पलवल (विनोद वैष्णव) : एमवीएन विश्विद्यालय में 8 मई 2024 को विश्व थैलेसीमिया दिवस और विश्व रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य में अपना ब्लड बैंक पलवल के सहयोग से एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह रक्तदान शिविर एमवीएन विश्वविद्यालय में ही आयोजित किया जाएगा। इस बारे में विस्तार से बताते हुए एमवीएन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण गर्ग ने बताया कि गर्मियों के मौसम में स्वैच्छिक रक्तदान कम होने के कारण रक्त की कमी हो जाती है। रक्त के बिना किसी मरीज की मृत्यु ना हो इसके लिए विश्वविद्यालय के छात्रों को रक्तदान देने के लिए प्रेरित किया गया है। रक्तदान देने के लिए प्रेरणा देते हुए प्रोफेसर नरेंद्र आहूजा विवेक ने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान मनुष्य के जीवन का सर्वश्रेष्ठ कार्य है।
रक्तदान के लाभ बताते हुए प्रोफेसर विवेक ने कहा कि रक्तदान देने से शरीर में नए रक्त का निर्माण, बोन मैरो का एक्टिवेशन, शरीर में ताजगी, मुफ्त में ही रक्त की जांच, आवश्यकता पड़ने पर रक्तदाता को रक्त देने में वरीयता, जीवन दान का पुनीत कार्य करने पर ईश्वर की न्याय व्यवस्था में अच्छी किस्मत और नियति रक्तदाता को मिलती है। हमें जीते जीते रक्तदान मरणोपरांत नेत्रदान करने का संकल्प लेना चाहिए। आपसी मारपीट में या सड़क दुर्घटनाओं में सड़कों पर रक्त बहने से कहीं अच्छा है कि हम रक्तदान देते हुए दूसरों को जीवन दान देने का कार्य करें। इस अवसर पर डीन अकादमिक डॉक्टर योगेंद्र सिंह ने बताया कि रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए रक्तदान करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर अपना ब्लड बैंक के डायरेक्टर डॉक्टर प्रशांत गुप्ता ने कौन रक्तदान कर सकता है इसके बारे में विस्तार से बताया। डॉ तरुण विरमानी ने बताया कि थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों को निरंतर रक्त की आवश्यकता पड़ती है। इन बच्चों का जीवन बचाने के लिए एमवीएन विश्वविद्यालय ने यह पहल की है।