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May, 2023

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Posted by: | Posted on: May 28, 2023

सतयुग दर्शन विद्यालय व सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में किया गया नन्हें- मुन्नों की प्रतिभा खोज का आयोजन

सतयुग दर्शन विद्यालय समय-समय पर अनेक सांस्कृतिक व प्रतिभा खोज पर आधारित प्रतियोगिताओं का आयोजन करता रहता है, इसी श्रृंखला की कड़ी के रूप में दिनांक 27-05-2023 को सतयुग दर्शन विद्यालय के विशाल सभागार में फरीदाबाद शहर के सैकडों निमंत्रित टाइनी टॉट्स का प्रतिभा प्रदर्शन के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे-छोटे बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार उनकी प्रतिभा को खोजकर बाहर लाना व उसी दिशा में उनके भविष्य का निर्धारण करना व मार्गदर्शन करना था। इसी के निमित्त अनेक प्रकार की मनमोहक व रंगारंग प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जैसे-नृत्य, गायन, खेल कूद,फ़ैशन शो, माता-पिता के व्यवहार की नकल करना, रंगों से चित्रकारी करना, रैम्प पर चलना आदि। सभी बच्चों व अभिभावकों ने कार्यक्रम का भरपूर लुत्फ़ उठाया। विद्यालय की परंपरा के अनुसार कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन श्री मोहित नारंग जी,मैनेजर श्रीमती मंजू दुआ जी प्रिंसिपल श्री दिनेश जिंदल जी,वाइस प्रिंसिपल श्रीमती नसरीन खान जी,सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र के प्रिंसिपल श्री दीपेंद्र कांत जी, विद्यालय के टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ़ मैम्बर तथा निमंत्रित अभिभावकगण व अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। फरीदाबाद शहर व आस-पास के क्षेत्रों से आए सैकड़ों छोटे-छोटे बच्चों ने विभोर कर देने वाली भावभंगिमा युक्त अनेक प्रस्तुतियों से सम्पूर्ण वातावरण को संगीतमय व आनंदमय बना दिया। बच्चों की गतिविधियों ने उपस्थित जनों को स्फुरित व रोमांचित कर दिया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। अंत में विद्यालय के प्रिंसिपल श्री दिनेश जिंदल जी ने सभी उपस्थित अभिभावकों व अन्य गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए छोटे बच्चों को उनके स्वस्थ व सुखद भविष्य की शुभकामनाएँ देकर सतयुग दर्शन विद्यालय के कैम्पस में स्थित अन्य दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए भी निमंत्रित व प्रेरित किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा एडमिशन काउंसलर श्रीमती नीतू गांधी जी ने तैयार की। इस प्रकार यह कार्यक्रम एक अविस्मरणीय कार्यक्रम बन गया।

Posted by: | Posted on: May 27, 2023

सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद में बिना दहेज के हुई रमैंणी (विवाह)*आज दिनांक 27 मई 2023 सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद में बिना दहेज के विवाह संपन्न हुआ।

*सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद में बिना दहेज के हुई रमैंणी (विवाह)*आज दिनांक 27 मई 2023 सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद में बिना दहेज के विवाह संपन्न हुआ। अंकित सुपुत्र शिवरतन निवासी सूरदास कॉलोनी फरीदाबाद की रमैंणी (विवाह) पलक सुपुत्री नवीन निवासी गोपालगंज उरई जिला जालौन उत्तरप्रदेश से हुई।इस विवाह में किसी प्रकार के दहेज का लेनदेन नहीं हुआ और बिना बैंड बाजे के बहुत ही साधारण तरीके से सामान्य वेशभूषा में दूल्हा-दुल्हन ने तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज को साक्षी मानकर मात्र 17 मिनट की रमैंणी द्वारा विवाह संपन्न किया।वर वधु को “जीने की राह” पुस्तक भेंट की गई। सभी के लिए आश्रम की तरफ से चाय बिस्किट के साथ भंडारे की व्यवस्था भी की गई।तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का मुख्य उद्देश्य भारत को दहेज मुक्त बनाना है और इसी श्रृंखला में उनके अनुयाई अपने गुरु जी की आज्ञा का पालन करते हुए साधारण तरीके से विवाह करते हैं जिसमें दोनों पक्षों से 15-20 लोग शामिल होते हैं।अनुयायियों का कहना है कि अब बेटियां किसी पर बोझ बनकर नहीं रहेंगी और सर्व समाज दहेज मुक्त बनेगा।रमैंणी के दौरान आश्रम के मुख्य सेवादार विजेंद्र दास, राजेंद्र दास और कुलदीप दास के साथ अन्य सेवादार उपस्थित हुए।

