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Posted by: | Posted on: December 26, 2017

IIAG ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में “राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन

Vinod Vaishnav |  आज के वैज्ञानिक युग में ज्योतिष का महत्व निरंतर बढ़ता जा रहा है| नित-नूतन ज्योतिष के क्षेत्र में अनुसन्धान हो रहे है| इसी कड़ी में IIAG ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में “राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन” सेक्टर-9, डी.सी. मॉडल स्कूल के सभागार में आयोजित किया गया|संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पंडित मूलचंद शर्मा विधायक के.पी. शिरोमणि रविन्द्रनाथ चतुर्वेदी, वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त शर्मा के द्वारा दीपशिखा प्रज्जवलित करके किया| इस सम्मेलन में देश के अनेक राज्यों से शोधार्थी, ज्योतिष विद्यार्थी, वास्तु विशेषज्ञ, परामनोवैज्ञानिक एवम् अध्यात्मिक मनीषीगण एकत्रित हुए|सम्मेलन में मुख्य विषय रहा “ज्योतिष के क्षेत्र में अनुभूत व्यवाहरिक सूत्र”! संगोष्ठी में ज्योतिष के भिन्न-भिन्न विषय सन्तान, विवाह, रोग एवम् व्यवसाय आदि को लेकर मुख्य चर्चा की गई| विशेष रूप से कृष्णमूर्ति पद्धति ज्योतिष पर अनेक वक्ताओं ने प्रकाश डाला|  इस अवसर पर संगोष्ठी का “बीज वक्तव्य” ज्योतिष भास्कर पी.पी.एस राणा ने प्रस्तुत किया| जिसमे उन्होंने प्रश्न शास्त्र के विषय में प्रकाश डालते हुए कहा जातक के दो प्रकार के अदृढ कर्मज और दृढ कर्मज पहले वालों का कही हद तक उपचार किया जा सकता है मगर दुसरे कर्म तो अवश्य ही भोगने होंगे| मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुरेश चन्द्र मिश्रा वैदिक ज्योतिष पर प्रकाश डालते हुए कहा जन्म कुंडली का सही आकलन वही देवज्ञ कर सकता हैं जो पंचांग तिथि, नक्षत्र, योग, करण वार को पूर्ण रूप से जानकर भविष्य कथन करता हैं|कंप्यूटर युग में आज के ज्योतिषियों ने महत्व देना कम कर दिया हैं जिसके चलते भविष्य कथन सही प्रकार से नही कर पाता| पंचांग का अध्ययन जड़ में पानी देना हैं| संगोष्ठी के प्रथम सत्र में डॉ. किशोर घिल्दियाल ने जैमिनी ज्योतिष में कारकंश लग्न की भूमिका, ज्योतिष आचार्य भारत भूषण ने ज्योतिष के माध्यम से रोग और उपाय, 12 वर्षीय ज्योतिषी भव्या चतुर्वेदी का वक्तव्य के. पी. ज्योतिष को 5 मिनट में कैसे सीखे काफी प्रभावी रहा| अमर चतुर्वेदी ने बताया शारीरिक, मानसिक रोगों को रेकी, हीलिंग एवम् चक्रों के माध्यम से कैसे सही किया जा सकता हैं|दितीय सत्र के मुख्य वक्ता कृष्णमूर्ति पद्धति के विशेषज्ञ रविन्द्रनाथ चतुर्वेदी ने कृष्णमूर्ति पद्धति पर प्रकाश डालते हुए कहा यह ज्योतिष दिनों और घंटो में भविष्य कथन कहने में सक्षम हैं| पाराशर ज्योतिष में ग्रह को आधार मानकर भविष्य कहा जाता हैं जिसका भविष्य कथन स्थूल हैं जबकि इसमें ग्रहों से सूक्ष्म नक्षत्र, नक्षत्र का भी नवांश और उसके बाद नक्षत्रांश से भी परे जाकर घटनाओं की बारीकी में जा सकते हैं| प्रसिदध ज्योतिष डी. के. गुप्ता ने भी जन्म कुंडली में अशुद्ध समय को शुद्ध कैसे किया जाता हैं इस विषय का प्रयोग करके दिखाया| इस अवसर पर IIAG के निदेशक डॉ. यज्ञदत्त शर्मा ने वैदिक ज्योतिष व कृष्णमूर्ति पद्धति पर आधारित बने “नक्षत्र गोल्ड सॉफ्टवेयर” का प्रदर्शन करके दिखाया और बताया कि हमारा लक्ष्य है कि इस सोफ्टवेयर के जरिए आम व्यक्ति भी आसानी से सिख कर जीवन की घटनाओं के बारे में जान सके| संगोष्ठी संयोजक डॉ. बांकेबिहारी ने कविता के माध्यम से ज्योतिष के ज्योतिष के सूत्रों को प्रस्तुत किया ताकि आम जन्न आसानी से याद कर सके| उन्होंने बताया इस संगोष्ठी के जरिये ज्योतिष और अन्य विषयों के विद्वानों को बुलाकर उनके जीवन के अनुभवों और अर्जित ज्ञान को एक सम्मेलन के माध्यम से ज्योतिष के शोधार्थी और विद्यार्थियों के ज्ञान को नव नूतन और संवर्धन कराना रहा है|समापन समारोह में मुख्य अतिथि पंडित टेकचंद शर्मा संगोष्ठी के आयोजक ज्योति जिंदल,सुभाष गुप्ता, शरद गोयल,वी. के. गोयल व पूनम गोयल द्वारा संगोष्ठी के प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवम् प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए| इस अवसर पर मुख्य रूप से संगोष्ठी के प्रतिभागियों व् मास्टर विशनदत्त पन्हैडा, ज्योतिषाचार्य पंडित परशुराम, देवदत्त शर्मा, सॉफ्टवेयर इं. मुकेश गुप्ता, प्रो. मुकेश गोयल, प्रवीण शर्मा,ज्योतिषाचार्य मोहिनी, ज्योति, मीनू शर्मा, पंडित भगवत प्रसाद शर्मा, राकेश जी, धर्म चौधरी, अनिल जी व IIAG के सदस्यों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया|

