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Posted by: | Posted on: February 6, 2018

उद्योग मंत्री विपुल गोयल हरियाणवी  व्यंजनों का जायका लेने पहुंचे सूरजकुण्ड 

सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव )32वां सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में पहली बार हरियाणा सरकार ने राज्य के खान-पान को प्रोत्साहन देने के लिए फूड कोर्ट में ‘हरियाणवी रसोई’ का अनूठा प्रयोग किया है। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल भी मंगलवार को हरियाणवी रसोई का जायजा लेने सूरजकुण्ड मेला में पहुंचे। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक समीर पाल सरो ने उद्योग मंत्री का मेला परिसर में पहुंचने पर स्वागत किया।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने हरियाणवी रसोई में संवाददाताओं के साथ जलपान ग्रहण किया। इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उद्योग मंत्री ने बताया कि हरियाणा की स्थापना के उपरांत बीते पचास वर्षों के दौरान राज्य की संस्कृति व खान-पान को प्रोत्साहन पर ध्यान नही दिया गया। आज से पहले सूरजकुण्ड मेला में मुख्यतः अन्य राज्यों का खान पान नजर आता था लेकिन इस बार हरियाणवी रसोई का शुभारंभ किया गया है। जिसमें केवल हरियाणवी व्यंजनों का जायका लिया जा सकता है। हरियाणवी रसोई में सांगरी का साग, खिचड़ी, बथुए का रायता आदि व्यंजन सूरजकुण्ड आने वाले दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणवी रसोई में गोहाना की जलेबी से लेकर बहादुरगढ, महेंद्रगढ़ सहित हरियाणा के विभिन्न इलाकों के पकवानों का लुत्फ लिया जा सकता है।
श्री विपुल गोयल ने बताया कि हरियाणा अपनी संस्कृति व खान-पान को लेकर बेहद समृद्ध राज्य है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने राज्य की संस्कृति को प्रोत्साहन को लिए अनेक कदम उठाए है। सूरजकुण्ड मेला में हरियाणवी रसोई राज्य सरकार के प्रोत्साहनों में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी व्यंजनों का स्वाद दुनिया भर में लोकप्रिय है। सूरजकुण्ड मे हरियाणवी रसोई इस लोकप्रियता को ओर आगे बढ़ाने में सक्षम होगी। उद्योग मंत्री ने मेले की व्यवस्थाओं को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 6 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला में आज मेहन्दी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन मेला परिसर में स्थित नाट्यषाला में किया गया, जिसमें 11 स्कूलों के 142 छात्रों ने भाग लिया।
मेहन्दी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार राजकीय वरिष्ठ माध्यमि विद्यालय घौंची की शहनाज और सजमा को दिया गया। वहीं दूसरा पुरस्कार फरीदाबाद के सैक्टर 23 के माॅडर्न बीपी पब्लिक स्कूल की निषा और हिमांषी राज को दिया गया। इसी प्रकार मेहंदी प्रतियोगिता में फरीदाबाद के सैक्टर 23 के माॅडर्न बीपी पब्लिक स्कूल की हेमा और मेघा, फरीदाबाद सैक्टर 7 के सेंट जाॅंस स्कूल की प्राची और युक्ता, जवाहर कालोनी के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की प्राची और मानसी तथा फरीदाबाद सैक्टर 29 के होली चाईल्ड पब्लिक स्कूल की जूझारिता व नन्ने को दिया गया।
इस प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए, जिनमें डा. अनिल मलिक श्री सनातन धर्म महाविद्यालय की षिल्पी और खुषी, रावल इंटरनेषनल स्कूल नांगला की गरिमा और स्नेहा राठौड तथा सैक्टर 82 के सेंट मेरी कांवेंट स्कूल की वैभवी और सृष्टि शामिल है।
क्रमांक-2018
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 6 फरवरी- हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेला में रोजाना रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और इसी श्रृख्ला में  में आज विभिन्न देषों व प्रदेषों के कलाकारों ने अपने गायन और नृत्य से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया और लोगों ने कलाकारों के लिए तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की।
आज मुख्य चैपाल पर तंजानिया देष के कलाकारों ने अपना लोक नृत्य प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति को देखकर दर्षकों ने कलाकारों के प्रति तालियां बजाई और सीटी मारकर उनकी हौसला अफजाई की। तंजानिया वन, जीव, झील और सफारी के लिए जाना जाता है और यहां पर सुहाती भाषा बोली जाती है। तंजानिया के कलाकारों ने मुख्य चैपाल पर सोवा डांस प्रस्तुत किया। यह डांस वास्तव में एक अलग प्रकार का नृत्य था और इसमें मित्रता का भाव देखने के साथ-साथ उत्साह भी दिखाई दे रहा था।
इसी प्रकार श्रीलंका और भागीदार देष किर्गिस्तान के कलाकारों ने अपने लोक संगीत व गीतों को दर्षकों के सम्मुख प्रस्तुत किया। वहीं दूसरी ओर तजाकिस्तान और न्यूजीलैंड के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
वहीं दूसरी ओर देष के समुद्री तट से जुडे उडीसा राज्य के कलाकारों ने गुब गुड्डू की प्रस्तुति दी।  उडीसा के इन कलाकारों का यह नृत्य एक आकर्षण था जिसने लोगों को अपनी ओर खींचे रखा और उन्हें उनकी सीट से उठने नहीं दिया। इसी प्रकार थीम राज्य उत्तर प्रदेष के कलाकारों ने मयूर व नोटंकी नृत्य प्रस्तुत किया, जिस पर उपस्थित दर्षकों ने कलाकारों के प्रति तालियां बजाकर उनका हौसला बढाया।
मुख्य चैपाल पर सिक्किम राज्य के कलाकारों ने राईचांडी नृत्य को प्रस्तुत किया। वास्तव में यह नृत्य काफी रोचक था। वहीं दूसरी ओर असम के कलाकारेां ने दर्षकों के सम्मुख कमल सुंदरी नृत्य प्रस्तुत किया, जिसकों देखकर दर्षकों ने जमकर हौसला अफजाई की। इधर, महाराष्ट्र के कलाकारों ने कोली डांस प्रस्तुत किया, जिसकी की एक अलग ही बात थी। आज मुख्य चैपाल के पंजाब के कलाकारों ने भी मेले में आने वाले लोगों को बांध रखा।
क्रमांक-2018
सूरजकुण्ड मेला में ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय ने लगाया व्यसन मुक्ति स्टाल
सूरजकुण्ड मेला के मुख्य प्रशासक समीर पाल सरो व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नीलम सरो ने किया स्टाल का शुभारंभ
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 6 फरवरी-32वां सूरजकुण्ड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से मेरा भारत-स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत व्यसन मुक्ति के लिए विशेष स्टाल लगाई गई है। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक एवं सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक समीर पाल सरो तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नीलम सरो ने मंगलवार को रिबन काटकर व्यसन  मुक्ति स्टाल का शुभारंभ किया और स्टाल का अवलोकन करते हुए ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के इस प्रयास को प्रशंसनीय बताया।
श्री समीर पाल सरो ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों के विरूद्ध जनजागरण में ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का सराहनीय योगदान रहता है। सूरजकुण्ड मेला में बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते है। जिस उद्देश्य को लेकर यह स्टाल लगाई गई है यह उसको पाने में सफल होगी। वहीं श्रीमती नीलम सरो मे कहा कि व्यसन समाज के लिए बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। पारिवारिक जीवन में तनाव का बड़ा कारण भी व्यसन बन रहे है। ब्रह्मकुमारी संस्था ने इस महत्वपूर्ण आयोजन में गंभीर प्रयास किया है। इसकी जितनी सराहना की जाए उतनी कम है।
ब्रह्मकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद शाखा से हरीश बहन, प्रीति बहन तथा ज्योति बहन ने मुख्य प्रशासक व उनकी धर्मपत्नी का आभार जताया। व्यसन मुक्ति स्टाल पर आने वालों को ध्यान व अध्यात्म के जरिए व्यसन मुक्त बनाने का विशेष कोर्स कराया जाएगा। साथ ही इस स्टाल से जरिए निरूशुल्क दवा वितरण भी किया जाएगा। इस स्टाल पर उपलब्ध दवा व कोर्स के जरिए ड्रग, शराब, बीड़ी व गुटका आदि छोड़ने के प्रति प्रेरित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ध्यान की विशेष प्रक्रिया राजयोग व तनाव रहित जीवन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
Posted by: | Posted on: February 5, 2018