Posted by: | Posted on: May 27, 2023

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा घोषित किए गए 10 वी के परीक्षा परिणाम में नव ज्योति पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल , छायंसा , फरीदाबाद का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा

फरीदाबाद (विनोद वैष्णव ) | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा घोषित किए गए 10 वी के परीक्षा परिणाम में नव ज्योति पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल , छायंसा , फरीदाबाद का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। जिसमें 46 विद्यार्थियों से २२ विद्यार्थियों की MERIT आई हैऔर शेष विद्यार्थियों ने 70% से ऊपर अंक प्राप्त किये है। जिसमें RIYA D/O MR. TRILOK ने 95.2% अंक लाकर विधालय का नाम रोशन किया है। इसी प्रकार 12 वी कक्षा का ARTS ,COMMERCE AND SCIENCE का परीक्षा परिणाम भी शत प्रतिशत रहा। जिसमें PRIYANKA D/O MR. CHARAN SINGH ने 92% अंक प्राप्त करके विद्यालय रोशन किया है। हमारे स्कूल के संचालक जगदीश कुमार ने विद्यालय का परिणाम शत प्रतिशत आने पर सभी शिक्षक गण , विद्यार्थी गण और अभिभावक गण को बहुत बहुत बधाई दी है।

Posted by: | Posted on: May 26, 2023

तिगांव के शिव मंदिर में हुआ जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का आयोजन

दिनांक 25 मई 2023

सतलोक आश्रम फरीदपुर फरीदाबाद के माध्यम से जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सत्संग का आयोजन तिगांव( शिव मंदिर) में हुआ।

सत्संग की आधी घड़ी, तप के बरस हजार।
तो भी बराबर है नहीं, कहे कबीर विचार।।

वर्तमान कलयुग में सत्संग का मिलना बड़ा ही दुर्लभ है ऐसे समय में कबीरपंथी तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग के द्वारा गांव के लोगों को अध्यात्मिक लाभ प्रदान किया।
वहां उपस्थित सभी लोगों ने सत्संग को शांतिपूर्वक ध्यान से सुना।
सत्संग में गीता जी में सच्चिदानंद घनब्रह्म का रहस्य उजागर किया।
बिना सच्चे गुरु के परमात्मा को प्राप्त नहीं किया जा सकता और धर्म ग्रंथों के गूढ़ रहस्य को समझाया। उन्होंने एक सच्चे ईश्वर (कबीर परमेश्वर) की भक्ति पर जोर दिया। उन्होंने बताया आरंभ में केवल सनातन धर्म था अन्य कोई धर्म नहीं था।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य समाज में फैली बुराइयों को दूर करना जैसे नशा, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, पाखंडवाद, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार इत्यादि।
सत्संग के दौरान चाय बिस्किट के प्रसाद का प्रबंध किया गया।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयाई संत के वचनों का पालन करते हैं और मर्यादा में रहकर शास्त्रों के अनुकूल भक्ति करते हैं वह किसी प्रकार की कोई सामाजिक बुराई नशा इत्यादि नहीं करते हैं।
सतलोक आश्रम के मुख्य सेवादारों में राम दत्त शर्मा, नरेश अधाना, कंवरपाल छाबड़ी, महावीर नागर और अन्य सेवादार उपस्थित थे।

