सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा में उठाया दवा घोटाले का मुद्दा केंद्र सरकार से की कैग से जांच करवाने की मांग

( विनोद वैष्णव )। नेशनल हेल्थ मिशन और मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना के तहत हुए हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग में अरबों रूपये के दवा और उपकरण खरीद घोटाले की गूंज सोमवार को लोकसभा में सुनाई दी। इनेलो संसदीय दल के नेता व हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला ने आज लोकसभा में प्रदेश में जिला स्तर पर तीन वर्षों के दौरान दवाईयों और चिकित्सा उपकरण खरीद का मामला रखते हुए केंद्र सरकार से इसकी जांच कैग से करवाने की मांग की। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के विभिन्न जिलों में हुई दवाईयों की खरीद की जानकारी उन्हें आरटीआई के तहत हासिल हुई है। इस जानकारी में विभिन्न दवाईयों के कीमतों के आंकड़ें चौंकाने वाले हैं। एक ही प्रकार की दवा अलग-अलग जिलों में कई गुना अधिक कीमत पर खरीदी गई हैं।
लोकसभा में सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछले कई वर्षों से देशभर में एनएचएम की स्कीम चलाई जा रही है जहां जनता के रोगों के इलाज के लिए केंद्र सरकार द्वारा ग्रांट दी जाती है। उन्होंने कहा कि आरटीआई के तहत वर्ष 2014 से 2017 तक हरियाणा के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य विभाग हुई दवाईयों और उपकरण की खरीद की जानकारी हासिल की। उन्होंंने कहा कि इस जानकारी में पता चला कि अलग-अलग जिलों में पर एक ही दवाई को अलग-अलग दामों पर खरीदा गया। ऐसी दवाईयां व उपकरणों की संख्या बहुआयत में है जिनकी खरीद जिला स्तर पर कई गुना ज्यादा दामों पर खरीद गई है। उन्होंने एक प्रेगनेंसी स्ट्रीप की खरीद मूल्य का एक उदाहरण लोकसभा में देते हुए बताया कि हिसार में प्रेगनेंसी स्ट्रीप का टेंडर प्राईस 2 रूपये 70 पैसे है जबकि हरियाणा में अलग-अलग जिलों में यह प्रेगनेंसी स्ट्रीप 28 रूपये तक खरीदी गई। दुष्यंत ने बताया कि कैथल जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रेगनेंसी स्ट्रीप 21 रूपये में खरीदी गई है, जींद जिले में प्रेगनेंसी स्ट्रीप 28 रूपये की, करनाल जिले में 7 रूपये की प्रेगनेंसी स्ट्रीप खरीदी गई। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर एक लाख रूपये की ख्ररीद टेंडर से होती हैं परन्तु हरियाणा के हर जिले में कोटेशन के माध्यम से अलग-अलग बिल बना कर करोड़ों रूपये की खरीद की गई। दुष्यंत ने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई इन दवाईयां व उपकरणों के प्रमाण उनके पास हैं। ये दवाईयों व उपकरण ऐसी दुकानों और फर्मसे खरीदे गए जिनके पास इन्हें बेचने का लाइसेंस तक नहीं था।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने एनएनएचम और मुख्यमंत्री इलाज योजना के तहत की गई खरीद की ओर केंद्र सरकार का ध्यान खींचते हुए कहा कि अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए अलग-अलग कीमतों पर उपकरण व दवाईयां खरीदी जाती हैं।  इस प्रकार एनएचएम के तहत देश भर में करोड़ों रूपये की खरीद का मेडिकल स्कैम है।
इनेलो सांसद दुष्यंत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंद्धी से से हरियाणा में तीन वर्षों 2014 से 17 तक हुई विभिन्न दवाईयों और उपकरणों की जांच कैग से करवाने की मांग की।

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