Thursday, August 1st, 2019

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Posted by: | Posted on: August 1, 2019

एमवीएन विश्वविद्यालय ने छात्रों के चहुँमुखी विकास हेतु रूबिकोंन स्किल डेवलपमेंट (बार्कले बैंक) के साथ अनुबंध किया

पलवल (विनोद वैष्णव )। एम वी एन विश्वविद्यालय के ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र-छात्राओं के सपनों को नया आयाम देने के लिए एमवीएन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए रूबिकोंन स्किल डेवलपमेंट (बार्कले बैंक) के सीएसआर प्रोजेक्ट कनेक्ट विद वर्क के अंतर्गत विश्वविद्यालय के साथ अनुबंध किया है।एमवीएन विश्वविद्यालय अपने छात्र छात्राओं को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से रूबरू कराने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी परिपेक्ष में रुबीकॉन (बार्कले बैंक) के कनेक्ट विद वर्क प्रोग्राम के लिए विश्वविद्यालय के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। इसके बाद यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्र छात्राओं को 24 घंटे की सॉफ्ट स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमें से पब्लिक स्पीकिंग, ईमेल एटिकेट्स, ग्रुप डिस्कशन एंड पर्सनल इंटरव्यू कुछ प्रमुख विषय है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.वी देसाई का कहना है कि आज के इस बदलते कंपटीशन के दौर में हर कोई कैरियर की रेस में आगे बढ़ना चाहता है। इसके लिए कई बार काफी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है। मेहनत के साथ-साथ करियर में आगे बढ़ने के लिए सॉफ्ट स्किल का होना बहुत जरूरी है क्योंकि आजकल हर कंपनी मल्टी टैलेंटेड छात्रा/छात्राओं को ज्यादा महत्व देती है। ऐसे में विद्यार्थी को सॉफ्ट स्किल को भी विकसित करना होता है, जैसे कि कम्युनिकेशन और टेक्निकल स्किल इस दिशा में सीआरसी मुख्य प्रबंधक गौरव सैनी के नेतृत्व में छात्रों को चौमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ राजीव रतन ने कहा आपकी निजी जिंदगी हो या सामाजिक जिंदगी या आपका कैरियर कहीं भी सॉफ्ट स्किल आपके हाथ में एक ऐसी कुंजी है जिससे आप सफलता का ताला खोल सकते हैं। सॉफ्ट स्किल एक ऐसी कला है जो अगर जन्मजात है तो उसको बढ़ाया जा सकता है और निखारा जा सकता है और यदि नहीं है तो इसे सीखा भी जा सकता है।गौरव सैनी, मुख्य प्रबंधक, सीआरसी ने बताया कि सॉफ्ट स्किल के द्वारा छात्र-छात्राएं अपने जीवन में बहुत ऊंचाइयों तक जा सकते हैं, चाहे छात्र-छात्राएं नौकरी करें या बिजनेस करें। किसी भी फील्ड में जाएं केवल डिग्री के द्वारा ऊंचाइयों तक नहीं पहुंचा जा सकता, वह जहां पहुंचना चाहते हैं इसके लिए सॉफ्ट स्किल का होना जरूरी है।

Posted by: | Posted on: August 1, 2019

सभी क्षेत्रों में बिना भेदभाव पानी की आपूर्ति करे निगम – डिप्टी मेयर

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव )।निगम वार्डों में पानी की असमान आपूर्ति की समस्या को दूर करने के लिए डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन बिना किसी दबाव के सभी वार्डों में पानी की समान आपूर्ति करे। इसके लिए एक स्वतंत्र ब्रांच बनाने का भी सुझाव गर्ग ने दिया है।डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने बताया कि कई दिनों से वार्डों में असमान पानी आपूर्ति की शिकायतें उनके ऑफिस को मिल रही थीं। इनमें कई पार्षदों का भी कहना था कि पानी उनके वार्ड से निकाला जाता है और आपूर्ति दूसरे वार्ड को कर दिया जाता है। इसी प्रकार जेएनएनयूआरम के पानी के भी असमान आपूर्ति की शिकायतें मिल रही थीं। श्री गर्ग ने बताया कि उन्हें पता चला कि इस असमान पानी आपूर्ति में जनप्रतिनिधियों का ही अधिकारियों पर दबाव होता है। जिससे वह ऐसा करने के लिए मजबूर होते हैं। गर्ग ने बताया कि इस असमान पानी आपूर्ति के कारण जनता को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए उन्होंने निगम आयुक्त अनीता यादव को सभी वार्डों में समान पानी आपूर्ति के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने आयुक्त को सुझाव भी दिया है कि जनप्रतिनिधियों के दबाव से बचने के लिए एक स्वतंत्र ब्रांच अथवा कमेटी भी बनाई जानी चाहिए जो समान पानी आपूर्ति निश्चित कर सके।

