट नहीं करने दी जाएगी। अभी देखने में आ रही है कि कुछ प्राईवेट स्कूल सरकारी आदेशों की धज्जियां भी खुलकर उड़ा रहे हैं, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। फीस बढ़ाकर ली जा रही है और प्राईवेट पब्लिशर्स की किताबें जबरन छात्रों पर थोपी जा रही है। जबकि सरकार द्वारा सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें अनिवार्य की हुई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी स्कूलों के इस तानाशाही फैसले का विरोध करती है और अभिभावकों के हितों के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी।

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

डॉ अंकित चावला,हड्डी रोग विशेषज्ञ, सुप्रीम हॉस्पिटल,फरीदाबाद मरीजों के लिए जानकारी

प्रश्न :-एंटेरियर क्रूसिएट लिगामेंट में चोट,एंटेरियर क्रूसिएट लिगामेंट क्या है?
एसीएल घुटने का एक महत्वपूर्ण स्थिर लिगामेंट है। यह जांघ की हड्डी
(फीमर) को पैर की हड्डी (टिबिया) से जोड़ता है। यह घुटने के उपर की हड्डी
(फीमर) को घुटने के नीचे की हड्डी (टिबिया) के उपर बहुत अधिक फिसलने या
अलग हटने से रोकता है।
प्रश्न :-एसीएल चोट के कारण क्या हैं?
उछलने-कूदने और फिसलने के दौरान एसीएल क्षतिग्रस्त हो सकता है। खेल-कूदने
या सड़क दुर्घटना के दौरान कई बार पैर एक दिशा में होते हैं और घुटने
दूसरी दिशा में मुड़ जाते हैं और इसके कारण एसीएल चोटिल हो जाता है।
प्रश्न :-एसीएल चोट के लक्षण क्या हैं?
एसीएल के चोटिल होने पर मरीज को घुटने में दर्द होने के अलावा घुटने में
सूजन हो सकती है, घुटना मोड़ने में दिक्कत होती है और चलने-फिरने में
परेशानी होती है। अगर मरीज लंबे समय तक खड़ा रहे तो उसे ऐसा लगता है कि
घुटने ने जवाब दे दिया है। उसका घुटना अस्थिर हो जाता है। मरीज को
आलथी-पालथी मारकर बैठने, घुटने के सहारे बैठने, सीढ़ियां चढ़ने-उतरने के
समय दिक्कत होती है।
प्रश्न :-एसीएल की चोट का इलाज क्यों आवश्यक है?
मरीज को दोबारा चलने-फिरने में सक्षम बनाने तथा दोबारा कामकाज करने तथा
खेल-कूद में सक्षम बनाने के लिए एसीएल चोट का उपचार आवश्यक है। घुटने में
स्थिरता लाकर मेनिस्कस, कार्टिलेज जैसी घुटने की अन्य संरचनाओं में आगे
होने वाली क्षति तथा भविष्य में ओस्टियो आर्थराइटिस होने की आशंका को हम
रोक सकते हैं।
प्रश्न :-एसीएल की चोट का इलाज कैसे किया जाता है?
एसीएल में चोट का इलाज सर्जरी तथा सर्जरी के उपरंात पुनर्वास की मदद से
या सर्जरी के बिना पुनर्वास की मदद से किया जाता है। सर्जरी करने का
निर्णय कई पहलुओं को ध्यान में रखकर किया जाता है जैसे व्यक्ति की उम्र
क्या है, उसकी गतिविधियां क्या है तथा क्या उसे घुटने में अन्य तरह की
समस्याएं है।
सर्जरी के बिना उपचार
अगर एसीएल में चोट लगे ज्यादा समय नहीं हुआ है तो उपचार के तहत मुख्य
ध्यान दर्द को घटाने तथा घुटने में सूजन को कम करने पर दिया जाता है।
