Friday, April 12th, 2019

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Posted by: | Posted on: April 12, 2019

हरियाणा में जेजेपी और आम आदमी पार्टी का हुआ गठबंधन

नई दिल्ली(विनोद वैष्णव ) | हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप)का गठबंधन हो गया है। जेजेपी हरियाणा में 7 लोकसभा और आप 3 लोकसभा सीटों पर मिल कर चुनाव लड़ेगीे। इसकी औपचारिक घोषणा शुक्रवार को नई दिल्ली के कांस्टीस्टूयशन क्लब में जेजेपी और आप की संयुक्त पत्रकार वार्ता में किया गया। संयुक्त पत्रकार वार्ता में जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डा. केसी बांगड़, हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला, दिल्ली सरकार के मंत्री व आप के हरियाणा मामलों के प्रभारी गोपाल राय, हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद व आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता मौजूद रहे।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने गठबंधन की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस व भाजपा को पराजित करने के लिए दोनों दल साथ आए हैं और प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा का सूपड़ा साफ कर युवा और नई राजनीति की नींव रखेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद के जरीवाल जी मेरे बड़े भाई समान हैं और दोनों मिलकर प्रदेश में राजनैतिक परिवर्तन लाएंगे। नई दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा काम किया और इसे आगे बढ़ाते हुए अब हरियाणा में युवाओं के साथ मिलकर शिक्षा, स्वास्थ्य और युवाओं कोरोजगार देने की दिशा में प्रतिबद्धता से काम करेंगे। युवा सांसद दुष्यंत ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस व भाजपा को हराने के लिए नया गठबंधन पूरी तरह से सक्षम है और भाजपा का एक मात्र व श्रेष्ठ विकल्प है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में जब हम साथ थे तो इनेलो को करीबन 25 प्रतिशत व आप को करीबन 5 प्रतिशत मत मिले थे। अब जेजेपी व आप मिल गए हैं,जो भाजपा को हराने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय तक साथ मिलकर काम करेंगे और चंडीगढ़, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में जेजेपी लोकसभा चुनावों में सहयोग करेगी।
सीटों से बंटवारे के सवाल पर दुष्यंत ने कहा कि इस मुद्दे पर एक कॉडिनेशन कमेटी काम करेगी ओर 72 घंटों से पहले प्रदेश की सभी सीटों पर टिकट का बटवारा कर देगी।
दिल्ली सरकार में मंत्री व हरियाणा के प्रभारी गोपाल राय ने इस अवसर पर कहा कि केवल पांच माह पहले जेजेपी का जन्म हुआ था और जींद उपचुनाव में जेजेपी और आप ने मिलकर साबित कर दिया कि भाजपा को हराने में केवल हमारा गठबंधन ही सक्षम है और कांग्रेस में भाजपा को हराने का दम नहीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिपहसालार व राहुल के करीबी रणदीप सुरजेवाला जींद उपचुनाव में अपनी जमानत भी मुश्किल से बचा पाए थे। इस चुनावों के परिणामों से यह साबित हो गया कि हरियाणा के युवाओं में कुछ और ही चल रहा है, वह हर कीमत पर प्रदेश की राजनीति में बदलाव चाहता है और हरियाणा में बदलाव की राजनीति की अगुवाई दुष्यंत चौटाला कर रहे हैं। सत्ता के दुरूपयोग, झूठे दिखावे, लूट-खसोट की परम्परागत राजनीति, से युवा मुक्ति चाहते हैं और प्रदेश के युवा नई राजनीति की नींव रखने को आतुर हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन की इस मशाल को हाथों में थाम कर प्रदेश के लोग हरियाणा को आगे बढ़ाएंगे।

आम-जन का गठबंधन है ये…दुष्यंत चौटाला
सांसद दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी व आप के गठबंधन को आम-जन का गठबंधन करार दिया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी में पहला शब्द आम है तथा जेजेपी में जन है इसलिए यह आम-जन का गठजोड़ है। उन्होंने कहा कि अब झाडू व चप्पल मिल कर प्रदेश की राजनीति में आई गंदगी और कांटों को दूर करेंगे और शिक्षित, स्वास्थ, सुरक्षित और रोजगार-परक हरियाणा बनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 45 वर्ष से कम आयु के 56 प्रतिशत मतदाता युवा हैं और हरियाणा देश का सबसे युवा प्रदेश है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश में जातिवाद का जहर घोला है, प्रदेश को जलाया है और यह गठबंधन भाजपा का खूंटा पाडऩे के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश से भाजपा का खूंटा पाडऩे में सक्षम नहीं है।

