Friday, April 13th, 2018

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Posted by: | Posted on: April 13, 2018

एपिक टीवी 18 अप्रैल को मनाएगा ‘विश्व धरोहर दिवस’

(विनोद वैष्णव )| हमारे सामूहिक धन-मूल्य, यानी धरोहर को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए यूनेस्को की एक पहल के तौर पर हर साल 18 अप्रैल को ‘विश्व धरोहर दिवस’ मनाया जाता है। इसी पहल को जेहन में रखकर भारत के एकमात्र हिंदी भाषा इन्फोटैनेटेन चैनल ‘एपिक’ 18 अप्रैल की दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक खास कार्यक्रम ‘विरासत’ का प्रसारण करेगा। इा कार्यक्रम की रूपरेखा ऐसी बनाई गई है, जिसके जरिये दर्शक घर बैठे ही देश की कुछ चुनिंदा एवं सबसे प्रतिष्ठित विरासत स्थलों की यात्रा कर सकेंगे , इस कार्यक्रम के संबंध में अपने विचार साझा करते हुए एकांत के एंकर और एपिक टीवी के कंटेंट हेड अकुल त्रिपाठी ने कहा, ‘हमारी ऐतिहासिक विरासत अमूल्य है और इसका न केवल संरक्षण जरूरी है, बल्कि इसका व्यापक स्तर पर विस्तार भी बेहद आवश्यक है। यह एक्सपोजर एक ऐसी समझ और प्रस्तुति के साथ होना चाहिए, जो न सिर्फ शिक्षा दे, बल्कि हमारे पूर्वजों के प्रति हमारे संबंधों एवं हमारी भावनाओं को भी महसूस कर सके। हम इस विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर अपने इसी प्रयास के साथ आगे बढ़ने के लिए लिए प्रतिबद्ध हैं।’देश की महान वास्तुकला की कल्पना ही आने आप में कला और विज्ञान का एक आकर्षक सम्मिश्रण है। प्रभावशाली और विस्मयकारी तरीकों से डिजाइन किए गए पुरातात्विक भवनों एवं गुंबदों की प्रतिस्थापना ही भारत की महान वास्तुकला का उदाहरण है। एपिक ओरिजिनल के तहत वास्तुकला के चमत्कारों की खोज पर आधारित ‘संचरना’ में ऐसे ही कारनामों के साथ खगोलीय चमत्कारों से इस विश्व धरोहर दिवस पर रूबरू कराएंगी शो की मेजबान वैभवी उपाध्याय। इसके अलावा अकुल त्रिपाठी द्वारा लिखित ‘एकांत’ भी एक प्रसिद्ध यात्रा श्रृंखला है, जो दर्शकों को भारत के अनदेखे ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा पर ले जाती है। हम्पी के खंडहर, नालंदा के अंतरराष्ट्रीय शिक्षण केंद्र, कुंबलगढ़ का विशाल किला के साथ और भी बहुत अधिक दिलचस्प जगहों की अनकही कहानियां ‘एकांत’ के एपिसोड में फिर से देख सकते हैं।

Posted by: | Posted on: April 13, 2018

अनु इंडस्ट्रीज लिमिटेड उद्योग विहार गुरुग्राम में कर्मचारियों और अधिकारियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) /अनु इंडस्ट्रीज लिमिटेड उद्योग विहार गुरुग्राम में कर्मचारियों और अधिकारियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए संगीता ने एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन और सेंट जॉन एंबुलेंस इंडिया के अधिकृत प्रवक्ता डॉक्टर MP सिंह के द्वारा रेड क्रॉस फरीदाबाद के माध्यम से कराया उक्त कार्यक्रम की शुरुआत डी जे एम डी एस चौहान ने विधिवत की कंपनी के अंदर Maruti के कुछ पाठ प्लास्टिक के बनते हैं जिनको रूप और स्वरूप देने के लिए हिट दी जाती है और फिर उनको सोल्डर से मजबूत बनाया जाता है जिसमें वर्ण होने की संभावना हो जाती है उक्त विषय को डॉक्टर MP सिंह ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि यदि आपके शरीर का कोई भी पार्ट जल जाता है तो उस भाग को पानी में रखना चाहिए क्योंकि जलने की स्थिति में रक्त की ऑक्सीजन पराई हो जाती है और अत्यधिक जलन व दर्द होने लगता है यदि शरीर का हिस्सा अधिक जल जाता है तो उस पर किसी प्रकार का लोशन वैक्यूम नहीं लगानी चाहिए अति शीघ्र डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ऐसी स्थिति में इलेक्ट्रिक वर्ण के साथ शॉर्ट सर्किट से आग भी लग सकती है धूमा भी फैल सकता है इसलिए एनवायरनमेंट सेफ्टी को भी ध्यान में रखते हुए एग्जिट गीतों का निर्णय लेना चाहिए और खत्री से रोगी को या रोगी को खतरे से दूर कर देना चाहिए इलेक्ट्रिक एक्सीडेंट की स्थिति में कुचालक सामग्री का प्रयोग करते हुए करना चाहिए और उसके पैरों और हाथों की सूखी मालिश करते हुए अतिशीघ्र अस्पताल ले जाना चाहिए उसको गर्मी प्रदान करनी चाहिए कोई भी खाद्य पदार्थ में पेय पदार्थ नहीं देना चाहिए और उसके पैरों के नीचे गद्दा लगा देना चाहिए क्योंकि इलेक्ट्रिक एक्सीडेंट में रक्त का संचार कम हो जाता है प्रार्थमिक सहायक को कभी भी डॉक्टर बनना नहीं चाहिए और अल्प ज्ञान में कभी किसी की मृत्यु की घोषणा नहीं करनी चाहिए जोगी बस के सगे-संबंधियों को हौसला देते रहना चाहिए उनके मनोबल को कभी नहीं गिराना चाहिए डॉक्टर के कर्मचारियों और अधिकारियों को साथ लेकर जान बचाने का पूर्वाभ्यास कराया ताकि आपातकालीन स्थिति में किसी भी पीड़ित की जीवन रक्षा के लिए काम किया जा सके सभी ने बड़ी गंभीरता से अध्ययन किया और साथ और सहयोग दिया

Posted by: | Posted on: April 13, 2018

शक्तिपीठ पब्लिक स्कूल ने बैसाखी का त्यौहार मनाया

(विनोद वैष्णव ) |शक्तिपीठ पब्लिक स्कूल में बैसाखी का त्यौहार आज बहुत धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर विधार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करके कार्यक्रम को यादगार बना दिया । विधालय की प्राचार्या श्रीमती ज्योति आर्या ने विधार्थियों को बैसाखी के त्यौहार को मनाने की परम्परा के बारे मेें बताया ।  ज्योति आर्या ने बताया कि गुरू गोबिन्द सिहं जी महाराज ने इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी । विधालय के प्रबन्धक श्री सुरेश गुलाटी ने इस अवसर जलियाँवाला बाग की घटना की चर्चा की और उस अवसर पर अंग्रेज जनरल माईकल आॅडवायर द्वारा किये गये नरसंहार और निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या के शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये । विधालय के चेयरमैन  दासराम आर्य ने विधार्थियों को सभी धर्मों, मतों के त्यौहारों को इसी उत्साह से मनाने की प्रेरणा दी ।  इस अवसर पर सत्यभूषण आर्य,  विधा भूषण आर्य,  सुधीर कपूर,  पंकज, सिंधु, श्रीमती नीता आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।