Friday, March 16th, 2018
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हिमालय फ़ूड इंटरनेश्नल लिमिटेड ने पेश किए भारत में अपने खास फ़ूड ब्रांड बर्गर्स ‘एन’ फ्राइज़: इट्स नॉट जंक फ़ूड
नई दिल्ली,(विनोद वैष्णव): भारत की सबसे अग्रणी खाद्य प्रसंस्करण, विनिर्माण और निर्यातक कंपनी हिमालय फूड इंटरनेशनल लिमिटेड ने भारतीय बाजार में अपने ख़ास तरह के सेहतमंद फास्ट फ़ूड ब्रांड ‘बर्गर्स’ एन फ्राईज – इट्स नॉट जंक फ़ूड पेश किए! अपनी लॉन्च के साथ ही हिमालया फ़ूड ने भारतीय ग्राहकों के लिए पौष्टिक, शुद्ध और चिकित्सीय गुणों से भरे प्राकृतिक और ग्लूटेन मुक्त शाकाहारी उत्पादों के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
40 वर्षों की एक समृद्ध विरासत के साथ हिमालय फूड इंटरनेशनल लिमिटेड, भारत के सबसे बड़े मशरूम उत्पादक के रूप में विकसित हुई है और इसने अमेरिकी बाजारों में भी अपनी पहचान का रूतबा कायम किया है। एक सेहतमंद बर्गर और फ्राइज़ के रूप में विकसित यह ब्रांड स्वाद से समझौता किए बिना फास्ट फूड के स्वस्थ संस्करण को खुशी और गर्व के साथ पेश करता है। हमारा लक्ष्य है अपने ग्राहकों के सामने सेहतमंद खाद्य उत्पाद लाना जिससे वे अपनी सेहत के बारे में और जागरूक हो सकें. इस उत्पादों को हाल ही में दिल्ली-एनसीआर कम्पनी के ही एक रिटेल आउटलेट में पेश किया गया है.
इस लॉन्च पर बात करते हुए हिमालय फूड इंटरनेशनल लिमिटेड के संस्थापक-सीएमडी मन मोहन मलिक ने कहा, “हिमालय पहले से ही वैश्विक स्तर पर चुनिन्दा बी 2 बी ग्राहकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए सेहतमंद उत्पाद पेश कर रहा है। भारत में भी लोगों के बीच सेहत को लेकर आई जागरूकता को के कारण खानपान की बदलती आदतों को देखकर हमें यह लगता है कि इन उत्पादों को ‘बर्गर्स’ एन फ्राईज बैनर के अंतर्गत बनाना चाहिए और बाज़ार में बेचना चाहिए। हम ब्रांड की पहचान “इट्स नॉट जंक फ़ूड ” के रूप में और एक लोकप्रिय फास्ट फूड के लिए एक स्वस्थ विकल्प के रूप में बनाना चाहते हैं, इसी के साथ हम एक अखिल भारतीय फ्रैंचाइज श्रृंखला का निर्माण कर रहे हैं जो सीधे बीटूसी के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंच सकती है।
मलिक कहते हैं कि “हम अगले साल तक ‘बर्गर्स’ एन फ्राईज ‘ फ्रैंचाइज मॉडल के अंतर्गत 500 आउटलेट खोलने की योजना बना रहे हैं,”
एक सामाजिक रूप से जागरूक उद्यमी होने के नाते, हिमालय फूड पहले से ही देश के स्वस्थ फ्रोज़न खाद्य उद्योग में अग्रणी है और यह भारत में और विश्व स्तर दोनों पर बी 2 सी उपभोक्ताओं के लिए एक प्रमुख ब्रांड और फ़ूड जायंट बन गया है। ‘बर्गर्स’ एन फ्राईज के अंतर्गत विकसित इसके नए-लॉन्च किए गए फ्रेंचाइज विकल्पों में पूरी तरह से प्राकृतिक, प्रिज़र्वेटिव मुक्त और पशुवसा मुक्त हिमालय प्रोडक्ट्स के सेहतमंद उत्पाद सम्मिलित हैं, जिनमें ऐपेटाइज़र, वेगीज़, मशरूम और कॉटेज पनीर बर्गर शामिल हैं, साथ ही सेंधा नमक, मसाला और लहसुन काली मिर्च फ्राईज़ ख़ास तौर पर स्वस्थ, थेरेपेटिक, जलन न पैदा करने वाले शीतल पेय भी हैं।
एपएआई ने मनाया अपना 26वां वार्षिकपुरस्कार वितरण समारोह
दिल्ली (विनोद वैष्णव) | द एयर पैसेंजर एसोसिएशन आॅफ इंडिया ने राष्ट्रीय राजधानी के अशोक रोड पर स्थित होटल शांग्री-ला में अपना 26वां वार्षिकएपएआई पुरस्कार-2018 मनाया समारोह में प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति ने पूरे आयोजन को न केवल भव्य बनाया, बल्किलोगों को मंत्रमुग्ध भी किया। पुरस्कार वितरण की जिम्मेदारी नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)के.जे. अल्फोंस एवं उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री सी.आर. चैधरी ने निभाईइस मौके पर पुरस्कार वितरण के अलावा विमानन के भविष्य और डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक पैनल चर्चा भीहुई, जिसमें सम्माननीय मंत्रियों ने भी भागीदारी दिखाई। इस पैनल चर्चा में लोकसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. एम. थंबिदुरई,लोकसभा सांसद डॉ. पी वेणुगोपाल, संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष (ग्रामीण विकास) एवं एआईएडी पार्टी के सांसद एमके,संसदीय दल के सभापति जे.सी. दिवाकर रेड्डी, खाद्य, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के किरीट सोलंकी,सांसद एवं संसदीय समिति में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के कल्याण संबंधी मामलों के अध्यक्ष करीया मुंडाआदि शामिल रहे।
