फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद के अनुसंधान समिति और आईआईसी ने वास्तव इनक्यूबेटएक्स और उद्यमिता फाउंडेशन के साथ मिलकर “एक्सपोजिंग स्कैम्स: एंटरप्रेन्योरशिप की दुनिया में स्टार्टअप और आईपीआर की सुरक्षा” विषय पर एक विस्तार व्याख्यान आयोजित किया।
इस अवसर पर विशेषज्ञ वक्ता वेंकटेश भारती ने पेटेंट फाइलिंग में धोखाधड़ी से बचाव और बौद्धिक संपदा की सुरक्षा पर अमूल्य जानकारी साझा की। कार्यक्रम में पेटेंट प्रकाशन, पेटेंट फाइलिंग में धोखाधड़ी, आईपीआर संरक्षण रणनीतियों और सफलतापूर्वक आईपीआर संरक्षण करने वाले स्टार्टअप के वास्तविक मामलों पर चर्चा हुई।
कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. अर्चना भाटिया ने शिक्षकों और उद्यमियों के बीच आईपीआर जागरूकता के महत्व पर जोर दिया। “हम नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और यह कार्यशाला इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इस व्याख्यान के संयोजक डॉ. रुचि अरोड़ा, डॉ. बिंदु रॉय थे। इस कार्यक्रम को आयोजन टीम डॉ. सुमन तनेजा, डॉ. निशा सिंह और कुमुद शर्मा द्वारा आयोजित की गई । कार्यशाला में लगभग 50 शिक्षकों ने भाग लिया, जिन्होंने वेंकटेश भारती की विशेषज्ञता से लाभ उठाया और अपने नवाचारों को सुरक्षित रखने तथा संभावित घोटालों से बचने के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की।