गुरुग्राम ( विनोद वैष्णव )| 5 जून को दुनियाभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद है दुनियावालों को पर्यावरण के लिए सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना। इस दिन का मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र के द्वारा की गई थी। इस साल भारत ने इस दिवस को मनाने के लिए मेजबानी की जिसमें उसने पर्यावरणीय चुनौतियों को उजागर करने और उनसे निपटने की जिम्मेदारी संभाली। सार्वजनिक क्षेत्रों में पैन-इंडियन प्लास्टिक क्लीन-अप ड्राइव द्वारा, राष्ट्रीय रिजर्व, वनों और समुद्र तट पर साफ-सफाई की गतिविधियों के लिए – भारत ने सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।
मेड इजी़ स्कूल, बंधवारी, गुरूग्राम और इसके समाज सेवी संस्था मेड इजी़ फाॅर यू ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और रुबीट प्लास्टिक पोल्यूशन लक्ष्य में अपनी भागीदारी निभाई। मेड इज़ी स्कूल स्टाफ और छात्रों ने अनुपयोगी कागज़ का पुनः उपयोग करके 10000 से अधिक पेपर बैग बनाए और गुरूग्राम और दिल्ली में सड़क विक्रेताओं को वितरित किये। मेड इज़ी स्कूल प्लास्टिक का उपयोग ना करने के लिए छात्रों को शिक्षित करने मे प्रयासरत रहेगा। विद्यालय में प्लास्टिक बैग के उपयोग से बचने और छात्रों एवं माता-पिता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए अनुपयोगी पेपर का पुनः उपयोग करके स्वयं के पेपर बैग बनाए जाते है।
मेड इज़ी स्कूल ने आस-पास के इलाकों से पूरी तरह से प्लास्टिक को खत्म करने के लिए स्वच्छता अभियान शुरू किया और प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक किया। गाँव के बच्चों के लिए एक वृक्षारोपण गतिविधि आयोजित की गई, जबकि व्यस्कों को अनुपयोगी पेपर और पुराने कपड़ो से बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
मेड इज़ी ग्रूप की एम. डी. ज्योति सिंह नें सक्रिय रूप से भागीदारी निभाते हुए इस अभियान का सफलतापूर्वक संचालन किया और यह भी कहा कि लोगों में इसकी जागरूकता बनाए रखने के लिए समय समय पर जनसाधारण को शिक्षित किया जाता रहेगा और विक्रेताओं को इन बैगों की नियमित रूप से आपूर्ति की जाती रहेगी ताकि प्लास्टिक का उपयोग पूर्ण रूप से बंद हो सके।