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चैत्र मास में सूर्यदेव की पूजा विवस्वान के नाम से करनी चाहिए : धर्मबीर भड़ाना


फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) |चैत्र मास की छठ पूजा कोचैती छठ के नाम से भी जाना जाता है। भविष्य पुराण में बताया गया है कि कार्तिक मास की और चैत्र मास की छठ (चैत छठ) का विशेष महत्व है। चैत्र मास में नवरात्र के दौरान ही हर सालषष्ठी तिथि को चैत छठ पर्व मनाया जाता है। पुराण में बताया गया है कि चैत्र मास में सूर्यदेव की पूजा विवस्वान के नाम से करनी चाहिए। उक्त वक्तव्य धर्मबीर भड़ाना ने पूर्वी सेवा समिति द्वारा राजा चौक स्थित छठ घाट पर चैत्र मास की छठ पूजा के समापन समारोह के दौरान कहे। उन्होंने छठ पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि इन दिनों पुराणों के अनुसार वैवस्वत मनवंतर चल रहा है। इस मन्वंतर में सूर्यदेव ने देवमाता अदिति के गर्भ से जन्म लिया था और विवस्वान एवं मार्तण्ड कहलाए। इन्हीं की संतान वैवस्वत मनु हुए जिनसे सृष्टि का विकास हुआ है। शनि महाराज, यमराज, यमुना, एवं कर्ण भी इन्हीं की संतान हैं। इससे पूर्व पूर्वी सेवा समिति ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। उन्होंने पूर्वी समाज की आस्था और उनके द्वारा किए जाने वाले आयोजनों को आस्था का प्रतीक बताया और कहा कि पूर्वी समाज हमेशा बढ़-चढक़र धार्मिक आयोजन करता रहा है। फरीदाबाद में पूर्वी समाज एक अलग स्थान रखता है। इस अवसर पर उनके साथ पूर्वी सेवा समिति के प्रधान सुनील कुमार, माधव झा, मिथलेश, गौतम जैसवाल, धर्मराज, अच्छे लाल, डॉ. देव, डॉ. ए के गोस्वामी, संजय कुमार, सुरेन्द्र, नरेश समेत काफी
संख्या में लोग उपस्थित थे।

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वृंदा इंटरनेशनल स्कूल में मनाया गया बैसाखी महोत्सव

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | एस0 जी0 एम0 नगर स्थित वृंदा इंटरनेशनल स्कूल में बैसाखी बड़े हर्ष व उल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना से किया गया।किसान खेतों में प्रत्येक मौसम में कड़ी मेहनत द्वारा अन्न उगता है तथा हम अन्न द्वारा ही हम अपनी तृप्ति कर पाते हैं। कुछ लोग अन्न को झूठा छोड़कर किसान की मेहनत व अन्न का अपमान करते हैं। ‘‘ किसान ही असली हीरो है‘‘ तथ्य को प्रस्तुत करते हुए कक्षा तीसरी के छात्रों ने एक नाटिका द्वारा बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया।कक्षा नौवीं की आरूषि तथा स्नेह बिस्ट ने क्रमशः अंग्रेजी हिंदी मे अपने वक्तव्यों में बैसाखी के पर्व के महध्तव पर प्रकाश डाला। कक्षा आठवीं व नौवीं के छात्रों ने ‘आयी बैसाखी सोनिया‘ पर जोशिला भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत किया।स्कूल की अध्यापिका संदीप कौर ने विद्यार्थियों के साथ ‘‘ कुछ कर दिखाना है‘‘ गतिविधि का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हे संस्कृति, मूल्यों व आत्मविकास के लिए प्रोत्साहित किया गया।कार्यक्रम के अंत में स्कूल की निदेशिका विजयलक्ष्मी ने सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम की सराहना की व बैसाखी की बधाइयाँ दी।