फ़िल्म भारत पर काम पूरे जोरो पर चल रहा है: अली अब्बास जफर

Vinod Vaishnav | सलमान खान और अली अब्बास जफर तीसरी बार एक साथ काम करने जा रहे हैं।सुल्तान और टाइगर जिंदा है जैसी सफल फिल्मों के साथ दर्शको का मनोरंजन करने के बाद, सलमान खान और फिल्म निर्माता अली अब्बास जफर तीसरी बार एकसाथ फ़िल्म करने के लिए तैयार हैं।यह फिल्म 2014 की दक्षिण कोरियाई फिल्म ‘ओड टू माय फादर’ का एक आधिकारिक रूपांतर है, जिसमे एक साधारण व्यक्ति के जीवन के माध्यम से 1950 से वर्तमान समय तक आधुनिक कोरियाई इतिहास को दर्शाया जाएगा।फिल्म निर्माता अतुल अग्निहोत्री और टी सीरीज़ फिल्म निर्माता के रूप  में एकसाथ समर्थन कर रहे है।अली अब्बास जफर द्वारा निर्देशित फिल्म “भारत” मे सलमान खान मुख्य भूमिका में नज़र आएंगे।निर्देशक अली अब्बास जफर ने हाल ही में अपने ट्वीट में खुलासा किया था कि भारत पर काम पूरे जोरों पर है और जल्द ही टीम स्थानों की रेकी का काम शुरू करेगी।अली ने अपने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि करते हुए लिखा,”जी हाँ, भारत पर काम पूरे जोरों पर है, लेखन अपने अंतिम चरण पर है और जल्द ही शूटिंग के स्थानों की रेकी शुरू करेंगे। घबराहट और उत्साह का सफर एक बार फिर शुरू होता है 🙂 @VishalDadlani @ShekharRavjiani @Irshad_Kamil इस महीने से संगीत पर काम शुरू करेंगे 🙂 एक साथ हमारा यह तीसरा सहयोग है। “अली और सलमान की पिछली फिल्में सुल्तान और टाइगर जिंदा हैं ब्लॉकबस्टर हिट थी।2011 की ईद पर रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर ‘बॉडीगार्ड’ के बाद एक बार फिर फिल्म निर्माता अतुल अग्निहोत्री भाईजान के साथ काम करने के लिए तैयार है और वही अली अब्बास जफर 2016 में ईद पर रिलीज हुई ‘सुल्तान’ के बाद सलमान खान के साथ फ़िल्म कर रहे है।ईद के मौके पर अपनी फिल्म रिलीज करने की परंपरा को जारी रखते हुए, बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने “भारत” के लिए 2019 की ईद अभी से अपने नाम कर ली है।अली अब्बास जफर द्वारा निर्देशित और अतुल अग्निहोत्री और टी सीरीज द्वारा निर्मित इस फ़िल्म की शूटिंग अप्रैल 2018 से शुरू होगी।

Posted by: | Posted on: February 4, 2018

सांस्कृतिक संध्या उत्तर प्रदेष की मषहूर गायिका मालिनी अवस्थी के पूर्वांचली गीतों से सराबोर हो गई

सूरजकुण्ड, ( विनोद वैष्णव ) | 32वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेले में चैपाल पर प्रस्तुत की गई तीसरे दिन रविवार की सांस्कृतिक संध्या उत्तर प्रदेष की मषहूर गायिका मालिनी अवस्थी के पूर्वांचली गीतों से सराबोर हो गई। हरियाणा विधानसभा के मुख्य सचेतक एवं विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि पधारकर इस कार्यक्रम का दीपषिखा प्रज्जवलित करके शुभारंभ किया। उनके साथ लाडवा के विधायक पवन सैनी भी प्रमुख रूप से मौजूद थे।मालिनी अवस्थी ने कार्यक्रम की शुरूआत सर्वदेवी माॅ की आराधना में उडी जाओ रे सुगना जमना पार-गंगा पार, मनाए लाओं देवी को, चांदी की गिलसिया में पानी परोसा, पिलाए लाओ देवी को गीत से की। इसके बाद उन्होंने भगवान श्रीराम के जन्म के मौके पर रूठी दाई के भाव चित्रण को पिता राजा दषरथ के समक्ष व्यक्त करते हुए गीत गाया-मचल रही, झगड रही, आज मगनवा दाई, ले जाओ राम उठाई, दर्षन देओ रघुराई गाकर दर्षकों को भावविभोर कर दिया। उन्होंने लगभग दो दर्जन नन्हें बच्चों को मंच पर बुलाकर रेलगाडी का रूप दिया और रोजगार परदेस जाने पर पत्नी की विरह वेदना को पारंपरिक बुंदेलखंडी गीत के माध्यम से व्यक्त किया-रेलिया बैरन पिया को लिये जाई रे, जोन से टेसनवा पिया मोरे जाई रे, पानी बरसे टेसनवा गल जाई रे, जोने शहरवा को पिया मोरे जाई, आग लग जाए शहर जल जाई रे, जोने साहब के पिया मौरे नौकर, गोली दागे साहब मर जाई रे। इस गीत के बीच रेल के डिब्बे रूपी बच्चों को लेकर मालिनी अवस्थी का मंच से उतरकर दर्षक दीर्घा से होकर गुजरना दर्षकों को अत्यंत मनोहारी लगा। इसके बाद उन्होंने मथुरा-वृदांवन क्षेत्र में मनाई जाने वाली लठमार व रंगारंग होली पर्व के चित्रण को-आज बिरज में होरी से रसिया, मगरोरी रे रसिया, होरी रे रसिया सहित उत्तर प्रदेष के बृज मंडल क्षेत्र के अलावा कानपुर, लखनउ,  इलाहाबाद, बुंदेलखंड व अन्य कई नगरों की पारंपरिक गायकी की छटा को अत्यंत आकर्षक अंदाज में अपने गीतों की लडियों के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रवीण कुमार व अषोक खेमका, मेला प्रषासक एवं हरियाणा पर्यटन के अतिरिक्त प्रबंध निदेषक सुधांषु गौतम, जिला के एडीसी जितेन्द्र दहिया तथा डीसीपी विक्रम कपूर सहित कई अन्य अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस मनोहारी सांस्कृतिक संध्या का आनंद लिया।
Posted by: | Posted on: February 4, 2018