Posted by: | Posted on: December 16, 2017

एशियन अस्पताल द्वारा गांव अटाली में चैपाल मीटिंग आयोजित की

Vinod Vaishnav । एशियन अस्पताल द्वारा गांव अटाली में एक चैपाल मीटिंग का आयोजन किया गया। इसमें गांव के करीब 150 लोगों ने भाग लिया। इस दौरान एशियन अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डाॅ. पंकज हंस द्वारा लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान की गई, और लोगों की ब्लड शुगर और रक्तचाप की निःशुल्क जांच व परामर्श भी दिया गया। इस दौरान डाॅ. पंकज हंस ने लोगों को हर्निया, बवासीर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर हमें अनेदखी नहीं करनली चाहिए, बल्कि तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि समय रहते बीमारी का पता चल सके और उसका समय पर इलाज कर बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके। इस मौके पर मनोज भाटी बीजेपी मण्डल, विधानसभा पृथला, अमित चैधरी, तारा चैधरी, राजपाल  शाहजहांपुर और रघुराज राठी छांयसा से मौजूद रहे।

 

Posted by: | Posted on: December 16, 2017

मोबाइसी ने मानव रचना यूनि​वर्सिटी के कैम्पस में अपनी स्मार्ट साइकिलों की शुरुआत की

फरीदाबाद, 16 दिसंबर, 2017: गुडगांव की ग्रीन टेक स्टार्टअप मोबाइसी ने फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में अपनी डॉकलेसस्मार्ट साइकिल्स की शुरुआत की। भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों के अनावारण में सहसंस्थापक आकाश गुप्ता और राशि अग्रवाल के साथ हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी उपस्थित थे। मोबाइसी ने आईओटी ताले और जीपीएस ट्रैकिंग से सुसज्जित 5,000 स्मार्ट साइकिलें सड़कों पर उतारकर अपने संचालन की शुरुआत की है।मोबाइसी के सहसंस्थापक आकाश गुप्ता ने कहा, “फरीदाबाद के मानव रचना यूनिवर्सिटी कैम्पस में भारत की पहली डॉकलेस साइकिलों को शुरू करके मैं काफी खुश हूं। इन साइकिलों को मोबाइसी ऐप के माध्यम से आसानी से किराए पर लिया जा सकता है और ये किसी दिक्कत के बिना हर रोज सफर करने वालों और विद्यार्थियों को छोटी दूरियां तय करने में मदद करने हेतु हैं। ये साइकिलें रोज सफर करने वालों को डॉकिंग स्टेशंस की उपलब्धता तक सीमित रहे बिना अपने सफर को पूरा करने की सहूलियत देती हैं। हमें उम्मीद है कि कई सारे राहगीरविद्यार्थी और फिटनेस प्रेमी अपने आसपास मौजूद इन स्मार्टडॉकलेस साइकिलों की उपलब्धता को पसंद करेंगे।मोबाइसी ने अपनी तरह के पहले साइकिलों के लिए उबेर मॉडल के साथ भारत में मोबिलिटी क्षेत्र को बदला है। प्रयोक्ता एंड्रॉयड प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध इसके मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके अपने आसपास में साइकिलों को खोज सकते हैं। प्रयोक्ता स्मार्ट बाइक्स को खोज सकते हैंक्यूआर कोड से साइकिल को अनलॉक कर सकते हैं और काम पूरा होने के बादसाइकिल को सुरक्षित रूप से आसपास पार्क कर सकते हैं – जिसमें गेटेड कम्यूनिटीनिजी कंपाउंड आदि शामिल नहीं है। भारत में हर जगह की कनेक्टिविटी की बड़ी समस्या को देखते हुएयह स्टार्टअप अपनी कभी भीकहीं भी उपलब्ध साइकिलों से 3-6 कि.मी. की अंतिम दूरी तक का सफर करने में प्रयोक्ताओं की मदद करता है।10 रुपए प्रति घंटे के सफरया उससे भी कम में मोबाइसी का वर्तमान मॉडल डॉकलेस साइकिलिंग को बेहद वहनीय बनाता है। मासिक योजना के तहतप्रयोक्ताओं को प्रति दिनघंटे के सफर के लिए 99 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके अलावाप्रयोक्ताओं को अपने आधार पहचान पत्र का प्रयोग करके साइन अप करना होगा और 999 रुपए के न्यूनतम प्रतिभूति जमा का भुगतान करना होगाजो पूर्णत: वापसी योग्य होगा। विद्यार्थियों के लिएयह प्रतिभूति जमा मात्र 499 रुपए है और साइनअप प्रक्रिया उनके कॉलेज के पहचान पत्र से पूरी की जाएगी।  भले ही यह केवल शुरुआत हैलेकिन स्टार्टप आगे काफी तेजी से वृद्धि करने का लक्ष्य बना रहा है। साइकिलों की मौजूदा संख्या को बढ़ाकर 50,000 करने के साथमोबाइसी अगले महीनों में 12 अन्य शहरों और अगले साल तक 20 प्रमुख शहरों में विस्तार करना चाहता है। 

