मानव रचना में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन कॉम-आईटी-कॉन 2023 का हुआ आयोजन

 स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की ओर से कार्यक्रम हुआ आयोजित

– क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने किया मंथन

– प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों से 425 शोधपत्र हुए प्राप्त

फरीदाबाद। (Vinod Vaishnav) l मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की ओर से  दो दिवसीय वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन कॉम-आईटी-कॉन 2023 का आयोजन हुआ। क्लाउड और पैरेलल कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल और बिजनेस इंटेलिजेंस, क्वांटम और मशीन लर्निंग: रुझान, परिप्रेक्ष्य और संभावनाएं विषय पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ, नीति निर्माता, शिक्षाविद और उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन का उद्देश्य स्थिरता और विकास में गंभीर वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए ज्ञान की आदान-प्रदान करना, सहयोग को बढ़ावा देना और नए समाधानों को तलाशना रहा।

सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि आईआईटी कानपुर के चेयर प्रोफेसर और आईएनएसए अध्यक्ष डॉ. आशुतोष शर्मा सहित एमआरआईआईआरएस के उप कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव और एमआरयू के उपकुलपति डॉ. आईके भट्ट शामिल रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईआईआईटी सोनीपत निदेशक डॉ. एमएन डोजा पहुंचे। सम्मानित वक्ताओं के तौर पर यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ डकोटा यूएसए से प्रोफेसर डॉ. केसी संतोष,  प्रति उपकुलपति एमआरआईआईआरएस डॉ. प्रदीप कुमार, प्रति उपकुलपति एमआरआईआईआरएस डॉ. नरेश ग्रोवर, रजिस्ट्रार एमआरआईआईआरएस श्री आरके अरोड़ा, निदेशक सीडीपी डॉ. नंदिनी श्रीवास्तव,  प्रो. डॉ. लेफ्टिनेंट जनरल आरके आनंद , डीन-स्कूल ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशनंस डॉ. उषा बत्रा, एसोसिएट डीन-स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंट टेक्नोलॉजी डॉ. तपस कुमार, एसोसिएट डीन- स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंट टेक्नोलॉजी डॉ. गीता निझावन उपस्थित रहे।

सम्मेलन का उद्देश्य आधुनिक समय के प्रौद्योगिकी युग में मशीन लर्निंग, बिग डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग और पैरेलल कंप्यूटिंग जैसे कंप्यूटिंग विषयों में हुई नवीन प्रगति पर चर्चा, वाद-विवाद और समीक्षा करने के लिए दुनिया भर के शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और जानकारों को साथ लाना था। बतौर मुख्य वक्ता सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक से डॉ. आरएस हेगड़ी, इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैटेरियल्स आईएएएम स्वीडन के हर्बर्ट ग्लिटर रिसर्च ग्रुप लीडर डॉ. अंशुमन मिश्रा, एसेक्स विश्वविद्यालय से डॉ. हैदर रजा,  संपादक स्प्रिंगर सुश्री कामिया खट्टर ने भी सतत विकास के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।

इस सम्मेलन में प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों जैसे टालिन यूनिवर्सिटी एस्टोनिया, कर्टिन यूनिवर्सिटी मलेशिया, किंग फैसल यूनिवर्सिटी सऊदी अरब, जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी, दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी, बनस्थली यूनिवर्सिटी, वाईएमसीए फरीदाबाद, डीटीयू, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चितकारा यूनिवर्सिटी, डेटा टू नॉलेज लैब स्कूल ऑफ कंप्यूटर एंड सिस्टम,जेएनयू, बेनेट यूनिवर्सिटी, यूपीईएस देहरादून, आईआईटी खड़गपुर, एबीईएस पुणे, एनआईटी कुरुक्षेत्र, जीजीएसआईपीयू, से करीब 425 शोधपत्र प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 86 शोधपत्र स्वीकृत किए गए हैं जिन्हें स्प्रिंगर बुक मे प्रकाशित किया जाएगा।

सम्मेलन के समापन सत्र में बिट्स पिलानी के प्रोफेसर डॉ. यशवर्धन शर्मा ने विचार रखते हुए आयोजन समिति, मुख्य वक्ताओं, पैनलिस्टों, प्रस्तुतकर्ताओं और उपस्थित लोगों का आभार जताया। 

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