एक संतुलित और समाज के हर वर्ग को ताकत देने वाला बजट वित्तमंत्री सितारमण ने पेश किया। सरकार ने वेतन भोगियों, पेंशन भोगियों, किसान, महिलाओं, युवा, छात्रों समेत कई वर्गों के लिए बड़े ऐलान किए।। मुद्रा लोन को 10 लाख से 20 लाख किया गया यह छोटे उधोगो के लिए अच्छा है। कौशल विकास के लिए ज्यादा ध्यान दिया गया है यह बहुत अच्छा कदम है तथा एक करोड़ युवाओ के लिए दो लाख करोड़ का बजट इन्टर्नसीप के अलग से प्रावधान यह प्रशंसनीय कदम है।
विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बजट में इस बार बड़ा ऐलान किया गया है। सरकार ने विदेशी कंपनियों पर लगने वाले कॉरपोरेट टैक्स रेट्स को घटाकर 35 प्रतिशत कर दिया है, इकनॉमिक सर्वे में कहा गया था कि अमेरिका और यूरोप के कई देश चीन से अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हटाने पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में भारत उनके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। 12 नये इन्डस्ट्रीयल हब बनेगा यह अच्छा निर्णय है। सिडबी अपनी २४ नयी शाखाये खोलेगा और इस से उधोगो को अधिक सुविधा एवं समय की बचत होगी । भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की तरफ ले जाने वाले इस बजट का हम स्वागत करते है। प्रमोद राणा
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