Posted by: | Posted on: December 13, 2017

मिसेज इंडिया देल्ही एनसीआर ब्यूटी पेजेंट : विवाहित महिला के लिए एकमात्र राष्ट्रीय सौंदर्य पर्यटन

मिसेज इंडिया देल्ही एनसीआर ब्यूटी पेजेंट के साथ मिलकर मिसेज इंडिया ब्यूटी पेजेंट महिलाओं के आंतरिक अस्तित्व को पहचानने और उसका जश्न मनाने के लिए तैयार है। विशेषकर सभी विवाहित महिलाओं के लिए यह एक अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराने की पेशकश करता है, साथ ही ‘विविधता में सौंदर्य’, यानी हर महिला सुंदर है के विषय के साथ मधुमेह के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना भी इसका एक खास मकसद है।
इसलिए, इसी संदर्भ में मिसेज इंडिया देल्ही एनसीआर ब्यूटी पेजेंट की पूरी टीम के साथ इसके जजों ने आज बाराखंभा रोड स्थित होटल ललित में अपनी आगामी सौंदर्य प्रतियोगिता का प्रदर्शन किया। इस मौके पर फैशन उद्योग के साथ ही बॉलीवुड की उपस्थिति भी देखी गई, जिसमें रितु सूद, निदेशक मिसेज इंडिया, अहमद कबीर शदन (निर्देशक-प्रोड्यूसर), गुरुमा भृगुश्री मोनिका आनंद (भृगु शास्त्रम की निदेशक), एडी फैशंस रीटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कपिल मोहन गुप्ता के साथ महिला कल्याण संघ की अध्यक्ष दीपा अनंत, मिसेज इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपाली फडनीस, वीमेन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सतबीर गुज्जर आदि शामिल थे।
मीडिया के साथ बातचीत में मिसेज इंडिया देल्ही एनसीआर ब्यूटी पेजेंट की टीम ने अपनी आगामी प्रतियोगिता के लिए कई विवरण प्रस्तुत किए और दो आयु वर्गों- 40 वर्ष तक उम्र के लिए मिसेज एशिया इंटरनेशन इंडिया के रूप में तथा 40 साल से ऊपर, लेकिन 50 वर्ष की आयु के लिए क्लासिक मिसेज एशिया इंटरनेशनल इंडिया, जबकि 50 वर्ष की आयु से ऊपर के लिए मिसेज प्लैनेट साथ ही मिसेज वर्ल्ड जैसी श्रेणियों का प्रदर्शन भी किया। इसके अलावा, इस प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण के रूप में बताया गया कि राज्य (दिल्ली/एनसीआर) की तमाम विजेताओं को ‘मिसेज इंडिया 2018’ में सीधी प्रविष्टि मिलेगी।
खैर, अब सभी महिलाओं के लिए अपनी किस्मत चमकाने का समय है क्योंकि मिसेज इंडिया दिल्ली/एनसीआर पेजेंट दिल्ली के प्रतिनिधित्व वाले दिल्ली/एनसीआर से सबसे सुंदर महिलाओं के साथ एक अद्भुत शो आयोजित करने का अपना वादा पूरा करने के लिए तैयार है। ऑडिशन वन का आयोजन शनिवार 23 दिसंबर को, ऑडिशन टू रविवार 7 जनवरी को गुड़गांव में आयोजित किया जाएगा, जबकि फाइनल का आयोजन  दिल्ली में 2, 3 व 4 फरवरी, 2018 आयोजित किया जाएगा।