मेरी वर्जिन डायरी फिल्म का नाम हिंदू में ‘द वर्जिन ट्री’ से प्रेरित है

( विनोद वैष्णव ) |वर्जिन पेड़ अपनी पूजा के लिए प्रसिद्ध है। उत्तर कैंपस के छात्र वेलेंटाइन डे पर Dumdammy माई की पूजा में भाग लेने के लिए अपनी कक्षाओं को तोड़ दिया। छात्रावास के लड़के दुमडमी माई से प्रार्थना करते हैं कि वे अपने कौमार्य को व्यापार करें। उत्सव के शुरू होने से पहले सबसे ज्यादा हेरोइन के पोस्टर, कंडोम और गुब्बारे को कुंवारी पेड़ पर रखा जाता है।

“हम लंबे समय से इस समारोह का हिस्सा रहे और छात्रावासियों के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थल बन गए, इसलिए मैंने अपनी फिल्म मेरी वर्जिन ट्री का नाम देने का फैसला किया। अरुण और मेरे साथ अन्य दोस्तों ने यहां अधिकांश नाटकों का प्रदर्शन किया था ” मेरी वर्जिन डायरी के निदेशक नलिन सिंह ने कहा

मेरी वर्जिन डायरी मूवी वर्तमान में इंटरनेट पर चल रही है और डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन के सभी रिकॉर्डों को तोड़ देती है। इस फिल्म की मांग अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल मंच पर भी बढ़ रही है

Posted by: | Posted on: February 4, 2018

सूरजकुंड मे मेले में हरियाणवी ताउ दे रहे है बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )। क्या आपने किसी हरियाणवी ताउ को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देते हुए देखा है। यदि नहीं देखा है तो आपको इस बार हरियाणा पुलिस के एएसआई श्री विरेन्द्र सिंह ताउ की पोषाक में बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देते हुए 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्त षिल्प मेले में दिखाई देंगे।
यह टैऊफिक ताउ मेले में सबसे धनत्व वाले स्थानों पर दिखाई देगा और आने जाने वाले लोगों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देते हुए मिल जाएगा। टैऊफिक ताउ का कहना है िक वे हरियाणा पुलिस में वर्ष 1992 में आए थे और उसके पष्चात उन्हें कुछ अलग करने की सूझी तो उन्होंने यातायात नियमों का लोगों से पालन करवाने के लिए टैऊफिक ताउ की छवि बनाई और आज उन्हें कई ऐसे महोत्सवों, आयोजनों और उत्सवों के साथ-साथ समारोह में बुलाया जाता है और वहां उपस्थित लोगों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देने का एक अलग और अनूठा तरीका अपनाने के तहत उनसे कहा जाता है।
टैऊफिक ताउ का कहना है कि वे अब इस छवि और कार्य के कारण काफी प्रसिद्ध हो रहे हैं और लोगों में यातायात नियमों के पालन की इच्छा भी जागृत हो रही है। उन्होंने कहा कि वे अब इस कार्य से काफी खुष है कि लोगों को वे एक प्रकार से षिक्षित करते हैं और उन्हें देष का एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं। वे महसूस करते हैं कि एक दिन अवष्य ही हिन्दुस्तान दुनिया में नंबर एक पर होगा क्योंकि यहां के युवाओं की बुद्धि काफी तीव्र है और वे कुषाग्र बुद्धि के धनी हैं। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि भारत के युवा दुनिया में अपनी बुद्धि का डंका बजा रहे हैं और बडे-बडे पदों पर आसिन है।

Posted by: | Posted on: February 4, 2018

सूरजकुंड मेले में हरियाणवी हुक्के की धूम, युवा हुक्के के साथ ले रहे हैं सेल्फी

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव )। अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला अब अपने शबाब पर आना शुरू हो गया है शनिवार को हजारो की संख्या में लोग मेला परिसर पहुंचे और मेले का आनंद लिया। खासकर हरियाणा के अपना घर में रखा हुआ हुक्का दर्शको के आकर्षण का केंद्र बना रहा. हरियाणवी हुक्के के प्रति युवक और युवतियां खींचे चले आये और हुक्का गुडग़ुड़ाकर सेल्फी और फोटो खिचवाई। दर्शको का कहना था की हरियाणवी कल्चर में हुक्के को भाईचारे का प्रतीक माना जाता है और वह इसलिए हुक्के के साथ फोटो खिचवा रहे है ताकि वह व्हाट्स ऐप और फेसबुक पर अपनी फोटो डालकर अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सके. दर्शको को अपना घर का ग्रामीण माहौल बहुत पसंद आया. सूरजकुंड मेला देखने पहुंच रहे युवक और युवतियां हरियाणवी हुक्के के साथ सेल्फी और फोटो जरूर खिचवाते है। लेकिन हरियाणवी हुक्के के आकर्षण से दर्शक खींचे चले आये और फोटो खिचवाने लगे। माजरा दिल्ली से आये कमल का कहना था की यहाँ आकर उन्हें बहुत आनंद आया हुक्के के साथ फोटो खिचवाना उनका नया अनुभव था. यह फोटो वह सोशल मीडिया के द्वारा दुसरो से भी शेयर करेंगे ताकि उन्हें भी हरियाणा का कल्चर पता चल सके. पालम दिल्ली से आये दीपक का कहना था की वह गांव के रहने वाले है और यहाँ गांव का माहौल देखकर उन्हें बहुत ख़ुशी हुई और हरियाणा में हुक्के का बहुत महत्व है और इसे भाईचारे का प्रतीक माना जाता है. गाजिय़ाबाद से मेले में आयी महिला पर्यटक सुन्दर मेला लगा हुआ है हमने फोक डांस देखा और देश विदेश का क्राफ्ट्स भी देखा जो बहुत सुन्दर है. संगीता ने कहा की वह पिछले छह साल से इस मेले में लगातार आ रही है मेला इतना खूबसूरत है की जो एक बार यहाँ आता है वह हर साल यहाँ आना चाहता है. हुक्का गुडग़ुड़ाने वाली लखनऊ की युवती श्वेता ने बताया की उसे हरियाणवी हुक्के का सेटअप बहुत खूबसूरत लगा और और वह हरियाणा के व्यंजनों को भी जरूर चखना चाहेंगी। उसने कहा की मुझे इस बात बहुत ख़ुशी है की उनके प्रदेश को मेले का थीम स्टेट बनाया गया है।

