दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में ट्रैक्टर को कामर्शियल बनाने का जताया विरोध

हिसार, Vinod Vaishnav। इनेलो संसदीय दल के नेता व हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में केंद्र सरकार द्वारा ट्रैक्टर को कामर्शियल वाहन का दर्जा देने का मामला उठाया। उन्होंने सदन में किसानों की आधुनिक मशीन ट्रैक्टर को कॉमर्शियल, ट्रांसपोर्ट वाहन की श्रेणी और टोल टेक्स के दायरे में लाने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ने सदन में कहा कि सितंबर माह में केंद्र सरकार की ओर से एक गजट नोटिफि केशन निकाला गया जिसमें मोटर एक्ट अधिनियम में एक संशोधन किया गया है। एक्ट 1989 मोटर वाहन एक्ट के तहत ट्रैक्टर को कृषि क्षेत्र में नॉन ट्रांसपोर्र्टेशन व्हीकल का दर्जा दिया गया है। केंद्र सरकार ने अब संशोधित नोटिफिकेशन के तहत ट्रैक्टर को ट्रांसपोर्टेशन व्हीकल का दर्जा दिया जा रहा है। युवा सांसद ने कहा कि वर्तमान मोटर एक्ट प्रावधानों के तहत ट्रैक्टर पर किसी किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता और न ही टोल ट्रैक्स का प्रावधान है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उत्तर भारत में एनसीआर रीजन के तहत हरियाणा का 57 प्रतिशत क्षेत्र, यूपी के 11 जिले और राजस्थान का एक जिला एनसीआर रीजन की परिभाषा में आता है। उन्हेांने कहा कि यदि केंद्र सरकार का प्रस्तावित नोटिफि केशन लागू हो गया तो किसान उपरोक्त क्षेत्रों मे किसान दस वर्ष से अधिक समय तक एक ट्रैक्टर नहीं चला पाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार के इस नोटिफि केशन को पूरी तरह से किसान विरोधी करार दिया और इस नोटिफि केशन को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग की।
यहां बता दें कि इनेलो द्वारा लगातार ट्रैक्टर को कामर्शियल और ट्रांसपोर्टेशन वाहन की श्रेणी में डालने का विरोध करती आ रही है और दो बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिल चुकी और इनेलो संसदीय दल के नेता शीतकालीन सत्र के पहले दिन विरोध स्वरूप संसद भवन में ट्रैक्टर पर जा रहे हैं।

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