फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव ) : “एक भारत श्रेष्ठ भारत” योजना, महान व्यक्ति और स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर शुरु की गई है। इसके अंतर्गत देश का कोई भी एक राज्य दूसरे राज्य से हर साल एक दूसरे की विरासत जैसे: संस्कृति, परम्परा, भाषा आदि को बढ़ावा देने के लिये जुड़ता है। इसी प्रयास में लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी के विधि-विभाग ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के शीर्षक के अंतर्गत शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया। इसमें विद्यापीठ में शिक्षारत तेलांगाना राज्य की छात्र-छात्राएं शामिल है। शपथ हिन्दी व तेलगू भाषा में दिलाई गई।
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यापीठ के छात्रों में राष्ट्र के प्रति सद्भावना, एकता और अखण्डता को बनाए रखना था। कार्यक्रम को विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार शर्मा ने संबोधित करते हुए देश के प्रति समर्पित रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहां कि हमने हमेशा अपनी मातृभूमि को एक सभ्य एवं संपन्न राष्ट्र के रूप में देखा है। एसे राष्ट्र की सीमाएं, राष्ट्र की संस्कृति की पहुंच उसके लोकाचार तथा एक-दूसरे को व्यापक रूप से जोड़ने वाली आध्यात्मिक भावना के प्रभाव से तय होती हैं। हमारा सनातन धर्म पूरे विश्व को एक परिवार के रूप में देखता है। भारत की क्षेत्रीय एवं सभ्यतागत सीमाओं को अधिकतम निकटता को सुनिश्चित करने में अगर किसी व्य़क्ति का आसाधारण योगदान रहा तो वह सरदार वल्लभभाई पटेल थे। हमें सदैव ऐसी ही विचारधारा रखनी चाहिए।