Friday, March 9th, 2018

now browsing by day

 
Posted by: | Posted on: March 9, 2018

रितिक रोशन ने अपनी माँ और बहन के लिए खरीदी बनारसी साड़ी

( विनोद वैष्णव ) || साल 2000 में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुवात करने वाले अभिनेता रितिक रोशन अपने इस सफर में विभिन्न तरह के किरदार निभा चुके है। रितिक के अभिनय और डांस का हर कोई दीवाना है और अब अभिनेता पहली बार बायोपिक “सुपर 30” में नज़र आने वाले है।अभिनेता कुछ दिनों पहले ही वाराणसी में फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहली बार गए रितिक ने अपनी माँ और बहन के लिए वहाँ कुछ खास शॉपिंग की | सूत्रों की माने तो, “वाराणसी अपने प्रामाणिक बनारसी साड़ियों में लोकप्रिय हैं, इसलिए रितिक ने इस मौका का सबसे ज्यादा फायदा उठाया और स्नेह के साथ अपने परिवार की दो सबसे महत्वपूर्ण महिलाओं के लिए साड़ी की खरीदारी की। अभिनेता ने दो साड़ियाँ खरीदी, एक अपनी माँ के लिए और एक अपनी बहन सुनैना के लिए। रितिक दोनो के ही काफी करीब है। इसिलए अभिनेता को खुशी है कि अपनी ज़िंदगी की दो सबसे महत्वपूर्ण महिलाओं के लिए अनोखा तोहफ़ा लेने में सक्ष्म रहे। रितिक का मानना है कि वह वाराणसी से अपनी माँ और बहन के लिए इससे बेहतर कोई और तोहफ़ा नहीं ले सकते थे।”जाहिर है कि पिंकी और सुनैना दोनो को ही रितिक का यह विचारशील उपहार खूब पसंद आया। चूंकि अभिनेता को अपनी मां और बहन की पसंद के बारे में अच्छी तरह से पता था, उन्होंने अलग-अलग डिजाइन और रंगों की साड़ियाँ लेने का फैसला किया। सूत्रों का कहना है कि,”दोनो ही महिलाएं रितिक के इस तोहफे से काफी अभिभूत थी, खासकर जब उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम के दौरान साड़ी खरीदने का फैसला किया।”
Posted by: | Posted on: March 9, 2018