आराम और दवाइयों की मदद से दर्द एवं सूजन को घटाने में मदद मिलती है। जब
सूजन घट जाती है तब घुटने की सामान्य गतिशीलता को बहाल करने तथा घुटने के
आसपास की मांसपेशियों में मजबूती प्रदान करने के लिए विशेष तरह के
व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। इससे मरीज को स्वास्थ्य लाभ में मदद
मिलती है।
सर्जरी के जरिए उपचार
जब एसीएल में लगी चोट का इलाज नहीं हो पाता तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
सर्जरी निम्न स्थितियों में की जाती है
जब घुटने अस्थिर हो जाते हैं
सर्जरी रहित पुनर्वास के उपाय सफल साबित नहीं होते
अगर मरीज खेल-कूद में संलग्न है अथवा उसकी नौकरी ऐसी है कि उसे घुटने की
मजबूती एवं स्थिरता जरूरी है
एसीएल संबंधी पुरानी दिक्कत है और इसके कारण उसके जीवन की गुणवत्ता
प्रभावित हो रही है।
प्रश्न :-अन्य लिगामेंटों में और/अथवा घुटने की मेनिस्कस में चोट लगी है |
एसीएल को ठीक करने के लिए की जाने वाली सर्जरी में बहुत छोटा चीरा लगाने
की जरूरत होत है। यह आर्थोस्कोपी के जरिए की जाती है। छोटे चीरे के जरिए
की जाने वाली सर्जरी के लाभ यह है कि इसमें बहुत कम दर्द होता है, मरीज
को कम समय तक अस्पताल में रहना पड़ा है और वह जल्दी ठीक हो जाता है।
ज्यादातर मरीज सर्जरी के अगले दिन घर जा सकते हैं।
एसीएल के पुनर्निमाण के लिए एक ग्राफ्ट की आवश्यकता होती है और आमतौर पर
सर्जरी के दौरान रोगी के शरीर से ही लिया जाता है। यह आम तौर पर पटेला
टेंडन ग्राफ्ट या हैमस्ट्रिंग टेंडन ग्राफ्ट होता है।
सर्जरी के बाद पुनर्वास
सर्जरी के बाद पहले दो सप्ताह के दौरान पुनर्वास के जरिए गतिशीलता की
सीमा को बढ़ाने (फ्लेक्सिंग और घुटने को आगे बढ़ाने), घुटने की शक्ति बहाल
करने, जख्म नहीं बनने देने तथा सूजन दूर करने पर ध्यान दिया जाता है।
ज्यादातर मरीज सर्जरी के अगले दिन ही बैसाखी के सहारे चलना शुरू कर देते
हैं।
सर्जरी के बाद तीसरे और बारहवें सप्ताह के बीच, पुनर्वास के जरिए
चलने-फिरने की क्षमता में सुधार करने, घुटने की शक्ति बढ़ाने, चलने के
दौरान मरीज के संतुलन बनाए रखने आदि पर ध्यान दिया जाता है। इस दौरान खास
व्यायाम कराया जाता है। सर्जरी के बाद चैथे से छठे महीने के दौरान, अधिक
कठिन व्यायाम कराए जाते हैं और व्यायाम की अवधि बढ़ाई जाती है। इसके अलावा
उछलने-कूदने जैसे व्यायाम कराए जाते हैं।
जिन मरीजों के एसीएल को सर्जरी के जरिए पुनर्निर्मित किया जाता है उनमें
बहुत अच्छहे परिणाम होते हैं और सर्जरी के छह माह बाद वे आम तौर पर पहले
की तरह ही सभी गतिविधियां करने में सक्षम होते हैं। एथलीट 9 से 12 माह
बाद खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं – यह आम तौर पर इस बात पर निर्भर
होता है कि खेल-कूद किस प्रकार है और मरीज ने कितनी प्रतिबद्धता के साथ
पुनर्वास कार्यक्रम को पूरा किया।

