किसी भी देश व समाज की उन्नति में श्रमिकों का विशेष स्थान होता है :-नायब सिंह सैनी

Posted by: | Posted on: January 25, 2018

फरीदाबाद विनोद वैष्णव | किसी भी देश व समाज की उन्नति में श्रमिकों का विशेष स्थान होता है ।श्रमिक वह वास्तुकार है जिसके हाथों से तराशे जाने के बाद पत्थर भी एक सुंदर भवन का रूप धारण कर लेते हैं ।यह विचार श्रम एवं रोजगार मंत्री, हरियाणा  नायब सिंह सैनी में आज सेक्टर 47 स्थित क्षेत्रीय श्रम संस्थान ,फरीदाबाद में आयोजित व्यावसायिक स्वास्थ्य एवं हरियाणा सिलोकोसिस पुनर्वास नीति पर जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित श्रमिक वर्ग को संबोधित करते हुए कहे ।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के उपचार हेतु ईएसआई अस्पताल को खोले गए हैं जिनमें ना केवल मुफ़्त इलाज किया जाता है बल्कि उत्कृष्ट उपचार के लिए श्रमिको को बड़े अस्पतालों में भी उपचार हेतु रेफर किया जाता है । सरकार द्वारा श्रमिक वर्ग के लिए अस्पतालों मेडिकल कॉलेजों में मुफ्त इलाज दवाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि सरकारी सुविधा से अधिक से अधिक श्रमिकों को लाभांवित करने के लिए सलेंब में बदलाव किया गया है जिसके अंतर्गत जहां मात्र ₹15000 वेतन भोगियों को यह सुविधा दी जाती थी अब यह सुविधा 21 हजार रुपये वेतन प्राप्त करने वाले को प्राप्त होगी। श्रम विभाग सरकार कि श्रमिकों के घरों को रोशन कर रखने के लिए 4 वर्ष पूर्व पंजीकृत श्रमिकों को निशुल्क सोलर होम लाइटिंग सिस्टम उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। जबकि 80 हजार श्रमिको को सिलाई मशीन वितरित की जा रही हैं ।इतना ही नहीं निर्माण क्षेत्रों में कार्य करने वाले मजदूरों के लिए सरकारी भोजनालय खोले जा रहे हैं। इसके लिए पहले चरण में सोनीपत जिले में सरकारी भोजनालय खोला जा चुका है जबकि फरीदाबाद,यमुना नगर ,हिसार ,गुरुग्राम जिले में 15 फरवरी से ऐसे भोजनालय शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा मजदूरों की सुविधाओं के लिए मोबाइल टॉयलेट की सुविधा भी दी जा रही है ।इस अवसर पर हरियाणा पुनर्वास नीति के संबंध में प्रकाश डालते हुए कहा कि सिलोकोसिस से पीडि़त लोगों को तलाशने के लिए सरकार श्रम विभाग द्वारा विभिन्न स्टोन क्रेशर ,थर्मल पावर प्लांट, सीमेंट प्लांट ,वाटर ग्रेडिंग यूनिट में सर्वेक्षण करवाया गया है।एसे स्थानों पर 101 श्रमिकों में इस बीमारियों के लक्षण पाए गए। ऐसे श्रमिकों की चिकित्सा पुनर्वास तथा अन्य सुविधाओं के प्रति सरकार चिंतित है ओर इसी क्रम में आयोजित जागरुकता इस कार्यक्रम में 47 वर्कर्स के पुनर्वास के लिए ₹5 लाख प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल 2. 35 करोड रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है इसमें से पहले 54 श्रमिकों को 2.76 करोड़ रुपए के अनुदान राशि भुगतान राशि दी गई हैै । इस अवसर पर इस विषय के जानकारों ने बताया कि यह बीमारी अत्यंत गंभीर बीमारी है जो कि व्यवसाय जनित बीमारी के रूप में जानी जाती है। जोकि सिलका युक्त धूल में सांस लेने से होती है। ऐसी संभावना स्टोन क्रेशर, कोयला खदानों, विद्युत संयंत्रों व निर्माणाधीन स्थलों में कार्य कर रहे लोगों में अधिक पाई जाती है। इस अवसर पर विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिक वर्ग सहित अन्य हर वर्ग के कल्याण हेतु गंभीरता से प्रयासरत है और संबंधित वर्ग को चाहिए कि वह अपने से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को प्राप्त कर समय रहते अपने से जुड़ी योजनाओं का भरपूर लाभ लें। इस अवसर पर वरिष्ठ उप महापौर देवेंद्र चौधरी,उप-श्रमायुक्त अजय पाल डूडी, डॉ रीगल चौधरी उपनिदेशक औद्योगिक स्वास्थ्य, रमेश बलहारा ,चेयरमैन वेलफेयर बोर्ड हरियाणा, हरि प्रकाश शर्मा वाइस चेयरमैन वैलरफेयर बोर्ड, नरेश कुमार नारवाल अतिरिक्त श्रम आयुक्त, गुरुग्राम डॉ बृजमोहन आर एल आई,डॉ सुधांशु आर एल आई,सुरेन्द्र सुहाग उप निदेशक ओधौगिक स्वास्थ्य, अनुराग गहलोत,ईडी के सैनी, उप निदेशक, दिनेश कुमार सैनी उपश्रम आयुक्त, डॉ अनिल, डॉक्टर अंजलि सचदेवा, डॉक्टर शीला भगत,डा. शशि बाला सहित अन्य संबंधित गणमान्य व्यक्ति विशेष तौर पर उपस्थित थे





Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *