January, 2022
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जननायक जनता पार्टी ने आगामी नगर निगम चुनावों को लेकर तैयारियां की शुरू
जननायक जनता पार्टी के ग्रामीण जिलाध्यक्ष तेजपाल डागर और शहरी अरविंद भारद्वाज भारद्वाज की अध्यक्षता में आज जिला कार्यालय पर मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर पार्टी के तमाम पदाधिकारियों के चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष तेजपाल डागर अरविंद भारद्वाज ने बताया कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जी के दिशा निर्देश नगर निगम के सभी वार्ड में चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों के की सूची तैयार की जाएगी। और जिले के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों की जिले के सभी वार्डों में पार्टी के उम्मीदवारों को मजबूत करने की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। इसके अलावा बड़खल विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 16 से अखलाक जलाल ने अपने साथियों सहित जननायक जनता पार्टी का दामन थामा। मीटिंग में मौजूद पार्षद दीपक चौधरी एवं कुलदीप तेवतिया ने निगम चुनावों की तैयारियों को लेकर अपने विचार रखे। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव कृष्ण जाखड़, हलका अध्यक्ष जग्गी मेंबर, अमर नरवत, करामत अली, अमरिक कश्यप, जिला प्रवक्ता अनिल खुटेला, युवा जिला अध्यक्ष ग्रामीण संदीप कपासिया, शहरी नालिन हुड्डा, मास्टर प्रकाश रावत ,मास्टर सतीश फोगाट, भारत यादव , अनिल भाटी, महेश पटेल, अजय भड़ाना, डालचंद , परविंदर सिंह ,गुलाब सिंह रावत, उमेश भाटी, हरमीत कौर, प्रवीण त्यागी , श्याम सिंह राणा,अनिल बाल्मीकि, रोहित बैरागी,सुदेश ग्रोवर, पवन नरवत , अमर सिंह दलाल, राजु तंवर ,सत्य प्रकाश, सूरत चौहान, जसवीर सिंह, रवि शर्मा, अब्दुल सत्तार, साबिर ,अजीज मलिक, लतीफ, सहित काफी संख्या में पार्टी के पदाधिकारियों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बेटियों को आम आदमी पार्टी में मिलेगा पूरा मान सम्मान : हरेंद्र भाटी
फरीदाबाद, 29 जनवरी : वार्ड नंबर 37, आजाद नगर बल्लभगढ़ से मोनिका मोरिया, एम ए पॉलिटिक्स को पार्टी में शामिल कराया गया। मोनिका मोरिया एक क्रांतिकारी नौजवान छात्र संघ की नेता है। शनिवार को उन्होंने बल्लबगढ़ से प्रत्याशी रहे हरेंद्र भाटी एवं व्यापारी प्रकोष्ठ के जोन अध्यक्ष अमन गोयल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी का दामन थामा। मोनिका मोरिया ने पार्टी की नीतियों में आस्था जताते हुए वार्ड नंबर 37 से चुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की। इस मौके पर जोन कोषाध्यक्ष हरेंद्र भाटी ने कहा कि आज सभी साथियों ने मिलकर मोनिका मोरिया को पार्टी से जोड़ा तथा उन्हें आश्वस्त किया कि मेहनत करें ईमानदारी से अपनी टीम बड़ी करे। उन्होंने पार्टी के हित में अच्छा काम करने का आह्वान किया, जिससे भविष्य में पार्टी उनको वार्ड नंबर 37 से टिकट देकर चुनाव लडा सकें। दक्षिण हरियाणा व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमन गोयल ने इस मौके पर मोनिका मोरिया को बधाई दी और कहा कि आज युवा वर्ग आप पार्टी में अपनी आस्था जता रहे है और पार्टी को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। मोनिका मोरिया एक पढ़ी लिखी शिक्षित युवा हैं, ऐसे क्रांतिकारी युवाओं के पार्टी में जुड़ने से मजबूती मिलेगी। इस मौके पर लोकेश अग्रवाल अध्यक्ष बल्लभगढ़ विधानसभा, सोनू मोरिया, ईशान यादव, नितिन राव, निशांत, दीपचंद, बसंत, शेर सिंह, अमर आदि मौजूद रहे।
एमवीएन विश्वविद्यालय पलवल में छठे दीक्षांत समारोह का आयोजन