 

Posted by: | Posted on: February 4, 2018

32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेले में आज हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी पहुंचे

सूरजकुण्ड, (विनोद वैष्णव) 4 फरवरी-हरियाणा के जिला फरीदाबाद में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेले में आज हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी पहुंचे। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी मौजूद थीं। मुख्य सचिव का स्वागत हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक समीर पाल सरो ने किया।
इस मौके पर मुख्य सचिव के साथ आई उनकी धर्मपत्नी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला में स्थित विभिन्न स्टाॅलों का भ्रमण किया। इस दौरान मुख्य सचिव कई देषों के स्थापित स्टाॅलों पर भी गए और स्टाॅल संचालक के साथ बातचीत की तथा उनके द्वारा हाथों से तैयार किए गए उत्पादों की जानकारी भी ली। मुख्य सचिव थीम राज्य उत्तर प्रदेष के स्टाॅल पर भी गए और उन्होंने वहां की जानकारी भी ली।
इसके पष्चात मुख्य सचिव तथा अन्य अधिकारी मुख्य चैपाल पर पहुंचे और वहां उन्होंने विभिन्न कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक नृत्यों का आनंद उठाया। इन सांस्कृतिक नृत्यों में न्यूजीलैंड का एक नृत्य और मध्यप्रदेष के सागर का बधाई नृत्य था। सांस्कृति कार्यक्रम के पष्चात मुख्य सचिव का हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेषक व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रषासक श्री समीर पाल सरो ने स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। वहीं दूसरी ओर मुख्य सचिव की धर्मपत्नी का स्वागत फरीदाबाद की आयुक्त जी अनुपमा ने शाॅल पहनाकर किया।
क्रमांक-2018
सूरजकुण्ड, (विनोद वैष्णव) 4 फरवरी-सूरजकुंड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेले में देश-विदेश से आए हस्तशिल्पियों ने तो विभिन्न प्रकार के उत्पादों व हाथ की कारीगरी से मेले को चार चांद लगाए ही हैं। इस बार मेले का दीदार करने आ रहे दर्षकों को एक और खास चीज देखने को मिल रही है, और वो हैं सीमा पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले हथियारों की प्रदर्षनी। मेले में पहली बार सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपना स्टॉल लगाया है।
 जोन चार में स्थित इस स्टॉल में बीएसएफ ने उन हथियारों को प्रदर्शित किया है, जो सीमा पर तैनाती के दौरान दुश्मन की नापाक गतिविधियों को नियंत्रित करने में काम आते हैं। इनमें एलएमजी 5.56 एमएम इनसास, राइफल 5.56 एम इनसास 1बी1, गन मशीन एमएजी 7.62एमएम 2ए1, 51एमएम मोटार्र, ई-1, रूस में निर्मित एके-47 राइफल 7.62 एमएम, राइफल 7.62 एमएम 1ए1, रूस निर्मित 30एमएम ऑटोमेटिक ग्रेनेड लांचर सिस्टम, इजराइल निर्मित राइफल 5.56एमएम एक्स-95, 81एमएम मोटार्र, आंसू गैस के गोले छोड़ने वाली गन, इटली निर्मित एसएमजी 9-एमएम बेरेटा आदि शामिल हैं। दर्शक इन हथियारों को देख कर और छू कर स्वयं को बेहद रोमांचित महसूस कर रहे हैं और इन हथियारों के बारे में जानकारी लेने के साथ-साथ इनके साथ सेल्फी भी ले रहे हैं।
बीएसएफ के इंस्पेक्टर डीके पुंडेर ने बताया कि इस बार सूरजकुंड मेले में आम लोगों को जागृत करने के मकसद से स्टॉल लगाया गया है। इसमें वो हथियार शामिल हैं, जो 1500 मीटर, 5200 मीटर तक दुश्मन की गतिविधियों को देख कर उन पर निशाना साध सकते हैं। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल का मुख्य काम तो सीमा पर नापाक गतिविधियों को रोकना है और अपने देश की सीमाओं की रक्षा करना है, पर अगर कहीं दुश्मन लड़ाई पर ही उतारू हो जाए, तो फिर हमारे जवान सेना के साथ कंधे से कंधा मिला कर सहयोग करने में भी पीछे नहीं रहते।
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सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 4 फरवरी-हरवर्ष की भांति इस वर्ष भी हरियाणा ने 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड षिल्प मेले में अपना घर स्थापित किया है और इस अपना घर में युवाओं को अपनी संस्कृति से जोडे रखने के लिए विभिन्न औजार और रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग होने वाले बर्तनों को दर्षाया गया है।
32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्त षिल्प मेला का आज पहला रविवार है और मेले में आने वाले लोगों की भीड देखते ही बनती है। सडकों पर गाडियों का हुजूम था और पुलिस कर्मचारी इन गाडियों को पार्किंग में व्यवस्थित करने में लगे हुए थे। इसी कडी में हरियाणा के अपना घर में भी आज अच्छी खासी भीड दिखाई दे रही थी और यहां आने वाले लोग अपनी संस्कृति से रूबरू हो रहे थे।
हरियाणा के अपना घर में पहले के समय में प्रयोग होने वाले उपकरणों व बर्तनों की बात की जाए तो उनमें मुदान, टोकनी और जेवरों को रखने के लिए प्रयोग होने वाले विषेष प्रकार के बर्तन रखे गए थे, जिन्हे यहां आने वाले लोग काफी उत्सुकता के साथ देख रहे थे। इसी प्रकार अपना घर में गोडी, हल, ओरनी, ओरना, जुए, कसौले, जैली, फावडा, धामनी, जग, बटेउ ग्लास, कांसे के बेले, दामनी, बाल्टी, कोल्हू, उंट को रोकने वाले औजार, उंट की घोडी, छाती, पालना, तिनफाला और गंडासे देखने को मिल रहे हैं। यह वह औजार हैं जो कभी हरियाणा के लोगों द्वारा उपयोग किए जाते थे, जिनमें से कुछ अभी भी प्रचलन में हैं।
गुरूग्राम से आए हुए मनन ने बताया कि वे 9वीं कक्षा में पढते हैं और इस मेले में तीसरी बार आ रहे हैं तथा हर साल की तरह हरियाणा के अपना घर में वे जरूर आत हैं और यहां रखी हुई सभी चीजों के बारे में जानकारी लेते हैं। जब उनसे पूछा गया कि आपको यह जानकारी पाकर कैसा लगा तो उन्होंने बताया कि जो वस्तुएं यहां रखी गई हैं उनके बारे में वे अपने बुजुर्गों से सुनते हैं परन्तु उन्होंने वास्तव रूप में इन्हें कभी नहीं देखा। लेकिन इस मेले ने यह एक अच्छा मंच प्रदान किया है जहां इस प्रकार की वस्तुओं का प्रदर्षन किया गया है और हम जैसे युवाओं को जानकारी लेने की सहुलियत प्रदान हो रही है ताकि हम अपनी संस्कृति से जुडे रहें।
क्रमांक-2018
सूरजकुण्ड, (फरीदाबाद) 4 फरवरी-क्या आपने किसी हरियाणवी ताउ को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देते हुए देखा है। यदि नहीं देखा है तो आपको इस बार हरियाणा पुलिस के एएसआई श्री विरेन्द्र सिंह ताउ की पोषाक में बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं को यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देते हुए 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्त षिल्प मेले में दिखाई देंगे।
यह टैªफिक ताउ मेले में सबसे धनत्व वाले स्थानों पर दिखाई देगा और आने जाने वाले लोगों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देते हुए मिल जाएगा। टैªफिक ताउ का कहना है  िक वे हरियाणा पुलिस में वर्ष 1992 में आए थे और उसके पष्चात उन्हें कुछ अलग करने की सूझी तो उन्होंने यातायात नियमों का लोगों से पालन करवाने के लिए टैªफिक ताउ की छवि बनाई और आज उन्हें कई ऐसे महोत्सवों, आयोजनों और उत्सवों के साथ-साथ समारोह में बुलाया जाता है और वहां उपस्थित लोगों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देने का एक अलग और अनूठा तरीका अपनाने के तहत उनसे कहा जाता है।
टैªफिक ताउ का कहना है कि वे अब इस छवि और कार्य के कारण काफी प्रसिद्ध हो रहे हैं और लोगों में यातायात नियमों के पालन की इच्छा भी जागृत हो रही है। उन्होंने कहा कि वे अब इस कार्य से काफी खुष है कि लोगों को वे एक प्रकार से षिक्षित करते हैं और उन्हें देष का एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं। वे महसूस करते हैं कि एक दिन अवष्य ही हिन्दुस्तान दुनिया में नंबर एक पर होगा क्योंकि यहां के युवाओं की बुद्धि काफी तीव्र है और वे कुषाग्र बुद्धि के धनी हैं। उन्होंने कहा कि यह जगजाहिर है कि भारत के युवा दुनिया में अपनी बुद्धि का डंका बजा रहे हैं और बडे-बडे पदों पर आसिन है।
क्रमांक-2018
32वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में दर्षकों पर चढा हरियाणवी संस्कृति का रंग
सूरजकुण्ड, (विनोद वैष्णव) 4 फरवरी-हरियाणा के फरीदाबाद में चल रहा 32वां अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में दर्षकों के सिर चढकर बोल रहा है और लोग मेले का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। रविवार को मेले में उमडे आपार जनसमूह ने मेले की रौनक और लोकप्रियता में चार चांद लगा दिए।
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हरियाणवी संस्कृति की महक विश्व के कोने-कोने तक फैल चुकी है। सूरजकुंड में अपना घर में हरियाणवी संस्कृति की महक का आनंद उठाने के लिए देष-विदेष के विभिन्न कोनों से लोग पधार रहे हैं और हरियाणवी संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं और स्वयं को हरियाणवी संस्कृति के रंग में रंगने की कोषिष कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सूरजकुंड शिल्प मेले में युवा पीढ़ी जमकर मस्ती कर रही है। मेले के हर हिस्से में ढोल-नगाड़ो के कलाकार मेला दर्शकों को नाचने को मजबूर कर रहे है। वहीं मेले में आने वाली युवा पीढ़ी इस मौके का भरपूर फायदा उठा रही है और ढोल-नगाडो की ताल पर जमकर ठुमके लगा रही है।
सूरजकुंड मेले में आयोजित हस्तशिल्प प्रदर्शनी लोगों को काफी आकर्षित कर रही है। लोगों ने हाथ से बने सामानों की काफी सराहना की और साथ ही जमकर खरीदारी का भी आनंद लिया, जिसकी खुषी कारीगरों के चेहरों पर साफ-साफ झलक रही थी। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे मेला देखने वाले लोगों की भीड बढ रही हैै। लोगों का रुझान पुरानी व हाथ से बनी चीजों की तरफ है और ये लोगों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर रहीं दुकानदारों ने बताया कि अभी तो प्रदर्शनी की शुरुआत हुई है, आने वाले दिनों में काफी लोगों के आने की संभावना है। रविवार को छुट्टी होने के कारण भारी तादाद में लोग सूरजकुंड पहुंचे और यहां मेले व प्रदर्शनी का आनंद लिया।
Posted by: | Posted on: February 2, 2018