Posted by: | Posted on: May 26, 2023

ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी अंकित चौहान ने अपनी प्रतिभा,समर्पण और अथक परिश्रम को सीढ़ी बनाकर यू.पी.एस. ई. की परीक्षा को प्रथम प्रयास में पास करके एक ऐसे ही सपने को साकार कर दिखाया है।

मेहनत और लगन से मनुष्य कठिन से कठिन चुनौतियों को हराकर मंज़िल तक पहुंच जाता है,यह विचार ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों के हृदय में बसा हुआ है। ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी अंकित चौहान ने अपनी प्रतिभा,समर्पण और अथक परिश्रम को सीढ़ी बनाकर यू.पी.एस. ई. की परीक्षा को प्रथम प्रयास में पास करके एक ऐसे ही सपने को साकार कर दिखाया है। अंकित चौहान ने अपनी इस अद्भुत उपलब्धि से विद्यालय के साथ साथ प्रदेश का भी नाम रोशन कर आने वाली पीढ़ियों में उत्साह का संचार किया है। अंकित को इस शानदार उपलब्धि पर ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल की प्रबंधन समिति की ओर से कोटि-कोटि शुभकामनाएं ।

Posted by: | Posted on: May 25, 2023

मिशन जागृति ने फरीदाबाद जिला एचआइवी एड्स नियंत्रण विभाग के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम नेहरू कालोनी मे आयोजित किया

मिशन जागृति एनजीओ के द्वारा नेहरू कॉलोनी कालीमाता मंदिर पहाड़ी पर  एड्स के प्रतिजागरूकता कैंप का आयोजन किया गया इसमें बीके हॉस्पिटल की टीम ने भाग लिया लोगों कोजागरूक एड्स के प्रति जागरूक करने के लिए टेस्ट किए गए आज लगभग 45 टेस्ट किए जिनकीरिपोर्ट सबकी नेटिव आई फरीदाबाद जिले में मजदूर तबके से लेकर उद्यमी-कारोबारीऔर वाइट कालर जाब के लोग रहते हैं। इन सभी में जागरूकता की भारी कमी है। एचआइवीएड्स नियंत्रण विभाग की ओर से स्कूल, कालेज के छात्र एवं गांवों में होने वाले जागरूकता कार्यक्रमोंमें ग्रामीण बड़े उत्साह से हिस्सा लेते हैं, लेकिन एचआइवी एड्स जांच कराने में सभी पीछे हट जाते हैं।विभाग द्वारा कई बार शिक्षण संस्थानों में जांच शिविर लगाए गए हैं, लेकिन कोई भी युवा जांच के लिए आगे नहीं आता है। इसके लिए शहर की जानी मानीसामाजिक संस्था मिशन जागृति आगे आई है जिसके द्वारा एचआईवी/एड्स जागरूकता कार्यक्रम नेहरू कालोनी मे आयोजित किया गया । जागरूकता कार्यक्रम में बी . के हॉस्पिटल की टीमसे संगीता  आई.टी.सी.टी मोबाइल टीम सेमुकेश रानी लैब टेक्नीशियन रवि और मिशन जागृति टीम से रविंद्र मलिक दिनेश राघवगीता शर्मा लता सिंगला रविंदर , शीतल , संतोष अरोड़ा आदि मौजूद रहे और उन्होंने एचआईवी/एड्स फैलने के कारण, लक्षण, बचाव, जांच सुविधाओं तथा उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदानदी।कार्यक्रम की मुख्य संयोजक संतोष अरोड़ा नेबताया की जिला एचआइवीएड्स नियंत्रण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के युवा इस बीमारी की चपेट आते हैं। यहमुख्य कारण नशा है। नशे के लिए कई युवा नशीले इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं। कईयुवाओं के बीच एक इंजेक्शन होता है और सब उसे लगाकर नशा करते हैं। इससे एचआइवीएड्स होने खतरा रहता है।    मिशन जागृति के उपाध्यक्ष दिनेश राघव नेकहा की मिशन जागृति का एक ही लक्ष्य है हर एक व्यक्ति जागरूक हो यदि इंसान जागरूक होगया तो अधिकतर बुराई और बीमारी से खुद ही दूर हो जाएगा । मिशन जागृति के साथ जुड़ने के लिए कॉल करे 9355288288 पर या हमे info@missionjagriti.org पर मेल करें।

Posted by: | Posted on: May 24, 2023

मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने क्रिटिकल केयर में मरीजों के लिए फिजियोथेरेपी की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन किया•

मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने क्रिटिकल केयर में मरीजों के लिए फिजियोथेरेपी की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन किया• आईसीयू में मरीज दिन-ब-दिन कमजोर हो सकते हैं और बेहतर स्वास्थ्य लाभ और विकलांगता को रोकने के लिए उन्हें रिहैबिलिटेशन (मरीज की शारीरिक, मानसिक या कॉग्निटिव समस्याओं पर एक साथ फोकस करना) की आवश्यकता होती है• सीएमई के माध्यम से मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद का उद्देश्य आईसीयू में मरीजों में बेहतरीन परिणामों के लिए फिजियोथेरेपी के उपयोग और कौशल को बढ़ाना हैफरीदाबाद: बुधवार, 24 मई 2023: मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने बेहतरीन परिणामों के लिए आईसीयू में फिजियोथेरेपी के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने और मरीजों में विकलांगता को रोकने के लिए एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) सत्र का आयोजन किया। सीएमई का विषय ‘एक क्रिटिकल केयर यूनिट से मरीजों के परिणामों में सुधार के लिए फिजियोथेरेपी के महत्व’ ज्ञान, कार्रवाई और जवाबदेही पर आधारित था। सीएमई का उद्देश्य आईसीयू मरीजों पर लंबे समय तक बेड रेस्ट और मैकेनिकल वेंटिलेशन (मरीज को सांस लेने में मदद करने वाली मशीन) के नकारात्मक प्रभाव को रोकने के लिए फिजियोथेरेपी को एक अत्यावश्यक हस्तक्षेप के रूप में पेश करना है। सीएमई का नेतृत्व डॉ हिमांशु दीवान, एसोसिएट डायरेक्टर और एचओडी, क्रिटिकल केयर मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद और डॉ कपिल चौहान, क्रिटिकल केयर रिहैबिलिटेशन, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने किया।इस कार्यक्रम में मानव रचना विश्वविद्यालय, एसजीटी विश्वविद्यालय, के. आर. मंगलम विश्वविद्यालय और एमवीएन विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों से लगभग 80 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान कार्डियो रेस्पिरेटरी फिजियोथेरेपी का मुख्य उद्देश्य, क्रिटिकल केयर मानदंड, केस चर्चा और इंटेंसिविस्ट का दृष्टिकोण और फिजियोथेरेपी पर उनके विचार आदि विषयों पर चर्चा की गई।क्रिटिकल केयर उन मरीजों के लिए बेहतरीन देखभाल है जो बहुत ही जोखिम भरी स्थिति में आते हैं और इसलिए उन्हें आईसीयू में निरंतर निगरानी के साथ अत्यधिक व्यापक देखभाल की आवश्यकता होती है। इन मरीजों को लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें आमतौर पर वेंटिलेशन पर रखा जाता है जो आमतौर पर उन्हें कमजोर कर देता है। मरीजों को अत्यधिक शारीरिक कमजोरी के साथ जीवन की खराब गुणवत्ता, मांसपेशियों की कार्य क्षमता में गिरावट, बीमारी की दर में वृद्धि, मृत्यु दर और अस्पतालों में लंबे समय तक रहने जैसी समस्याएं आती हैं।मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. अरूप कुमार दास ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया और कहा कि मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स ने हमेशा ‘रोगी पहले’ दृष्टिकोण के साथ वैश्विक मानकों के अनुरूप क्लिनिकल एक्सीलेंस का लक्ष्य रखा है। हमारे मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स में अत्याधुनिक सुविधाएं और प्रतिष्ठित विशेषज्ञ चिकित्सक हैं, जो देशीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मरीजों को लाभ प्रदान करते हैं। हम अत्यधिक एडवांस्ड शैक्षणिक और रिसर्च प्रोग्राम भी प्रदान करते हैं।डॉ. हिमांशु दीवान, एसोसिएट डायरेक्टर और एचओडी, क्रिटिकल केयर, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने कहा कि चलना-फिरना न होने के कारण आईसीयू में मरीज तेजी से कमजोर हो जाते हैं। मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जोड़ों में अकड़न आ जाती है और स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। इस तरह की निरंतर स्थितियों के परिणामस्वरूप आंशिक या पूर्ण विकलांगता भी हो सकती है। जॉइंट्स की गतिविधि को बहाल करने, मांसपेशियों की गतिशीलता को बनाए रखने और शारीरिक शक्ति में सुधार करने में फिजियोथेरेपिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह मस्कुलोस्केलेटल की गिरावट को रोकता है और शरीर की फिजिकल स्ट्रेंथ (शक्ति) को ठीक बनाये रखता है। यह फेफड़ों की क्षमता और शक्ति को बनाए रखने में भी मदद करता है, फेफड़ों को ऑक्सीजन युक्त और वेंटिलेटेड बनाए रखता है और मरीज को हर तरह की गिरावट से बचाता है। मरीज को अधिकतम लाभ देने के लिए पेशेंट मैनेजमेंट के दौरान उपयुक्त बिंदु पर फिजियोथेरेपिस्ट को शामिल करने में क्रिटिकल स्पेशलिस्ट काफी मदद करते हैं।चिकित्सा से जुडी चुनौतियों के सभी चरणों में दर्द से राहत तक, गतिहीनता से निरंतर गतिशीलता बहाल करने तक, संभावित विकलांगता से गतिशीलता को अधिक बढ़ाने और बॉडी के फंक्शन से लेकर मरीज के जीवन की गुणवत्ता में फिर से जान डालने तक में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की बेहद अहम् भूमिका होती है। विकलांगता का रोगियों पर आर्थिक असर, सामाजिक प्रभाव और शारीरिक बोझ को दर्शाने वाले अन्य प्रभाव के अलावा गंभीर मानसिक प्रभाव भी पड़ता है।डॉ. कपिल चौहान क्रिटिकल केयर रिहैबिलिटेशन, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने कहा कि कार्डियो-रेस्पिरेटरी फिजियोथेरेपी फिजियोथेरेपी की सुपर स्पेशियलिटी शाखाओं में से एक है और यह क्रिटिकल केयर (विभिन्न श्वसन या हृदय रोगों से पीड़ित या ठीक हो रहे आईसीयू मरीज) के प्रबंधन और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। चेस्ट फिजियोथेरेपी का उद्देश्य रोगी की सांस लेने की क्षमता में सुधार करना, सांस की तकलीफ को नियंत्रित करना और सामान्य कंडीशनिंग में सुधार करना, श्वसन मार्ग से थूक की निकासी के साथ फेफड़ों की स्वच्छता बनाए रखना, जल्दी मोबिलाइजेशन (चलना), और आईसीयू में कम रहना और हॉस्पिटल से जल्दी छुट्टी दिलाना है।मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के रीजनल डायरेक्टर डॉ. अजय डोगरा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा कोविड के दौरान फेफड़ों की कार्यप्रणाली को बहाल करने के लिए फिजियोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका की गवाह है। जिन मरीजों ने फिजियोथेरेपी के लिए अच्छी प्रतिक्रिया दी, वे बच गए, और हमने क्रिटिकल केयर में रोगियों के इलाज में योगदान देने में फिजियोथेरेपिस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचाना। मरीजों के व्यापक रिहैबिलिटेशन के लिए चिकित्सा के एक महत्वपूर्ण और सहायक हिस्से के रूप में महामारी के बाद से रिहैबिलिटेशन की यह शाखा तेजी से उभरी है।