पलवल (विनोद वैष्णव )| एमवीएन विश्वविद्यालय पलवल में छठे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिस के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ के०के० अग्रवाल रहे l इस अवसर पर कुलाधिपति संतोष शर्मा ने मेधावी छात्र एव छात्राओं को उपाधि प्रदान की I इस अवसर पर अनुसंधान विद्वान प्रीति अरोड़ा को विद्या चिकित्सक की उपाधि प्रदान की गई एवं अन्य 397 मेधावी छात्र एवं छात्राओं को अभियांत्रिकी, प्रबंधन, विज्ञान, वाणिज्य, विधि, कंप्यूटर अनुप्रयोग एवं फार्मेसी आदि संकायो की उपाधि प्रदान की गई I कुलाधिपति संतोष शर्मा द्वारा शैक्षणिक उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 3 छात्रों ( आरती देवी, नरेंद्र एवं सिमरन तनेजा) को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया l इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ के० के० अग्रवाल ने बधाइयां देते हुए कहा कि आप लोगों ने एक अलग दुनिया में प्रवेश किया है जहां पर अध्यापक आपके साथ नहीं होंगे आपको स्वयं ही संघर्ष करना होगा l उन्होंने कोरोना महामारी के बारे में बात करते हुए कहा कि प्रत्येक बाधा जीवन में समस्या पैदा करती है लेकिन वह हमें अवसर भी प्रदान करती है l उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई को संभव बनाया जिसकी वजह से 33 करोड़ विद्यार्थियों की शिक्षा के 2 वर्षों को बचाया जा सका l उन्होंने शिक्षा एवं दीक्षा मे अंतर बताते हुए कहा कि शिक्षा हमें ज्ञात समस्याओं का समाधान बताती है लेकिन दीक्षा हमें अज्ञान समस्याओं का समाधान बताती है l
विश्वविद्यालय के प्रबंधक संचालक कांता शर्मा,अध्यक्ष वरुण शर्मा ने विद्यार्थियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एमवीएन विश्वविद्यालय की शुरुआत एमवीएन सोसाइटी के संस्थापक स्वर्गीय गोपाल शर्मा जी के जिस सपने को लेकर हुई थी वह धीरे-धीरे साकार हो रहा है I उन्होंने कहा कि एमवीएन विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने वाले अनेकों विद्यार्थी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कंपनियों एवं बिजनेस में अपनी सेवाएं दे रहे हैंl विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेवी देसाई ने कहा कि एमवीएन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना स्वर्गीय श्री गोपाल शर्मा जी द्वारा 1983 में हुई और उसी को क्रम में आगे बढ़ाते हुए ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2012 में एमवीएन विश्वविद्यालय की स्थापना की गई l उन्होंने कहां की कोरोना महामारी में भी विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों की शिक्षा को बाधित नहीं होने दिया एवं कक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से लिया गया l उन्होंने इस कठिन समय में अध्यापकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए उनकी उपलब्धियों को गिनाया l उन्होंने कहा कि एमवीएन विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ समाज के उत्थान के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य, कानूनी एवं कृषि संबंधित जागरूक कैंप का आयोजन भी करता है l विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने अंत में सभी का धन्यवाद किया I इस अवसर पर जेपी गौर, निर्मला यादव, संजीव जैन, सीता कालरा, डॉ सचिन गुप्ता, डॉ एनपी सिंह, डॉ मुकेश सैनी, डॉ राहुल वार्ष्णेय, डॉ तरुण विरमानी, डॉ कुलदीप, डॉ मयंक चतुर्वेदी, देवेश भटनागर, बबीता यादव, दया शंकर प्रसाद, योगेश सिंह, महेश धानु, संजय शर्मा एवं समस्त अध्यापकगण उपस्थित रहे l
28 जनवरी के॰ एल॰ महता दयानंद महाविद्यालय में प्रेरणा दिवस बड़े उत्साह और उमंग से मनाया गया
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव )| 28 जनवरी के॰ एल॰ महता दयानंद महाविद्यालय में प्रेरणा दिवस बड़े उत्साह और उमंग से मनाया गया l मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व मंत्री ए॰ सी॰ चौधरी जी एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे l कार्यक्रम का आरंभ स्वामी दयानंद सरस्वती जी के भजन से हुआ l कॉलेज की छात्रा ने कन्हैयालाल महता जी को अपने भजन के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किए l पूर्व मंत्री ए॰ सी॰ चौधरी जी ने महता जी के जीवन को हम सब के लिए प्रेरणादायक बताया l उन्होंने महता जी के साथ बिताए अपने अनुभवों को शब्दों की माला के रूप में प्रस्तुत किया l आचार्य मानव शास्त्री जी ने महता जी के जीवन को अनुसरणीय बताया तथा अपने अनुभवों को साझा किया l कार्यक्रम के अंत में महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष आनंद महता जी ने सभी गणमान्य सदस्यों को धन्यवाद दिया तथा प्रीतिभोज का आयोजन भी किया गया l
ध्यान-कक्ष – आत्मबोध कर पूर्ण शांति व अखंड संतोष को प्राप्त करो
ध्यान कक्ष में उपस्थित सजनों को आज समझाया गया कि इस संसार में सबसे बड़ा कार्य है इच्छाओं का शमन करना अर्थात् संकल्प रहित होना जिसके लिए आवश्यकता है इन्द्रिय निग्रह की। इन्द्रियों की प्रवृत्ति विषयों की ओर न हो, यही अवस्था परिशमन की है जिसके लिए आवश्यकता है अपने आप को जानने की व पहचानने की कि मैं यथार्थ में कौन हूँ, कहाँ से आया हूँ, क्या करने आया हूँ और इस कारण शरीर को धारण करने के उपरांत, किस बात का विचार एवं ध्यान रखते हुए मुझे अपने जीवन का परम प्रयोजन सिद्ध करना है? कहने का आशय यह है कि जब अंत:स्थित परमेश्वर पर आस्था रखते हुए, निरंतर अभ्यास, वैराग्य और जागरूकता के साथ, आत्म यथार्थ (आत्मा) की खोज की जाती है तो इंसान सहज ही आत्मज्ञान के प्रकाश में, तटस्थ और साक्षी भाव से मार्ग अवरोधक इच्छाओं को पढ़ते हुए, उनकी व्यर्थता व निरर्थकता का बोध कर, उनसे मुक्ति पाने का प्रयास करता है। इस प्रयास के अंतर्गत, वह उन इच्छाओं की प्रकृति, गति और नियति को जानता है तथा उनकी निस्सारता पर विचार करते हुए, उन्हें सहलाने, पोषणे और आहुति देकर प्रज्ज्वलित करने यानि पूरा करने की बजाय, दुत्कारते हुए, मन के क्षितिज से बाहर निकाल फैंकता है। इस तरह वह उन इच्छाओं के कारण, अपने मन में पनपे दोषों, विकारों, उपद्रवों और स्वार्थपरता आदि का शमन कर, अपने अंत:करण व भाव-स्वभावों का शोधन करता है और राग-द्वेष, काम-क्रोध, लोभ-मोह, अहंकार जैसे शत्रुओ का नाश कर, संकल्प कुसंगी पर विजय प्राप्त कर लेता है। नि:संदेह सजनों आरंभ में इच्छाएँ अनंत होती है परन्तु अंततोगत्वा एक परमात्म प्राप्ति की इच्छा रह जाती है और आत्मबोध होने पर जब यह इच्छा भी शमित यानि विलय हो जाती है तब बंधनमान जीव स्वतन्त्र हो जाता है और उसे पूर्ण शांति व अखंड संतोष प्राप्त होता है। इस प्रकार सजनों इस महान उपलब्धि को प्राप्त कर जो कामनाओं से रहित हो, आत्मेश्वर में स्थित हो जाता है, उसका फिर कभी पतन नहीं होता अपितु वह तो ब्रह्म नाल ब्रह्म हो, चित्त की अखंड प्रसन्नता को प्राप्त कर, सत्-चित्त-आनन्द स्वरूप में लीन हो जाता है यानि अपने सच्चे घर में स्थित हो सतवस्तु के कुदरती ग्रन्थ के अनुसार कह उठता है:-
सच्चे घर दे अन्दर जाऊँ ओय, ओथे लख लख खुशियां मनाऊं ओय।
जगे जोत दूसरी वस्तु न कोई ओय, ओथे जोत ही जोत नज़र आई ओय।
ओथे जोत ही जोत नज़र आई ओय, जैंदी त्रिलोकी दे विच रौशनाई ओय।
आप भी सजनों इस आनन्द स्वरूप में स्थित होने हेतु समभाव समदृष्टि की युक्ति का अनुशीलन करते हुए आत्म यथार्थ का बोध करो और आत्मज्ञान के प्रकाश में, साक्षी भाव से मार्ग अवरोधक इच्छाओं को पढ़ते हुए, उनकी व्यर्थता व निरर्थकता का बोध कर, उनसे मुक्ति पाने के प्रयास में सफल हो जाओ।
जानो इसी कारज की सिद्धि के लिए यह ध्यान-कक्ष यानि समभाव समदृष्टि का स्कूल खोला गया है व इसमें आने वालों को सतयुगी आचार संहिता से परिचित करा तद्नुकूल ढ़लने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आप चाहे तो आप भी इस स्कूल में आ सकते हैं और उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिवर्सल अस्पताल ने फेफड़ा प्रत्यारोपण के मरीज की बचाई जान
फरीदाबाद, 28 जनवरी। यूनिवर्सल अस्पताल ने एक मरीज जिसके दोनों फेफड़े पूरी तरह से खराब हो चुके थे, उसकी जान बचाई है। मरीज ज्ञानचंद जिसकी उम्र 55 साल है, जो काफी समय से फेफड़े की तकलीफ से पीड़ित था और उसे 8 से 12 लीटर ऑक्सीजन लगातार दी जा रही थी, जिसके चलते जिसकी जीने की सारी उम्मीद खत्म हो रही थीं। हिन्दुस्तान के काफी अस्पतालों में घूमने के दौरान मरीज को फेफड़ों के ट्रांसप्लांट की सलाह दी गई। फेफड़ों का ट्रांसप्लांट व प्रत्यारोपण एक ऐसा ऑपरेशन होता है जिसमें जो मरीज ब्रेन डेड हो चुका होता है या कोमा में जा चुका होता है, उसका फेफड़ा निकालकर इस मरीज को लगाया जाता है। इसी को फेफड़ों का ट्रांसप्लांट बोलते हैं।
इस कड़ी में उक्त मरीज यूनिवर्सल अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेष जैन से मिला। डा. शैलेष जैन ने अपनी टीम जिसमें हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रहमान, फेफड़ा रोग विशेषज्ञ फिजिशियन डॉ. संजीव, फिजियोथेरेपिस्ट, गायडियिशन व अन्य विशेषज्ञों ने पाया कि मरीज का हृदय सामान्य रूप से कार्य कर रहा है। अगर उसका फेफड़ा प्रत्यारोपण हो जाए तो मरीज की जान बच सकती है और उसकी ऑक्सीजन के ऊपर जो निर्भरता है वह भी खत्म हो सकती है। लेकिन अभी यूनिवर्सल अस्पताल में फेफड़ा प्रत्यारोपण की अनुमति नहीं है इसलिए यह आपरेशन यूनिवर्सल अस्पताल ने दिल्ली के एक अस्पताल में गत 22 जनवरी को करवाया, जिसके बाद मरीज को पुन: यूनिवर्सल अस्पताल में लाया गया। पिछले एक माह से ज्यादा समय से अस्पताल में उपचाराधीन मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और मरीज बिना ऑक्सीजन के सांस ले पा रहा है।
डॉ. शैलेष जैन ने बताया कि अच्छी बात यह है कि मरीज तेजी से रिकवरी कर रहा है जिसके चलते उसे शीघ्र ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि फेफड़ा प्रत्यारोपण एक जटिल सर्जरी है, जिसमें फेफड़े उस व्यक्ति का लिया जाता है जो ब्रेन डेड या प्राय: कोमा में होता है। इस मरीज के दोनों फेफड़ों का प्रत्यारोपण हुआ। प्रत्यारोपण के लिए फेफड़ा गुजरात के अहमदाबाद से आए। डा. शैलेष जैन ने बताया कि एक ब्रेन डेड मरीज की अपनी आंख, दिल, फेफड़ा, किडनी, लीवर काफी मरीजों की जान बचा सकते हैं। सभी को अंगदान के लिए आगे बढ़कर सहयोग करना चाहिए।
डा. शैलेष जैन ने बताया कि लंग ट्रांसप्लांट होने के बाद मरीज की पूर्ण रिकवरी में तीन से छह महीने लगते हैं, जिसमें हम पहले छह हफ्ते चाहते हैं कि मरीज कोई भी भारी काम या कोई भारी वजन उठाना या स्कूटर-मोटरसाइकिल चलाना ऐसे कार्य न करे। इसके अंदर खास बात यह रहती है कि किसी दूसरे का लंग आपके फेफड़े में लगाया जाता है तो उसे आपकी बॉडी रिजेक्ट करने की कोशिश करती है, जिसे रिडेक्शन कहा जाता है। उसके लिए एम्युनिशन थेरेपी दी जाती है, इसमें मरीज को इंफेक्शन व फंगस आदि की शिकायत हो सकती है, जिससे बचने के लिए सावधानी व साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
वहीं अस्पताल की एमडी डॉ. रीति अग्रवाल ने इस ऐतिहासिक सफलता के लिए अस्पताल की पूरी टीम को बधाई दी। यूनिवर्सल अस्पताल एक ऐसा जहां एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी व सर्जरी की आधुनिक व नई सुविधाएं उपलब्ध हैं।
भगवान हनुमान की नहीं लगानी चाहिए ऐसी तस्वीरें , नकारात्मक ऊर्जा को देते है ये बढ़ावा