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

फरीदाबाद आई एम टी इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वीरभान शर्मा ने समार्ट सीटी फरीदाबाद की “सी ई ओ” एवं, एफ एम डी ऐ की एडिसनल “सी ई ओ”, डा• गरिमा मित्तल (आई ऐ एस)से मुलाकात की

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )|फरीदाबाद आई एम टी इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वीरभान शर्मा ने समार्ट सीटी फरीदाबाद की “सी ई ओ” एवं, एफ एम डी ऐ की एडिसनल “सी ई ओ”, डा• गरिमा मित्तल (आई ऐ एस)से मुलाकात की । शर्मा ने आई एम टी के तीनों सैक्टर रोडस (दो 45 मीटर एवं एक 90 मीटर) को एफ एम डी ऐ के तहत कंकरीट/सीमेंट के बनाकर बाक्स टाईप सिवरेज डालने, तथा यमुना बैंक रेनीवैल से पानी की लाइन पहुंचाने का आग्रह किया । जिससे आई एम टी इन्डस्ट्रीयल एरिया में पानी की समस्या का परमानैंट समाधान हो सके । फिलहाल आई एम टी में ट्यूबवेलों से पानी की आपूर्ति होती है तथा पानी का लेवल लगातार नीचे जा रहा है । शर्मा ने आई एम टी इन्डस्ट्रीयल एरिया को बल्लभगढ़ मेट्रो से जोड़ने का भी आग्रह किया तथा तीनों विषयों पर माँग पत्र भी सोंपा ।डा• गरिमा मित्तल ने आश्वासन दिया कि तीनों विषयों को आने वाली मिटिंग एजेन्डा में पिरियोरिटी पर रखा कर जायेगा । जिससे सिग्घ्र समाधान हो सके ।मिटिंग में फरिदाबाद आई एम टी इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के वरिष्ठ उप प्रधान जी एस दहिया एवं एग्जीक्यूटिव मैम्बर सुभाष चावला भी उपस्थित थे । शर्मा ने आई ए एस डा• गरिमा मित्तल का डिटेल मे समस्या समझने एवं समाधान के आश्वासन के लिए हार्दिक धन्यवाद किया।
गौरतलब है कि आई एम टी इन्डस्ट्रीयल एरिया की डवलपमेंट एवं मैन्टेनैंस की सम्पूर्ण जिम्मेदारी एच एस आई आई डी सी की है।

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

किराएदारों से लॉकडाऊन पीरियड का किराया न लें मालिक : सुमित गौड़

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )|लॉकडाउन के दौरान सरकार ने जहां मालिकों से किराएदारों से किराए न देने के निर्देश दिए थे वहीं अब इस आदेशों की बिल्डिंग मालिक अवहेलना करके किराएदारों को तंग कर रहे है, जिसको लेकर अब कांग्रेसी नेताओं ने मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ ने सेक्टर-14 मार्किट एवं फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के किराएदारों के साथ विभिन्न जगहों शामिल होकर उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान अधिकतर किराएदारों ने मालिकों पर किराए के लिए बाध्य करने का आरोप लगाया। किराएदारों की समस्याएं सुनने के बाद कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में पूरी तरह से उनके साथ है और जो भी दुकान व मकान मालिक किराएदारों को नजायज रूप से तंग करेगा, उसके खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर देश में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान का किराया मालिकों को माफ करना चाहिए अथवा आधा लेना चाहिए क्योंकि यह समय आपदा का समय था और इस आपदा के समय में अपने लोगों की सहायता करने का प्रयास करना चाहिए न कि मानवता के खिलाफ जाकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाने का। उन्होंने कहा कि मालिकों को मानवता का परिचय देते हुए किराएदारों के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल रखना चाहिए और उन्हें रियायत देनी चाहिए। इस दौरान सुमित गौड़ ने सभी मालिकों से आग्रह किया कि वह लॉकडाउन पीरियड का किराया किराएदारों से न लें और आगे जब तक बीमारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक आधा किराया लें क्योंकि अभी भी हालात ठीक नहीं है। इस मौके पर सुमित गौड़ ने सभी किराएदारों को विश्वास दिलाया कि उनके हकों के लिए अगर कानूनी लड़ाई लडऩी पड़ी तो वह पीछे नहीं हटेंगे। बैठक में एक कोर कमेटी का भी गठन किया गया, जो हर एरिया के लिए अलग-अलग होगी और आगामी 9 जून को पुन: एक बैठक के माध्यम से किराएदारों की समस्याओं को जाना जाएगा।

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

राजकीय कन्या महाविद्यालय के एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब द्वारा ऑनलाइन तेलंगाना दिवस बनाया गया

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) |2 जून 2020 को राजकीय कन्या महाविद्यालय के एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब द्वारा ऑनलाइन तेलंगाना दिवस बनाया गया| इस अवसर पर छात्राओं ने तेलंगाना राज्य की स्थानीय पोशाक पहनकर व्हाट्सएप समूह के माध्यम से अपनी तस्वीरें सांझा की एवं जूम मीटिंग के माध्यम से छात्राओं ने तेलंगाना की संस्कृति वहां के रहन सहन ,खान पान एवं ऐतिहासिक स्थलों आदि पर भी अपने विचार सांझा किए| एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब की लगभग 15 छात्राओं ने इसमें भाग लिया| महाविद्यालय की प्राचार्या नम्रता शर्मा एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब की नोडल ऑफिसर डॉ. रचना सैनी ने सभी छात्राओं को तेलंगाना दिवस के सफल कार्यक्रम की बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से छात्राओं को अन्य संस्कृतियों को जानने का व इनसे रूबरू होने का मौका मिलता है|

