नई दिल्ली( विनोद वैष्णव ): दिल्ली में ‘टैलेंट नरचरिंग कार्यक्रम’ के अंतर्गत डीएलएफ फाउंडेशन ने वार्षिक व्यावसायिक सम्मेलन 2018 का आयोजन किया। वंचित वर्ग के बच्चों को बेहतर सुविधा प्रदान करने साथ ही छात्रवृत्तिधारी बच्चों को एक आवश्यक मंच प्रदान करना तथा उनके कौशल का निर्माण करना ही इस सामाजिक पहल का उद्देश्य है।बच्चों के बीच जागरूकता फैलाना, नौकरी तलाशते वक़्त आने वाली दिक्कतों का सामना करने के लिए उन्हें तैयार करना तथा सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग प्रदान करना ही इस दो दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य थाIडीएलएफ फाउंडेशन के सीईओ (CEO) डॉ.विनय साहानी ने मुख्य अतिथि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन के राज्य मंत्री विजय गोएल का स्वागत किया और इसके साथ ही कहा कि- “समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए,डीएलएफ फाउंडेशन ने ऐसी कई पहल की जिससे हर साल 12 हजार से अधिक छात्रों के अपने सपने को पूरा करने में मदद मिली है। व्यावसायिक श्रेणी में टैलेंट नरचरिंग कार्यक्रम के माध्यम से डीएलएफ फाउंडेशन ने इंजीनियरिंग, मेडिकल, सूचना प्रौद्योगिकी (IT), स्पोर्ट्स एंड बिज़नस मैनेजमेंट (एमबीए) में व्यावसायिक अध्ययन के लिए आज तक कुल 253 छात्रवृत्तिधारी बच्चों की मदद की है।कार्यशाला का पहला दिन संचार के महत्व और जटिलताओं पर केंद्रित रहा। छात्रों को प्रभावी संचार के दौरान आने वाली बाधाओं पर शिक्षित किया गया जिसके लिए उन्हें सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग प्रदान की गई। इस के माध्यम से उन्हें प्रेरित रहने के लिए व्यावहारिक युक्तियां सिखाई गईं, ताकि वे स्वयं के बारे में अधिक जागरूक हो सकें और अपने भीतर के सभी स्रोतों को ऐसे इस्तेमाल करें जिससे उनकी क्षमताओं को और भी बेहतर बना सकें। इसके साथ ही न्यूरो-भाषाई प्रोग्रामिंग की सहायता से इन छात्रों पर जोर दिया गया ताकि उन्हें स्वयं के लिए यथार्थवादी और स्मार्ट गोल्स को सेट करने में मदद मिल सके जिससे वो अपने कौशल और सामाजिक परिवेश के साथ समन्वय में रहे। कार्यशाला का दूसरा दिन डिजाइन प्रशिक्षण की दिशा में उन्मुख रहा जिसका इस्तेमाल तर्क, कल्पना, अंतर्ज्ञान और प्रणालीगत तर्क के उपयोग से बेहतर प्रक्रिया सुलझाने के लिए किया जाता हैI उपस्थित छात्रों के लिए कैरियर की संभावनाएं तलाशने पर ध्यान केंद्रित करने हेतु एक समर्पित सत्र का भी आयोजित किया गया।पुरस्कार विजेताओं में से एक राहुल डागर ने कहा कि, “मैं डीएलएफ फाउंडेशन के उनके लगातार समर्थन के लिए आभारी हूँ, मैं अगले साल के डीएलएफ सम्मेलन में भाग लेने के लिए और भी छात्रों को प्रोत्साहित करूंगा, जो मेरे जैसे अन्य लोगों की मदद करेंगे। ”कार्यशाला का समापन छात्रवृत्ति पुरस्कार समारोह के साथ संपन्न हुआI