बिन राजनीति के सम्पन्न होगा पंखा मेला : समाजसेवी ओपी भाटी

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव )। ओल्ड फरीदाबाद स्थित पथवारी मंदिर पर लगने वाले ऐतिहासिक पंखा मेला की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, इस बार पंखा मेला को समाजसेवी ओपी भाटी के नेतृत्व में दर्जनों अन्य समाजसेवियों ने उठाया है जिसे मंदिर से उठाकर ओल्ड बाजार होते हुए सेक्टर 18 हुडा मार्किट स्थित समाजसेवी के कार्यालय पर रखा गया है  जहां अब 26 अगस्त तक रोजाना पथवारी मईया की पूजा अर्चना की जायेगी और उसके बाद हरिद्वार से नया मईया का पंखा बनकर आयेगा जिस पर तीन दिवसीय पंखा मेले का आयोजन होगा, बडी बात तो ये है कि मईया के पंखा को बनाने वाले मुस्लिम समुदाय के कारीगर हैं। हर बार धर्म और पंखा मेले के नाम पर ओल्ड फरीदाबाद के पथवारी मंदिर में राजनीति की जाती है मगर इस बार ये एतिहासिक पंखा मेला बिन राजनीति के सम्पन्न होगा – ऐसा कहना है समाजसेवी ओपी भाटी का। ओपी भाटी के नेतृत्व में आज पथवारी मंदिर से पंखा मेला की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ओपी भाटी दर्जनों समजसेवी और धार्मिक लोगों के साथ पथवारी मंदिर पहुंचे और पंखा को उठाकर ढोल नगाडों के साथ ओल्ड फरीदाबाद बाजार होते हुए सैक्टर 18 हुडा मार्किट कार्यालय पर ले आये, जहां अब 26 अगस्त तक रोजाना मईया पथवारी की पूजा अर्चना की जायेगी। पंखा मेला की जिम्मेदारी लेने के दौरान लोगों ने आपस में लड्डू वितरण कर खुशी भी जताई। इस बार पंखा मेला की जिम्मेदारी उठाने वाले समाजसेवी ओपी भाटी ने कहा कि हर साल पथवारी मंदिर पर पंखा मेले को लेकर राजनीति की जाती है मगर इस बार का मेला बिन राजनीति के सम्पन्न होगा, मेले की जिम्मेदारी इस बार उनके साथ दर्जनों समाजसेवी और धार्मिक लोगों ने उठाई है जिसकी जल्द एक नई कमेटी तैयार की जायेगी और फिर बडी ही धूमधाम से पंखा मेला आयोजन किया जायेगा, आज से पंखा मेला की प्रक्रिया शुरू हो गई है, कार्यालय पर अब रोजना मईया पथवारी की पूजा अर्चना की जायेगी और फिर हरिद्वार से नया पंखा तैयार करवाकर मंगवाया जायेगा, चौकाने वाली बात तो यह है कि मईया के पंखा को हरिद्वार में मुस्लिम समुदाय के कारीगर बनाकर तैयार करते हैं। जिसे मेले के आयेजन में रखा जाता है इस मेले के दौरान बैंड बाजों और अन्य धार्मिक नृत्य मंडलियोंं से लोगों को पूजा अर्चना करने का मौका मिलेगा। मेले को हर वर्ष की भांति झांकिया निकाल कर ,बैंड बाजे और दूर दूर से कलाकारों के साथ माँ पथवारी मंदिर से शुरुआत की जाएगी और शहर के मंदिर, पीर,गुरुद्वारों, से होकर वापस माँ पथवारी के मंदिर पर लाया जाएगा।यह मेला रक्षाबंधन वाले दिन शुरू किया जाएगा।
पंखा मेले की शुरूआत – बुजुर्गो ने बताया कि लगभग 300 वर्ष पहले ओल्ड फरीदाबाद में महामारी फैली थी। इस दौरान आकाशवाणी भी हुई, इसके बाद महामारी से बचने के लिए लोगों ने देवी मां के दरबार में पंखा चढ़ाने और पंखा मेला के आयोजन की परंपरा की शुरूआत की थी, जो आज भी कायम है।
वहीं समाजसेवी जवाहर ठाकुर की माने तो आज से पंखा मेला की प्रक्रिया शुरू हो गई है अब सभी लोग मिलकर बैंड बाजे, ढोल तासे बुक करेंगे, दूर दराज के लोगों को निमंत्रण दिये जायेंगे औैर इस बीच नई मेला कमेटी भी गठित की जायेगी। पंखा मेला कि इस प्रक्रिया में जवाहर ठाकुर, गुरु सुखदेव जी, के पी भाटी, हरपाल भाटी , शंकर चौहान, बीरेंद्र चौहान, योगी गर्ग, सुनील ठाकुर, राहुल ठाकुर, प्रवीन वशिष्ठ, रमेश जांगड़ा, एस के माहेश्वरी, वीरू ठाकुर, महेन्द्र ठाकुर, मुकेश बंसल सहित दर्जनों धार्मिक लोग मुख्य रूप से शामिल रहे ।
Posted by: | Posted on: March 9, 2018

फरहान अख्तर ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा खत्म करने के अभियान के लिए इस गाने को किया समर्पित