इस अवसर पर जेट एयरवेज को बेस्ट फुल सर्विस एयरलाइन (घरेलू), इंडिगो को बेस्ट लो फेयर एयरलाइन (घरेलू), एयर इंडियाको बेस्ट फुल सर्विस (इंटरनेशनल एयरलाइन), इंडिगो को बेस्ट इंटरनेशनल लो कॉस्ट/बजट एयरलाइंस (भारत में आउटलेट),सीएसआईए मुंबई और कई अन्य को सर्वश्रेष्ठ मेट्रो एयरपोर्ट पुरस्कार दिया गया।
उल्लेखनीय है कि 1990 में स्थापित एपीएआई (द एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया) एक स्वायत्त संगठन है, जो हवाईयात्रियों के हितों का प्रतिनिधित्व करती है। यह भारत का एकमात्र राष्ट्रीय, गैर-लाभकारी संगठन है, जो हवाई यात्रियों के अधिकारोंऔर अधिकारों पर केंद्रित है। सीधे शब्दों में कहें, एपीएआई हवाई यात्रियों के अधिकारों और हितों के बारे में जागरूकता पैदाकरता है और उनसे संबंधित शिकायतों को हल करने का प्रयास करता है। साथ ही एपीएआई भारत में एक पारदर्शी, जवाबदेहऔर कुशल हवाई यात्रा प्रणाली बनाने में भी मदद कर रही है, ताकि प्रगति और विकास का मार्ग सुगम हो सके।
बॉडी बिल्डिंग में विनय कुमार बने मिस्टर इंडिया, लोगों ने दी बधाईयां
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ राकेश गुप्ता हरियाणा में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के संदर्भ में नई दिल्ली में संवाददाताओं से करते हुए
दिल्ली (विनोद वैष्णव) |हरियाणा में जिलास्तर पर नियुक्त किए गए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणामस्वरूप विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता में सुधार व कार्यान्वयन को गति मिली है।सेवाओं व कार्यक्रमों के बेहतर कार्यान्वयन के लिए नई कार्यशैली विकसित हुई है।हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ राकेश गुप्ता हरियाणा में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के संदर्भ में नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। डाॅ गुप्ता ने बताया कि जनवरी,2016 मेंहरियाणा में प्रारंभ किए गए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणाम स्वरूप विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता में सुधार हुआ है। कार्यान्वयन को भी नई गति मिली है। नई कार्यशैली भी विकसित हुई है।विभिन्न नागरिक सेवाओं की सही रूप में उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा जिला स्तर पर प्रशासन के साथ बेहतर समन्वयन के साथ कार्य किया जा है।नागरिक सेवाओं की दुरूस्तता के लिए सुशासन सहयोगियों द्वारा प्रशासन को दिए जा रहे विभिन्न प्रकार के सुझावों के परिणामस्वरूप सुशासन का अनुभव भी हुआ है। सुशासन के परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार की जनसमस्याओं का भी निवारण हुआ है। डाॅ गुप्ता ने बताया कि कार्यान्वयन को गति देने में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा उपायुक्तों, विभागों के निदेशकों व प्रशासकीय सचिवों को बेहतर रूप से स्पोर्ट करने में व्यवहारिक भूमिका अदा की है। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणामस्वरूप धरातलीय स्तर की विभिन्न वस्तुस्थितियों के बारे में सही फीडबैक भी प्राप्त होता है।विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा सहयोगात्मक रूप से कार्य किया किया जा रहा है।