फरीदाबाद (पिंकी जोशी) : हिंदू धर्म में भगवान हनुमान को उन देवाताओं में माना जाता है तो भक्तों की प्रार्थना पर तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं। भक्त को वे हर संकट से छुटकारा दिलाते हैं। इतना ही नहीं, ऐसी मान्यता भी है कि भगवान हनुमान की आराधना से भक्तों पर सभी देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। हनुमान जी की उपासना से मन में शांति मिलती है। इसके साथ ही, आर्थिक और शारीरिक परेशानियां भी खत्म हो जाती हैं। मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित है। भक्त सिर्फ मंदिर में ही नहीं बल्कि घर में भी हनुमान जी की उपासना करते हैं. इसके लिए वे घर के मंदिर में भी बजरंग बली की मूर्ति या तस्वीर लगाते हैं। लेकिन वास्तु के अनुसार घर में हनुमान जी की तस्वीर लगाते समय कुछ बातों को खास ख्याल रखने की आवश्यकता है।
वास्तु के इन नियमों पर ध्यान दिया जाए, तो घर में नकारात्मक माहौल बना रहता है। इस वजह से घर में आर्थिक और शारीरिक समस्या सामने आ सकती हैं। आइए जानते हैं भगवान हनुमान की तस्वीर घर में लगाते समय किन बात का ध्यान रखना चाहिए।
नहीं लगानी चाहिए हनुमान जी की ऐसी तस्वीर :
- वास्तु के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी की छाती चीरने वाली तस्वीर घर में नहीं लगानी चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार घर में भगवान हनुमान की ऐसी तस्वीर लगाएं, जिसमें वे स्थिर अवस्था में हैं।
- मान्यता है कि पवनपुत्र हनुमान की हवा में उड़ती हुई या पर्वत को उठाने वाली तस्वीर घर में लगाने से बचना चाहिए।
- ऐसा कहा जाता हे कि भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को कंधे पर बैठाने वाली तस्वीर को भी घर में लगाने से परहेज करना चाहिए।
- लंका दहन से जुड़ी भगवान हनुमान की तस्वीर घर में लगाना शुभ नहीं माना जाता है. इससे सुख-समृद्धि पर खराब असर पड़ता है।
घर में लगाएं ऐसी तस्वीरें :
वास्तु के अनुसार घर में भगवान हनुमान की पीले वस्त्र धारण की हुई तस्वीर लगा सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि पीला सिंदूर हनुमान जी को बहुत प्रिय होता है और इससे सकारात्मक माहौल बनता है। बैठी हुई मुद्रा में भगवान हनुमान की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है।
नोट : सभी जानकारिया सोशल मीडिया और अन्य जगह से एकत्रित करके आपको बताई गयी है।
पंडित जगदीश प्रभाकर प्रधान एवं श्रीराम शर्मा महासचिव नियुक्त
बल्लभगढ़, फरीदाबाद (विनोद वैष्णव) :- मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति फरीदाबाद का पंचवार्षिक चुनाव 26 जनवरी 2022 दिन बुधवार को सुभाष कालोनी बल्लभगढ़ स्थित मैथिल ब्राह्मण धर्मशाला में निर्वाचन समिति की देखरेख में संपन्न हुआ। सर्वप्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजरोहण प्रदेश अध्यक्ष पंडित छत्रपाल मिश्र एवं समाज के गणमान्य नागरिको द्वारा किया गया। उसके पश्चात विधि विधान से वैदिक मंत्रों द्वारा हवन यज्ञ कर सुख शांति की कामना की गई। विगत कार्यकारणी द्वारा विगत 5 वर्षो में किए गए कार्यों का लेखा जोखा सुनाया गया।
समाज द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारी पं चंद्रपाल भारद्वाज, प्रदेश अध्यक्ष छत्रपाल मिश्र, भरतपुर सेवा समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा , बिजेंद्र प्रधान पलवल द्वारा आगामी कार्यों के लिए मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर पंडित जगदीश प्रभाकर को एवं महासचिव पद पर पंडित श्रीराम शर्मा को सर्वसम्मति से चुना गया। इसी क्रम से वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमप्रकाश भारद्वाज, कोषाध्यक्ष दलवीर भारद्वाज, एवम सचिव जसराम शर्मा नियुक्त हुए। चुनाव अधिकारी समिति द्वारा नव निर्वाचित पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। प्रदेश अध्यक्ष छत्रपाल मिश्र ने बताया की मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति समाजहित में सन 2002 से सामूहिक विवाह सम्मेलन, प्रतिभा सम्मान समारोह, रक्तदान शिविर, होली मिलन, प्राथमिक स्वास्थ्य शिविर एवं विभिन्न सामाजिक कार्य कर रही है। मैथिल ब्राह्मण सेवा समिति का यह चुनाव 5 वर्षो के लिए मान्य रहेगा। इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष रामगोपाल शर्मा, चंद्रपाल भारद्वाज, राकेश शर्मा, हरपाल वशिष्ठ, पुरुषोत्तम शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, श्यामलाल ठेकेदार, मलूक चंद भारद्वाज, हरकिशन बाबूजी, श्रीचंद शर्मा आदि उपस्थित रहे।