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया हरियाणा रसोई का उद्घाटन 

फरीदाबाद ( विनोद वैष्णव / ब्रजेश भदोरिया ) : बाजरे की खिचड़ी, कचरी की चटनी, टिकडा जैसे हरियाणवी व्यंजन भले ही हमें कभी कभार मिलते हों लेकिन हरियाणा के सभी जिलों में अब इन व्यंजनों का लुत्फ उठाया जा सकेगा | उद्योग और पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल के प्रयासों से शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल सूरजकूंड में हरियाणा रसोई का उद्घाटन किया | इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लस्सी का आनंद उठाया और हरियाणा रसोई का निरीक्षण किया | उन्होने कहा कि हरियाणवी व्यंजन भी हरियाणा की संस्कृति का प्रतीक हैं | वहीं उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने हरियाणा रसोई में खाने का भी लुत्फ उठाया और बताया कि हरियाणा के सभी टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स में हरियाणा रसोई का निर्माण किया जाएगा | हरियाणा रसोई में बाजरे और मेथी की रोटी,  टिकडे, बाजरे की खिचड़ी, दलिया, कचरी की चटनी, शक्कर रोटी, खांड रोटी, शक्कर वाली खीर का लोग आनंद ले पाएंगे तो वहीं चना, सरसों ,बथुए का साग, पीली दाल, चूरमा और ग्वार की फली की सब्जी , पापड की सब्जी, बडी का साग, कढी के अलावा हरियाणवी खट्टी रबडी और लस्सी का भी आप स्वाद ले सकते हैं |  विपुल गोयल ने हरियाणा की रसोई के शुभारंभ के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि हरियाणा में पर्यटन के साथ लोग हरियाणावी व्यंजनों के भी मुरीद हो सकें इसके लिए हरियाणा रसोई अहम भूमिका निभा सकती है |
Posted by: | Posted on: February 2, 2018

मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने 32वें अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला का उदघाटन किया

