Saturday, June 15th, 2019

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Posted by: | Posted on: June 15, 2019

स्लम्स में रोजगार के लिए “प्रोजेक्ट सशक्त शक्ति”, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल की नई पहल

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) | फरीदाबाद में स्लम्स में रहने वालों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हरियाणा के उद्योग, पर्यावरण और कौशल विकास मंत्री विपुल गोयल जी ने विशेष कार्य योजना बनाई है, इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए होटल ताज विवांता में उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के साथ मंत्री विपुल गोयल ने बैठक की.इस बैठक में स्लम्स में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए “प्रोजेक्ट सशक्त शक्ति” पर चर्चा हुई.विपुल गोयल जी ने खादी और चरखा के माध्यम से महिलाओं एवं उनके परिवारों को आर्थिक तौर पर मज़बूत बनाने की दिशा में उठाए जाने वाले कदम से सभी को अवगत कराया | विपुल गोयल ने चरखा के द्वारा अन स्किल्ड महिलाओं को घर बैठे रोज़गार देने पर ज़ोर दिया.उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत में 5000 परिवारों को चरखा देने का लक्ष्य रखा गया है और पायलेट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद 40000 से ज्यादा परिवारों को चरखा के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि खादी और चरखे के माध्यम से फरीदाबाद की महिलाओं को रोज़गार मुहैया कारने की कोशिश है। इसके लिए चयनित परिवारों को ट्रेनिग से लेकर रॉ मिटीरियल और चरखा सभी कुछ भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त KVIC द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा और फरीदाबाद में निर्मित माल को बाजार तक पहुंचाने का भी काम करेगा..। भारत सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य के अनुसार लगभग एक चरखे की कीमत ट्रेनिंग और दूसरे खर्चों के साथ 37 हज़ार रुपए पड़ेगी जिसके अनुसार पायलेट प्रजोक्ट के लिए 3.5 से 4 करोड़ का अनुमानित खर्च आएगा..इस मौके पर विपुल गोयल ने सभी से अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाने की अपील की…ताकि लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में यह योजना मील का पत्थर साबित हो…उन्होंने कहा कि आज खादी लोगों की पहली पसंद बन गई.इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पहल की है उन्होंने कार्यक्रम मनकी बात में खादी को अपनाने की लोगों से अपील की तो नतीजा ये निकला कि खादी की मांग 5 साल में 37% तक बढ़ गई है…।विपुल गोयल ने कहा कि सन् 1920 में महात्मा गांधी ने देश की आजादी और समाज की आर्थिक उन्नति के लिए खादी का सहारा लिया था जो आज भी प्रसांगिक है। उन्होंने कहा कि अगर हाल के वर्षों में खादी के कारोबार के आंकड़ें को देखे तो 2014-15 में खादी ने 811 करोड़ रुपये का कारोबार किया था तो 2017- 18 में यह आंकड़ा 2,509 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। और 2019-20 में ये आंकड़ा 5000 करोड़ के पार जाने की संभावना है। अतः फरीदाबाद के कमजोर तबके के लोगों के लिए यह खादी वरदान साबित होगा।आज की मीटिंग में उद्योग जगत की नामचीन हस्तियों ने शिरकत की और समाज के उत्थान के लिए अपनी सहमति जताई। इस अवसर पर FIA के प्रेसिडेंट संजीव खेमका जी, जेसीबी से जसमीत जी, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट से अमित भल्ला, मारूती कंपनी से मि. खंडेलवाल , इंडसइंड बैंक से रवि मोहन हरजाई,एचडीएफसी बैंक से विजय भाटी ने इस प्रोजेक्ट की तारीफ की और सभी ने अपने अपने सुझाव रखे।

Posted by: | Posted on: June 15, 2019

नूंह बालभवन के जिला बाल कल्याण अधिकारी का पदभार कमलेश शास्त्री ने संभाला

नूंह (विनोद वैष्णव) | नूंह बालभवन के जिला बाल कल्याण अधिकारी का पदभार कमलेश शास्त्री ने संभाल लिया है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के हेडक्वार्टर चंडीगढ़ से तबादला होकर बुधवार को जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री ने नूंह जिले का पदभार संभाला। पदभार संभालते विभाग की योजनाओं को सिरे चढ़ाने व बच्चों के कल्याण हेतु जिम्मेदारी से काम करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान में जिला बाल कल्याण परिषद बच्चों के विकास व कल्याण के लिए कार्य कर रही है। बच्चों के अंदर छिपी कला को बाहर निकालने व उन्हें आगे बढ़ाने में पूर्ण सहयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा 18 साल से कम उम्र के बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जाता है। जिले के बच्चों के विकास के लिए जिले में जिम्मेदारी से कार्य किया जाएगा। अन्य जिलों के बच्चों की तरह नूंह जिले बच्चों में भी काफी हुनर छिपा है। यहां इन बच्चों के हुनर को तराशने की जरूरत है। जिले के बच्चों के हुनर को तराश कर उन्हें आगे मुकाम तक बढ़ाया जाएगा।

Posted by: | Posted on: June 15, 2019

जिला बाल कल्याण परिषद और एसआरएफ फाउंडेशन के सहयोग से जिले में समर कैंप का आयोजन

नूंह (विनोद वैष्णव) |हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के निर्देशानुसार जिला बाल कल्याण परिषद नूंह द्वारा समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी में जिला बाल कल्याण परिषद नूंह और एसआरएफ फाउंडेशन के संयुक्त सहयोग से जिले के 19 गांवों के 20 केंद्रों में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। गुरूवार को जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री ने एसआरएफ फांउडेशन के पदाधिकारी प्रोग्राम ऑफिसर निशा जुनेजा और कमलेश्वर मिश्रा के साथ बैठक की। बैठक में समर कैंप को लेकर विचार-विमर्श किया गया। समर कैंप 30 जून तक चलाए जाएंगे। जिसमें बच्चों को शिक्षा, योगा, पेंटिंग सहित अन्य कलाओं का ज्ञान देते हुए उनका सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री ने बताया कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के आदेशानुसार जिले में समर कैंप लगाकर बच्चों के विकास को लेकर गतिविधियां कराई जा रही है। बच्चों को शिक्षा, खेल, योगा, पेंटिंग सहित अन्य कलाओं में भी बढ़चढ़कर भाग लेना चाहिए। एसआरएफ फाउंडेशन की प्रोग्राम ऑफिसर निशा जुनेजा ने कहा कि समर कैंप का उद्देश्य लर्निंग लेवल में पिछड़ रहे बच्चो को बोलना, सुनना, पढ़ना तथा बेसिक गणित का ज्ञान कराना है। जिससे बच्चों के शैक्षणिक  स्तर में सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि समय-समय पर अधिकारियों द्वारा समर कैंप का दौरा किया जा रहा है। समर कैंप में बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। इसके अलावा अधिकारियों के मार्गदर्शन का बच्चों को लाभ भी मिल रहा है।