मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ  राकेश गुप्ता  हरियाणा में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के संदर्भ में नई दिल्ली में संवाददाताओं से करते हुए

Posted by: | Posted on: March 16, 2018

दिल्ली (विनोद वैष्णव)  |हरियाणा में जिलास्तर पर नियुक्त किए गए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणामस्वरूप विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता में सुधार व कार्यान्वयन को गति मिली है।सेवाओं व कार्यक्रमों के बेहतर कार्यान्वयन के लिए नई कार्यशैली विकसित हुई है।हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव डाॅ  राकेश गुप्ता  हरियाणा में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के संदर्भ में नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। डाॅ गुप्ता ने बताया कि जनवरी,2016 मेंहरियाणा में प्रारंभ किए गए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणाम स्वरूप विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता में सुधार हुआ है। कार्यान्वयन को भी नई गति मिली है। नई कार्यशैली भी विकसित हुई है।विभिन्न नागरिक सेवाओं की  सही रूप में उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा जिला स्तर पर  प्रशासन के साथ बेहतर  समन्वयन के साथ कार्य किया जा है।नागरिक सेवाओं की दुरूस्तता के लिए सुशासन सहयोगियों द्वारा  प्रशासन को दिए जा रहे विभिन्न प्रकार के सुझावों के परिणामस्वरूप  सुशासन का अनुभव भी हुआ है। सुशासन के परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार की जनसमस्याओं  का भी निवारण हुआ है। डाॅ गुप्ता ने बताया कि कार्यान्वयन को गति देने में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा उपायुक्तों, विभागों के निदेशकों व प्रशासकीय सचिवों को बेहतर रूप से स्पोर्ट करने में व्यवहारिक भूमिका अदा की है। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परिणामस्वरूप धरातलीय स्तर की विभिन्न वस्तुस्थितियों के बारे में  सही फीडबैक भी प्राप्त होता है।विभिन्न नागरिक सेवाओं की उपलब्धता की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा सहयोगात्मक रूप से कार्य किया किया जा रहा है।डाॅ राकेश गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के अंतर्गत एक वर्ष की समयावधि के लिए 21 से 25 एसोसिएट्स की नियुक्तियां की जाती है। सभी मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों को बेहतर रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। कार्यों को जिला स्तर व राज्य स्तर पर वर्गीकृत किया जाता है। सभी मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों दारा उनके संबंधित जिलों में प्रशासन को स्पोर्ट करने के अतिरिक्त अन्य परियोजनाओं पर भी कार्य किया जाता है।विवरणानुसार मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के अंतर्गत सरकार द्वारा नागरिकों को प्रदत्त की जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं-सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों व परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन में विभिन्न  प्रशासकीय स्तरों पर सहयोगी व परामर्शदाता के रूप में कार्य करना प्रमुख रूप से शामिल है। इनमें मुख्य रूप से भूराजस्व सुधार,स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ,पुलिस बल की परिचालन दक्षता के लिए टूल विकसित करना,शिक्षा क्षेत्र में सीखने व साक्षरता कार्यक्रम कार्यान्वित करना, शिकायत निवारण प्रणाली
विशेषकर सी एम विंडो के माध्यम से आने वाली शिकायतों का निवारण व समाधान शामिल है।
संवाददाताओं से बातचीत करने के दौरान विभिन्न मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों द्वारा अपने अनुभवों को सांझा किया गया। इस अवसर पर अशोका यूनिवर्सिटी के संस्थापक श्री विनीत  गुप्ता ने भी संवाददाताओं से बातचीत की।





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