सूरजकुण्ड( विनोद वैष्णव / ब्रजेश भदोरिया ) 2 फरवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने 32वें अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला का उदघाटन किया। यह सूरजकुण्ड मेला 2 फरवरी से 18 फरवरी, 2018 के बीच आयोजित किया जा रहा है।
इस मौके पर उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने सूरजकुण्ड में आने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें आज यहां आकर एक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही हैं इस मेला में उत्तर प्रदेष को थीम राज्य के रूप में यहां पर अपने राज्य की कलाएं प्रदर्षित करने का एक अच्छा मंच प्रदान किया गया है, जिसके लिए वे हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सहित हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला ने उत्तर भारत में अपना एक स्थान बना लिया है, जहां लोक कलाओं, लोक परपंराओं, संस्कृति के आदान-प्रदान और हस्तषिल्पियों के साथ-साथ हस्तषिल्प से जुडे उद्यमियों को एक अच्छा मंच प्रदान करता है। उन्हांेने कहा कि 32वें अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में उत्तर प्रदेष राज्य को थीम राज्य के रूप में अवसर प्रदान किया गया है और इसके लिए वे हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व उनकी टीम का धन्यवाद करते है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले व आयोजन कोई जमावडा मात्र नहीं हंै बल्कि इस प्रकार के मेले व आयोजन तथा विषिष्ट पर्व संस्कृति, सामाजिक, धार्मिक एकता को प्रदर्षित करने का मौका प्रदान करते है।
उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने भागीदार देष किर्गीस्तान तथा अन्य देषों से आए हुए गणमान्यों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस मेला को नई ऊंचाईयां प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस मेला में स्टालों के साथ-साथ मेला की अवधि को भी बढाया गया है जो पहले 14 दिन की थी को 16 दिन किया गया है। इसके अलावा, हरियाणा सरकार द्वारा इस मेला को साल में दो बार आयोजित करने पर भी विचार किया जा रहा है ताकि कलाकारों, बुनकरों  सहित अन्य हस्तषिल्पियों को ज्यादा से ज्यादा अवसर प्रदान किया जा सकें। उन्होंने कहा कि इस मेला में उत्तर प्रदेष को थीम राज्य के रूप में आने का मौका मिला है जहां पर एक साथ मथुरा, वृदंावन, आयोध्या, प्रयागराज, काषी के घाटों के साथ-साथ अन्य प्रसिद्ध स्थलों के द्वारों व कलाकृतियों को दर्षाया गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उत्तर प्रदेष सरकार ने एक जिला-एक उत्पाद योजना को शुरू किया हैं जिसके तहत प्रत्येक जनपद एक विषिष्ट पहचान रखे हुए हैं जिसे बढावा देने के लिए यह योजना बनाई गई है और इस मेले में भी उत्तर प्रदेष की संस्कृति के साथ-साथ वहां पर बनने वाले प्रमुख उत्पादों को दिखाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत आदिकाल से ही सांस्कृतिक एकता व ईकाई के लिए जाना जाता है यहां पर किसी भी प्रकार का सांस्कृतिक वैरियर नहीं हैं अर्थात उत्तर प्रदेष वाली दीपावली मनाते हैं तो हरियाणा वाले भी दीपावली मनाते हैं। इसी प्रकार  पर्वों, त्यौहारों, परंपराओं की एक विरासत हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 2019 में प्रयागराज में कुंभ का मेला आयोजित किया जाएगा जिसमें अनुमानतः 15 करोड श्रद्धालु आएंगें, जिसमें हरियाणा से भी श्रद्धालु आएंगंेे अर्थात सब कुछ एक है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेष के मथुरा में हुआ और श्रीकृष्ण ने गीता का अमर संदेष हरियाणा के कुरूक्षेत्र में दिया, जहां श्रीकृष्ण ने युद्ध भूमि को ही धर्म भूमि बना दिया।
हरियाणा के नौजवानों, मेहनतकष किसानों की प्रषंसा करते हुए उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के किसानों ने हरियाणा की धरती को हरा-भरा कर दिया है और हरियाणा के नाम को चरितार्थ किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की धरती संदेष देने वाली धरती हैं जहां महाराजा अग्रसेन ने संदेष दिया था कि जो भी नागरिक आए तो उसे एक ईंट व एक मुद्रा देकर भेजा जाए अर्थात इस प्रकार के कार्यकलाप से उस नागरिक को सम्मान मिलता था। इसी प्रकार, हरियाणा के कुरूक्षेत्र में श्रीकृष्ण द्वारा गीता का अमर संदेष दिया गया और इस संदेष को किस रूप में लाखों बच्चों ने एक साथ पठित किया हैं, जो शासवत ग्रंथ हंै, को साकार करने का काम किया हैं। वहीं, सरस्वती महोत्सव का भी आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने गुडगांव का नाम गुरूग्राम किया है और गुरूग्राम का विकास बताता हैं कि विकास क्या हैं।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत देष कलाओं, सभ्यता, संस्कृति और संगम स्थानों का एक प्राचीन स्थल है। उन्होंने कहा कि पडौसी राज्येां के संबंध प्रगाढ बने, इसके लिए ऐसे मेलों का आयोजन होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार इस मेला में 1000 से अधिक कलाकार, बनुकर व हस्तषिल्प कलाकार आए हैं और उत्तर प्रदेष मेला में थीम राज्य के रूप में षिरकत कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस मेला में उत्तर प्रदेष की महिमा रहेगी और उत्तर प्रदेष आर्कषण का केन्द्र रहेगा, जहंा पर राम, कृष्ण, बाबा षिवजी इत्यादि उत्तर प्रदेष की याद करवाएगा। उन्हांेने कहा कि उत्तर प्रदेष एक बडा राज्य हैं और वहां की संस्कृति का रंग यहां पर होगा।
उन्होंने कहा कि इस बार मेला में उत्तर प्रदेष की छटा दिखाई देगी और बनारस, आयोध्या तथा अन्य जाने-माने स्थलों के द्वार व अन्य कलाकृतियों को यहां पर प्रदर्षित किया गया हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष श्रीकृष्ण की जन्मस्थली हैं तो गीता का संदेष हरियाणा में दिया गया, जो आपसी संस्कृति की एक पहचान है। इसी प्रकार, इस बार इस मेला मं लगभग 28 देषों की संस्कृति व कला का संगम यहां पर होगा। उन्होंने बताया कि इस बार मेला में किर्गीस्तान भागीदार देष के रूप में भाग ले रहा हैं, जो विष्व प्रसिद्ध झीलों के रूप में जाना जाता हैं, इसके अलावा, यह देष सोना, जैविक खेती इत्यादि के लिए भी प्रसिद्ध है।उन्होंने बताया कि भारत और किर्गीस्तान के साथ पर्यटन, कृषि के अलावा अन्य क्षेत्रों में 6 समझौते किए गए है, जिससे वसुदेव कुटुम्बं के दर्षन होते है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेष और हरियाणा के बीच एक परिवहन समझौता किया गया, जो एकरूपता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि वे पर्यटक और परिवहन के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में बढावा देने के लिए उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार यह इस मेला की अवधि दो दिन के लिए बढाई गई है और यह भी योजना तैयार की जा रही है कि इस मेला को साल में दो बार आयोजित किया जाए ताकि लोगों के साथ-साथ कलाकारों, बुनकरों व षिल्पकारों को ज्यादा से ज्यादा यहां आने का मौका मिल सकें।
इससे पूर्व, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने मेला परिसर में स्थापित किए स्टालों व हटस का भ्रमण भी किया।
इससे पहले, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजयबर्धन ने भी 32वें अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला के लिए की गई व्यवस्थाओं के साथ-साथ हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों पर भी प्रकाष डाला।
इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया। वहीं, उत्तर प्रदेष की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी सहित उत्तर प्रदेष से आए हुए मंत्रियों व गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार, हरियाणा भाजपा के प्रभारी डा. अनिल जैन, भाजपा प्रदेष अध्यक्ष श्री सुभाष बराला को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार, उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया। वहीं, मोरक्को, तुर्केमिस्तान, टूनिषिया, माॅरिषिष, युगांडा देषों से आए हुए राजदूतों व प्रतिनिधियों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, उत्तर प्रदेष सरकार के परिवहन श्री स्वतंत्रदेव सिंह, उत्तर प्रदेष की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी, उत्तर प्रदेष के संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, हरियाणा के शिक्षा व पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल, हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य श्री कृष्ण कुमार बेदी, श्रम एव रोजगार मंत्री श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, विधायक श्रीमती प्रेमलता, विधायक असीम गोयल, श्री श्याम सिंह राणा, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन श्रीमती कृष्णा गहलावत, हरियाणा पर्यटन के चेयरमैन श्री जगदीष चैपडा, हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन श्री जवाहर यादव, हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री अमित आर्य, हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान ओएसडी श्री नीरज दफतुआर, हरियाणा पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेषक श्री समीरपाल सरो सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