मुंबई ( विनोद वैष्णव ): महिलाओं और लड़कियों के विरूद्ध हिंसा खत्म करने का अभियान है, बस अब बहुत हो गया. ये अभियान 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक गीएत छू ले आसमान रिलीज कर रहा है. यह अभियान फरहान अख्तर और प्रसिद्ध निर्देशक फिरोज अब्बास खान के साथ, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की एक पहल है.गीत छू ले आसमान को फरहान अख्तर और सलीम मर्चेंट ने गाया है. इसे लिखा श्रद्धा पंडित के साथ फरहान अख्तर ने है और सलीम-सुलेमान ने संगीत दिया है. यह गीत महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें समान अवसर प्रदान करता है, ताकि वे अपनी वास्तविक क्षमता का पता लगा सकें.पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की कार्यकारी निदेशक पूनम मुत्तरेजा कहती हैं,”हम लड़कियों के खिलाफ हिंसा में एक खतरनाक वृद्धि देख रहे हैं. कई लडकियों के खिलाफ ये हिंसा तो उनके जन्म लेने से पहले ही हो रही है और वैसी महिलाओं के खिलाफ भी हिंसा हो रही है, जो अधीनता नहीं स्वीकार करती है. गाना छू ले आसमान के माध्यम से हम सभी भारतीयों से लड़कियों और महिलाओं को महत्व देने का आह्वान करते है और अपने अभियान ‘बस अब बहुत हो गया  का हिस्सा बन कर महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार के हिंसा को समाप्त करने के लिए हिस्सेदार बनाना चाहते हैं.”फिरोज अब्बास खान कहते हैं, “संगीत की ताकत से, छू ले आसमान लोगों को इस अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है. लोग इस अभियान में शामिल हो और ये बोले कि ‘बस अब बहुत हो गया – इनफ इज इनफ’. महिलाओं को तभी सशक्त बनाया जा सकता है जब उन्हें भेदभाव और हिंसा से मुक्त कर दिया जाए. इसके लिए यह आवश्यक है कि हमारे पुरुष और लड़के एक सक्रिय भूमिका निभाए. प्रतिगामी मानदंड को चुनौती देते हुए एक नए विश्व का निर्माण करें जहां महिलाओं और लड़कियों के लिए समानता, गरिमा और सुरक्षा हो. यही संदेश हम अंतर्राष्ट्रीय महिलाएं दिवस पर देना चाहते है.”बस अब बहुत हो गया, महिलाओं और लड़कियों के विरूद्ध हिंसा को खत्म करने और इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक डिजिटल अभियान है,. इसे फिल्म और संगीत उद्योग की मशहूर हस्तियों का समर्थन हासिल है. इस अभियान में छह लघु फिल्में शामिल हैं, जिसमें विद्या बलन, सानिया मिर्जा, बरखा दत्त जैसी मशहूर हस्तियों के व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन है. साथ ही इसमें सामान्य महिलाओं, जिन्होंने असाधारण साहस का परिचय दिया है, उनका भी जिक्र है. ये अभियान पूरे भारत के युवाओं तक कॉलेज परिसरों में आयोजित पैनल डिस्कशन, फिल्म निर्माण प्रतियोगिता और नवंबर 2017 में मुंबई में आयोजित ‘ललकार’ नामक सेलिब्रिटी कॉन्सर्ट के माध्यम से पहुंच चुका है.