Posted by: | Posted on: May 24, 2023

एसकेएस को मिली एमबीबीएस की मान्यता, 150 सीटें हुईं आवंटित

मथुरा(Vinod Vaishnav )। एसकेएस हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर को एमबीबीएस की मान्यता मिल गई है। इसके साथ ही इस मेडिकल कॉलेज को एमबीबीएस की 150 सीटें दाखिले के लिए एलॉट कर दी गई हैं।पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए एसकेएस ग्रुप के चेयरमेन एसके शर्मा ने बताया की पूरे प्रदेश में इस बार एक मात्र उन्हीं के कॉलेज को एमबीबीएस की मान्यता दी है उनके कॉलेज के लिए 150 सीटें एनएमसी द्वारा एलॉट की गई हैं। शर्मा ने बताया कि उनके कॉलेज में बीएएमएस में दाखिले पहले से ही हो रहे हैं। एसके शर्मा ने बताया कि कॉलेज में सारी तैयारियां पहले से ही कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि उनके कॉलेज को एमबीबीएस की मान्यता मिलने पर निश्चित रूप से ब्रज क्षेत्र के उन युवाओं को फायदा होगा, जो एमबीबीएस की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें काउंसिलिंग के जरिये यहीं पर दाखिल मिल सकता है।

Posted by: | Posted on: May 24, 2023

रियूजेबल और धोने योग्य सैनिटरी पैड, डिस्पोजेबल सैनिटरी नैपकिन की तुलना में बेहतर विकल्प हैं – :अमृता हॉस्पिटल

फरीदाबाद(विनोद वैष्णव ) | भारत में स्थायी रूप से मासिक धर्म स्वच्छता को बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका रियूजेबल सैनिटरी पैड का उपयोग करना है, विशेष रूप से युवा स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए। डिस्पोजेबल सैनिटरी नैपकिन पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं क्योंकि वे 90% प्लास्टिक हैं और जहरीले रसायनों से भरे हुए हैं।

हमारे देश में महिला खिलाड़ी लाखों युवा लड़कियों के लिए रोल मॉडल हैं। राष्ट्र में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए, सौख्यम सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों को जीवन भर के लिए मुफ्त में रियूजेबल पैड मुहैया कराने की पेशकश कर रहा है। यह बात माता अमृतानंदमयी मठ के सौख्यम रियूजेबल पैड परियोजना की प्रबंध निदेशक अंजू बिष्ट ने कही। बिष्ट ने मासिक धर्म स्वच्छता दिवस से पहले फरीदाबाद के अमृता अस्पताल में आयोजित एक समारोह में स्पीच दी।

उन्होंने आगे कहा, “हम इस संबंध में विभिन्न खेल संघों से भी संपर्क कर रहे हैं। हमारी योजना मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने में रियूजेबल पैड के लाभों के बारे में खिलाड़ियों को जागरूक बनाने के लिए विभिन्न खेल संस्थानों और अकादमियों में देश भर में कार्यशाला आयोजित करने की है।”

भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान पद्मश्री रानी रामपाल इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। इस मौके पर अमृता अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर स्वामी निजामृतानंद पुरी, अमृता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव के सिंह, सिक्किम ऊर्जा लिमिटेड की सीएसआर प्रमुख मिस पल्लवी मित्तल और सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. वंदना गोयल भी उपस्थित थीं।

इस अवसर पर समारोह में पद्मश्री रानी रामपाल ने बोलते हुए कहा, “महिलाओं और किशोरियों की भलाई और सशक्तिकरण के लिए मासिक धर्म स्वच्छता बहुत महत्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से, भारत में लाखों महिलाएं, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, पानी, स्वच्छता और साफ़-सफाई जैसी सुविधाओं और किफायती मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों तक पहुंच की कमी के कारण खराब मासिक धर्म स्वच्छता के साथ रहने को मजबूर हैं। भारत सस्ते, पर्यावरण के अनुकूल, बनाने में आसान है और कई महीनों तक धोकर दोबारा उपयोग किए जाने वाले सैनिटरी पैड के माध्यम से मासिक धर्म स्वच्छता में महत्वपूर्ण प्रगति कर सकता है। ग्रामीण महिलाओं के बीच टिकाऊ तरीके से मासिक धर्म स्वच्छता की शुरुआत करने का यही एकमात्र तरीका है।”