फरीदाबाद जिला प्रशासन ने मानव रचना को नवोदित युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उनको बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया
फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ने 73वां गणतंत्र दिवस बड़े गर्व के साथ मनाया। अतिथि कर्नल वी.के. गौर, फैकल्टी मेंबर्स और स्टूडेंट्स ने मानव रचना कैंपस में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कर्नल वी.के. गौर ने छात्रों को अशोक चक्र के महत्व और वास्तविक स्वतंत्रता के अर्थ को समझने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एक शैक्षणिक संस्थान होने के नाते, हमें अपने समाज को ‘आत्मनिर्भर’ बनने के लिए शिक्षित करना चाहिए।फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, लुधियाना और मोहाली में स्थित आठ मानव रचना इंटरनेशनल स्कूलों ने भी 73वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में अपने परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहर यह दिन मानव रचना को और भी गौरवान्वित करता है क्योंकि लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कुमार आनंद, महानिदेशक, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज को 73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर डिफेन्स फ़ोर्स में उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। वे अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित हैं।
इसके साथ ही, मानव रचना और श्री. सरकार तलवार, निदेशक खेल, MREI को गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर फरीदाबाद के जिला प्रशासन द्वारा नवोदित युवा प्रतिभाओं की पहचान और उनको बढ़ावा देने के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। पुरस्कार श्री आर.के. अरोड़ा, रजिस्ट्रार, एमआरआईआईआरएस; और श्री सरकार तलवार द्वारा प्राप्त किया गया।
जब देश की सेवा करने की बात आती है तो मानव रचना का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मानव रचना के परिसरों में गणतंत्र दिवस का उत्सव देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति प्रेम की एक झलक है।
सतयुग दर्शन विद्यालय ने वर्चुअली मनाया भारत का 73वां गणतंत्र दिवस।
सतयुग दर्शन विद्यालय में आज दिनांक-26-1-2022 को देश के 73वें गणतंत्र दिवस को बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय ध्वजारोहण व राष्ट्रगान के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने, उनके अभिभावकों ने व अन्य बहुत सारे गणमान्य नागरिकों व अतिथियों ने वर्चुअली भाग लिया। छात्रों ने देश के शहीदों के सम्मान में अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत, संगीत, भाषण व्याख्यान प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर विद्यालय का सम्पूर्ण प्रांगण तिरंगामय रूप से सुसज्जित किया गया था। कार्यक्रम के अंत मे
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री नीरज मोहन पुरी जी ने स्कूल मैनेजमेंट की तरफ़ से अपने संबोधन व सन्देश में देश की बढ़ती आर्थिक, सामरिक व वैज्ञानिक शक्ति से विद्यार्थियों को परिचित कराया। उन्होंने अपने सम्बोधन में आज़ादी दिलाने वाले अनेक शहीदों की कुर्बानियों को याद दिलाया। साथ ही आज़ादी को बनाए रखने के लिए आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के कर्तव्य पथ पर निरंतर अग्रसर रहने की प्रेरणा देते हुए सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।