Posted by: | Posted on: March 9, 2018

बउआ ने एशियन अस्पताल में किडनी रोगियों को किया लोट-पोट

( विनोद वैष्णव )। एशियन अस्पताल में हो रहे विश्व किडनी दिवस और महिला दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर आर.जे रौनक (बउआ 93.5 RED FM) ने अस्पताल में शिरकत की। अस्पताल के डायरेक्टर पद्मश्री डॉ. एन.के पांडे श्रीमति पदमा पांडे, श्री अनुपम पांडे, नेहा पांडे, डॉ. प्रशांत पांडे, डाॅ. पी.एस आहुजा, डाॅ. रितेश शर्मा और डाॅ.बी.के उपध्याय ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर अस्पताल द्वारा अस्पताल में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए फ्री वाई-फाई सुविधा का भी अनावरण किया गया।कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए बउआ ने किडनी रोग से जूझ रहे लोगों और किडनी रोग को मात देकर जिंदगी में आगे बढने वाले लोगों को खुशहाल जीवन जीने का संदेश दिया और उन्हें अपनी लक्ष्य को सफलतापूर्वक हांसिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। किडनी दिवस के अवसर पर एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल ने लोगों को कार्यक्रम के माध्यम से जागरुक किया। रौनक ने किडनी रोगियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एशियन अस्पताल में आकर मुझे बहुत अच्छा लगा। किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, लेकिन इसके खराब होने या  इसमें किसी प्रकार की कमी आ जाने का यह मतलब नहीं होता कि हमारी जिंदगी यहीं खत्म हो गई है। डायलासिस एक माध्यम है जिससे जिंदगी को जिया जा सकता है। आज मै यहां आया हँू आप लोगों के बीच आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। किडनी रोग से जूझ रहे लोग और किडनी रोग को मात देकर जिंदगी में आगे बढने वाले लोग खुशहाल जीवन जी सकते हैं। यहां आकर मुझे कई ऐसे उदाहरण भी जानने को मिले जिनसे मुझे प्रेरणा मिलती है। साथ ही उन्होंने अपनी हास्यस्पद बातों से लोगों का दिल बहलाया।इस मौके पर एशियन अस्पताल के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. रितेश शर्मा और डॉ बी.के उपाध्याय ने लोगों को किडनी रोग से लडने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि सही खानपान और नियमित डॉक्टरी जांच के द्वारा ही किडनी रोग से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि किडनी रोग से डरने की नहीं बल्कि उसे लडने की जरूरत है। मरीज डायलासिस कराते हुए और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद भी एक आम व्यक्ति की तरह जीवन व्यतीत कर सकता है। नेफ्रालोजिस्ट डॉ.बी.के उपाध्याय का कहना है कि किडनी रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इस पर नियंत्रण रखने के लिए मरीजों का फॉलोअप होना जरूरी होता है।इस कार्यक्रम के दौरान किडनी रोग से पीड़ित रोगियों और किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके लोगों ने भी लघु नाटिका, डांस और भंगड़ा आदि के माध्यम से ये बताया कि किस प्रकार खुश रहकर किसी भी प्रकार की बीमारी को मात दी जा सकती है। इस मौके पर किडनी रोगी फरहाना,, वींरांगना, रूपाली, चंद्रकांता, संजय और संजीव आदि ने अपने अनुभव सांझा किए। दो बार किड़नी ट्रांसप्लांट करा चुकी डाॅ. मिनाक्षी ने कहा कि पॉजीटिव एटीट्यूड के साथ ही सफलता हांसिल की जा सकती है। किडनी रोगियों और कार्यशाला के सदस्यों ने गाना गाया और डांस भी किया। कार्यक्रम के दौरान डाॅ. रिषी गुप्ता, डाॅ. सिम्म्ी मनोचा, डाॅ. विकास अग्रवाल, डाॅ. मानव मनचंदा, डाॅ. उमेश कोहली, डाॅ. मृणाल शर्मा, डॉ. जया, डॉ. पंकज आदि अस्पताल के सभी सदस्य मौजूद रहे।
 

 

Posted by: | Posted on: March 9, 2018

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अवलंबन फाउंडेशन ने गरीब महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बांटे

