पलवल (विनोद वैष्णव ) | एमवीएन विश्विद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ने विश्व कुष्ठ दिवस मनाया। इस अवसर पर बीफार्मेसी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी आयुष पांडे और कीर्षिता गर्ग ने कुष्ठ रोग को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया और इसमें छठे सेमेस्टर के विद्यार्थी आदर्श पांडे, खुशहाल ने साथ दिया। उन्होंने बताया की कुष्ठ रोग त्वचा का एक संक्रामक रोग है जोकि म्योबैक्टिरियम लैप्री नाम के जीवाणु के कारण होती है। इसके मुख्य लक्षण त्वचा पर गांठ, घाव, कमजोर मासपेसिया, और उंगलियों के पोरों का सुन्न होना है। उन्होंने बताया की अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो ये नसों, त्वचा, मासपेसियो में स्थाई नुकसान पहुंचा सकता है। अगर स्थिति गंभीर हो जाए तो ये ग्लूकोमा, किडनी की बीमारी और बांझपन तक पैदा कर सकता है। इसलिए इस बीमारी का समय पर इलाज करना जरूरी है।
विश्विद्यालय के प्रबंधक संचालक कांता शर्मा, अध्यक्ष वरुण शर्मा, कुलाधिपति संतोष शर्मा, कुलपति डॉक्टर जे वी देसाई, उपकुलपति डॉक्टर एन पी सिंह, कुलसचिव डॉक्टर राजीव रतन ने इसकी सराहना करते हुए कहा की पढ़ाई के साथ साथ सामाजिक कार्यों का समावेश भी जरूरी है।
विभाग के डीन डॉक्टर तरुण विरमानी ने कहा की मानव सेवा ही माधव सेवा है और उन्होंने बताया की हमारा फार्मेसी विभाग प्रत्यक दिवस को मनाता है जिससे विधार्थियो में व्यवहारिक गुणों का समावेश होता है। इस अवसर पर समस्त अध्यापक, गैर अध्यापक गन विधार्थियो सहित उपस्थित रहे।