Posted by: | Posted on: August 1, 2019

नेहरू कालेज में मनाया गया जल शक्ति अभियान

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | राजकीय महाविद्यालय फ़रीदाबाद में प्राचार्या डा0 प्रीता कौशिक के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई | कार्यक्रम का आगाज करते हुए प्रभारी प्राचार्य डा0 राम लाल ने जल संरक्षण पर जोर देते हुए विद्यार्थियों को जल संवर्धन हेतु प्रेरित किया | कार्यक्रम के संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना तथा यूथ रैड क्रास अधिकारी डा0 राकेश पाठक ने जल शक्ति पर अपने विचार रखते हुए पानी की बूंद बूंद बचाने तथा उसे व्यर्थ न करने की शपथ दिलाई | डा0 नीर कंवल तथा डा0 प्रतिभा चौहान ने जल को सुरक्षित रखने के उपाय तथा अधिक से अधिक पौधे लगाने हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित किया | कार्यक्रम के दौरान जल शक्ति पर भाषण, पोस्टर मेकिंग तथा स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिनमें अनेक विद्यार्थियों ने भाग लेकर जल संरक्षण पर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया | कार्यक्रम के अन्त में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने स्लोगन, पोस्टर तथा नारों जैसे “जल बचाओ जीवन बचाओ” के द्वारा लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करने का प्रयास किया | कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना, यूथ रैड क्रास तथा एन.सी.सी. के छात्रों ने विशेष योगदान दिया | इस अवसर पर डा0 ओ0 पी0 रावत, डा0 पूजा गौड, डा0 प्रवीन कुमार, डा0 वीना, डा0 दुर्गेश तथा विद्यार्थियोम में हिमांशु,, संजय, विमलेश, जयवीर, पूजा मेहरा, जय कौशिक, नेहा, कुल्दीप, रमन, प्रवेश कुमार सहित अनेक विद्यार्थी मौजूद रहे | मंच संचालन यूथ रैड क्रास इन्चार्ज डा0 राकेश पाठक द्वारा किया गया |

Posted by: | Posted on: August 1, 2019

सावन के महीने में घेवर नहीं खाया तो क्या खाया – रूप सिंह (संचालक )

फरीदाबाद( विनोद वैष्णव ) :सावन के महीने में सावन की प्रसिद्ध मिठाई घेवर की सोंधी -सोंधी महक हलवाईयों की दुकानों की तरफ खींच ही ले जाती है। सावन का महीना आते ही बाजारों की रौनक बढ़ने लगी है। घेवर व अन्य पकवानों की दुकानें सज गई हैं। सावन का पर्व शुरू होते ही लोग भी घेवर व अन्य मिष्ठान खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके चलते ही लोग इस माह में ज्यादातर घेवर की मिठाईयों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और इनका स्वाद चख कर आनंद लेने से पीछे नहीं हैं। सावन का महीना शुरू होते ही एक ओर जहां लोगों को गर्मी व लु से निजात मिलती है वहीं घेवर का भी स्वाद लेते हैं। तीज का पर्व होने के कारण यह महीना विशेष महत्व रखता है। तीज पर लोग अपने सगे संबधियों व् लडकियों को संधार में घेवर भेज कर उनकी खुशियों में शामिल होते हैं। वहीं बहने भी अपने भाईयों को तीज देने पर उनकी दीर्घायु की मंगलकामनाएं करते हैं। वहीं बाजारों में भी तीज की रौनक लौट आती है। बाजार फिरनी व घेवर की दुकानों से सज जाते हैं। लोग सहज ही इन दुकानो की तरफ आकर्षित हो जाते हैं ।

रूप सिंह (संचालक )बीकानेर मिस्ठान भंडार ,ओल्ड फरीदाबाद ने बताया कि क्यों सावन में घेवर बनता है

सावन का मौसम सबसे बरसाती का मौसम होता है जिसके कारण मौसम में नमी होती है इसलिए घेवर भी बहुत नमी वाला बनता है। बस सावन में ही घेवर बनता है अगर और मौसम में घेवर बनाया गया तो घेवर ज्यादा हार्ड बनेगा और वो खाया नहीं जाएगा टेस्ट भी नहीं आएगा ।

घेवर के प्रकार
प्लेन घेवर ,दूध वाला घेवर ,खोया वाला घेवर ,मलाई रबड़ी वाला घेवर,केसर वाला घेवर।

घेवर की सावन में विक्री
5, 6 कॉन्टल की बिक्री।

घेवर में कोई मिलावट नहीं होती न ही कोई पहचान
बीकानेर स्वीट्स के संचालक रूप सिंह (संचालक )का कहना है कि घेवर में कोई मिलावटी नहीं होती है न ही कोई पहचान क्योकि घेवर अलग अलग तरह का होता है और उसमे मिलावटी की जरूरत नहीं होती और घेवर में दूध ,मेदा ,घी, चीनी ये इस्तेमाल की जाती है तो सभी के रेट एक जैसे होते है.