क्रमंाक-2018
सूरजकुण्ड, 2 फरवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व हरियाणा के भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन को आगामी 23 व 24 फरवरी को बरसाना की होली में उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने खुले मंच से आंमत्रित किया और कहा कि वे मथुरा आए और इस आयोजन में सहभागी बनें।
यह आमंत्रण आज उन्होंने 32वें अंर्तराष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला के उदघाटन अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब कभी भी हरियाणा के नौजवानों, युवाओं, किसानों, महिलाओं से संबंधित व राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए कोई भी बात आएगी तो  उत्तर प्रदेष सरकार हमेषा हरियाणा सरकार का सहयोग करने के लिए तैयार होगी।
मेला के उदघाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि वे हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों व राज्य के नागरिकों को बधाई व शुभकामनाएं देते है और आषा करते हैं कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करेंगें।
इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया। वहीं, उत्तर प्रदेष की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी सहित उत्तर प्रदेष से आए हुए मंत्रियों व गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार, हरियाणा भाजपा के प्रभारी डा. अनिल जैन, भाजपा प्रदेष अध्यक्ष श्री सुभाष बराला को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार, उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को स्मृति चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया। वहीं, मोरक्को, तुर्केमिस्तान, टूनिषिया, माॅरिषिष, युगांडा देषों से आए हुए राजदूतों व प्रतिनिधियों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, उत्तर प्रदेष सरकार के परिवहन श्री स्वतंत्रदेव सिंह, उत्तर प्रदेष की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी, उत्तर प्रदेष के संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, हरियाणा के शिक्षा व पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल, हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य श्री कृष्ण कुमार बेदी, श्रम एव रोजगार मंत्री श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, विधायक श्रीमती प्रेमलता, विधायक असीम गोयल, श्री श्याम सिंह राणा, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन श्रीमती कृष्णा गहलावत, हरियाणा पर्यटन के चेयरमैन श्री जगदीष चैपडा, हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन श्री जवाहर यादव, हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री अमित आर्य, हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान ओएसडी श्री नीरज दफतुआर, हरियाणा पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेषक श्री समीरपाल सरो सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
क्रमंाक-2018
सूरजकुण्ड, 2 फरवरी- हरियाणा और उत्तर प्रदेष के यात्रियों को सुविधाएं देने के मदेनजर आज हरियाणा सरकार और उत्तर प्रदेष सरकार के मध्य हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में पारस्परिक परिवहन समझौता किया गया। आज के समझौते के आधार पर उत्तर प्रदेष के 256 मार्गों पर हरियाणा राज्य की 423 बसों द्वारा 66420 किलोमीटर का संचालन उत्तर प्रदेष में किया जाएगा तथा उत्तर प्रदेष की 522 बसों द्वारा हरियाणा राज्य के 256 मार्गों पर 50034 किलोमीटर का संचालन किया जाएगा।
इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज का दिन वास्तव में एक महत्वपूर्ण दिन हैं और हरियाणा की उत्तर प्रदेष के साथ एक लंबी सीमा लगती है जिससे हरियाणा और उत्तर प्रदेष में रहने वाले लोगों व रोजाना आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सीमा उत्तर प्रदेष के साथ पोंटा साहिब से लेकर दक्षिण हरियाणा के होडल-कोसी तक लगती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पडौंसी राज्य के साथ इस परिवहन समझौते से आवागमन में सुगमता के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा और दोनों राज्यों की आर्थिक व्यवस्था को बढाने में एक प्रकार की गति प्रदान होगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की 423 बसें उत्तर प्रदेष में 66420 किलोमीटर तक प्रति दिन के अनुसार दौडेगी और इसी प्रकार उत्तर प्रदेष की 522 बसें 50034 किलोमीटर की दूरी हरियाणा में तय करेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस समझौते को पूरा करने के लिए वे उनका धन्यवाद करते हैं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 1980  के बाद यह पहली बार है जब परिवहन क्षेत्र में यह इस प्रकार का समझौता प्रभावी ढंग से सम्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि 1980 के बाद इस प्रकार के समझौतों में कई प्रकार की अडचंने आ रही थी परंतु अब जाकर यह समझौता हो पाया है। उन्होंने कहा कि परिवहन में लगातार आवागमन होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष में नई सरकार आने के बाद कई राज्यों के परिवहन में आवागमन प्रस्तावों पर हमने विचार किया है और राजस्थान, उत्तर प्रदेष तथा उत्तराखंड के साथ इस प्रकार के समझौते किए जा चुके हैं तथा आज हरियाणा के साथ यह परिवहन समझौता हो रहा है। उन्होंने कहा कि पष्चिम उत्तर प्रदेष और हरियाणा कहीं से भी अलग नहीं हैं तथा उत्तर प्रदेष व हरियाणा का संबंध हजारों सालों से हैं। उन्होंने कहा कि जहां श्रीकृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेष में हुआ वहीं उन्होंने गीता का संदेष हरियाणा में दिया। उन्हेांने कहा कि आज यह दुर्लभ अवसर हैं जब इस प्रकार का परिवहन के क्षेत्र में समझौता हुआ है। उन्होंने कहा कि हरियाणावासियों को उत्तर प्रदेष के आयोध्या, काषी, गोरखपुर, मथुरा इत्यादि जगहों पर जाने का अवसर इन परिवहन सुविधाओं से मिलेगा वहीं वे उत्तर प्रदेष से होते हुए नेपाल के पषुपतिनाथ व गंगा सागर तक भी जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों व लोगों के साथ-साथ श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए इस समझौते को जल्द से जल्द अधिसूचित किया जाए ताकि दोनों राज्यों के लोगों को शीघ्र परिवहन सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने अनुबंध के दौरान अनुबंध व समझौता दस्तावेजों का आदान-प्रदान भी किया।
इस पहले, हरियाणा परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आर आर जोवल ने कहा कि हरियाणा सरकार और उत्तर प्रदेष सरकार के बीच परिवहन सुविधाओं के लेकर इस प्रकार का यह पहली बार समझौता किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समझौते को अमलीजामा पहनाने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेष के वरिष्ठ अधिकारी पिछले दो महिनों से प्रयासरत थे। उन्होंने इस मौके पर इस परिवहन समझौते की विषेषताओं पर प्रकाष भी डाला।
इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। वहीं, उत्तर प्रदेष सरकार के परिवहन श्री स्वतंत्रदेव सिंह, उत्तर प्रदेष सरकार की परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती आराधना शुक्ला, उत्तर प्रदेष सरकार के परिवहन आयुक्त पी. गुरू प्रसाद को भी हरियाणा सरकार के मंत्री व अधिकारियों की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा के शिक्षा व पर्यटन मंत्री श्री रामबिलास शर्मा, हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य श्री कृष्ण कुमार बेदी, उत्तर प्रदेष की महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोषी, श्रम एव रोजगार मंत्री श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, विधायक श्रीमती प्रेमलता, विधायक असीम गोयल, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन श्रीमती कृष्णा गहलावत सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
Posted by: | Posted on: January 31, 2018

हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने आगामी सूरजकुंड मेला के संबंध में होटल राजहंस के कन्वेंशन सेंटर सभागार में आयोजित एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों के साथ मेले के सम्बंध में आवश्यक जानकारी सांझा की

( विनोद वैष्णव )|हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने आगामी सूरजकुंड मेला  के संबंध में होटल राजहंस के कन्वेंशन सेंटर सभागार में आयोजित एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों के साथ मेले के सम्बंध में आवश्यक जानकारी सांझा की ।उनके साथ हरियाणा सरकार में भूमि सुधार बोर्ड के चेयरमैन अजय गौड़ ,भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ,मुख्य मेला प्रबंधक समीरपाल सरो, उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी व मेले के नोडल अधिकारी राजेश जून भी उपस्थित थे । पर्यटन मंत्री ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर चुके सूरजकुंड मेला की इस कामयाबी का श्रेय प्रेस एवम मीडिया के प्रतिनिधियों की सकारात्मक सोच व लेखनी को भी जाता है । उन्होंने कहा मेले में इस बार मथुरा ओर अयोध्या के नाम से दो चौपाल होगी । अयोध्या की चौपाल में भगवान श्री राम व मथुरा की चौपाल मे भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं व मर्यादाओ की अनुपम छटा देखने को मिलेगी। इनमे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा इन दोनों नगरियों के इतिहास व संस्कृति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी । टीम स्टेट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 2 फरवरी को बतौर मुख्य अतिथि इस मेले का शुभारंभ करेगें उनके साथ मेजबान प्रदेश हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल समारोह की शान बढ़ायेगे। पर्यटन मंत्री ने कहा कि हरियाणा की कहानी पर आधारित सुपरहिट फिल्म दंगल व सुल्तान का निर्माण किया गया है । अतः इन दोनों फिल्मों के कलाकारों की समूची टीम को भी मेले मे आमंत्रित किया गया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम को ध्यान में रखते हुए स्कूल- कॉलेजो की छात्राओं के मेले में प्रवेश निशुल्क रखा गया है । वे अपना पहचान पत्र दिखाकर ही मेले में प्रवेश कर सकेगी। श्री रामविलास शर्मा ने मेले के आयोजन से जुड़े अन्य सभी प्रकार की प्रबंधो बारे भी मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत करवाया।