डाॅ राकेश गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के अंतर्गत एक वर्ष की समयावधि के लिए 21 से 25 एसोसिएट्स की नियुक्तियां की जाती है। सभी मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों को बेहतर रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। कार्यों को जिला स्तर व राज्य स्तर पर वर्गीकृत किया जाता है। सभी मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों दारा उनके संबंधित जिलों में प्रशासन को स्पोर्ट करने के अतिरिक्त अन्य परियोजनाओं पर भी कार्य किया जाता है।विवरणानुसार मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के अंतर्गत सरकार द्वारा नागरिकों को प्रदत्त की जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं-सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों व परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन में विभिन्न प्रशासकीय स्तरों पर सहयोगी व परामर्शदाता के रूप में कार्य करना प्रमुख रूप से शामिल है। इनमें मुख्य रूप से भूराजस्व सुधार,स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ,पुलिस बल की परिचालन दक्षता के लिए टूल विकसित करना,शिक्षा क्षेत्र में सीखने व साक्षरता कार्यक्रम कार्यान्वित करना, शिकायत निवारण प्रणाली
विशेषकर सी एम विंडो के माध्यम से आने वाली शिकायतों का निवारण व समाधान शामिल है।
संवाददाताओं से बातचीत करने के दौरान विभिन्न मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा अपने अनुभवों को सांझा किया गया। इस अवसर पर अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापक श्री विनीत गुप्ता ने भी संवाददाताओं से बातचीत की।
एम वी एन विश्विद्यालय के फार्मेसी संकाय ने निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया
(विनोद वैष्णव) पलवल | एम वी एन विश्विद्यालय के फार्मेसी संकाय ने एशियन क्लिनिक फरीदाबाद पलवल के तत्वाधान में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों जैसे मितरोल, औरंगाबाद, गोपालगढ़, श्रीनगर औऱ गुधराणा इत्यादि गाँव से लोगों ने आकर निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाया। इस अवसर पर एशियन क्लीनिक के वरिष्ठ डॉक्टर डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव( हड्डी रोग विशेषज्ञ ) डॉ. गीतिका वर्दी ( हृदय रोग विशेषज्ञ) डॉ अमित कुमार सिंह (फिजियोथेरेपिस्ट) ने सभी लाभार्थियों का निशुल्क परीक्षण व परामर्श प्रदान किया। इस अवसर पर सभी लोगों का ईसीजी, रक्तचाप औऱ शुगर नामक जांच किए गए और उन्हें उचित परामर्श भी दिया गया। सभी लोगों को खान पान, रहन सहन के बारे में जागरुक किया और कहा कि हमें नाश्ते में संपूर्ण आहार का 50 प्रतिशत सुबह नाश्ते में ले लेना चाहिए 30प्रतिशत दोपहर के खाने में और बचा हुआ 20 प्रतिशत रात के खाने में ले लेना चाहिए। मुख्यतः रात का खाना 7:00 से 8:00 के बीच में या सोने से 2 घंटे पहले हमें ले लेना चाहिए । एक संपूर्ण स्वस्थ शरीर व मन के लिए पैदल चलना और शरीर में जल को संतुलित रखना अति आवश्यक होता है और आजकल की दिनचर्या में व्यक्ति ना तो शारीरिक परिश्रम करता है और ना ही जल की उचित मात्रा का सेवन करता है जिस कारण हमें कई बीमारियां हो जाती है इस अवसर पर एम वी एन विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. जे. वी. देसाई ने कहा कि स्वस्थ तन मन के लिए हमें अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करना अति आवश्यक है हमें अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करना ही पड़ेगा नहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ी को कई समस्याओं का सामना करना होगा।इस अवसर पर फार्मेसी संकाय की डीन डॉ. ज्योति गुप्ता विभागाध्यक्ष तरुण विरमानी सहित सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ डॉक्टरों व शिविर में आए सभी व्यक्तियों की सेवा में तत्पर खड़ा रहा। अंत में एम वी एन विश्विद्यालय के रजिस्ट्रार महोदय डॉ. राजीव रतन जी ने सभी का धन्यवाद प्रस्तुत किया और कहा कि विश्विद्यालय आगे भी ग्रामीणों के हितों के लिए इसी प्रकार कार्य करती रहेगी और इस अवसर पर स्वास्थ्य शिविर में 168 लोगों ने स्वास्थ्य जांच का लाभ उठाया।