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में ऑनलाइन दाखिला जारी इच्छुक छात्र 18 जून तक कर सकते हैं अप्लाई

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )|मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में ऑनलाइन और कॉन्टेक्टलेस दाखिला प्रक्रिया जारी है. छात्र 18 जून तक www.manavrachna.edu.in पर एडमिशन फॉर्म भर सकते हैं. एडमिशन फॉर्म भरने के बाद छात्रों को 21 और 22 जून को मानव रचना नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट (MRNAT) देना होगा. यह टेस्ट घर बैठकर छात्र ऑनलाइन दे सकेंगे. MRNAT-2020 में मेरिट लाने वाले छात्रों को उत्कर्ष और उत्तम स्कॉलरशिप स्कीम के अंतर्गत 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी. इसके अलावा अन्य एग्जाम्स में उत्तीर्ण आने वाले छात्र भी स्कॉलरशिप के लिए योग्य होंगे.मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के दो मुख्य विश्वविद्यालय हैं- मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (MRIIRS) और मानव रचना यूनिवर्सिटी (MRU). MRNAT-2020 क्लीयर करने के बाद छात्र 100 से ज्यादा कोर्सिस में एडमिशन लेने में एलिजिबल हो जाएंगे.अन्य जानकारी के लिए छात्र सुबह नौ बजे से शाम साढ़े पाँच बजे तक टोलफ्री नंबर 0129-4259000 पर भी कॉल सकते हैं. इसके अलावाmradmissions@manavrachna.edu.in पर ई-मेल भेजकर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज AICTE अप्रूव्ड और NBA एक्रिडिएटिड है. यह QS 5-स्टार रेटिड संस्थान है. यह उत्तर भारत के 7 टॉप बी-स्कूल में शामिल है. इसके अलावा भारत के आठ टॉप प्राइवेट इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स में से एक है.मानव रचना यूनिवर्सिटी QS I-Gauge गोल्ड रेटिड यूनिवर्सिटी है. यह भारत के टॉप तीन इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में से एक है. यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम्स AICTE अप्रूव्ड हैं. एमएचआरडी, भारत सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी को नोडल सेंटर ऑफ वर्चुअल लैब का दर्जा दिया गया है.

Posted by: | Posted on: June 3, 2020

ई लर्निंग इग्नाइटिंग माइंड के द्वारा एमवीएन विश्वविद्यालय की अनोखी पहल

पलवल (विनोद वैष्णव ) | एमवीएन विश्वविद्यालय ने अनूठी पहल करते हुए ई लर्निंग इग्नाइटिंग माइंड्स सीरीज का शुभारंभ किया जिसका उद्देश्य लॉक डाउन की कठिन परिस्थितियों में विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों की कैरियर काउंसलिंग करना है ताकि वो सही कोर्स चुन सकेंl विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने बताया कि प्रतिदिन विभिन्न कोर्स के प्रमुख इस सीरीज में आकर विद्यार्थियों को अपने कोर्स के बारे में विस्तार से बताएंगे उन्होंने बताया कि इस सीरीज के 2 सत्र पूरे हो चुके हैं जिसमें पहले दिन महेश धानु ( माइक्रोबायोलॉजी विशेषज्ञ) एवं दूसरे दिन योगेश कुमार (डेरी टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ) ने अपने कोर्स के बारे में विस्तार से बतायाl विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेवी देसाई ने कहा कि कई बार विद्यार्थी कैरियर काउंसलिंग के अभाव में सही कोर्स नहीं चुन पाते जिसका नुकसान उन्हें भविष्य में उठाना पड़ता है एवं उन्होंने विश्वविद्यालय के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि यह एक सामाजिक कार्य भी है क्योंकि इससे हम विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों की सही कोर्स चुनने में मदद कर रहे हैंl इस सीरीज में मध्यस्थ की भूमिका डॉ तरुण विरमानी (स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के प्रमुख) ने निभाई जिसमें उन्होंने अभिभावकों एवं विद्यार्थियों की ओर से आने वाले सभी प्रश्नों को विशेषज्ञों के सामने रखा एवं अभिभावकों और विद्यार्थियों को पूर्ण रूप से संतुष्ट कियाl इस सीरीज को सफल बनाने में डॉ सचिन गुप्ता एवं देवेश भटनागर का भी योगदान रहा है |