घेवर खराब होने का समय
हलवाई का कहना है कि खोया वाला घेवर 2 दिन बाद खराब हो जाता है वो खट्टा पड़ जाता है लेकिन प्लेन घेवर 7,8 दिन में खराब हो सकता है।

त्योहारों पर घेवर की डिमांड ज्यादा होने पर
रूप सिंह (संचालक )बीकानेर मिस्ठान भंडार का कहना है कि सभी हलवाई एक महीने पहले ही फीका घेवर बन बाना शुरू कर देते है ताकि डिमांड ज्यादा होने पर किसी तरह की परेशानी न आये। और जो छोटी-छोटी दुकाने है वो हम जैसे बड़ी दुकानों से खरीद लेते है।

घेवर का रेट
खोया घेवर – 480
प्लेन दूध –440
प्लेन – 160
कैंसर – 580
मिलाई – 320
शुद्ध घी – 700
घेवर का नाम घेवर क्यों है

मुनि राज महाराज का कहना है कि पहले 3,4 दिन मेदा रखी होती थी। और उसमे पॉजिटिव वाले कीड़े पड़ जाते थे घर में कुछ मीठा न होने पर लोग उस मेदा और घी व् चासनी का घोल बनाते थे उस घोल का नाम खमीरा था तो लोगो ने घी और चासनी के बनने के बाद जो तैयार हुआ उसे घेवर का नाम दे दिया। और उसकी की बड़ी बड़ी गोल आकर में रोटियां बना कर सभी बहन अपने भाइयो के लिए वो ही लेकर जाती थी।

सफाई व शुद्धता हमारी प्राथमिकता में शामिल हैं, ग्राहक की संतुष्टि ही हमारा लक्ष्य है। सावन की मिठाई घेवर बरसात होने पर अधिक स्वादिष्ट लगता है व इसकी बिक्री में भी इजाफा हो जाता है। ज्यों-ज्यों तीज का त्यौहार निकट आता जाएगा, त्यों-त्यों घेवर की बिक्री बढती जाएगी। चूंकि फरीदाबाद शहर के आस-पास ग्रामीण एरिया है, ऐसे में तीज के अवसर पर घेवर की जमकर बिक्री होती है।

रूप सिंह (संचालक )बीकानेर मिस्ठान भंडार ,ओल्ड फरीदाबाद , नजदीक आई टी आई

Posted by: | Posted on: August 1, 2019

विधायक मूलचंद शर्मा ने आज बल्लबगढ़ विधानसभा के वार्ड न- 35 में 1 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से बनने वाली आर.एम्.सी रोड के निर्माण कार्य का नारियल फोड़कर शुभारम्भ किया

बल्लबगढ़(विनोद वैष्णव ) | विधायक मूलचंद शर्मा ने आज बल्लबगढ़ विधानसभा के वार्ड न- 35 में 1 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से बनने वाली आर.एम्.सी रोड के निर्माण कार्य का नारियल फोड़कर शुभारम्भ किया | इस रोड के बनने से सेक्टर वासियों का फरीदाबाद जाना आसान हो जायेगा और उन्हें जाम से नहीं गुजरना पड़ेगा और बल्लबगढ़ में लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी Iइस अवसर सेक्टर 3 की रेजिडेंट वेलफेयर के पदाधिकारियों ने विधायक का फूल मालाओं से स्वागत किया विधायक ने कहा की हरियाणा सरकार ने बल्लबगढ़ में विकास कार्यो की झड़ी लगा रखी है समूचे विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य बिना किसी भेदभाव के करवाए गए है Iइस माइक पर पार्षद कपिल डागर भाजपा मंडल अध्यक्ष विष्णु गुप्ता,रमेश भारद्धाज ,लक्ष्मण राणा,कमल कुंजी,चौधरी महेश,कमल सिंह,शिव सिंह मलिक,प्रेम मदान भाजपा युवा मोर्चे के राजकुमार,बिल्लू पहलवान नगर निगम के XEN रवि शर्मा उपस्थित थे I