सिक्किम उर्जा लिमिटेड की सीएसआर प्रमुख मिस पल्लवी मित्तल ने कहा, “डिस्पोजेबल पैड, जो वर्तमान में बाजार में काफी पॉपुलर हैं, न केवल ज्यादातर महिलाओं के लिए महंगे हैं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी एक बड़ा खतरा हैं। हम वर्तमान में सिक्किम को भारत का पहला सैनिटरी नैपकिन मुक्त राज्य बनाने के लिए सौख्यम के साथ काम कर रहे हैं, ठीक वैसे ही जैसे सिक्किम देश का पहला जैविक राज्य बना था। हमने आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया है, जो अब जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन कर रहे हैं और पूरे सिक्किम में दूरस्थ, ग्रामीण क्षेत्रों में सब्सिडी वाले सौख्यम पैड लाने में मदद कर रहे हैं। हम इस काम को भारत के पूरे उत्तर पूर्व में भी फैलाएंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “आधुनिक डिस्पोजेबल पैड के बजाय, हम राज्य सरकारों के साथ काम करने की योजना बना रहे हैं ताकि वे भविष्य में स्कूलों में रियूजेबल पैड को फ्री में बांट सकें। इससे फाइनेंशियल बर्डन काम होगा और साथ ही रियूजेबल पैड की लागत डिस्पोजेबल पैड का केवल दसवां हिस्सा होगी, क्योंकि कोई आवर्ती लागत नहीं है।”

सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. वंदना गोयल ने कहा, “सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. वंदना गोयल ने कहा, हमें ऐसे प्रोडक्ट चुनने चाहिए, जो हमारे स्वास्थ के लिए अच्छा हो और साथ ही आरामदायक भी हो। एक स्थायी विशेषता के लिए पर्यावरण के अनुकूल उपभोक्ता व्यवहार विकसित करें। वास्तविकता को साबित करने के लिए हमें अधिक साक्ष्य-आधारित अध्ययन और रैंडमाइज्ड कंट्रोल ट्रायल (आरसीटी) की आवश्यकता है। डिस्पोजेबल सैनिटरी पैड उपयोगकर्ताओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं और पर्यावरण के लिए खराब होते हैं, क्योंकि उनमें डाइऑक्सिन जैसे खतरनाक केमिकल होते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। खराब मासिक धर्म स्वच्छता कई तरह के इन्फेक्शन का कारण बन सकती है, जिसमें प्रजनन और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन जैसे इन्फेक्शन शामिल है। रियूजेबल पैड गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाओं के बीच मासिक धर्म स्वच्छता बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। सौख्यम पैड हल्के, पहनने में आसान, रैश-फ्री, नॉन-एलर्जिक और हानिकारक रसायनों से मुक्त होते हैं।

सौख्यम दुनिया का पहला ऐसा रियूजेबल पैड का ब्रांड है, जिसमें केले के रेशे को अवशोषक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अधिकांश डिस्पोजेबल सैनिटरी नैपकिन में अवशोषक सेलूलोज़ फाइबर होता है और यह पेड़ों को काटने से प्राप्त होता है, जिससे वनों की कटाई होती है। भारत में हर महीने 9,000 टन से अधिक मासिक धर्म का कचरा उत्पन्न होता है, जो नालियों को बंद कर देता है। यदि भारत की प्रत्येक महिला डिस्पोजेबल सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करती है, तो इसका परिणाम निश्चित रूप से एक पर्यावरणीय आपदा होगी। कपड़े और केले के रेशे से बने रियूजेबल और धोने योग्य पैड में इनमें से कोई भी नुकसान नहीं है। शायद इसीलिए नीति आयोग ने उन्हें “कल के भारत के लिए मजबूत जड़” के रूप में नामित किया है।

नीति आयोग द्वारा अंजू बिष्ट को भी पिछले साल 75 “वीमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया” में से एक के रूप में सम्मानित किया था।