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महावीर बिश्रोई हो सकते हैं समाजवादी पार्टी से फरीदाबाद के उम्मीदवार

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | समाजवादी पार्टी सुप्रीमों हरियाणा में भी लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा शीघ्र कर सकती है। समाजवादी पार्टी यहां अपने दम पर चुनाव लडेगी। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है जबकि हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से गठबंधन कर चुनाव मैदान में है। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की तरफ से पार्टी के नेता महावीर बिश्नोई उम्मीदवार हो सकते है। बिश्रोई पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से लखनऊ में मिलकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। उन्होंने सपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह भाटी को अपनी उम्मीदवारी जताई है और टिकट के लिए आवेदन किया है। उल्लेखनीय है कि बिश्नोई सपा व्यापार प्रकोष्ठ के हरियाणा प्रदेश के अध्यक्ष हैं और जमीनी स्तर पर कई वर्षों से जनता की सेवा कर रहे हैं। वे कई गैर सरकारी संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। उनकी दावेदारी की पुष्टि सपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र भाटी ने भी की है।

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परमपद प्राप्ति हेतु आवश्यक—-आत्मशुद्धि

सतयुग दर्शन ट्रस्ट का वार्षिक रामनवमी यज्ञ महोत्सव, आज भूपानी स्थित सतयुग दर्शन वसुंधरा पर प्रात: ८.०० बजे सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ व रामायण के अखंड पाठ के साथ आरंभ हुआ। आरमिभक विधि के उपरांत सजनों को सत्संग के दौरान ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी ने बड़े ही उत्कृष्ट व सुन्दर ढंग से, उपस्थित सजनों को आत्मशुद्धि करने का आवाहन दिया। इस अवसर पर ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी ने उपस्थित सजनों को कहा कि हमारा वास्तविक स्वरूप विशुद्धता का प्रतीक है। इस स्वरूप का बोध करने हेतु आध्यात्मिक शिक्षा अनिवार्य है। एकमात्र आध्यात्मिक शिक्षा ही आत्मशुद्धि का अति उत्तम साधन है। आत्मशुद्धि से तात्पर्य मन और शरीर इन दोनों की पवित्रता से है। इस आधार पर आत्मशुद्धि दो प्रकार की है – आन्तरिक एवं बाह्र यानि मानसिक शुद्धि एवं शारीरिक शुद्धि। मानसिक शुद्धि को अन्त:करण की शुद्धि भी कह सकते हैं। यद्यपि आध्यात्मिक साधना हेतु अन्दरूनी व बैहरूनी दोनों प्रकार की शुद्धियाँ आवश्यक मानी जाती हैं तथापि शारीरिक पवित्रता से अधिक चित्त-वृत्तियों की पवित्रता तथा वासनादि के क्षय का महत्व है। आन्तरिक शुद्धि से तात्पर्य अपने शारीरिक स्वभावों की सफाई करने से है। इस हेतु जिह्वा को स्वतन्त्र, संकल्प को स्वच्छ व दृष्टि को कंचन रखने से है। बैहरूनी शुद्धि से तात्पर्य अपने शरीर, परिधान (वस्त्र), खुराक, आसपास के वातावरण व व्यवहार यानि रैहनी-बैहनी की स्वच्छता से है। उन्होने कहा कि जहाँ आन्तरिक शुद्धि, मानसिक रूप से हमें स्वस्थ व स्वच्छ रखने के साथ-साथ, हमारे व्यक्तित्व व चरित्र को निखारती है तथा सत्य पथ पर बने रह सज्जन व श्रेष्ठ पुरुष बनने में हमारी सहायक सिद्ध होती है, वहीं बैहरूनी शुद्धि हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ व स्वच्छ बनाने के साथ-साथ हमारे आचरण व व्यवहार को उत्तम बनाकर हमें सब की नजऱों में सुन्दर, स्पष्ट व मधुर बनाती है। अत: पूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए अन्दरूनी व बैहरूनी दोनों ही वृत्तियों की स्वच्छता को अपनाना होगा तभी हम प्रत्येक कार्य करने में दक्ष हो सकते हैं और आत्मविश्वासी व स्वावलंबी बन सकते हैं। सजन जी ने आगे सजनों को समझाया कि आन्तरिक शुद्धि के लिए अपने अंत:करण को स्वच्छ दर्पण सा पारदर्शी बनाना होगा। इसके दर्पण होने की कल्पना तभी साकार होगी, जब उसमें परमात्मा का प्रतिबिमब पूर्ण रूप से दिखाई देने लगेगा। इस हेतु भाव शुद्धि अनिवार्य समझो। भाव शुद्धि हेतु सर्वश्रेष्ठ ब्राहृ भाव को धारण करो तथा आत्मनिरीक्षण व आत्मनियंत्रण प्रक्रिया द्वारा मनोभावों की त्रुटियों/दोषों को दूर करके उन्हें सुधारो व अपने आचार-विचार को स्वच्छ, सुन्दर व सुसंस्कृत बनाओ। इस संदर्भ में याद रखो आत्मिक ज्ञान आत्मशुद्धि का सर्वोत्तम साधन है। अत: आत्मज्ञान रूपी मिट्टी और वैराग्य रूपी जल से मन के मैल को धोवो और इन्द्रिय-निग्रह द्वारा च्मैज् और च्मेराज् के अहंभाव का परित्याग करो। इस तरह अपने मन की पूर्ण निर्मलता हेतु काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार जैसे स्वार्थपर दुर्गुणों का उन्मूलन करो। इस संदर्भ में मत भूलना कि मन का पंच विकारों से मुक्त हो वासना-रहित होना निर्मलता है तथा बुद्धि के धरातल पर अहंकार का विसर्जन निर्मलता है। इसका श्रेष्ठतम रूप है – च्मैं शरीर नहीं हूँ, चैतन्य हूँ। इस आधार पर च्विचार ईश्वर आप नूं मानज् इस सत्य को आत्मसात् कर अपने आप को सदा एक अवस्था में साधे रखो। आशय यह है कि मन को दु:ख-सुख, शोक-हर्ष आदि द्वन्द्वों से रहित, संकल्प रहित अवस्था में बनाए रखो और ए विध् अपने शारीरिक स्वभावों का टेमप्रेचर सम रख निर्विकारी बने रहो। इस हेतु दिल को सदा ईष्र्या, द्वेष और आपस की फूट से अलग रखो। बुरी बातों और ऐसे सजनों के कुसंग से सदा बच कर रहो जिन के अन्दर और बाहर कुछ और हो। इस तरह न बुरा सोचो, न बुरा बोलो व न ही किसी का बुरा करो अपितु अपने अन्दर सद्गुणों एवं सात्विक वृत्तियों का निरन्तर विकास करने हेतु, वैसा ही पढ़ो, वैसा ही सुनो, वैसा ही कहो, वैसा ही सोचो जिससे अन्तरमन कलुषित न हो। ऐसा करने से सद्गुणों की वृद्धि होगी और नैतिक रूप से अपने आपको ऊँचा उठाने में सहायता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि जानो कि ऐसा पुरुषार्थ दिखाना अपने आप में उत्कृष्ट, सुसंस्कृत व स5य समाज के निर्माण जैसी शुभ बात होगी। सजन जी ने सजनों से कहा कि चूंकि आपकी आन्तरिक शुद्धता आपके ह्मदयगत विचारों, आचरण व व्यवहार से परलक्षित होगी, अत: अपने चोले को बेदाग रखने के लिए, मानसिक एवं भौतिक दोनों धरातलों पर, अपने भावों, आचार-विचार व व्यवहार का अध्ययन करते हुए व सचेतन बने रह सदा सात्विकता अपनाओ। इस संदर्भ में यह भी मत भूलना कि आत्मशुद्धि की पराकाष्ठा वहीं मानी जाती है जहाँ मनसा, वाचा, कर्मणा तीनों धरातल पर समभाव अभिव्यक्त होता है यानि ज्ञान, इच्छा, कर्म तीनों उज्जवल भाव से संयुक्त होते हैं। यह पूर्ण चेतनता की अवस्था मानी जाती है। अत: शुद्ध आत्मा की तरह सजग होकर इस चरम सत्य की अनुभूति करने में कामयाब होना व अपना जीवन सफल बनाना।