पलवल ( विनोद वैष्णव ) ‘टैगोर पब्लिक स्कूल’ के प्रांगण में ‘जन कल्याण संस्था’ द्वारा आयोजित श्रीमद्भगवदगीता (श्लोक) एवं श्रीरामचरितमानस (चैपाई) का अन्तर्विद्यालयी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों के आगमन के साथ ही शुरू हुआ तथा कार्यक्रम में अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी अपने अध्यापकों के मार्गदर्शन में बढ़-चढ़कर भाग लिया।इस अवसर पर समस्त प्रतिभागियों ने अपनी अद्भुत गायन शैली का परिचय देते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया एवं श्रोताओं ने भी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उनके मनोबल को बढ़ाया।
कार्यक्रम के दौरान निर्णायक मंडल के सम्मानित सदस्यों ने प्रतिभागियों की भाव-विभोर प्रस्तुति को खूब सराहा एवं विजेता प्रतिभागियों को अगले चरण में और अच्छा प्रदर्शन करने की सीख दी।प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में प्रथम स्थान प्राप्त करके ज़ोनल लेवल पर पहुँचने वाले छात्र-छात्राओं के नाम इस प्रकार हैं -द्वितीय वर्ग में निशांत पब्लिक स्कूल की हिमांशी, तृतीय वर्ग में टैगोर पब्लिक स्कूल की निहारिका, हर्षित एवं निशांत पब्लिक स्कूल की सुरभि एवं चतुर्थ वर्ग में धर्म पब्लिक स्कूल की भूमिका ने सम्मान प्राप्त किया।विद्यालय लेवल पर टैगोर पब्लिक स्कूल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। निम्नलिखित छात्र-छात्राओं ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किए। तृतीय वर्ग में टैगोर पब्लिक स्कूल की खुशबू एवं माधवी ने प्रथम, पार्थ, रिया और करिश्मा ने द्वितीय एवं हार्दिक, भूमि, निशि एवं दिव्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निशांत पब्लिक स्कूल की सपना ने प्रथम, जिया एवं तन्वी ने द्वितीय एवं वासु और रिषभ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। धर्म पब्लिक स्कूल की अंजलि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। चतुर्थ वर्ग में निशांत पब्लिक स्कूल की रिशिका ने प्रथम, धारणा ने द्वितीय एवं कुशिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। धर्म पब्लिक स्कूल की मान्या ने द्वितीय एवं याशिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।कार्यक्रम की समाप्ति पर टैगोर पब्लिक स्कूल की निदेशिका मनोरमा अरोड़ा ने बच्चों के कला-कौशल की भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा पढ़ाई के साथ-साथ धार्मिक संस्कार ग्रहण करने की भी सलाह दी।
विद्यालय की प्रधानाचार्या कपिला इंदु ने भी समस्त प्रतिभागियों के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए इस प्रकार के आयोजनों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की सीख दी और मंच पर एक भजन के माध्यम से अपनी प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।अंत में प्रशासिका नीलम गाँधी ने विद्यालय में आए हुए समस्त प्रतिभागियों एवं उनके शिक्षकों को धन्यवाद दिया व अतिथियों को स्मृति-चिह्न प्रदान कर अपनी कृतज्ञता प्रकट की।