भारत की पैडवूमन के नाम से जानी जाने वाली मिस अंजू बिष्ट ने कहा, “पहले 1 से 3 महीने महत्वपूर्ण होते हैं, जब उपयोगकर्ता डिस्पोजल से रियूजेबल पैड पर शिफ्ट कर रहे होते हैं। एक बार जब वे इस बदलाव को सफलतापूर्वक कर लेते हैं, तो उनका अनुभव डिस्पोजल से कहीं बेहतर होता है। रियूजेबल पैड, रैश-फ्री और दर्द में आराम मिलने का अनुभव करने के बाद अधिकांश महिलाएं डिस्पोजल पर नहीं लौटती हैं।

रियूजेबल पैड की स्वच्छता के बारे में गलत धारणाओं को संबोधित करते हुए, बिष्ट ने कहा कि जब तक इनकी ठीक से देखभाल की जाती है, जैसे कि हर उपयोग के बाद धोना और स्टोर करने से पहले पूरी तरह से सुखाना तब तक रियूजेबल पैड उपयोग करने के लिए पूरी तरह से स्वच्छ हैं। उन्होंने कहा, “रियूजेबल पैड हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले अंडरगारमेंट्स से ज्यादा अलग नहीं हैं। हमने नए और दोबारा इस्तेमाल किए गए पैड, दोनों पर माइक्रोबियल लोड का परीक्षण किया और उनके बीच कोई ज्यादा अंतर नहीं पाया गया।”

सिक्किम के अलावा, सौख्यम टीम इस साल ओडिशा, राजस्थान, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ऑयल इंडिया, कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड और फेडरल बैंक के साथ मिलकर इन राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में लास्ट माइल डिलीवरी नेटवर्क विकसित करने के लिए काम कर रही है।

यह परियोजना माता अमृतानंदमयी मठ की एक पहल है। श्री माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) इस वर्ष सी20 के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं। सी20 सभी नागरिक समाज संगठनों के लिए जी20 के तहत कार्य समूह है।

Posted by: | Posted on: May 23, 2023

दुष्यंत चौटाला,अध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने *देवेंद्र सौरोत को पलवल जिले का दायित्व सौंपते हुए नियुक्ति पत्र प्रदान किया‌

जननायक जनता पार्टी की नवगठित कार्यकारिणी की रविवार को पंचकुला चंडीगढ़ में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में नवनियुक्त सभी जिला अध्यक्ष एवं सभी प्रकोष्ठओ के प्रदेश अध्यक्षों एवं प्रभारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण शिविर में जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय डॉ अजय सिंह चौटाला जी हरियाणा के यशस्वी उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला जी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह जी ने *देवेंद्र सौरोत को पलवल जिले का दायित्व सौंपते हुए नियुक्ति पत्र प्रदान किया‌।* प्रशिक्षण शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ केसी बांगड़ जी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन सचिव श्री राजेंद्र लितानी जी एवं पार्टी के प्रदेश कार्यालय सचिव चौधरी रणधीर सिंह जी सरकार में मंत्री श्री देवेंद्र बबली जी व सरकार में राज्यमंत्री श्री अनूप धनक जी एवं पार्टी के अन्य सभी माननीय विधायकों ने अपना शुभ संदेश दिया। जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर पार्टी नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय डॉ अजय सिंह चौटाला जी हरियाणा के यशस्वी लोकप्रिय उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला जी पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री चौधरी हर्ष कुमार प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह जी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केसी बांगड़ जी राष्ट्रीय संगठन सचिव श्री राजेंद्र लितानी जी प्रदेश कार्यालय सचिव चौधरी रणधीर सिंह जी एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया तथा उन्होंने अपने वक्तव्य मे कहा की पार्टी ने जो विश्वास दिखाया है उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा तथा मेरा प्रयास रहेगा कि पार्टी की जनकल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाना व सबको साथ लेकर चलना तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी के साथ साथ जोड़ना ।