रोडकास्ट का फंडिंग के लिए एंजिल राउंड 2,50,000 डॉलर पर खत्म हुआ; फंड्स का इस्तेमाल सभी प्रमुख शहरों में अपने ऑपरेशन को विस्तार देने में करने का लक्ष्य

नई दिल्ली( विनोद वैष्णव ) | भारत के प्रीमियर टेक्नोलॉजी से संचालित असेट मॉनिटरिंग, और व्हीकल ट्रैकिंग प्लेटफार्म रोडकास्ट ने हाल ही में फंडिंग का एंजिल राउंड खत्म किया। इस दौरान यूएई से बड़ी संख्या में एचएनआई ने भागीदारी की। इस दौरान 2,50,000 अमेरिकी डॉलर के निवेश के वादे हुए। रोडकास्ट का लक्ष्य स फंड का इस्तेमाल अपने ऑपरेशन को भारत के सभी प्रमुख शहरों में फैलाना है, जिसमें खास ध्यान दिया जाएगा पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों पर।  रोडकास्ट ने फ्लीट मैनेजमेंट और असेट ट्रैकिंग इंडस्ट्री में हलचल ला दी है। हाल ही में उसने दिल्ली पुलिस से हाथ मिलाया है, जिसमें पुलिस महकमे के मूवमेंट को मैनेज करने के साथ ही पुलिस फोर्स के सभी वाहनों को अत्याधुनिक कम्युनिकेशन और ट्रैकिंग डिवाइस से लैस करना होगा। जो भी फंडिंग आई है, उसका इस्तेमाल संगठन के अनुसंधान और विकास कार्यों के साथ ही प्रोडक्ट स्ट्रक्चरिंग, पीआर और एडवर्टाइजिंग ऑपरेशंस में भी होगा। इसके साथ ही सदस्यों व इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।फंडिंग के एंजिल राउंड पर टिप्पणी करते हुए, रोडकास्ट के सह-संस्थापक श्री राहुल मेहरा ने कहा, “एक टेक्नोलॉजी कंपनी होने के नाते, हमने एक प्रोडक्ट को क्रिएट करने के बजाय एक ही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न सॉल्यूशंस विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है। इससे हमारी प्रोडक्ट ऑफरिंग ज्यादा मानकीकृत हुई है और साथ ही ग्राहक की व्यक्तिगत जरूरतों से समझौता भी नहीं करना पड़ा। इससे हमारी सेवाओं को कस्टमाइज करने में मदद मिली है। रोडकास्ट के ऑन-रोड असेट मैनेजमेंट सॉल्यूशंस के इस पहलू को यदि आप हमारे इनोवेशन के प्रयासों के साथ जोड़कर देखेंगे तो आपको हमारे सफल एंजिल राउंड का कारण स्पष्ट हो जाएगा।”रोडकास्ट के सह-संस्थापक श्री विशाल जैन ने कहा, “हमारा लक्ष्य प्रमुख तौर पर फंड्स का इस्तेमाल हमारे रिसर्च प्रयासों को मजबूती देने के लिए करना है, क्योंकि ऑन-फील्ड असेट मैनेजमेंट प्लेटफार्म पर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, कई शहरों में ऑपरेशन शुरू करने क लिए शुरुआती सेटअप निवेश की जरूरत होगी, जो हमारी फंड अलोकेशन स्ट्रेटेजी में भी स्पष्ट तौर पर दिखाई देगा।”रिमोट व्हीकल ट्रैकिंग, जियो-फेंसिंग से लेकर ऑटो-कटिंग इग्निशन या पेट्रोल सप्लाय तक। रोडकास्ट के सॉल्यूशंस, सेल्स फोर्स, डिलीवरी व्हीकल्स जैसे निरंतर मूव कर रहे ऑन-फील्ड रिसोर्सेस वाले कारोबारों के लिए मोस्ट प्रोडक्टिव सप्लाय चेन मैनेजमेंट सुनिश्चित करना है। साथ ही रिसोर्स मूवमेंट्स को तर्कसंगत बनाना भी है, जिससे लागत कम होगी और आरओआई बढ़ेगा। श्री अंशुल जैन (सह-संस्थापक, रोडकास्ट) का टेक्नोलॉजिकल एक्सपर्टाइज रोडकास्ट की टेक्निकल इन्वेंटरी को इंडस्ट्री की जरूरतों के मुताबिक बनाने में मदद करता है।

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