फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) | विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार द्वारा पोषित और समर्थित न्यूजनइनोवेशन एंड एंटरप्रेनरशिप डेवलपमेंट सेंटर (NewGen IEDC) के सलाहकार बोर्ड की एक बैठक मानव रचनाइंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज MRIIRS में आयोजित की गई थी। NewGen IEDC छात्रों की स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने और व्यावसायीकरण चरण में अपने नवाचारों को आगे बढ़ानेके लिए MRIIRS में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एक पहल है। यह प्रारंभिक वित्त पोषण सहायता प्रदान करकेप्रोटोटाइप के विचार की यात्रा में तेजी लाने पर काम करता है। मानव रचना कैंपस में छात्र / छात्राओं की टीमों कोडीएसटी अनुदान से 2.5 लाख (प्रति स्टार्ट उप) तक की सहायता प्रदान करता है। डॉ एन सी वाधवा, कुलपति , MRIIRS और सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष ने सदस्यों का स्वागत किया औरविश्वविद्यालय में नवाचार और स्टार्ट-अप की पर्यावरण प्रणाली बनाने में उनके समर्थन के लिए डीएसटी औरईडीआईआई के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। बोर्ड का प्रतिनिधित्व श्री नवदीप चावला, अध्यक्ष, फरीदाबाद इंडस्ट्रीजएसोसिएशन (उद्योग से) और श्री सुबोध कौशिक, पूर्व महा प्रबंधक और सलाहकार – पंजाब नेशनल बैंक के द्वाराकिया जाता है। इस अवसर पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डॉ अमितभल्ला, एवं प्रबंध संचालक मानव रचना शैक्षणिक संस्थान तथा कुलपति मानव रचना विश्वविद्यालय डॉ संजयश्रीवास्तव भी उपस्थित थे। डॉ नवीन वशिष्ट , डीएसटी उम्मीदवार और प्रोफेसर एस बी सरीन, EDII अहमदाबाद नामांकित के द्वारा मानवरचना में 12 प्रौद्योगिकी संचालित स्टार्ट-अप की समीक्षा और सराहना की गई| बैठक के दौरान अगले वर्ष की कार्ययोजना का भी विश्लेषण किया गया था। बोर्ड ने स्थानीय उद्योग की समस्याओं और मानव रचना द्वारा अपनाए गएपांच गांवों के समाधान के लिए छात्रों को प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया। बोर्ड के सचिव, NewGen IEDC के मुख्य समन्वयक डॉ मोनिका गोयल ने बताया कि डॉ प्रदीप वार्षणे, डॉ बिन्दुअग्रवाल, डॉ अमित सेठ और श्री करण नरूला द्वारा शामिल NewGen IEDC की टीम छात्रों के व्यापारिक विचारको आकार देने पर अथक काम कर रही है।। उन्होंने आगे कहा: “हम शैक्षणिक वातावरण के भीतर युवा दिमागऔर उनकी नवीन क्षमता का उपयोग करने के लिए सरकार की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं”। यह एक विचारणीय विषय है की विगत वर्ष में मानव रचना NewGen…