( विनोद वैष्णव )|अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अवलंबन फाउंडेशन ने शहर के स्लम एरिया में रहने वाली गरीब महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन देने के साथ ही उन्हें जागरूक कराया। फाउंडेेशन की सीईओ संगीता ठुकराल ने बताया की शहर के ग्रामीण इलाकों में में सिर्फ 40 प्रतिशत महिलाएं ही सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करती हैं। यानी आधी से अधिक ग्रामीण महिलाएं पीरियड्स के दिनों में सबसे जरूरी सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल ही नहीं करतीं। महिलाएं नैपकिन के विकल्प के तौर पर गंदे कपड़े या अन्य उपायों का इस्तेमाल करती हैं। संगीता ने उन्हें बुनियादी स्वास्थ्य और नैपकिन को डिस्पोज करने के बारे अवगत कराया। संगीता ठुकराल ने बताया कि स्लम एरिया में रहने वाली महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और पीरियड्स के दिनों में सैनिटरी नैपकिन के प्रयोग के बारे में बताने के लिए अवलंबन फाउंडेशन की महिलाये इन दिनों कैंपेन चला रही हैं। एनसीआर क्षेत्र के झुग्गी-झोपडयि़ों वाले इलाकों में जा जाकर वहां की महिलाओं को फ्री में नैपकिन और स्वच्छता से जुड़ी अन्य सामग्री डिस्ट्रीब्यूट कर रही हैं। संगीता जी ने बताया इस कैंपेन के जरिए हम महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन की जगह गंदे कपड़े के इस्तेमाल से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उन्हें बुनियादी स्वास्थ्य और नैपकिन को कैसे डिस्पोज किया जाए इस बारे में भी बता रही हैं। संगीता जी बताती हैं अभी मैंने कुछ दिनों पहले ही एक रिसर्च स्टडी के बारे में पढ़ा जिसमें भारत की महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में कुछ आंकड़े दिए हुए थे। उन्होनें बताया कि अवलंबन फाउंडेशन का यह कारवां बढ़ रहा है। उन्होनें बताया कि दिल्ली में एक सैनिटरी पैड बैंक भी चालू किया गया है जिसमे लोग सैनिटरी पैड भी डोनेट कर सकते हैं। जिससे गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली लड़कियों को फ्री नैपकिन दिया जाएगा। संगीता ठुकराल ने बताया कि स्टडी में यह बात सामने निकलकर आई है कि पीरियड्स के दौरान सैनिटरी नैपकिन न होने से स्कूल जाने वाली 13से 20 साल की लड़कियों को महीने में पांच दिन स्कूल का नुकसान होता है। वहीं 70 प्रतिशत ग्रामीण महिलाओं का कहना था कि वे इसे अफोर्ड ही नहीं कर सकती हैं। स्वच्छता और स्वास्थ्य के मामले में जहां एक तरफ हालत बदतर हैं वहां अवलंबन फाउंडेशन की महिलाओ की सोच और मेहनत इस देश को आगे ले जाने का काम कर रही है।
अवल�बन के फाउंडर मनोज जैन ने बताया की उनकी संस्था को फेसबुक,व्हाट्सप्प के जरिए लोग उन्हें प्रोहत्साहन दे रहे है और पेटीएम से डोनेट कर रहे हैं।

Posted by: | Posted on: March 9, 2018

शिक्षा क्षेत्र के लिए 10.9% की बढ़ोतरी के लिए हरियाणा सरकार को बधाई :-डॉ प्रशांत भल्ला

( विनोद वैष्णव )|डॉ प्रशांत भल्ला ने कहा की  शिक्षा क्षेत्र के लिए 10.9% की बढ़ोतरी के लिए हरियाणा सरकार को बधाई और उनकी सराहना करते हैं। यह एक स्वागत योग्य कदम है जो राज्य के भीतर शिक्षा की प्राथमिकता और जीईआर (GER) के सुधार का मार्ग प्रशस्त करेगा। सालों से रोजगार लाने के लिए शिक्षा क्षेत्र ‘कौशल विकास’ पर जोर दे रहा है। कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के लिए प्रस्तावित 657.94 करोड़ का बजट, जो पिछले वर्ष के संशोधित अनुमानों के मुकाबले 43.43 प्रतिशत ज्यादा है, युवाओं को रोजगार योग्य कौशल बनाने में मदद करेगा। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान पहले से ही हरियाणा सरकार के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास पर काम कर रहा है और राज्य के शिक्षा परिदृश्य में सुधार के लिए सरकार की पहल का समर्थन करना जारी रखेगा।

Posted by: | Posted on: March 9, 2018

महिला दिवस पर सड़क दुर्घटनाओं में घायलों के लिए छात्राओं ने किया रक्तदान

( विनोद वैष्णव )|अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर फरीदाबाद पुलिस, रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद ईस्ट, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फरीदाबाद और दक्ष फाउंडेशन द्वारा महिला कॉलेज सेक्टर-16 फरीदाबाद में रक्तदान शिविर लगाया गया। श्रीमती मोना सिंह (CJM) सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। शिविर का उद्घाटन प्रिंसिपल डॉ0 भगवती राजपूत, CA तरुण गुप्ता, प्रधान रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद ईस्ट, प्रवेश कंसल निदेशक दक्ष फाउंडेशन, इंस्पेक्टर सविता रानी प्रबंधक महिला थाना सेक्टर-16, इंस्पेक्टर इंदुबाला प्रबंधक महिला थाना बल्लभगढ़,  डॉ0 MP सिंह व ट्रैफिक ताऊ ASI वीरेंद्र सिंह, ,एच एल भूटानी, आर एस वर्मा, सुभाष कुमार और महेंद्र मेहतानी  की उपस्थिति में हुआ । शिविर में रक्तदान के लिए 318 छात्राओं ने नामांकन किया। HB और वजन कम होने के कारण केवल 40 छात्राएं ही रक्तदान कर सकी, बाकी सभी छात्राओं को एनीमिया की काउंसलिंग की गई।

Posted by: | Posted on: March 9, 2018

भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को)

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )| भारत सरकार की राष्ट्रीय व्योश्री योजना के अंतर्गत भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के माध्यम से जिला के बीपीएल वर्ग से संबंधित वरिष्ठ नागरिकों को उनकी जरुरत के अनुसार जीवन सहायक उपकरण वितरित करने बारे आयोजित किए जाने वाले दो शिविरों से जुड़ी सभी प्रकार की तैयारियों व प्रबंधो को सुनिश्चित करने के लिए आज उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी ने अपने कार्यालय में संबंधित अधिकारियों व सहयोगी गैर सरकारी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक ली। शिविरों का आयोजन आगामी 26 मार्च को सुबह 10 :00 बजे से 4:00 बजे तक किया जाएगा। एक शिविर का आयोजन ओल्ड फरीदाबाद के नजदीक सेक्टर 19 स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में और दूसरे शिविर का आयोजन सेक्टर 7 – ए स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में किया जाएगा । उपायुक्त श्री द्विवेदी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इन शिविरों का आयोजन में जिला समाज कल्याण अधिकारी की प्रमुख भूमिका रहेगी । अतः वह जिला रेडक्रॉस सोसाइटी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग  तथा संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों के सहयोग से बेहतर ढंग से आयोजन करें। सहयोगी समाज सेवी संस्था अग्रवाल धर्मशाला सोसाइटी , माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने भी अपनी ओर से शिविर आयोजन में किए जाने वाले आवश्यक प्रबंधों बारे उपायुक्त को अवगत कराया। उपायुक्त ने इस संबंध में सभी प्रतिभागियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीलादेवी ,उप सिविल सर्जन डॉ गजराज सिंह ,आईसीडीएस कार्यक्रम अधिकारी कमलेश भाटिया,जिला रैड क्रॉस सोसिएटी के सचिव बी बी कथूरिया, सामाजिक शिक्षा पंचायत अधिकारी नरेश कुमार, अग्रवाल धर्मशाला सोसाइटी के महासचिव के जी अग्रवाल व मीडिया प्रभारी जेपी गुप्ता, माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट के प्रधान प्रमोद माहेश्वरी व सचिव महेश गट्टानी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व सहयोगी समाजसेवी उपस्थित थे।